आज का पंचाग आपका राशि फल, कामदा एकादशी आज, जिसे अब क्वारंटीन कहा जाता है भारतीय संस्कृति में उसे ही सूतक कहा गया है, रामनवमी पर अनेक शहरों में हुई पत्थरबाजी की जड़ें कहां है!, आज के प्रमुख समाचार, पाकिस्तान में आटा मांगने वाली भीड़ में भगदड़ 12 मरे

 श्रीभरद्वाज ज्योतिष पञ्चाङ्ग श्रीहरि 🕉  

                  🌄सुप्रभातम🌄

            🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

      🌻शनिवार, १ अप्रैल २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२५

सूर्यास्त: 🌅 ०६:३७

चन्द्रोदय: 🌝 १४:१३

चन्द्रास्त: 🌜२८:१२

अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🎋 बसंत

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (पिंगल)

मास 👉 चैत्र 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 एकादशी (२८:१९ से द्वादशी)

नक्षत्र 👉 आश्लेशा (२८:४८ से मघा)

योग 👉 धृति (२६:४५ से शूल)

प्रथम करण 👉 वणिज (१५:१० तक)

द्वितीय करण 👉 विष्टि (२८:१९ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 मीन 

चंद्र 🌟 सिंह (२८:४८ से)

मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 मेष (उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:४६

अमृत काल 👉 २७:०१ से २८:४८

रवियोग 👉 ०६:०७ से २८:४८

विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१६

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३४ से १८:५७

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३५ से १९:४४

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से २४:४३

राहुकाल 👉 ०९:१४ से १०:४७

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १३:५५ से १५:२८

होमाहुति 👉 शनि

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 पृथ्वी

भद्रावास 👉 मृत्यु (१५:१० से २८:१९)

चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व २८:४८ से)

शिववास 👉 क्रीड़ा में (२८:१९ से कैलाश पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (वायविंडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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कामदा एकादशी व्रत (स्मार्त-वैष्णव), लक्ष्मीकांत दोलोत्सव, अप्रैल मास आरम्भ आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २८:४८ तक जन्मे शिशुओ का नाम आश्लेषा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (डी, डू, डे, डो) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मघा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (मा) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मीन – २९:२४ से ०६:४७

