आज का पंचाग आपका राशि फल अजा एकादशी आज, दस दिशाओं के दिग्पाल और उनके कार्य अवश्य जानें, जी 20 सम्मेलन की विश्वव्यापी गूंज, एक पहल स्वच्छता अभियान के लिए- मेरा शहर मैं ही संवारू, चमोली में हाईटेक सुविधाओं युक्त निजी चिकित्सालय, वर्धक्य को ऐसे बनायें सरल और चिंता मुक्त

*🙏🏻ॐ सूर्यो देवाय नमः🙏🏻*
*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 10 सितम्बर 2023*
🌤️ *दिन – रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शरद ॠतु*
🌤️ *मास – भाद्रपद (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार श्रावण)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – एकादशी रात्रि 09:28 तक तत्पश्चात द्वादशी*
🌤️ *नक्षत्र – पुनर्वसु शाम 05:05 तक तत्पश्चात पुष्य*
🌤️ *योग – वरीयान रात्रि 11:20 तक तत्पश्चात परिघ*
🌤️ *राहुकाल – शाम 05:14 से शाम 06:47 तक*
🌞 *सूर्योदय-06:25*
🌤️ *सूर्यास्त- 18:45*
👉 *दिशाशूल- पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – अजा एकादशी,रविपुष्यामृत योग (शाम 05:06 से 11 सितम्बर सूर्योदय तक)*
💥 *विशेष- हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l  राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
*💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞

*इस महायोग का लाभ अवश्य ले |शास्त्र अनुसार इस दिन करे बस इतना मिलेगी विशेष कृपा*⤵️
🌷 *अजा एकादशी* 🌷
🙏🏻 *यह व्रत सब पापों का नाश करनेवाला है | इसका माहात्म्य पढ़ने व सुनने से अश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है |*
🙏🏻 *स्त्रोत : ऋषिप्रसाद – अगस्त २०१६ से*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में* 🌷
🌳 *बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें |*
🙏🏻 *-लोककल्याण सेतु – जून २०१४ से*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *रविपुष्यामृत योग* 🌷
🙏🏻 *‘शिव पुराण’ में पुष्य नक्षत्र को भगवान शिव की विभूति बताया गया है | पुष्य नक्षत्र के प्रभाव से अनिष्ट-से-अनिष्टकर दोष भी समाप्त और निष्फल-से हो जाते हैं, वे हमारे लिए पुष्य नक्षत्र के पूरक बनकर अनुकूल फलदायी हो जाते हैं | ‘सर्वसिद्धिकर: पुष्य: |’ इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है | पुष्य नक्षत्र में किये गए श्राद्ध से पितरों को अक्षय तृप्ति होती है तथा कर्ता को धन, पुत्रादि की प्राप्ति होती है |*
🙏🏻 *इस योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं | (शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)*

