आज का पंचाग आपका राशि फल, अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस आज इस वर्ष का योग विचार ‘वसुधैव कुटुम्बकम’, आदिपुरुष भारतीय संस्कृति का इस्लामीकरण का दुस्साहस है, गीता प्रेस गौरखपुर ने शांति सम्मान ग्रहण किया लेकिन एक करोड़ की पुरूस्कार राशि नहीं

  *श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*

                   *सुप्रभातम 

   *आज का पञ्चाङ्ग*

*_बुधवार, २१ जून २०२३_*

सूर्योदय: 🌄 ०५:३७

सूर्यास्त: 🌅 ०७:१९

चन्द्रोदय: 🌝 ०७:४१

चन्द्रास्त: 🌜२२:०७

अयन 🌖 दक्षिणायणे

(उत्तरगोलीय)

ऋतु: ⛈️ वर्षा

शक सम्वत:👉१९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)

मास 👉 आषाढ

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि 👉 तृतीया (१५:०९

से चतुर्थी)

नक्षत्र 👉 पुष्य (२५:२१ से

आश्लेशा)

योग 👉 व्याघात (२६:३५

से हर्षण)

प्रथम करण👉गर(१५:०९ तक)

द्वितीय करण 👉 वणिज

(२८:१७ तक)

*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*

॥ गोचर ग्रहा: ॥

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मिथुन

चंद्र 🌟 कर्क

मंगल 🌟 कर्क

(उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध🌟वृष(अस्त,पूर्व,मार्गी)

गुरु🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)

शुक्र🌟कर्क(उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ

(उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

शुभाशुभ मुहूर्त विचार

⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳

अभिजित मुहूर्त 👉❌️❌️

अमृत काल 👉 १८:१३ से २०:००

रवियोग 👉 ०५:१६ से २५:२१

विजय मुहूर्त 👉 १४:३९ से १५:३६

गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:२० से १९:४०

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:२१ से २०:२१

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५९ से २४:३९

राहुकाल 👉 १२:१९ से १४:०४

राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०७:०२ से ०८:४७

होमाहुति 👉 बुध

दिशाशूल 👉 उत्तर

अग्निवास 👉 पृथ्वी (१५:०९ तक)

भद्रावास 👉 मृत्यु (२८:१७ से)

चन्द्र वास 👉 उत्तर

शिववास 👉 सभा में (१५:०९ से क्रीड़ा में)

☄चौघड़िया विचार☄

॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – लाभ २ – अमृत

३ – काल ४ – शुभ

५ – रोग ६ – उद्वेग

७ – चर ८ – लाभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – उद्वेग २ – शुभ

३ – अमृत ४ – चर

५ – रोग ६ – काल

७ – लाभ ८ – उद्वेग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

शुभ यात्रा दिशा

🚌🚈🚗⛵🛫

उत्तर-पश्चिम (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)

तिथि विशेष। 

सूर्य दक्षिणायन प्रारम्भ, वर्षा ऋतु प्रारम्भ, वर्ष का सबसे बड़ा दिन, उपनयन (यज्ञोपवीत) संस्कार+चूड़ाकर्म (मुण्डन) संस्कार+गृह प्रवेश+विद्या एवं अक्षरारम्भ मुहूर्त प्रातः ०५:३७ से प्रातः ०९:०२ तक, व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः ०९:०३ से ०९:३७ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः १०:४५ से दोपहर १२:२७ तक,देव प्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०५:३७ से १२:२९ तक आदि।

आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

आज २५:२१ तक जन्मे शिशुओ का नाम पुष्य नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (हे, हो, डा) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आश्लेषा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (डी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