मेष – ०६:४७ से ०८:२१

वृषभ – ०८:२१ से १०:१६

मिथुन – १०:१६ से १२:३१

कर्क – १२:३१ से १४:५२

सिंह – १४:५२ से १७:११

कन्या – १७:११ से १९:२९

तुला – १९:२९ से २१:५०

वृश्चिक – २१:५० से २४:०९

धनु – २४:०९ से २६:१३

मकर – २६:१३ से २७:५४

कुम्भ – २७:५४ से २९:२०

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०६:०७ से ०६:४७

मृत्यु पञ्चक – ०६:४७ से ०८:२१

अग्नि पञ्चक – ०८:२१ से १०:१६

शुभ मुहूर्त – १०:१६ से १२:३१

रज पञ्चक – १२:३१ से १४:५२

शुभ मुहूर्त – १४:५२ से १७:११

चोर पञ्चक – १७:११ से १९:२९

शुभ मुहूर्त – १९:२९ से २१:५०

रोग पञ्चक – २१:५० से २४:०९

शुभ मुहूर्त – २४:०९+ से २६:१३

मृत्यु पञ्चक – २६:१३ से २७:५४

अग्नि पञ्चक – २७:५४ से २८:१९

शुभ मुहूर्त – २८:१९ से २८:४८

रज पञ्चक – २८:४८ से २९:२०

शुभ मुहूर्त – २९:२० से ३०:०६

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन का अधिकांश समय भी व्यर्थ के कार्यो में पड़कर नष्ट करेंगे। दिन का आरंभ पारिवारिक कलह से होगा इससे दिन भर मानसिक रूप से अशान्ति बनी रहेगी। महिलाये आज वाणी वर्तन पर विशेष ध्यान दें किसी भी बात का अध्ययन करने के बाद ही अपनी प्रतिक्रिया दें अन्यथा गलतफहमी में स्थिति गंभीर हो सकती है। व्यवसायी वर्ग आज आर्थिक कारणों से परेशान रहेंगे किसी से झगड़ा भी होने की सम्भवना है व्यवहारिक बने अन्यथा भविष्य के लाभ से हाथ धोना पड़ेगा। इधर उधर की बातों को छोड़ काम से काम रखें दिन भर की मेहनत धन लाभ के रूप में सन्ध्या के समय मिल सकती है। परिजनों के आगे आज मौन ही रहें। दवाओं पर खर्च करना पड़ेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज आप दिन के आरंभ में प्रत्येक कार्य को उत्साह से करेंगे व्यस्तता भी आज अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही रहेगी परन्तु आज आपकी मानसिकता कार्यो में शीघ्र परिणाम पाने की रहेगी मेहनत का आशाजनक परिणाम इंतजार के बाद ही पर मिलेगा जरूर। आपको स्वयं के कार्य के साथ ही किसी अन्य का कार्य भी करना पड़ेगा इसमे तालमेल बैठाने में परेशानी आएगी बाद में मान बड़ाई मिलने से प्रसन्न रहेंगे। अधूरे सरकारी कार्य किसी कमी के कारण आज भी लटके रहेंगे हिम्मत ना हारें आज नही तो कल सफलता मिल ही जाएगी। अधिकारियो से जिद बहस करने से बचे। परिजनों का सहयोग कार्य क्षेत्र पर भी मिलेगा। संध्या बाद स्वास्थ्य शिथिल रहेगा।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आपका स्वभाव संतोषी रहेगा लेकिन मित्र परिजनों के उकसावे में आकर बेमन से कार्य करेंगे इसका परिणाम आरम्भ में निराशाजनक रहेगा बाद में कुछ न अंकुश शुभ ही होगा। व्यवसायियों को मध्यान बाद प्रसन्नता दायक समाचार मिलेंगे धन लाभ की संभावनाएं बढ़ेंगी। सामाजिक क्षेत्र पर आज किसी उच्च पदस्थ अधिकारी से मेल जोल होगा इसका परिणाम निकट भविष्य में अवश्य मिलेगा। संध्या बाद धन लाभ होने से आवश्यक कार्य पूर्ण कर सकेंगे। महिलाओ की मनोकामना पूर्ण होने में आज भी अड़चन आएंगी फिर भी परिस्थितियों को देखते हुए परेशान नही होंगी।