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी कलहकारी रहेगा। परिजन अथवा किसी प्रियपात्र के लिए मन मे ईर्ष्या के भाव पनपेंगे। आपका गरम स्वभाव भी आग में घी का काम करेगा किसी की हास्य भरी बातो को गंभीर लेने पर विवाद हो सकता है। आज धर्य का परिचय दें। आपकी मामूली गलती का पारिवारिक प्रतिष्ठा पर गलत प्रभाव पड़ सकता है। परिजनों की असंतोषी प्रवृति के कारण घरेलू वातावरण आज लगभग अशांत ही रहेगा। कार्य क्षेत्र पर मंदी के बाद भी जरूरत के अनुसार लाभ अवश्य हो जायेगा। किसी भी महत्त्वपूर्ण निर्णय को लेने से पहले एक बार लाभ हानि की समीक्षा अवश्य करें।महिलाये व्यवहार संयमित रखें मान हानि की संभावना है। आडम्बर के ऊपर खर्च होगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज भी दिनभर परिस्थितियां आपके अनुकूल बनी रहेंगी। आज कुछ भ्रामक खबरे सुनने को मिलेंगी इनपर ध्यान ना दें अन्यथा समय नष्ट होगा। दिन का आरम्भिक भाग लेट लतीफी के कारण खराब होगा परन्तु मध्यान से संध्या तक सभी कार्य सहज रूप से चलते रहेंगे। घर एवं बाहर सर्वत्र आपके कार्य की प्रशंसा होगी। व्यवसायी वर्ग आज मनोवांछित लाभ पाने से उत्साहित रहेंगे लेकिन नौकरी वाले लोग जल्दबाजी में गलती कर सकते है। आपका हितैशी व्यवहार अन्य सभी से निकटता बढ़ाएगा लोग आपको अपने मन की बात निसंकोच होकर बताएंगे। आर्थिक लाभ पूर्वनियोजित के साथ ही अकस्मात भी होगा। महिलाओं की भावनाएं आज पल-पल में बदलेंगी जिससे सही निर्णय लेने में दिक्कत आएगी। बड़े लोगो से स्वार्थ सिद्धि पूर्ण कर लेंगे। मौसमी बीमारियां अकस्मात लगेंगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपकी आवश्यकतायें अधिक रहेंगी लेकिन भाग्य इसकी तुलना में कम साथ देगा। मध्यान तक परिश्रम का उचित फल ना मिलने पर निराशा होगी लेकिन धर्य धारण करें आज की मेहनत कल अवश्य ही उन्नतिकारक रहेगी। कम समय मे अधिक लाभ कमाने के चक्कर मे हाथ आया लाभ भी निकल सकता है प्रलोभन से बच कर रहे। महिला वर्ग आज कोई उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रशंशा की पात्र बनेंगी। आर्थिक कारणों से किसी प्रियपात्र से कलह हो सकती है। मध्यान के बाद शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी थोड़ा आराम अवश्य करें। सामाजिक आयोजनों में सम्मिलित होने के कारण घरेलू कार्य अस्त-व्यस्त रहेंगे। बुजुर्ग लोग शारीरिक समस्या से परेशान रहेंगे फिर भी हिम्मत नही हारेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपका ध्यान अपने लक्ष्य से भटकेगा इस कारण महत्त्वपूर्ण कार्य अन्य लोगो के भरोसे छोड़ेंगे जिनके लटकने संभावना अधिक रहेगी। मानसिक रूप से चंचल रहेंगे। काम के समय मनोरंजन आज भारी पड़ सकता है ध्यान दें। आपका ध्यान काम पर कम और सुखोपभोग पर अधिक रहेगा लेकिन कार्य क्षेत्र पर मध्यान बाद स्थिति अनुकूल रहने से धन संबंधित समस्या नही रहेगी। नौकरी वाले लोग अन्य की अपेक्षा अधिक निश्चिन्त रहेंगे। किसी नजदीकी व्यक्ति की जमानत अथवा समझौता भी कराना पड़ेगा जसमे ना चाह कर भी समय एवं धन की बर्बादी होगी। महिलाये घरेलू वस्तुओ की खरीददारी के साथ ही व्यक्तिगत कार्यो पर अधिक खर्च करेंगी। किसी परिजन के नखराले व्यवहार से परेशान भी रहेंगे। घर में मांगलिक कार्यक्रम की रूप रेखा बनेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज भी परिस्थितयां प्रतिकूल रहने वाली है आर्थिक विषमताओं का सामना करना पड़ेगा किसी से सहयोग की आकांक्षा आज ना ही रखें स्वयं के बल पर ही थोड़ा बहुत लाभ अर्जित कर सकेंगे। कार्य क्षेत्र अथवा घर मे हानि होने के योग बन रहे है प्रत्येक कार्य देखभाल कर ही करें। व्यापार में निवेश अथवा वस्तुओ पर खर्च आज ना करें। व्यवसायी वर्ग संतोषी वृति अपनाने से ही आज मानसिक रूप से शांत रह सकते है। व्यवसाय की गति पल पल में बदलेगी जिससे सुकून से बैठने का समय नही मिलेगा। किसी पुरानी घटना को याद करके दुखी रहेंगे। महिलाये अल्प साधनो से कार्य करने पर भाग्य को दोष देंगी मन मे आज उथल पुथल अधिक रहने के कारण बड़ी जिम्मेदारी का कार्य सौपना उचित नही रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। आर्थिक रूप से दिन लाभदयक रहने पर भी मन किसी गुप्त चिंता के कारण व्याकुल रहेगा। दिन के आरंभ में किसी स्वयं जन से आनंददायक समाचार मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज लंबे समय तक लाभ देने वाले सौदे हाथ लग सकते है। व्यवसायी वर्ग की मानसिकता जोखिम वाले कार्यो से शीघ्र पैसा बनाने की रहेगी इसमे सफल भी रहेंगे। भाई-बंधुओ का सहयोग आज अपेक्षाकृत कम ही रहेगा। सन्तानो की प्रगति से संतोष होगा। सरकारी कार्यो में धन खर्च होगा लेकिन कुछ लाभ नही मिलेगा। महिलाओं को छोड़ घर के अन्य सदस्य आपसे ईर्ष्यालु व्यवहार रखेंगे। मित्र मंडली में खर्च करने पर खुशामद होगी।
