आज का पंचाग आपका राशि फल, मदमहेश्वर यात्रा पर सरकारी आदेश से संकट, काला टमाटर है कैंसर रोधी, हम धर्म युद्ध करना भूल गये हैं?

 🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शुक्रवार, ०७ जुलाई २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:४२

सूर्यास्त: 🌅 ०७:२०

चन्द्रोदय: 🌝 २२:४६

चन्द्रास्त: 🌜०९:२५

अयन 🌖 दक्षिणायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु: ⛈️ वर्षा 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 श्रावण 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 पञ्चमी (००:१७ से षष्ठी)

नक्षत्र 👉 शतभिषा (२२:१६ से पूर्वाभाद्रपद)

योग 👉 आयुष्मान (२०:३० से सौभाग्य)

प्रथम करण 👉 कौलव (१३:४१ तक)

द्वितीय करण 👉 तैतिल (००:१७ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मिथुन 

चंद्र 🌟 कुम्भ 

मंगल 🌟 सिंह (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 मिथुन (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 सिंह (उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:५०

अमृत काल 👉 १५:४३ से १७:१०

विजय मुहूर्त 👉 १४:४२ से १५:३८

गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:२१ से १९:४१

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:२२ से २०:२२

निशिता मुहूर्त 👉 ००:०२ से ००:४२

राहुकाल 👉 १०:३७ से १२:२२

राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व

यमगण्ड 👉 १५:५२ से १७:३७

होमाहुति 👉 मंगल (२२:१६ से गुरु)

दिशा शूल 👉 पश्चिम

नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (२२:१६ से)

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्र वास 👉 पश्चिम

शिववास 👉 नन्दी पर (००:१७ से भोजन मे)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – चर २ – लाभ

३ – अमृत ४ – काल

५ – शुभ ६ – रोग

७ – उद्वेग ८ – चर

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – रोग २ – काल

३ – लाभ ४ – उद्वेग

५ – शुभ ६ – अमृत

७ – चर ८ – रोग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पश्चिम-दक्षिण (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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चतुर्थी तिथि क्षय, नाग पञ्चमी (राजस्थान-बंगाल), काँवड धारण, गृह प्रवेश मुहूर्त प्रातः ०५:४१ से १०:४८ तक, उद्योग (मशीनरी) आरम्भ मुहूर्त प्रातः ०५:४२ से १०:४७ तक, भूमि-भवन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः १०:१० से दोपहर १२:५६ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर १२:३२ से ०२:१५ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २२:१६ तक जन्मे शिशुओ का नाम शतभिषा नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (सा, सि, सू) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (से, सो) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मिथुन – ०३:५४ से ०६:०९