लेकिन संताने अवश्य ही किसी जिद के कारण माहौल खराब कर सकती है। धार्मिक यात्रा के प्रसंग बनेंगे।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन भी आपके लिये अनुकूल बना रहेगा दिन के आरंभ से ही शुभ संयोग बनेंगे आज आपके साथ अधिकांश घटनायें आकस्मिक घटेंगी। कार्य व्यवसाय में भी आज आकस्मिक काम आएगा तैयारी ना होने के कारण कुछ समय के लिये असहज रहेंगे लेकिन शीघ्र ही स्थिति को संभाल भी लेंगे। धन लाभ के साथ ही व्यवसाय में वृद्धि भी होगी लेकिन किसी की सहायता की आवश्यकता भी पड़ेगी। सहकर्मियों का व्यवहार मध्यान तक ठीक ठाक बना रहेगा इसके बाद किसी बात को लेकर मतभेद हो सकता है। आवश्यक कार्य मध्यान रहते कर ले इसके बाद कुछ ना कुछ विघ्न आते रहने से अधूरे रह सकते है। सेहत भी दिन भर ठीक रहेगी संध्या बाद आकस्मिक शारीरिक कष्ट होगा।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन भी आपको सावधानी से बिताने की सलाह है। किसी भी कार्य मे जोर-जबरदस्ती ना करें अन्यथा हाथ लगी पूंजी भी नष्ट हो सकती है। गृहणियां भी प्रत्येक कार्य देखभाल कर ही करें जल्दबाजी में बड़ा नुकसान होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर किसी पुराने वैर के कारण लाभ आये सौदे हाथ से निकल सकते है। व्यवसायिक यात्रा में आज केवल आश्वासन से की कम चलाना पड़ेगा फिर भी प्रयासरत रहें संध्या से स्थिति आपके पक्ष में बनेगी। लेदेकर थोड़ा बहुत आर्थिक लाभ हो जाएगा लेकिन खर्च सोच समझ कर ही करें अन्यथा उधार लेने की नौबत आ सकती है। पारिवारिक में आज वैर विरोध की भावना अधिक रहेगी। सेहत अचानक बिगड़ सकती है।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपके लिये विशेष लाभदायक बन रहा है इसका लाभ उठायें वैसे तो आज आप व्यवहारिक ही रहेंगे परन्तु अपने स्वार्थ के लिये कुछ अनैतिक कार्य भी कर सकते है जिससे बाद में धन व मान हानि हो सकती है। कार्य व्यवसाय में पुराने सौदों से लाभ होगा नए अनुबंद भी मिल सकते है दुविधा में ना पढ़ें संध्या से पहले सभी आर्थिक कार्य पूर्ण करने का प्रयास करें इसके बाद परेशानी होगी। नौकरी वाले लोग भी आज अतिरिक्त आय बनाने में सफल होंगे। बेरोजगारों को नई कार्य नियुक्ति मिल सकती है। आज आपसे ईर्ष्या करने वाले भी अधिक रहेंगे इनको अनदेखा करें। पारिवारिक वातावरण में संध्या पश्चात किसी परिजन के उद्दंड व्यवहार से अशांति फैलेगी। थकान बनेगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन आपके लिये कार्य व्यवसाय में नई संभावनाए जगायेगा। शारीरिक रूप से भी आज बेहतर अनुभव करेंगे कार्यो के प्रति गंभीरता दिखाएंगे लेकिन महिलाये आज अन्य दिन की अपेक्षा अधिक आलस्य में रहेंगी घर के कार्य भी अस्त-व्यस्त रहेंगे। व्यवसायी वर्ग को मध्यान तक ज्यादा परिश्रम करना पड़ेगा इसका फल संध्या बाद ही मिल सकेगा। नए कार्यो में निसंकोच होकर निवेश कर सकते है। नौकरी करने वाले लोग भी आज संध्या के समय मेहनत का उचित फल मिलने से पिछले दिनों की अपेक्षा बेहतर अनुभव करेंगे। धन लाभ मध्यान पश्चात हो सकेगा। पारिवारिक वातावरण आज स्थिर रहेगा। परिजनों को छोटी-मोटी गलती को अनदेखा करें।