रात्रि में किसी से कलह होगी सावधान रहें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज मध्यान तक आपको किसी भी कार्य ने ज्यादा परिश्रम नही करना पड़ेगा जिस कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे आगे से सहयोग मिलने लगेगा। आज आपके संपर्क में जो भी आएगा वह कुछ ना कुछ खुशिया ही देकर जाएगा। व्यवहार कुशलता से अपने काम बना लेंगे। आर्थिक रूप से दिन मध्यान तक उलझन बढ़ाएगा इसके बाद धन की आमद होने से स्थिति सुधरेगी। व्यवसायी वर्ग को अनुबंध पाने के लिए खर्च करना पड़ेगा। दोपहर बाद धन संबंधित उलझने कुछ हद तक शांत रहेंगी। घर के बुजुर्ग अथवा महिलाये आज अकारण ही क्रोध कर सकते है जिससे वातावरण कुछ समय के लिए अशान्त बनेगा धैर्य बनाये रखें। सेहत रात्रि में अचानक नरम बनेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आपके स्वभाव में आडम्बर अधिक रहेगा। सार्वजिक क्षेत्र एवं धार्मिक कार्य भी दिखावे के लिए करेंगे। आध्यात्म में रुचि तो रहेगी लेकिन स्वार्थ सिद्धि तक ही पूजा पाठ करने के बाद भी काम ना होने पर मानसिक तनाव अनुभव करेंगे। घर मे किसी के गलत आचरण के कारण शांति भंग भी होगी। कार्य व्यवसाय पर अन्य लोगो के ऊपर ज्यादा निर्भर रहना पड़ेगा जिसके परिणाम स्वरूप आशानुकूल लाभ से वंचित रहेंगे फिर भी खर्च चलाने लायक धन मिल जाएगा। महिलाये घरेलू कामो पर कम ही ध्यान देंगी। मध्यान बाद आपका ध्यान परिवार में सुख शान्ति कायम रखने पर रहेगा। घर में सुख के साधनों पर खर्च करेंगे। घूमने-फिरने के अवसर भी मिलेंगे। परिजनों के साथ भविष्य का चिंतन होगा। सेहत में उतार चढ़ाव रहेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन भी आप स्वयं अथवा किसी परिजन की सेहत को लेकर चिंतित रहेंगे इसके कारण अतिरिक्त खर्च के साथ भागदौड़ भी करनी पड़ेगी। मानसिक बेचैनी आज भी बनी रहेगी। नौकरी पेशा जातको की दिनचर्या आज विशेष संघर्ष वाली रहेगी व्यवसायी वर्ग भी जोड़ तोड़ करके ही थोड़ा बहुत लाभ प्राप्त कर सकेंगे। धन की आमद न्यून रहेगी परन्तु खर्च आवश्यकता से अधिक होने पर आर्थिक स्थिति गड़बड़ायेगी। महिला वर्ग सेहत की अनदेखी करने के कारण बीमारी को बढ़ाएंगी। सम्पति का विवाद बढ़ने से परिवार में तना-तनी हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी उदासीनता छायी रहेगी। लाभ के अवसर मिलते हुए भी हाथ से निकल सकते है। आज हर क्षेत्र पर विवेक एवं संयम का परिचय दें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन पिछले दिन की तुलना में बेहतर रहेगा परिश्रम तो आज भी अधिक ही रहेगा लेकिन इसका फल तुरंत मिलने से धर्य बना रहेगा। आज कुछ काम बेमन से भी करने पड़ेंगे लेकिन इसका फल निकट भविष्य में मंत्रियों जैसा सम्मान दिलाएगा। कार्य व्यवसाय में अन्य लोगो की अपेक्षा कम मेहनत से लाभ अर्जित कर लेंगे। महिला वर्ग नई-नई फरमाइशें करके घर का बजट बिगाड़ेंगी। आज पारिवारिक संबंधो को जोड़ कर रखने का प्रयास करें। आज आपकी विवेकी कार्यशैली रहने से आपसी विवादों को बढ़ने नही देंगे पैतृक संपत्ति संबंधित मामलों में जल्दबाजी करने से पहले ध्यान रहे इसके परिणाम आगे गंभीर हो सकते है। सरकारी कार्य लेदेकर करने से बचें। सेहत छोटी मोटी समस्या को छोड़ ठीक रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपकी आशाओ के विपरीत परिश्रम वाला रहेगा आज आप मेहनत करने के पक्ष में बिल्कुल नही रहेंगे लेकिन कुछ ना कुछ काम लगे रहने से बेमन से मेहनत करनी ही पड़ेगी। आज लापरवाही भी आपमें कुछ अधिक ही रहेगी महत्त्वपूर्ण कार्यो में टालमटोल का नतीजा हानिकर हो सकता है। आर्थिक कार्य मे कुछ ना कुछ व्यवधान अवश्य आएंगे परन्तु धैर्य ना त्यागे कर्म करते रहे संध्या बाद परिणाम आशा से अधिक अनुकूल मिलेंगे। व्यवसायी वर्ग छोटे निवेश से बड़ा लाभ कमाने में सफल होंगे लेकिन विलम्ब से डरे नही। घरेलू खर्चो में भी आज वृद्धि होगी फिर भी तालमेल बना रहेगा। महिलाये कुछ अनैतिक मांग पूरी करने पर घर का वातावरण कुछ समय के लिए अशांत बनाएंगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज मध्यान तक का समय व्यर्थ की गतिविधियों में खराब करेंगे इसके बाद का समय भी कुछ खास नही रहेगा मन मे धन प्राप्ति की कामना लगी रहेगी लेकिन उचित मार्गदर्शन की कमी के चलते आज सीमित साधनों से ही संतोष करना पड़ेगा। दिन का आरंभिक भाग काल्पनिक दुनिया की सैर में बीतेगा। मन मे बड़ी-बड़ी योजनाए बनायेगे परन्तु इनको साकार करने में फिसड्डी साबित होंगे। महिलाये स्वयं की आवश्यकता से अधिक बड़ाई करने पर हास्य की पात्र बनेंगी लेकिन गृहस्थी के लिए फिर भी उपयोगी ही रहेंगी। कारोबार को लेकर आशाये बहुत रहेंगी परन्तु आकस्मिक निर्णय लेने के समय दुविधा में पड़ेंगे। जोड़ो की समस्या से परेशानी होगी। परिवार के प्रति आज अधिक संवेदनशील रहेंगे। कार्य व्यवसाय से समय निकाल परिजनों के साथ समय बितायेंगे।
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🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
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दस दिशाओं के 10 दिग्पाल, जानिए कौन हैं