कर्क – ०६:०९ से ०८:३१

सिंह – ०८:३१ से १०:५०

कन्या – १०:५० से १३:०७

तुला – १३:०७ से १५:२८

वृश्चिक – १५:२८ से १७:४८

धनु – १७:४८ से १९:५१

मकर – १९:५१ से २१:३२

कुम्भ – २१:३२ से २२:५८

मीन – २२:५८ से ००:२२

मेष – ००:२२ से ०१:५५

वृषभ – ०१:५५ से ०३:५०

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रोग पञ्चक – ०५:२१ से ०६:०९

शुभ मुहूर्त – ०६:०९ से ०८:३१

मृत्यु पञ्चक – ०८:३१ से १०:५०

अग्नि पञ्चक – १०:५० से १३:०७

शुभ मुहूर्त – १३:०७ से १५:२८

रज पञ्चक – १५:२८ से १७:४८

शुभ मुहूर्त – १७:४८ से १९:५१

चोर पञ्चक – १९:५१ से २१:३२

शुभ मुहूर्त – २१:३२ से २२:१६

रोग पञ्चक – २२:१६ से २२:५८

शुभ मुहूर्त – २२:५८ से ००:१७

मृत्यु पञ्चक – ००:१७ से ००:२२

रोग पञ्चक – ००:२२ से ०१:५५

शुभ मुहूर्त – ०१:५५ से ०३:५०

मृत्यु पञ्चक – ०३:५० से ०५:२२

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन आकस्मिक फायदे कराने वाला रहेगा। आज आप किसी से अधिक व्यवहार करना पसंद नहीं करेंगे इससे कई समस्याओं से भी बचे रहेंगे। सामाजिक क्षेत्र पर भी आज आपके योगदान की प्रशंसा होगी। समाज के वरिष्ठ जनो के साथ नविन संपर्क बनेंगे। स्त्री-पुत्र अथवा बाहरी किसी महिला से लाभदायक समाचार मिल सकते है। विपरीत लिंगीय आकर्षण आज कम रहेगा। परिवार में संध्या बाद का समय थोड़ा खींचतान वाला फिर भी सुखद रहेगा। सेहत आज ठीक रहेगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन का अधिकांश समय आपके अनुकूल रहेगा। आज स्वास्थ्य भी उत्तम बना रहेगा। कार्यो के प्रति आज अधिक ईमानदार रहेंगे। व्यावसायिक अथवा नौकरी अथवा अन्य किसी सम्बन्ध में लंबी यात्रा हो सकती है विदेश यात्रा के भी योग बनरहे है। मध्यान के समय शुभ समाचार मिलने से मन में आनंद छाया रहेगा धन लाभ के लिये आज इंतजार करना पड़ेगा या अल्प लाभ से ही संतोष करना पड़ेगा। संतानों के व्यवहार से आज थोड़ी पीड़ा भी होगी।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आध्यात्म एवं धार्मिक आस्था में वृद्धि करने वाला रहेगा। पुण्योदय होने से भाग्योन्नति के अवसर मिलेंगे। फिर भी आज आपके निर्णय सही दिशा ले रहे है या नहीं इसकी जांच अवश्य कर लें। धार्मिक यात्रा देव दर्शन के योग है। घर में वैवाहिक कार्यो की रूप रेखा बनेगी। कार्य व्यवसाय पर भी दिन लाभ कराने वाला रहेगा। धन की आमद सुबह से शाम तक रुक रुक कर होती रहेगी लेकिन खर्च भी आज लगे रहने से बचत मुश्किल ही कर पाएंगे। पुराने परिचितों से भेंट होने पर कुछ परेशानी होगी। सेहत और धन संबंधित मामले दोनो से आज निश्चिन्त रहेंगे।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन भी परिस्थितियां प्रतिकूल रहने से कोई राहत नहीं मिलेगी। मन किसी अरिष्ट के भय ये व्याकुल हो सकता है। आर्थिक पक्ष कमजोर होने से मानसिक चिंता बढ़ेगी। मध्यान पश्चात सेहत में अकस्मात गिरावट अथवा अन्य रूप से शारीरिक कष्ट हो सकता है। स्वाभाव में रूखापन एवं वाणी में कड़वाहट झगडे का कारण बनेगी। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा के चलते व्यवसाय कुछ समय के लिये ही गति पकड़ेगा इसमे जितना लाभ उठा सकते है उठायें। मध्यान का समय करामात खर्चीला भी रहेगा। आज अनैतिक कार्यो में ना पड़े।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन घर एवं बाहर के वातावरण में बदलाव लाने वाला रहेगा। दिनभर सेहत थोड़ी नरम रहने से आलस्य रहेगा फिर भी आज आप घरेलु समस्याओं के समाधान के प्रति अधिक सतर्क रहेंगे। आज वाणी एवं व्यवहार में भी कल की अपेक्षा नरमी रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आज कुछ महत्त्वपूर्ण बदलाव कर सकते है। धन की आमद रुक रुक कर होते रहने से संतोष करेंगे। संध्या के समय मनोरंजन के अवसर तलाशेंगे। विद्यार्थियों के लिये आज का दिन कुछ परेशानी वाला हो सकता है। 