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप प्रत्येक कार्य मे अधिक सतर्कता बरते आपकी अविवेकी मानसिकता भविष्य में परेशानी में डाल सकती है। दिन में ज्यादातर समय काम कम होने से आलस्य प्रमाद फैलाएंगे मध्यान के समय थोड़ा बहुत काम मिलने से व्यस्त रहेंगे आज महत्त्वपूर्ण कार्य एवं व्यवसाय में आर्थिक फैसले जानकारों से सलाह के बाद ही ले संध्या बाद हानि हो सकती है। धन लाभ निश्चित ना होकर आकस्मिक होगा महिलाये खर्च करने से बचे निकट भविष्य में आर्थिक उलझनों का सामना करना पड़ेगा। विरोधियों के प्रति लचीला व्यवहार भी कुछ ना कुछ हानि कराएगा। गृहस्थ में दिन भर शांति रहेगी लेकिन संध्या बाद शोक का वातावरण बनेगा। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ना करें।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन मिला जुला फल देगा आज आपको दिन भर किसी न किसी कारण से मानसिक दबाव से गुजरना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में उतार चढ़ाव लगा रहेगा धन प्राप्ति के लिये आज कुछ नापसंद कार्य भी करना पड़ेगा। मध्यान तक कार्यो को लेकर उदासीन बने रहेंगे सहायता मांगने पर भी नही मिलेगी। इसके बाद ही स्थिति में सुधार आने लगेगा। नौकरी वालो को आज अधिकांश कार्यो में निराश होना पड़ेगा अधिकारी वर्ग आपकी क्षमता को कम आंकेंगे। मित्र रिश्तेदारों से मनमुटाव हो सकता है। परिजन किसी अन्य की गलती का जिम्मेदार आपको ठहराएंगे। संध्या बाद परिस्थितियां एक दम उलट होने से राहत अनुभव करेंगे। सेहत सामान्य रहेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज आपका स्वभाव मिलनसार रहेगा कैसी भी परिस्थिति मिले हंस कर निकाल देंगे लेकिन आपके मन मे कुछ अलग ही तिकड़म लगी रहेगी मन का भेद ना देने पर परिजनों से मामूली विवाद भी हो सकता है फिर भी आज आपकी किसी की भी परवाह किये बिना अपनी मस्ती में मस्त रहेंगे। दिन में कुछ समय के लिये आर्थिक कमी अनुभव होगी पर खर्च पर नियंत्रण रहने से ज्यादा खलेगी नही। सामाजिक कार्यो में कम रुचि लेंगे धार्मिक कार्यो में पूरा समय देंगे दान पुण्य करने के अवसर मिलेंगे। घर मे परिचितों के आवागमन से चहल-पहल रहेगी। संध्या के आस-पास आकस्मिक खर्च आएंगे। परिजन आपसे अकारण ही नाराज हो सकते है। शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपको अवश्य धन लाभ कराएगा लेकिन आज आप फिजूल खर्ची पर नियंत्रण रखने में असफल रहेंगे पारिवारिक प्रसन्नता के लिए आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगे धन लाभ समय पर होने से ज्यादा अखरेगा नही। काम-धंधे में आशानुकूल वृद्धि होगी फिर भी आज ज्यादा विस्तार ना करें संध्या बाद से कारोबारी मंदी आ सकती है निवेश भी देखभाल कर ही करें धन फंसने की सम्भवना है। सहकर्मी किसी बात को लेकर असंतोष जताएंगे फिर भी दिनचार्य सुचारू रूप से चलती रहेगी। संध्या बाद दिन भर के कार्य कलापो के आंकलन से संतोष में रहेंगे। बाहर घूमने पर्यटन आदि की योजना अंत समय मे टालने से परिजन नाराज होंगे। 