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पुराणानुसार दसों दिशाओं का पालन करनेवाला देवताओं को दिक्पाल की संज्ञा दी गई है। भगवान ब्रह्मा जी के द्वारा 8 दिशाओं का कार्य-संचालन भिन्न देवताओं व यक्षों को दिया गया तो 2 दिशा का दायित्व स्वयं रख लिया गया, इसलिये इन्हें “अष्ट-दिक्पाल” के रूप में संज्ञा दी गई है। यथा-पूर्व के इन्द्र, अग्निकोण के वह्रि, दक्षिण के यम, नैऋत्यकोण के नैऋत, पश्चिम के वरूण, वायु कोण के मरूत्, उत्तर के कुबेर, ईशान कोण के ईश, ऊर्ध्व दिशा के ब्रह्मा और अधो दिशा के अनंत (शेषनाग) दिक्पाल सुनिश्चित किऐ गए।

दिक्पाल की संख्या 8 ही मानी गई है, शेष दो दिशा का स्वामित्व ब्रह्मा जी के अधिकार में है।

शास्त्रानुसार हमारे वायुमंडल में दिशाएं 10 होती हैं जिनके नाम और क्रम इस प्रकार हैं- उर्ध्व, ईशान, पूर्व, आग्नेय, दक्षिण, नैऋत्य, पश्चिम, वायव्य, उत्तर और अधो। एक मध्य दिशा भी होती है। इस तरह कुल मिलाकर 11 दिशाएं हुईं। प्रत्येक दिशा का एक देवता नियुक्त किया गया है जिसे ‘दिग्पाल’ कहा गया है अर्थात दिशाओं के पालनहार। दिशाओं की रक्षा करने वाले।

10 दिशा के 10 दिग्पाल

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👉 उर्ध्व के ब्रह्मा,

👉 ईशान के शिव व ईश,

👉 पूर्व के इंद्र,

👉 आग्नेय के अग्नि या वह्रि,

👉 दक्षिण के यम,

👉 नैऋत्य के नऋति,

👉 पश्चिम के वरुण,

👉 वायव्य के वायु और मारुत,

👉 उत्तर के कुबेर और

👉 अधो के अनंत।

1.उर्ध्व दिशा👉 उर्ध्व दिशा के देवता ब्रह्मा हैं। इस दिशा का सबसे ज्यादा महत्व है। आकाश ही ईश्वर है। जो व्यक्ति उर्ध्व मुख होकर प्रार्थना करते हैं उनकी प्रार्थना में असर होता है। वेदानुसार मांगना है तो ब्रह्म और ब्रह्मांड से मांगें, किसी और से नहीं। उससे मांगने से सब कुछ मिलता है।

वास्तु👉 घर की छत, छज्जे, उजालदान, खिड़की और बीच का स्थान इस दिशा का प्रतिनिधित्व करते हैं। आकाश तत्व से हमारी आत्मा में शांति मिलती है। इस दिशा में पत्थर फेंकना, थूकना, पानी उछालना, चिल्लाना या उर्ध्व मुख करके अर्थात आकाश की ओर मुख करके गाली देना वर्जित है। इसका परिणाम घातक होता है।

2. ईशान दिशा👉 पूर्व और उत्तर दिशाएं जहां पर मिलती हैं उस स्थान को ईशान दिशा कहते हैं। वास्तु अनुसार घर में इस स्थान को ईशान कोण कहते हैं। भगवान शिव का एक नाम ईशान भी है। चूंकि भगवान शिव का आधिपत्य उत्तर-पूर्व दिशा में होता है इसीलिए इस दिशा को ईशान कोण कहा जाता है। इस दिशा के स्वामी ग्रह बृहस्पति और केतु माने गए हैं।

वास्तु अनुसार👉 घर, शहर और शरीर का यह हिस्सा सबसे पवित्र होता है इसलिए इसे साफ-स्वच्छ और खाली रखा जाना चाहिए। यहां जल की स्थापना की जाती है जैसे कुआं, बोरिंग, मटका या फिर पीने के पानी का स्थान। इसके अलावा इस स्थान को पूजा का स्थान भी बनाया जा सकता है। इस स्थान पर कूड़ा-करकट रखना, स्टोर, टॉयलेट, किचन वगैरह बनाना, लोहे का कोई भारी सामान रखना वर्जित है। इससे धन-संपत्ति का नाश और दुर्भाग्य का निर्माण होता है।