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आप का आज का दिन मिश्रित फलदायी है। दिन के पूर्वार्ध में सेहत में गिरावट रहने से बेचैनी बढ़ेगी। बीमारी पर आकस्मिक खर्च होगा। भाई-बंधुओ के बीच मामूली सी बात पर मनमुटाव हो सकता है। अपनी वाणी एवं व्यवहार में सावधानी बरतें। जमीन-जायदाद सम्बंधित कार्यो को फिलहाल स्थगित करें। मध्याह्न के बाद का समय अपेक्षकृत बेहतर रहेगा कार्य क्षेत्र अथवा अन्य साधनों से धन या कीमती वस्तुओ का लाभ होगा। लेकिन आज अनचाही यात्रा से थकान बढ़ेगी। धन की उधारी आज ना करें।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन स्थिति में सुधार आने से राहत अनुभव करेंगे। कुछ दिनों से चल रही शारीरिक एवं पारिवारिक समस्याओं का समाधान होने से मानसिक शांति मिलेगी। आज सामाजिक कार्य के प्रति अधिक रूचि दिखाएंगे। कला एवं खाद्य पदार्थ के क्षेत्र से जुड़े जातको के लिए आज का दिन लाभदायी सिद्ध होगा। लेकिन आज किसी के ऊपर भी आंख बंद कर भरोसा ना करें खास कर उधारी वाले मामलो में सतर्कता बरते अन्यथा हानि भी हो सकती है। मित्रो के ऊपर खर्च होगा। संतान की प्रगति के समाचार मिलेंगे।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन विषम परिस्थितियों वाला रहेगा। आज मन में भावुकता एवं क्रोध की अधिकता रहने से छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा लेंगे जो बातें आपके काम की नही उन्हें अनदेखा करें अन्यथा मामूली बात गंभीर विवाद का रूप ले सकती है। मध्यान पश्चात संतान और जीवनसाथी के स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है। वाणी एवं व्यवहार संयमित रखें अन्यथा सम्मान में कमी आ सकती है। सरकारी कार्यो को संभवतः टाले निर्णय आपके विपरीत रहेंगे। धन लाभ की जगह खर्च अधिक रहेंगे। यात्रा आज ना करें।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन आपका मन अनिर्णय की स्थिति में रहेगा मानसिक स्थिति पल पल में बदलने के कारण दिनचर्या में विलंब होगा। दिन के पूर्वार्ध में प्रत्येक कार्य सोच विचार कर करें। नए कार्य का आरम्भ आज करना उचित नहीं। आज किये अधिकांश कार्य अधूरे रहेंगे। स्वभाव की मनमानी के चलते परिवार के बुजुर्गो अथवा कार्य क्षेत्र में आधिकारियो के साथ मनमुटाव हो सकता है। क्रोध एवं वाणी में संयम रखकर आज का दिन शांति से बिताना ही हितकर रहेगा। सेहत भी मानसिक स्थिति की तरह नरम गरम बनी रहेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज प्रातः काल से ही किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के कारण भाग-दौड़ रहेगी लेकिन सफलता को लेकर मन में संशय रहेगा। परिजनों से भी आज मामूली घरेलु कारणों से मतभेद होगा इसके कारण दिन भर दिमाग मे उल्टे सीधे विचार आएंगे संध्या के समय मामला सुलझने से राहत मिलेगी। संतानों के भविष्य के कारण भी चिंता रहेगी। मध्यान के बाद किसी स्त्री द्वारा अथवा सहयोग से आर्थिक अथवा अन्य लाभ की संभावना है। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग से सतर्क रहें। आलस्य भारी पड़ सकता है। 