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन भी आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी परन्तु आज आप अन्य लोगो को स्वयं की अपेक्षा नगण्य मानेंगे जिससे घर के साथ ही कार्य क्षेत्र पर भी लोग आपसे केवल मतलब का व्यवहार रखेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन भी समृद्धिकारक बना रहेगा व्यवहार कुशलता बनाये रखें पूर्ण लाभ के अधिकारी बनेंगे। मेहनत का फल किसी भी रूप में अवश्य मिलेगा। नौकरी वाले जातक आज विजातीय आकर्षण में फंसे रहने के कारण कार्य पर ज्यादा ध्यान नही दे सकेंगे। पारिवारिक वातावरण में आज भी आनंद छाया रहेगा लेकीन स्त्री को छोड़ अन्य सभी से स्वार्थ के व्यवहार रहेंगे। सेहत में थोड़ी बहुत तकलीफ होगी। बुजुर्गो का आशीर्वाद मिलेगा।

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🌷 *कामदा एकादशी* 🌷

🙏🏻 *युधिष्ठिर ने पूछा: वासुदेव ! आपको नमस्कार है ! कृपया आप यह बताइये कि चैत्र शुक्लपक्ष में किस नाम की एकादशी होती है?*

 

🙏🏻 *भगवान श्रीकृष्ण बोले : राजन् ! एकाग्रचित्त होकर यह पुरातन कथा सुनो, जिसे वशिष्ठजी ने राजा दिलीप के पूछने पर कहा था ।*

 

🙏🏻 *वशिष्ठजी बोले : राजन् ! चैत्र शुक्लपक्ष में ‘कामदा’ नाम की एकादशी होती है । वह परम पुण्यमयी है । पापरुपी ईँधन के लिए तो वह दावानल ही है ।*

 

🙏🏻 *प्राचीन काल की बात है: नागपुर नाम का एक सुन्दर नगर था, जहाँ सोने के महल बने हुए थे । उस नगर में पुण्डरीक आदि महा भयंकर नाग निवास करते थे । पुण्डरीक नाम का नाग उन दिनों वहाँ राज्य करता था । गन्धर्व, किन्नर और अप्सराएँ भी उस नगरी का सेवन करती थीं । वहाँ एक श्रेष्ठ अप्सरा थी, जिसका नाम ललिता था । उसके साथ ललित नामवाला गन्धर्व भी था । वे दोनों पति पत्नी के रुप में रहते थे । दोनों ही परस्पर काम से पीड़ित रहा करते थे । ललिता के हृदय में सदा पति की ही मूर्ति बसी रहती थी और ललित के हृदय में सुन्दरी ललिता का नित्य निवास था ।*

 

🙏🏻 *एक दिन की बात है । नागराज पुण्डरीक राजसभा में बैठकर मनोंरंजन कर रहा था । उस समय ललित का गान हो रहा था किन्तु उसके साथ उसकी प्यारी ललिता नहीं थी । गाते गाते उसे ललिता का स्मरण हो आया । अत: उसके पैरों की गति रुक गयी और जीभ लड़खड़ाने लगी ।*

 

🙏🏻 *नागों में श्रेष्ठ कर्कोटक को ललित के मन का सन्ताप ज्ञात हो गया, अत: उसने राजा पुण्डरीक को उसके पैरों की गति रुकने और गान में त्रुटि होने की बात बता दी । कर्कोटक की बात सुनकर नागराज पुण्डरीक की आँखे क्रोध से लाल हो गयीं । उसने गाते हुए कामातुर ललित को शाप दिया : ‘दुर्बुद्धे ! तू मेरे सामने गान करते समय भी पत्नी के वशीभूत हो गया, इसलिए राक्षस हो जा ।’*

 

🙏🏻 *महाराज पुण्डरीक के इतना कहते ही वह गन्धर्व राक्षस हो गया । भयंकर मुख, विकराल आँखें और देखनेमात्र से भय उपजानेवाला रुप – ऐसा राक्षस होकर वह कर्म का फल भोगने लगा ।*

 

🙏🏻 *ललिता अपने पति की विकराल आकृति देख मन ही मन बहुत चिन्तित हुई । भारी दु:ख से वह कष्ट पाने लगी । सोचने लगी: ‘क्या करुँ? कहाँ जाऊँ? मेरे पति पाप से कष्ट पा रहे हैं…’*

 

🙏🏻 *वह रोती हुई घने जंगलों में पति के पीछे पीछे घूमने लगी । वन में उसे एक सुन्दर आश्रम दिखायी दिया, जहाँ एक मुनि शान्त बैठे हुए थे । किसी भी प्राणी के साथ उनका वैर विरोध नहीं था । ललिता शीघ्रता के साथ वहाँ गयी और मुनि को प्रणाम करके उनके सामने खड़ी हुई । मुनि बड़े दयालु थे । उस दु:खिनी को देखकर वे इस प्रकार बोले : ‘शुभे ! तुम कौन हो ? कहाँ से यहाँ आयी हो? मेरे सामने सच सच बताओ ।’*

 