3. पूर्व दिशा👉 ईशान के बाद पूर्व दिशा का नंबर आता है। जब सूर्य उत्तरायण होता है तो वह ईशान से ही निकलता है, पूर्व से नहीं। इस दिशा के देवता इंद्र और स्वामी सूर्य हैं। पूर्व दिशा पितृस्थान का द्योतक है।

वास्तु👉 घर की पूर्व दिशा में कुछ खुला स्थान और ढाल होना चाहिए। शहर और घर का संपूर्ण पूर्वी क्षेत्र साफ और स्वच्छ होना चाहिए। घर में खिड़की, उजालदान या दरवाजा रख सकते हैं। इस दिशा में कोई रुकावट नहीं होना चाहिए। इस स्थान में घर के वरिष्ठजनों का कमरा नहीं होना चाहिए और कोई भारी सामान भी न रखें। यहां सीढ़ियां भी न बनवाएं।

4. आग्नेय दिशा👉 दक्षिण और पूर्व के मध्य की दिशा को आग्नेय दिशा कहते हैं। इस दिशा के अधिपति हैं अग्निदेव। शुक्र ग्रह इस दिशा के स्वामी हैं।

वास्तु👉 घर में यह दिशा रसोई या अग्नि संबंधी (इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों आदि) के रखने के लिए विशेष स्थान है। आग्नेय कोण का वास्तुसम्मत होना निवासियों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। आग्नेय कोण में शयन कक्ष या पढ़ाई का स्थान नहीं होना चाहिए। इस दिशा में घर का द्वार भी नहीं होना चाहिए। इससे गृहकलह निर्मित होता है और निवासियों का स्वास्थ्य भी खराब रहता है।

5. दक्षिण दिशा👉 दक्षिण दिशा के अधिपति देवता हैं भगवान यमराज। दक्षिण दिशा में वास्तु के नियमानुसार निर्माण करने से सुख, संपन्नता और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

वास्तु👉 वास्तु के अनुसार दक्षिण दिशा में मुख्‍य द्वार नहीं होना चाहिए। इस दिशा में घर का भारी सामान रखना चाहिए। इस दिशा में दरवाजा और खिड़की नहीं होना चाहिए। यह स्थान खाली भी नहीं रखा जाना चाहिए। इस दिशा में घर के भारी सामान रखें। शहर के दक्षिण भाग में आपका घर है तो वास्तु के उपाय करें।

6. नैऋत्य दिशा👉 दक्षिण और पश्चिम दिशा के मध्य के स्थान को नैऋत्य कहा गया है। यह दिशा नैऋत देव के आधिपत्य में है। इस दिशा के स्वामी राहु और केतु हैं।

वास्तु👉 इस दिशा में पृथ्वी तत्व की प्रमुखता है इसलिए इस स्थान को ऊंचा और भारी रखना चाहिए। नैऋत्य दिशा में द्वार नहीं होना चाहिए। इस दिशा में गड्ढे, बोरिंग, कुएं इत्यादि नहीं होने चाहिए। इस दिशा में क्या होना चाहिए, यह किसी वास्तुशास्त्री से पूछकर तय करें।

7. पश्चिम दिशा👉 पश्चिम दिशा के देवता, वरुण देवता हैं और शनि ग्रह इस दिशा के स्वामी हैं। यह दिशा प्रसिद्धि, भाग्य और ख्याति की प्रतीक है। इस दिशा में घर का मुख्‍य द्वार होना चाहिए।

वास्तु👉 पश्‍चिम दिशा में द्वार है तो वास्तु के उपाय करें। द्वार है तो द्वार को अच्छे से सजाकर रखें। द्वार के आसपास की दीवारों पर किसी भी प्रकार की दरारें न आने दें और इसका रंग गहरा रखें। घर के पश्चिम में बाथरूम, टॉयलेट, बेडरूम नहीं होना चाहिए। यह स्थान न ज्यादा खुला और न ज्यादा बंद रख सकते हैं।

8. वायव्य दिशा👉 उत्तर और पश्चिम दिशा के मध्य में वायव्य दिशा का स्थान है। इस दिशा के देव वायुदेव हैं और इस दिशा में वायु तत्व की प्रधानता रहती है।

वास्तु👉 यह दिशा पड़ोसियों, मित्रों और संबंधियों से आपके रिश्तों पर प्रभाव डालती है। वास्तु ज्ञान के अनुसार इनसे अच्छे और सदुपयोगी संबंध बनाए जा सकते हैं। इस दिशा में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं होना चाहिए। इस दिशा के स्थान को हल्का बनाए रखें। खिड़की, दरवाजे, घंटी, जल, पेड़-पौधे से इस दिशा को सुंदर बनाएं।

9. उत्तर दिशा👉 उत्तर दिशा के अधिपति हैं रावण के भाई कुबेर। कुबेर को धन का देवता भी कहा जाता है। बुध ग्रह उत्तर दिशा के स्वामी हैं। उत्तर दिशा को मातृ स्थान भी कहा गया है।