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन का पहला भाग सुख शांति से व्यतीत करेंगे। कोई रुका कार्य पूर्ण होने से धन लाभ होगा। आज के दिन आप थोड़े परिश्रम में अधिक लाभ भी कमा सकते है परंतु आलस्य एवं लापरवाही के कारण महत्त्वपूर्ण सौदे हाथ से निकलने की भी सम्भावना है। भागीदारी के कार्य की अपेक्षा एकल व्यवसाय में लाभ अधिक होगा। आस पड़ोसियों के कारण परिवार में किसी बात को लेकर व्यर्थ बहस हो सकती है। ठंडी चीजो से बचे सर्द गरम की समस्या हो सकती है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन विपरीत फल प्रदान करने वाला है। आज दिन भर सतर्क रहने की आवश्यकता है। सेहत नरम रहने से स्वभाव मे चिढ़चिढ़ापन आएगा फलस्वरूप किसी प्रियजन से मन मुटाव के प्रसंग बनेंगे। आर्थिक कारणों से चिंता बैचेनी रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आज अव्यवस्था बनेगी सहयोगी अथवा सहकर्मी मनमानी करेंगे फलस्वरूप लाभ भी अनिश्चित रहेगा। आकस्मिक घटनाओं से मन दुखी होगा। स्वयं अथवा किसी परिजन की सेहत पर आकस्मिक खर्च रहेगा।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

🙏🚩🙏हम युद्ध करना भूल गये हैं ।

हम अपने आराध्य भगवानों की पूजा तो करते हैं , पर उनसे कुछ सीखते नहीं हैं । मुझे तो वे सदैव युद्ध के लिए तत्पर दीखते हैं । धनुष-बाण लिए , चक्र लिए , गदा लिए – अनेक आयुधों के साथ युद्ध के लिए उद्यत । मानो , युद्ध करते हैं , इसीलिए भगवान हैं । हमारे धर्म के दो आधारभूत ग्रंथ – रामायण और महाभारत में भी मुझे युद्ध की ही प्रधानता दीखती है । राम-रावण युद्ध और पांडव-कौरव युद्ध को इन ग्रंथों से निकाल दीजिए , ये प्राणहीन हो जायेंगे । सामाजिक प्रगति होने के साथ युद्ध होना स्वाभाविक है । युद्ध जाग्रत समाज का अनिवार्य कर्त्तव्य है । केवल सुप्त समाज ही युद्ध से बचा रह सकता है ।

 

सनातन संस्कृति में वैचारिक संघर्ष के दौरान चार स्तर मिलते हैं – समझाना , हृदय परिवर्तन , दंड देना और वध करना । आततायियों और अत्याचारियों का केवल वध ही किया जाता है । यह केवल किसी एक व्यक्ति को प्राणदंड देने जैसा नहीं है ; यह उस पूरे समूह को नष्ट करने जैसा है , जिनके वध के उपरांत समाज में शांति स्थापित हो सके । हमारी संस्कृति में आसुरी शक्तियाँ सिर उठाती रही हैं और निर्ममता से कुचली भी जाती रही हैं । हर युग में देवासुर-संग्राम होता रहा है और सृष्टि के अंत तक होता ही रहेगा । आततायियों से भयाक्रांत होना हमारी संस्कृति नहीं । स्वतंत्रता के बाद से ही पाकिस्तान हमें आँखें दिखा रहा है । एक पिदने से नवजात देश ने हमसे हमारी भूमि छीन ली और हम कुछ नहीं कर सके । हमारे छोटे-छोटे पड़ोसी देश भी बहुधा हमें अंगुली करते रहते हैं , पर हमारी मोटी चमड़ी पर कुछ असर ही नहीं होता । अब चीन निरंतर हमें ललकार रहा है , युद्ध की धमकी दे रहा है । हमें अपने कर्त्तव्य का भान नहीं है । इसी प्रमाद के कारण हम सिमटते चले गए । अब तो हमें कायरता के चोले को स्वयं से अलग करना होगा । मैं हनुमान को उसके पराक्रम की याद दिला रहा हूँ । अमेरिका , रूस , भूटान , वियतनाम , जापान , ताइवान और कई पड़ोसी देश चीन से परेशान हैं । सबके साथ मिलकर इसे मसल डालो । एक बात याद रखें – जो पराक्रमी होगा , वही जियेगा – यही हमें सिखाया गया है ।

 

“वीरभोग्या वसुंधरा “

 

स्मृति-कोष से

 