🙏🏻 *ललिता ने कहा : महामुने ! वीरधन्वा नामवाले एक गन्धर्व हैं । मैं उन्हीं महात्मा की पुत्री हूँ । मेरा नाम ललिता है । मेरे स्वामी अपने पाप दोष के कारण राक्षस हो गये हैं । उनकी यह अवस्था देखकर मुझे चैन नहीं है । ब्रह्मन् ! इस समय मेरा जो कर्त्तव्य हो, वह बताइये । विप्रवर! जिस पुण्य के द्वारा मेरे पति राक्षसभाव से छुटकारा पा जायें, उसका उपदेश कीजिये ।*

 

🙏🏻 *ॠषि बोले : भद्रे ! इस समय चैत्र मास के शुक्लपक्ष की ‘कामदा’ नामक एकादशी तिथि है, जो सब पापों को हरनेवाली और उत्तम है । तुम उसीका विधिपूर्वक व्रत करो और इस व्रत का जो पुण्य हो, उसे अपने स्वामी को दे डालो । पुण्य देने पर क्षणभर में ही उसके शाप का दोष दूर हो जायेगा ।*

 

🙏🏻 *राजन् ! मुनि का यह वचन सुनकर ललिता को बड़ा हर्ष हुआ । उसने एकादशी को उपवास करके द्वादशी के दिन उन ब्रह्मर्षि के समीप ही भगवान वासुदेव के (श्रीविग्रह के) समक्ष अपने पति के उद्धार के लिए यह वचन कहा: ‘मैंने जो यह ‘कामदा एकादशी’ का उपवास व्रत किया है, उसके पुण्य के प्रभाव से मेरे पति का राक्षसभाव दूर हो जाय ।’*

 

🙏🏻 *वशिष्ठजी कहते हैं : ललिता के इतना कहते ही उसी क्षण ललित का पाप दूर हो गया । उसने दिव्य देह धारण कर लिया । राक्षसभाव चला गया और पुन: गन्धर्वत्व की प्राप्ति हुई ।* 

 

🙏🏻 *नृपश्रेष्ठ ! वे दोनों पति पत्नी ‘कामदा’ के प्रभाव से पहले की अपेक्षा भी अधिक सुन्दर रुप धारण करके विमान पर आरुढ़ होकर अत्यन्त शोभा पाने लगे । यह जानकर इस एकादशी के व्रत का यत्नपूर्वक पालन करना चाहिए ।*

🙏🏻 *मैंने लोगों के हित के लिए तुम्हारे सामने इस व्रत का वर्णन किया है । ‘कामदा एकादशी’ ब्रह्महत्या आदि पापों तथा पिशाचत्व आदि दोषों का नाश करनेवाली है । राजन् ! इसके पढ़ने और सुनने से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है ।

🙏🏻🌷☘🌼🌸🌹💐🌺🌻🙏🏻

उस घर में कोई प्रवेश नहीं करता था यही आइसोलेशन था क्योंकि मृत्यु या तो किसी बीमारी से होती है या वृद्धावस्था के कारण जिसमें शरीर तमाम रोगों का घर होता है।

यह रोग हर जगह न फैले इसलिए 14 दिन का क्वॉरंटीन बनाया गया जो शव को अग्नि देता था उसको घर वाले तक नहीं छू सकते थे

13 दिन तक उसका खाना पीना, भोजन, बिस्तर, कपड़े सब अलग कर दिए जाते थे।

तेरहवें दिन शुद्धिकरण के पश्चात, सिर के बाल हटवाकर ही पूरा परिवार शुद्ध होता था लेकिन तब भी आप बहुत हँसे थे….. ब्लडी इंडियन कहकर खूब मजाक बनाया था जब मां बच्चे को जन्म देती है तो जन्म के 11 दिन तक बच्चे व माँ को कोई नही छूता था ताकि जच्चा और बच्चा किसी इंफेक्शन के शिकार ना हों और वह सुरक्षित रहे लेकिन इस परम्परा को पुराने रीति रिवाज, ढकोसला कह कर त्याग दिया गया।