वास्तु👉 उत्तर और ईशान दिशा में घर का मुख्‍य द्वार हो तो अति उत्तम होता है। इस दिशा में स्थान खाली रखना या कच्ची भूमि छोड़ना धन और समृद्धिकारक है। इस दिशा में शौचालय, रसोईघर बनवाने, कूड़ा-करकट डालने और इस दिशा को गंदा रखने से धन-संपत्ति का नाश होकर दुर्भाग्य का निर्माण होता है।

10. अधो दिशा👉 अधो दिशा के देवता हैं शेषनाग जिन्हें अनंत भी कहते हैं। घर के निर्माण के पूर्व धरती की वास्तु शांति की जाती है। अच्छी ऊर्जा वाली धरती का चयन किया जाना चाहिए। घर का तलघर, गुप्त रास्ते, कुआं, हौद आदि इस दिशा का प्रतिनिधित्व करते हैं।

वास्तु👉 भूमि के भीतर की मिट्टी पीली हो तो अति उत्तम और भाग्यवर्धक होती है। आपके घर की भूमि साफ-स्वच्छ होना चाहिए। जो भूमि पूर्व दिशा और आग्नेय कोण में ऊंची तथा पश्चिम तथा वायव्य कोण में धंसी हुई हो, ऐसी भूमि पर निवास करने वालों के सभी कष्ट दूर होते रहते हैं।

वराह पुराण के अनुसार दिग्पालों की उत्पत्ति की कथा इस प्रकार है- जब ब्रह्मा सृष्टि करने के विचार में चिंतनरत थे, उस समय उनके कान से 10 कन्याएं उत्पन्न हुईं जिनमें मुख्य 6 और 4 गौण थीं।

1. पूर्वा👉 जो पूर्व दिशा कहलाई।

2. आग्नेयी👉 जो आग्नेय दिशा कहलाई।

3. दक्षिणा👉 जो दक्षिण दिशा कहलाई।

4. नैऋती👉 जो नैऋत्य दिशा कहलाई।

5. पश्चिमा👉 जो पश्चिम दिशा कहलाई।

6. वायवी👉 जो वायव्य दिशा कहलाई।

7. उत्तर👉 जो उत्तर दिशा कहलाई।

8. ऐशानी👉 जो ईशान दिशा कहलाई।

9. उर्ध्व👉 जो उर्ध्व दिशा कहलाई।

10. अधस्‌👉 जो अधस्‌ दिशा कहलाई।

उन कन्याओं ने ब्रह्मा को नमन कर उनसे रहने का स्थान और उपयुक्त पतियों की याचना की। ब्रह्मा ने कहा- ‘तुम लोगों की जिस ओर जाने की इच्छा हो, जा सकती हो। शीघ्र ही तुम लोगों को तदनुरूप पति भी दूंगा।’

इसके अनुसार उन कन्याओं ने 1-1 दिशा की ओर प्रस्थान किया। इसके पश्चात ब्रह्मा ने 8 दिग्पालों की सृष्टि की और अपनी कन्याओं को बुलाकर प्रत्येक लोकपाल को 1-1 कन्या प्रदान कर दी। इसके बाद वे सभी लोकपाल उन कन्याओं के साथ अपनी-अपनी दिशाओं में चले गए। इन दिग्पालों के नाम पुराणों में दिशाओं के क्रम से निम्नांकित है।

लोकपाल दिग्पालों

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👉 पूर्व के इंद्र

👉 दक्षिण-पूर्व के अग्नि

👉 दक्षिण के यम

👉 दक्षिण-पश्चिम के सूर्य

👉 पश्चिम के वरुण

👉 पश्चिमोत्तर के वायु

👉 उत्तर के कुबेर

👉 उत्तर-पूर्व के सोम।

शेष 2 दिशाओं अर्थात उर्ध्व या आकाश की ओर वे स्वयं चले गए और नीचे की ओर उन्होंने शेष या अनंत को प्रतिष्ठित किया।

भारत 🇮🇳 की अध्यक्षता में G20 सम्मेलन का जो आयोजन पूरी दुनिया देख रही है, उससे पूरे विश्व 🌎 में भारत का रुतबा, दामखम विश्व-गुरु के तौर पर बढ़ा है. दिल्ली में अगले दो दिनों तक दुनिया के सुपर पावर महामंथन करेंगे…

भारत ने जी20 सम्मेलन के जरिये पूरी दुनिया को एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के वसुधैव कुटुम्बकम् का वो मंत्र दिया है जिसका विश्व की महाशक्तियां दिल खोलकर स्वागत कर रही हैं.