*मुगल तुर्की, सऊदी अरब पाकिस्तान अफगानिस्तान बांग्लादेश इंडोनेशिया कजाकिस्तान ईरान इराक फिलिस्तीन अज़रबैजान नाइजीरिया अल्जीरिया, यमन सूडान उज्बेकिस्तान मलेशिया सोमालिया जॉर्डन अज़रबैजान कजाकिस्तान यूनाइटेड अरब अमीरात तुर्कमेनिस्तान ओमान, लेबनान, कुवैत, कतर, अल्बानिया, बहरीन, मालदीव, ब्रूनेई , 56 इस्लामी देश के इस्लामिक विद्वान और इस्लामिक संगठनों के विद्वान बहुत बङे बङे विद्वान थिंक टैंक इस्लामिक संगठनों के आतंकी नेता मौलवी, इस्लामिक संगठनों के थिंक टैंक बहुत ही सोची समझी प्लानिंग साजिश षड्यंत्र के तहत पूरे विश्व के देशों पर एक-एक कर कब्जा करते जा रहे हैं इसी तरह मुगलों ने सिर्फ कुछ वर्षों में 56 इस्लामिक देश बना लिए*

 

 

 

*रेगिस्तानी सऊदी अरब के लुटेरे मुसलमानों बहरूपिया का पहला stretegy स्टेटजी होता है हथकंडा होता है किसी भी तरह उस देश की जनता नागरिकों को साजिश के तहत आपस में लड़वा दे, बांट दें मनमुटाव करा दें विभाजन करा दे लड़ाई करवा दे*

 

 

 

*जैसे गोरे और काले, अमीर और गरीब, आगरे और पिछड़े, किसान और मजदूर, व्यापारी और मजदूर, सवर्ण और दलित इत्यादि नागरिकों देश के नागरिकों को आपस में लड़ वाना लड़ाई करवाना देश के नागरिकों में काले गोरे का भेद लगाकर लड़ाई कराना, अमीर गरीब का भेद कराकर लड़ाई करवाना, सवर्ण और दलित का भेद करके लड़ाई कराना, जमींदार और मजदूरों के बीच लड़ाई करवाना और और देश के नागरिकों को आपस में लड़वा कर देश को कमजोर करना और साथ साथ देश के गरीबों अशिक्षित हो अनपढ़ों मजबूर लाचार लोगों के साथ हो जाना ढकोसला करना, उनका धर्मांतरण कराना उनकी लड़कियों को मुसलमान बनाना लव जिहाद करके उनको अपना भाई बोलना और उन्हें ठगना बेवकूफ बनाना, उनकी आंखों में धूल झोंकना*

 

 

 

*इसका सीधा उदाहरण अभी के फ्रांस का उदाहरण है फ्रांस में पुलिस की गोली से एक काले नागरिक की मौत हो गई बच्चे की मौत हो गई, काले लोग उसका शुरू में ज्यादा विरोध नहीं किया, लेकिन उसके बाद मुसलमानों ने मुगलों ने काले और गोरे नागरिकों के बीच लड़ाई को भड़काने के लिए, हजारों मकानों का गाड़ी दुकानों ,देश की सबसे बड़ी पुस्तकालय को जला दी, ताकि इतिहास समाप्त हो जाए, जैसे नालंदा विश्वविद्यालय को जलाकर भारत के पूरे इतिहास के किताबों को सबसे पहले मूगल ने समाप्त किया था, संस्कृति का जड़ काटना इतिहास मिटा देना, फिर काले घोड़े में लड़ाई करवाना नया इतिहास का किताब लिखकर जैसे हम भारत में 1947 के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर इरफान हबीब ने भारत का इतिहास लिखा नुरुल हसन और मौलाना अबुल कलाम आजाद उस समय शिक्षा मंत्री हुआ करते थे,*

 

 

 

*इत्यादि में आग जला कर देश के हजारों करोड़ की संपत्तियों को राख कर दिया कर दी, ताकि देश के काले लोगों और गोरे लोगों में और ज्यादा लड़ाई हो और ज्यादा मनमुटाव हो और ज्यादा मनभेद हो, ज्यादा काले लोग और लोग ज्यादा लड़ाई करें ताकि देश कमजोर हो ताकि मुसलमान आसानी से फ्रांस पर कबजा कर सकें, पैठ बना सकें, अपनी संख्या बढ़ा सकें, अपना दबदबा बढ़ा सके, काले भाई लोगों का सहानुभूति मुगलों को मिले काले लोग समझे कि मुसलमान उनके साथ हैं*