जब किसी के शव यात्रा से लोग आते हैं घर में प्रवेश नहीं मिलता है और बाहर ही हाथ पैर धोकर स्नान करके, कपड़े वहीं निकालकर घर में आया जाता है, इसका भी खूब मजाक उड़ाया आपने।

आज भी गांवों में एक परंपरा है कि बाहर से कोई भी आता है तो उसके पैर धुलवायें जाते हैं।

जब कोई भी बहू लड़की या कोई भी दूर से आता है तो वह तब तक प्रवेश नहीं मिलता है और बाहर ही हाथ पैर धोकर स्नान करके, कपड़े वहीं निकालकर घर में आया जाता है, इसका भी खूब मजाक उड़ाया आपने।

 

आज भी गांवों में एक परंपरा है कि बाहर से कोई भी आता है तो उसके पैर धुलवायें जाते हैं।

जब कोई भी बहू लड़की या कोई भी दूर से आता है तो वह तब तक प्रवेश नहीं पाता जब तक घर की बड़ी बूढ़ी लोटे में जल लेकर, हल्दी डालकर उस पर छिड़काव करके वही जल बहाती नहीं हों, तब तक। खूब मजाक बनाया था न…. आज भी आप झूठी आधुनिकता के नाम पर अपने सनातन धर्म का खूब अपमान करते है।

किसी भी तरह के संक्रमण के अंदेशा वाले कार्य करने वाले लोगो को लोग तब तक नहीं छूते थे जब तक वह स्नान न कर ले…..लेकिन पाश्चात्य सभ्यता के रंग में रंगे लोगो ने इसको भी दकियानूसी कहकर खूब मजाक उड़ाया

लेकिन आज जब आपको किसी को छूने से मना किया जा रहा है तो आप इसे ही विज्ञान बोलकर अपना रहे हैं।

क्वॉरंटीन किया जा रहा है तो आप खुश होकर इसको अपना रहे हैं लेकिन शास्त्रों के उन्हीं वचनों को तो हम सब भुला दिये और अपने ही सनातन धर्म का अपमान करते रहे।

आज यह उसी की परिणति है कि पूरा विश्व इससे जूझ रहा है।

याद करिये पहले जब आप बाहर निकलते थे तो आप की माँ आपको जेब में कपूर या हल्दी की गाँठ इत्यादि देती थी रखने को। क्योंकि यह सब कीटाणु रोधी होते हैं।

शरीर पर कपूर पानी का लेप करते थे ताकि सुगन्धित भी रहें और रोगाणुओं से भी बचे रहें। लेकिन सब आपने भुला दिया।

अरे समझिए अपने शास्त्रों के स्तर को, हमारे ऋषि मुनि वैज्ञानिक ही थे।

जिस दिन हम सब अपनी संस्कृति समझेंगे ,

उसी दिन यह देश विश्व गुरु बन जाएगा। (साभार)

सासाराम विहार में रामनवमी शोभायात्रा पर भारी पथराव के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है।
पश्चिम बंगाल सहित भारत के कई शहरों में रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव और दंगे हुए। सतही रूप से देखने में यह लोकल india specific समस्या दिखायी देती है पर ऐसा है नहीं।

केवल पात्र भारतीय हैं और सीन भारत में enact किया जा रहा हैं, as per toolkit

वास्तव में ये वैशिवक स्ट्रेटजी का एक हिस्सा है और इसका कंट्रोल ,फाइनेस ,प्लानिंग , मास्टर मांइड सब विदेशों में हैं। इसकी जान वास्तव में उस तोते में है जो विदेश में है।

इसका localised treatment तो हर गांव में गुरूकुल खोल कर यहाँ किया जा सकता है साथ ही उन राजनीतिक दलों से भी किनारा करना होगा जिनके राज में दंगाई और पत्थरबाजों को तुष्टिकरण से संरक्षण मिलता है। परन्तु इसकी जड़ पर वार करने के लिये एक स्ट्रेटजी सर्वोच्च स्तर पर डिजाइन करनी पड़ेगा और कई स्तरों पर काम करना पड़ेगा।