जी-20 दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक और राजनीतिक संगठनों में से एक है। इसमें विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 80% हिस्से का प्रतिनिधित्व करती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी की सरकार ने भारत की अध्यक्षता में जी20 समिट का ऐसा भव्य आयोजन किया है कि दुनिया चकित है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हर काम को भव्यता और दिव्यता के साथ करते हैं। भारत और भारतीयों की क्षमता पर अटूट भरोसे से लबालब प्रधानमंत्री मोदीजी ने अपनी सरकार के बीते नौ सालों में कई ऐसे साहसिक फैसले लिए और उन्हें सफलतापूर्वक जमीन पर उतारा, जिनके बारे में कल्पना करना भी आसान नहीं हुआ करता था। आज दुनिया डिजिटल इंडिया की सफलता से दंग है। कोरोना की वैश्विक आपदा में वैक्सीन डिप्लोमेसी ने दुनिया को भारत का कायल कर दिया। रिकॉर्ड वक्त में देश की नई संसद बनानी हो या फिर जी20 जैसे वैश्विक आयोजन की मेजबानी, मोदी सरकार जो भी करती है, उसका अंदाज कुछ अलग होता है। ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री मोदीजी की नए-नए माइलस्टोन तय करने की मंशा बड़ी मजबूत है। तभी तो जिस जी20 की बैठकें दुनिया के बड़े-बड़े समृद्ध देशों ने अपने दो से ज्यादा शहरों में कभी नहीं करवाईं, उसे मोदीजी सरकार ने भारत के 60 शहरों में करवाकर इतिहास रच दिया हैं।

उत्तराखण्ड के दुर्गम क्षेत्र चमोली में जहां पर स्वास्थ सम्बन्धी सुविधाये जैसे आपातक़ालीन, आई.सी.यू, एन.आई.सी.यू, वेंटीलेटर, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी(दूरबीन विधि द्वारा) आदि सुविधायें उपलब्ध नहीं थी वहाँ पर अरिहंत हॉस्पिटल द्वारा अत्यादुनिक सुविधाये युक्त एन.ए.बी.एच (NABH) के मानकों अनुसार अस्पताल संचालित किया गया है। अस्पताल में बाल रोग, सामान्य रोग, शल्य चिकित्सा, हड्डी एवं जोड़ रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग डिपार्टमेंट के उच्च योग्य डॉक्टर दुर्गम क्षेत्र होने के बावजूद उपलब्ध है।

अरिहंत हॉस्पिटल द्वारा आपातकालीन सेवाएं, आई.सी.यू, एन.आई.सी.यू, वेंटीलेटर, अल्ट्रासाउंड, सी.टी.स्कैन, एक्स रे, पैथोलॉजी लैब, दूरबीन विधि द्वारा ऑपरेशन जैसी सारी सुविधाएं चमोली मे ही उपलब्ध करायीं गयीं हैं, परन्तु कुछ लोग इन सुविधाओं को न देखते हुए अस्पताल के पर्चे के शुल्क, भर्ती शुल्क, को देखकर गलत अफवाहें फैलाकर क्षेत्र के लोगों को भ्रमित कर रहे हैं I अस्पताल में विभिन्न सुविधाओं के लिए लिया जाने वाला शुल्क सरकारी अस्पताल से थोड़ा अधिक है (निजी अस्पताल जो की उक्त सुविधाये से युक्त है के बराबर ही है या उससे भी कम है ) परन्तु हमें अपने क्षेत्र मे इतनी प्रमुख सुविधाएं भी तो प्राप्त हो रही है, जिन सुविधाओं का अभाव होने के कारण क्षेत्रवासियों को हजारों रुपये खर्च करके देहरादून जाना पड़ता था और वहां इसी के समान या इससे भी ज्यादा शुल्क जमा कर इलाज करवाना पड़ता है I

अतः क्षेत्रवासी अफवाहें पर ध्यान ना देकर उपचार के बारे में तसल्ली कर ले।

1. इस अस्पताल के खुलने से क्षेत्र और क्षेत्रवासियों की समस्त समस्याएं समाप्त हो गयी है I

2. इस अस्पताल के खुलने से क्षेत्र के बहुत अधिक संख्या मे बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिला है

3. जरूरतमंद व्यक्तिओं के परिवार का पालन पोषण होता है I

4. अस्पताल में बाल रोग, सामान्य रोग, शल्य चिकित्सा, हड्डी एवं जोड़ रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग के बहुत अनुभवी विशेषज्ञ 24X7 उपलब्ध है I

तो क्यों न इस क्षेत्र के क्षेत्रवासी होने के नाते एक सकारात्मक सोच को अपनाकर इस जिले को स्वास्थय सुविधाओं से सम्पन्न जिला बनाने मे सहयोग किया जाए। 

🙏मेरा शहर मै ही संवारू , एक कोशिश, हर घर में हर दिन कम से कम 1 या 100 से अधिक प्लास्टिक की थैलियाँ आती हैं, (तेल की थैली, दूध की थैली, किराने की थैली, शैम्पू, साबुन, मैगी, कुरकुरे आदि) वही थैलियां हमें रोज कूड़ेदान की जगह पानी की बोतल में डालनी हैं। आप सप्ताह में एक बार बोतल को भर सकते हैं और उचित ढक्कन के साथ कूड़ेदान में फेंक दें। ऐसा करने से जानवर बिखरा हुआ प्लास्टिक नहीं खाएंगे और नाली व सीवर भी नही रुकेंगे । प्लास्टिक कचरे और पानी की बोतलों का उचित निपटान होगा। कचरा विभाग को कूड़ा जमा करने में भी सुविधा होगी। *विनम्र निवेदन* है कि हर घर इस जरूरत को पहचानें और इस शुभ कार्य की शुरुआत करें। 🙏आपका दिन मंगलमय हो।