 

 

 

*अगर फ्रांस देश के काले और गोरे लोग एक हो जाएंगे, तो सभी मुगलो को अपने देश से सभी मुस्लिम घुसपैठियों को भगा देंगे वही हालत हालत हो गई है अगर सनी हिंदू संगठित हुआ तो सभी बंगलादेशी घुसपैठिया 30 दिन के अंदर भारत छोड़ देंगे*

 

 

 

*फ्रांस यूरोप और अन्य देशों पर मुगल को कब्जा करना है तो काले गोरे और अमीर गरीब के बीच लड़ाई करवा कर उस देश को कमजोर करते हैं सिर्फ एक काले नागरिक की मौत के बाद पूरा फ्रांस जल उठा और उसमें काले लोग, कम मुसलमानों ने ज्यादा आग लगाई देश में ताकि काले और गोरे लोगों में और ज्यादा वैमनस्य व बढे दुश्मनी बढे*

 

 

 

*ठीक वही काम मुसलमान भारत या अन्य देशों में भी करते हैं एक दलित के साथ कुछ हो जाए तो पूरा देश में आग लगा देंगे ताकि काफी लोग के देश भारत देश को ज्यादा आर्थिक क्षती पहुंचाया जा सके बर्बाद किया जा सके और हिंदुओं के 2 जातियों के बीच में ज्यादा वैमनस्य बड़े लड़ाई हो*

 

 

 

*भारत में कम्युनिस्ट नक्सली को खाद पानी देने वाले सिर्फ मुसलमान लोग जो अनपढ़ अशिक्षित दलित आदिवासी लोगों को भड़का कर देश की सरकार से नक्सलियों को लड़वाते हैं, नक्सलियों को अस्त्र-शस्त्र गोला बारूद नहीं बहुत बार मुगल मुस्लिम संगठन सप्लाई करते हैं पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुस्लिम संगठन और एजेंसी आईएसआई कभी नक्सलियों से सांठगांठ है नक्सलियों को भारत विरोधी कार्यो के लिए पाकिस्तानी आईएसआई भी सहयोग करता है इस षड्यंत्र को भारत देश के हर नागरिकों को समझना चाहिए नक्सलियों का शुरुआत पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी गांव से हुआ उसमें भी बहुत सारी बांग्लादेशी और बंगाली मुस्लिमों कम्युनिस्ट का हाथ है मुगलों का हाथ है*

 

 

 

*ठीक वही हाल भारत और अन्य देशों में उन्होंने किया ईसाई देश लेबनान में भी यही काम करके, लेबनान को मुगलों ने 20 साल में इस्लामिक देश बनाया, देश के कैथोलिक ईसाई और काले प्रोटेस्टेंट ईसाई , गरीबों और अमीरों के बीच लड़ाई करवा कर लेबनान को कमजोर किया, फिर मुसलमानों अपनी संख्या बनाकर लेबनान पर कब्जा कर लिया, आपस में लड़वा कर सभी ईसाई के काले और गोरे के बहादुर ईसाई नेताओं को आपस में लड़ वाकर मरवा दिया, बाकी बचे कुछ लोगों को मुस्लिमों ने मार दिया,*

 

 

 

*1970 में लेबनान एक आधुनिक ईसाई देश था ईसाइयों में भी धर्मनिरपेक्षता का भुत चढ़ा हुआ था, ईसाई मुस्लिम भाई भाई करते थे, शरणार्थियों को अपने देश में शरण दिया, मुसलमानों ने 1990 में लेबनान को इस्लामिक देश बना दिया बाद में पुरे ईसाई को समाप्त कर दिया*

*यही काम भारत में भी मुगल कर रहे हैं पृथ्वीराज चौहान को हरा नहीं सकते थे तो मुगलों ने जयचंद को अपने साथ में ले लिया, महाराणा प्रताप को हरा नहीं सकते थे तो मान सिंह को अपने साथ में ले लिया, भारत के नागरिकों को हरा नहीं सकते तो भारत में दलितों पिछड़ों आदिवासियों नक्सलियों

लाल नहीं,काला टमाटर खाइए!