उदय-लग्न मुहूर्त

मिथुन – २८:५७ से ०७:१२

कर्क – ०७:१२ से ०९:३४

सिंह – ०९:३४ से ११:५२

कन्या – ११:५२ से १४:१०

तुला – १४:१० से १६:३१

वृश्चिक – १६:३१ से १८:५१

धनु – १८:५१ से २०:५४

मकर – २०:५४ से २२:३५

कुम्भ – २२:३५ से २४:०१

मीन – २४:०१ से २५:२५

मेष – २५:२५ से २६:५८

वृषभ – २६:५८ से २८:५३

पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०५:१६ से ०७:१२

मृत्यु पञ्चक – ०७:१२ से ०९:३४

अग्नि पञ्चक – ०९:३४ से ११:५२

शुभ मुहूर्त – ११:५२ से १४:१०

रज पञ्चक – १४:१० से १५:०९

शुभ मुहूर्त – १५:०९ से १६:३१

चोर पञ्चक – १६:३१ से १८:५१

शुभ मुहूर्त – १८:५१ से २०:५४

रोग पञ्चक – २०:५४ से २२:३५

शुभ मुहूर्त – २२:३५ से २४:०१

मृत्यु पञ्चक – २४:०१ से २५:२१

अग्नि पञ्चक – २५:२१ से २५:२५

शुभ मुहूर्त – २५:२५ से २६:५८

मृत्यु पञ्चक – २६:५८ से २८:५३

अग्नि पञ्चक – २८:५३ से २९:१६

आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आप अकस्मात घटनाओं से सतर्क रहें। घरेलू दिनचर्या वैसे तो सामान्य ही रहेगी परन्तु आज जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे आशा के विपरीत अकस्मात क्षति के योग बनेंगे। घर मे भी महिलाओं के हाथ कुछ ना कुछ नुकसान अवश्य होगा। व्यवसाय में निवेश आज भूल कर भी ना करें पुराने उधार के व्यवहार यथा शीघ्र निपटाने के प्रयास करें अन्यथा ये अतिरिक्त सरदर्दी बढ़ाएंगे। सरकार की तरफ से कोई नोटिस अथवा अशुभ समाचार मिलने की संभावना है। संतान की गतिविधियों के ऊपर नजर रखें। धन की कमी रहेगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आप सम्भल कर ही कार्य करेंगे फिर भी सफलता में संशय बना रहेगा। व्यवहारिकता की कमी के कारण जितना लाभ मिलना चाहिए उतना नही मिल सकेगा। घर अथवा बाहर बेवजह कलह के प्रसंग बनेगे। व्यापार व्यवसाय में सहकर्मियो की।मनमानी के कारण असुविधा एवं अव्यवस्था बनेंगी लेकिन फिर भी स्वयं के पराक्रम से खर्च लायक धनार्जन कर ही लेंगे। आस-पड़ोसी एवं भाई बंधुओ से बात का बतंगड़ ना बने इसके लिए मौन रखने की जरूरत है फिर भी महिलाये स्वभावानुसार बनती बात बिगाड़ लेंगी। विपरीत लिंग के प्रति कामासक्त रहेंगे।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप किसी भी कार्य को लेकर ज्यादा भाग-दौड़ करने के पक्ष में नही रहेंगे। आसानी से जितना मिल जाये उसी में संतोष कर लेंगे। परन्तु महिलाये इसके विपरीत रहेंगी अल्प साधनो से कार्य करने पर भाग्य को दोष देंगी। व्यवसाय की गति पल पल में बदलेगी जिससे सुकून से बैठने का समय नही मिलेगा। किसी पुरानी घटना को याद करके दुखी रहेंगे। पारिवारिक खर्चो में अकस्मात वृद्धि होने से बजट गड़बड़ा सकता है। महिलाओं के मन मे आज उथल पुथल अधिक रहने के कारण बड़ी जिम्मेदारी का कार्य सौपना उचित नही रहेगा।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से उन्नति वाला रहेगा। धन संबंधित समस्याएं काफी हद तक सुलझने पर दिन भर प्रसन्नता रहेगी। कार्य व्यवसाय से प्रारंभिक परिश्रम के बाद दोपहर के समय से धन की आमद शुरू हो जाएगी जो संध्या तक रुक रुक कर चलती रहेगी। मितव्ययी रहने के कारण खर्च भी हिसाब से करेंगे धन कोष में वृद्धि होगी। महिलाये किसी मनोकामना पूर्ति से उत्साहित होंगी। आज महिला वर्ग से कोई भी काम निकालना आसान रहेगा मना नही कर सकेंगी। दाम्पत्य सुख में भी वृद्धि होगी। पर्यटन की योजना बनेगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आपके लिए आज का दिन प्रतिकूल फल देने वाला रहेगा। जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे पहले आलस्य बाद में किसी के गलत मार्गदर्शन के कारण विघ्न बाधाएं आएंगी। आज आप अपने जीवनी की समीक्षा भी करेंगे जिससे मन हीनभावना से ग्रस्त रहेगा। व्यावसायिक अथवा अन्य पारिवारिक-धार्मिक कारणों से यात्रा के योग बनेंगे अगर संभव हो तो यात्रा आज ना ही करें वाहन से चोटादि का भय है। सेहत अचानक खराब हो सकती है। चक्कर-वमन अथवा अन्य पेट मस्तिष्क संबंधित समस्या खड़ी होगी। धन की आमद परिश्रम साध्य रहेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आपको आज का दिन धन एवं सम्मान दोनों की प्राप्ति कराएगा। जिस भी कार्य को करेंगे उसमे प्रराम्भ में थोड़ी भाग-दौड़ करनी पड़ेगी