कुछ ही समय पूर्व सोरोस ने कहा है कि मोदी को मिटाने करने के लिये मैने एक मिलियन डालर रखे हैं।

10 साल से जमे राष्टूवादी PM नेतनहू को ट्रम्प की तरह ( अरब पार्टी से गठबंधन कर के ) सत्ता से बाहर कर दिया था।

जब वे हाल ही में फिर से सत्ता में आ गये और जुडीशियल रिफार्म मे हाथ डाला तो सारे देश में प्रदर्शन दंगे शुरु करवा कर उसे रोकने को मजबूर कर दिया

भारतीयों को इन सभी घटनाओं पर लगातार दृष्टि रख कर अपनी स्ट्रेटजी बनानी होगी नहीं तो उनके ट्रेप में फंस कर अपने हो पैर फ्ऱ कुल्हाड़ी मार बैठेंगे। ( साभार)

. *जय श्री राम*

*शनिवार, 01 अप्रैल 2023 के मुख्य सामाचार*

🔸PM नरेंद्र मोदी की डिग्री की ज़रूरत नहीं: गुजरात हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल पर लगाया 25 हजार का जुर्माना

🔸दिल्ली शराब घोटाला: मनीष सिसोदिया को नहीं मिली राहत, कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका

🔸पश्चिम बंगाल में हिंसा के बाद एक्शन में केंद्र सरकार, गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर राज्यपाल से की बात

🔸राहुल गांधी की सजा के खिलाफ जल्द अपील में देरी नहीं, जल्द दायर की जाएगी याचिकाः सूत्र

🔸पाकिस्तान : कराची में भगदड़ से 12 की मौत: मुफ्त राशन वितरण में मची भगदड़, 8 महिलाओं सहित 3 बच्चों की दर्दनाक मौत

🔸नेपाल में रामनवमी पर पहली बार सांप्रदायिक तनाव, मस्जिद के सामने हंगामा

🔸’कहीं चेहरा दिखाने लायक नहीं बचेंगे, वॉट्सऐप चैट का ट्रेलर जल्द..’, सुकेश चन्द्रशेखर ने केजरीवाल को दी चेतावनी

🔸अमेरिका में आपराधिक मुकदमे का सामना करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति होंगे ट्रंप, 4 अप्रैल को कोर्ट में पेशी

🔸ईशनिंदा पर मिली मौत, जबरन धर्मांतरण; अल्पसंख्यकों के लिए नरक बना PAK

🔸सासाराम के बाद अब नालंदा में शोभायात्रा पर पथराव व फायरिंग, सात घायल

🔸Good News : सुकन्या समृद्धि योजना, NSC, पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट स्कीमों की सरकार ने बढ़ाई ब्याज दरें

🔸स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर अब ज्यादा ब्याज:सुकन्या समृद्धि योजना पर 8% इन्टरेस्ट मिलेगा, NSC की दरें 0.7% बढ़ीं

🔸राजस्थान फलोदी में भीषण सड़क हादसा: एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत, मौके पर मची चीख पुकार

🔸जम्मू-कश्मीर में ये दूसरा सबसे लंबा राष्ट्रपति शासन:मतदाता सूची की फिर से जांच, विपक्ष ने कहा- सिर्फ चुनाव टालने का बहाना

🔸”राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द होना एक साजिश का हिस्सा” : NDTV से बोले अशोक गहलोत

🔸Mohan Bhagwat: भारत से अलग होने के बाद भी पाकिस्तानी नाखुश, विभाजन को मान रहे गलती- मोहन भागवत

🔹IPL ओपनिंग सेरेमनी का भव्य आगाज, अरिजीत के बाद रश्मिका और तमन्ना ने भी बांधा समां..

🔹GT vs CSK, IPL 2023: गुजरात टाइटंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को 5 विकेट से…

*आप का दिन शुभ और मंगलमय हो सुप्रभात….!*
जय हो 🙏