अपने काले टमाटर के बारे में शायद ही सुना होगा। पिछले दो सालों से भारत में इसकी खेती भी शुरू हो गई है। ब्रिटेन के रास्ते भारत पहुंचा यह टमाटर की खेती कमोबेश लाल टमाटर के जैसे ही होती है।यह टमाटर सिर्फ अपने रंग के लिए विख्यात नहीं है बल्कि इसमें मौजूद गुणकारी तत्व भी बाकमाल है।

काले टमाटर को सबसे पहले ब्रिटेन में उगाया गया । इस टमाटर को उगाने का श्रेय रे ब्राउन को जाता है। इस टमाटर को जेनेटिक म्यूटेशन के द्वारा बनाया गया है। अंग्रेजी में इसे इंडि‍गो रोज़ टोमेटो कहा जाता है। खुशखबरी तो ये है कि अब ये काला टमाटर भारत में भी दस्तक दे चुका है यानि इसकी खेती अब भारत में भी संभव है क्योंकि इसके बीज ऑनलाइन खरीददारी करके मंगाए जा सकते हैं। बीज के एक पैकेट की कीमत 450 रुपए है, जिसमें 130 बीज होते हैं।

इतने रंग बदलता है ये विशेष टमाटर!

ये टमाटर आम टमाटर की तरह ही उगता है। सबसे पहले ये हरा होता है। उसके बाद लाल। फिर इसका रंग नीला होते-होते काला हो जाता है। जो कि काला टमाटर कहलाता है। जब आप इसे काटेगे तो इसका गूदा लाल टमाटर की तरह की लाल होता है। बस फर्क ये है कि इसमें पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाएं जाते है।

अगर आप शुगर से लड़कर थक चुके हैं तो काला टमाटर आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। काला टमाटर आपका शूगर जल्दी ही ठीक कर देगा।

दरअसल, काले टमाटर में फ्री रेडिकल्स से लड़ने की क्षमता होती है। फ्री रेडिकल्स बहुत ज्यादा सक्रिय सेल्स होते हैं जो स्वस्थ सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। और इसी वजह से ये काला टमाटर कैंसर से लड़ने में भी सक्षम है। काला टमाटर है कैंसर रोधी 

काले टमाटर में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें प्रोटीन, विटामिन ए, सी, मिनरल्स पाएं जाते है। जो कि आपके ब्लड प्रेशर से आपको कंट्रोल रखता है।

ये टमाटर आपकी आंखों के लिए बहुत लाभदायक है क्योंकि ये आपके शरीर में विटामिन ए और विटामिन सी की कमी को पूरा कर देता हैं। आपको पता ही होगा कि विटामिन ए आंखों के लिए कितना फायदेमंद होता है। काला टमाटर आपकी आंखों को स्वस्थ रखता है और रोशनी बढ़ाता है।

काला टमाटर खाने से आपके हार्ट अटैक के चांस भी कम हो जाते हैं। क्योंकि इसमें एंथोसाइनिन पाया जाता है जो आपको हार्ट अटैक से बचाता है। नियमित रुप से काले टमाटर का सेवन आपको कभी दिस से जुड़ी बीमारियां नहीं होने देगा।

काले टमाटर में अच्छे कोलेस्ट्राल की मात्रा अधिक होती है। जो कि वजन कम करने में मददगार साबित हो सकती है। तो अगर आप भी अपने मोटापे से परेशान हैं तो इसे जरुर खाएं। शरीर की ज्यादातर बीमारियां हमें मोटापे के कारण भी होती हैं।

आहुति कैसे दी जाए :-🫵🫵

• आहुति देते समय अपने सीधे हाँथ के मध्यमा और

का सहारा ले कर उसे प्रज्ज्वलित अग्नि मे ही छोड़ा जाए ।

• आहुति हमेशा झुक कर डालना चाहिए वह भी इसतरह से की पूरी आहुति अग्नि मे ही गिरे ।

• जब आहुति डाली जा रही हो तभी सभी एक साथ स्वाहा शब्द बोले ।

(यह एक शब्द नही बल्कि देवी का नाम है )