लेकिन अंतिम परिणाम प्रसन्नता दायक रहेगा। सरकारी कार्यो में सफलता निश्चित रहेगी परन्तु इनमे आज देरी ना करे अन्यथा लंबित रह जाएंगे। आध्यत्म के प्रति निष्ठा रहेगी पर व्यस्तता के कारण अधिक समय नही दे पाएंगे। कार्य समय से थोड़ा विलंब से पूर्ण होंगे फिर भी धन की प्राप्ति में ज्यादा विलंब नही होगा। घर मे सुख के साधनों की वृद्धि होगी। महिलाये गृहस्थ संबंधित समस्याएं स्वयं सुलझाने की क्षमता रखेंगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपको प्रत्येक कार्यो में सफलता मिलेगी लेकिन इसके लिए बौद्धिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। आध्यत्म अथवा साधना क्षेत्र से जुड़े जातको को साधना में सिद्धि की दिव्य अनुभूति होगी। बेरोजगार व्यक्ति आज थोड़े से प्रयास के बाद अवश्य किसी रोजगार से जुड़ सकते है। नौकरी पेशा लोगो का आज काम के समय भी मन इधर उधर ज्यादा भटकेगा। मन में चल रही कामना अतिशीघ्र पूर्ण होने के योग है। ध्यान रहे आज किसी भी कार्य में आलस्य किया तो दोबारा अवसर नही मिल सकेगा। गृहस्थ में प्रेम बढेगा।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आपको लगभग सभी कार्यो के अनुकूल परिणाम मिलेंगे। अधिकांश कार्य थोड़े से प्रयास से पूर्ण हो जाएंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन ज्यादा लाभप्रद नही फिर भी संतोषजनक स्थिति बनेगी। व्यापार विस्तार की योजना सफल रहेगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग से आसानी से काम निकाल सकेंगे। सामाजिक क्षेत्र हो या पारिवारिक अथवा अन्य सभी जगह आपकी जय होगी। अपरिचित भी आपसे संपर्क बनाने को उत्सुक रहेंगे। महिलाओं का स्वभाव अधिक नखरे वाला रहेगा इस वजह से हास्य की पात्र भी बनेंगी।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन कार्यो के प्रति मन मे उच्चाटन रहेगा। नौकरी पेशा एवं व्यवासायिक लोगो को अपने क्षेत्र में विविध कष्टो का सामना करना पड़ेगा। कोई भी कार्य बिना किसी के सहयोग के बनाना असंभव ही लगेगा। आर्थिक कारणों से भविष्य को लेकर चिंता रहेगी। परन्तु आज आपका ध्यान आध्यत्म की ओर अधिक आकर्षित रहेगा। मन मे सत्संग प्रवचन सुनने की लालसा रहेगी धर्म के गूढ़ रहस्यों को जानने में रुचि लेंगे। महिलाये धार्मिक अथवा सामाजिक कार्यो में सक्रियता दिखाएंगी। घर का वातावरण मामूली विषयो को छोड़ मंगलमय रहेगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज आप दिन के आरंभ में जितना परिश्रम करेंगे मध्यान के बाद उसका फल धन लाभ एवं सम्मान के रूप में मिलेगा। परन्तु कार्य व्यवसाय में आज अधिकांश कार्य बीच मे भी छोड़ सकते है। चल- अचल संपत्ति से लाभ होगा। प्रतिस्पर्धी आज आपके आगे ज्यादा देर नही टिक पाएंगे। हृदय में आज कोमलता अधिक रहेगी परोपकार के लिए प्रेरित होंगे। बीच-बीच मे अहम की भावना आने से लोगो से व्यवहारिक दूरी बढ़ेगी। महिलाओ का जिद्दी स्वभाव कुछ समय के लिये घर पर अशांति कर सकता है। फिर भी पिछले कुछ दिनों की तुलना में आज शान्ति अनुभव करेंगे।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आपका आज का दिन आर्थिक लाभ कराएगा फिर भी ध्यान रखें व्यवहार का रूखापन लाभ को हानि में बदलने के साथ ही सामाजिक प्रेम संबंधों में खटास भी ला सकता है। घर परिवार एवं समाज में आपकी अनदेखी होने के कारण मन खिन्न रहेगा परन्तु धैर्य बनाना अति आवश्यक है अन्यथा स्वयं के साथ परिवार की गरिमा को भी ठेस पहुंच सकती है। महिलाओं को भी आज गुस्से पर काबू रखने की अधिक आवश्यकता है। बात-बात पर नाराज होने से घर का वातावरण अस्त-व्यस्त हो सकता है। धन आने के साथ जाने के रास्ते बना लेगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आप बुद्धि विवेक से कार्य करेंगे परन्तु परिस्थिति हर तरह से कार्यो में बाधा डालेगी। कार्य व्यवसाय से मन ऊबने लगेगा धैर्य से कार्य करते रहें संध्या तक संतोषजक लाभ अवश्य मिलेगा पारिवारिक एवं सामाजिक क्षेत्र पर आपके विचारो की प्रशंसा होगी लेकिन केवल व्यवहार मात्र के लिए ही। आर्थिक विषयो को लेकर किसी से विवाद ना करें धन डूबने की आशंका है। गृहस्थ में प्रेम स्नेह तो मिलेगा परन्तु स्वार्थ सिद्धि की भावना भी अधिक रहेगी। महिलाये अधिक बोलने की समस्या से ग्रस्त रहेंगी।