😊 वर्धक्य यानी बढ़ती आयु ये छोड़ दीजिए😊

कर्म के पास न कागज़ है, न किताब है,

लेकिन फिर भी, सारे जगत का हिसाब है।

*आपके जीवन मे केवल दो ही वास्तविक धन है:*   *” समय और साँसे “* 

  *दोनों ही एक दम निश्चित और सीमित है,,,,* 

 *समझदारी से खर्च करें….* 

 *बाकी सब या तो धूल है या आपकी भूल है…!!!*

🚩 *जय श्री कृष्णा* 🚩

💕 क दो बार समझाने से यदि कोई नही समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना,

🙏🏼 *छोड़ दीजिए* 🙏🏼

बच्चे बड़े होने पर वो ख़ुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना,
🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼

गिने चुने लोगों से अपने विचार मिलते हैं, यदि एक दो से नहीं मिलते तो उन्हें,
🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼

एक उम्र के बाद कोई आपको न पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है तो दिल पर लेना,
🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼

अपने हाथ कुछ नहीं, ये अनुभव आने पर भविष्य की चिंता करना,
🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼

यदि इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ रहा है तो खुद से अपेक्षा करना,
🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼

हर किसी का पद, कद, मद, सब अलग है इसलिए तुलना करना,
🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼

बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए, रोज जमा खर्च की चिंता करना,
🙏🏼 *छोड़ दीजिए।* 🙏🏼

उम्मीदें होंगी तो सदमे भी बहुत होंगे, यदि सुकून से रहना है तो उम्मीदें करना,
*🙏 छोड दीजिए। 🙏*

*रविवार, 10 सितम्बर 2023, आज के मुख्य समाचार*

🔸PM मोदी ने लॉन्च किया भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर, बोले- दुनिया की कनेक्टिविटी और सतत विकास को नई दिशा देगा

🔸G20 नहीं अब G21 कहिए, अफ्रीकी संघ भी हुआ शामिल…तालियों की गड़गड़ाहट के बीच PM मोदी के ऐलान का स्वागत

🔸G20 Summit: नई दिल्ली घोषणापत्र को मिली मंजूरी, 125 देशों ने जताई सहमति, जयशंकर बोले- सतत और ग्रीन विकास पर जोर

🔸पीएम मोदी वास्तव में ‘एक सरकार, एक कारोबारी समूह’ में विश्वास करते हैं, G20 थीम पर कांग्रेस का निशाना

🔸मोदी सरकार ने नाकामी छिपाने के लिए गरीबों के घरों को पर्दे से ढक दिया, G20 के बीच बोले राहुल गांधी

🔸भारत के साथ इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाएंगे यूरोप और मिडिल ईस्ट:ये चीन को सीधा जवाब; बाइडेन ने बताया गेम चेंजर, PM मोदी को शुक्रिया कहा

🔸विदेशी मेहमानों के लिए राष्ट्रपति मुर्मू का शाकाहारी डिनर:कश्मीरी कहवा, दार्जीलिंग चाय शामिल; वेलकम स्टेज के बैकग्राउंड में नालंदा यूनिवर्सिटी की झलक

🔸कैप्टन ने सोनिया से मुलाकात की बात नकारी:अमरिंदर बोले- एक बार लिया फैसला वापस नहीं लेता; CM कुर्सी से हटाने पर कांग्रेस छोड़ी थी

🔸450 रुपये में मिलेगा गैस सिलेंडर, छात्राओं को लैपटॉप; शिवराज का ऐलान

🔸G20 Summit: बैठक के आखिरी दिन अक्षरधाम मंदिर जाएंगे ऋषि सुनक, मंदिर परिसर में बढ़ाई गई सुरक्षा

🔸G20 Summit 2023 में भारत के खाते में सबसे बड़ी उपलब्धि: यूक्रेन युद्ध पर बंटे पूरब और पश्चिम को एक मंच पर लाया

🔸Morocco Earthquake: मोरक्को में 6.8 तीव्रता का भीषण भूकंप, अब तक 2000 लोगों की मौत

🔸पाकिस्तान का दावा -अफगानिस्तान छोड़ कर गई अमेरिकी सेना के हथियार अब आतंकियों के हाथ में

🔸केरल में नौका डूबी, नौसेना के गोताखोरों नेबचाई 20 लोगों की जान

🔹Asia Cup 2023 : श्रीलंका लगातार 13वां मुकाबला जीती, बांग्लादेश को 21 रन से हराया

🔹मेरा काम बल्लेबाज या गेंदबाज से दोगुना… PAK के खिलाफ मैच से पहले घमंड में चूर दिखे हार्दिक पंड्या

💐*आप का दिन शुभ और मंगलमय हो, सुप्रभात….!*💐                  

      🚩🇮🇳 वन्देमातरम् 🇮🇳🚩