• जिन मंत्रो के अंतमे स्वाहा शब्द पहले से हैं उसमे फिर से पुनःस्वाहा शब्द न बोले यह ध्यान रहे।

वार :- रविवार और गुरुवार सामन्यतः सभी यज्ञों के लिए श्रेष्ठ दिवस हैं । शुकल पक्ष मे यज्ञ आदि कार्य कहीं ज्यादा उचित हैं ।

किस लाभ के लिए किस चीज़ से हवन करें ?

आर्थिक लाभ के लिए – मखाने और खीर से.

कर्ज मुक्ति के लिए – राई से करें 

संतान सम्बन्धी समस्याओं के लिए – माखन-मिश्री से करें 

ग्रह शान्ति के लिए – काले तिल से करें 

सर्वकल्याण के लिए – काले तिल और जौ से करें 

देवी की कृपा के लिए कैसे हवन करें ? 

पहले पांच बार घी की आहुति दें. मंत्र जाप करते हुए 108 बार सामग्री से आहुति दें. मंत्र ऊँ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः. हवन की समाप्ति के बाद देवी से कृपा की प्रार्थना करें. आप चाहें तो रोजाना कर सकते हैं.

जल,🏞️ जंगल 🌲और ज़मीन🏕️…….
8 जुलाई 2023 से गौडार -मदमेश्वर में आंदोलन।✊️✊️
गौडर से भगवान मदमेश्वर की दूरी पैदल 10 किमीo है जहाँ पैदल रास्ते पर छुट पुट दुकाने गौशालाये है यात्री विश्राम है, और मदमेश्वर मे भी छुट पुट दुकाने, गौशालाये, भेड़ बाड़े और छोटी क्यारिया है। ये सब गौडार निवासियों के पहले हक़ हक़ूक थे अब वन विभाग की किरकिरी है। 1920 में अंग्रेज सरकार ने गौडार निवासियों को कुछ हक़-हकूक लिखित में दिए जिनमे 450 भेड़ बकरियों व मवेशीयो का चरान चुगन, गौशालालाये, छप्पर छाने बनाने, चारा पत्ती, सलेट, रिंगाल आदि का अधिकार दिया था, अब 1927 के वन अधिनियम में बड़ा बदलाव हो गया भारत आजाद भी हो गया लेकिन इनके हक़ हकूको में बदलाव नहीं हुआ।
अब वन विभाग का कहना है यात्रा मार्ग पर तथा मदमेश्वर में किसी तरह का हस्तक्षेप बर्दास्त नहीं होगा और नतीजतन सबको खाली करने के नोटिस, किसकी गौशालाये, किसके भेड़ बाड़े, किसकी छोटी दुकाने, छप्पर छाने और यात्री विश्राम।
अब प्रश्न यह है की ये हुआ कैसे?
सुरु में बनी गौशालाये अब यात्रियों की जरुरत के हिसाब से छोटी दुकानों और यात्री विश्राम में बदल गई जो जायज भी है रोजाना 100-500 तक यात्रियों को देखते हुए।
और अब गौडार और मदमेश्वर वासियो का ये कहना है की 8 जुलाई 2023 से सब बंद केवल गौशालाये और भेड़ बाड़े खुले रहेंगे।अब यात्री व्यवस्था हम नहीं करेंगे।
वन विभाग की माने तो मदमेश्वर जन शुन्य स्थान है वहा मंदिर के शिवाय कुछ नहीं सब निर्माण हटाया जायेगा और तो और पुजारीयों और सेवको का विश्राम गृह भी नहीं, यात्रियों के लिए विश्राम और शौचालय, भोजनालाय भी नहीं………. 🤔
अब आप ही बताये क्या यह फरमान इस दुर्गम स्थान पर संभव है ..?✍️एडवोकेट संदीप रावत