भगवान राम को देखना हो तो रामानन्द सागर की रामायण अवश्य देखें तब पता चलता है जकात एवं दुबई फंडिंग पर भारतीय संस्कृति का इस्लामीकरण करने वाले बालीवुड के भेड़िये और बागड़ बिल्ले किस मिशन पर हैं। गुलशन कुमार की हत्या इसलिए की गयी कि उसके चलते बालीवुड का इस्लामीकरण नहीं हो रहा था। जब दाउद ने ये हत्या करवायी उसके बाद पांच खान बंधु लांच किए गये। जिनकी फिल्मों ने लव जिहाद को खूब प्रमोट किया हिंदू लड़कियां मुसलमानों को फिल्मों का हीरो जैसा ही सैक्युलर समझने की भूल करने लगी। वे भूल गयी उनका खानपान रीति रिवाज सब दुर्दांत हिंसक अरैबिक कबीलों जैसा है। उसी दौर में एक से एक बढकर एक मुस्लिम गीतकार लांच किए गये जिन्होंने दशकों उर्दूमय कर्णप्रिय गीत बनाये लेकिन इससे भारतीय संस्कृति का इस्लामीकरण इस सीमा तक हुआ कि आज लोग शुद्ध हिन्दी गीत लिखना और गाना ही लोग भूल गये। फिल्मी संवाद भी उर्दूमय लिखाये गये आज सामान्य बात चीत में उर्दू घुल गयी। अमिताभ टाईप व्यक्तियों और सैक्युलर नेताओं से अजमेर की कब्र पर चादर चढ़ावाने को प्रमोट किया गया, गाय खाने वाले चांद मियां को सांई बाबा बना कर ब्रांडिंग की गयी आज अजमेर और शिरडी में चढ़ाया गया हिन्दुओं का पैंसा इस्लामीकरण के साथ ही कहां कहां हिंदू विरोधी गतिविधियों में लग रहा है पूरा देश जानना चाहता है। फिल्मी भांड कितने षड्यंत्रकारी होते हैं एक उदाहरण से समझा जा सकता है। भगवान राम का अभिनय करने वाले अरूण गोविल को लोग जिन दिनों साक्षात राम ही मानने लगे थे एक बामपंथी प्रोड्यूसर उनके पास गया और कहने लगा आपका एक फोटो शूट करना है जिसमें आप शराब पीते हुए दिखें ताकि आप टाईप्ड हीरो ना बन जांय। अरूण गोविल ने उसे मना कर दिया तब उसने कहा कि अच्छा केवल हाथ में शराब का गिलास पकड़ कर एक पोज दें लेकिन भगवान राम के रंग में रंगे अरूण गोविल मुंतसिर नहीं बने उसे डपट कर बाहर का मार्ग दिखा दिया।* ऐसे ही दुस्साहस पिछलेे दिनोंं भगवान राम का एआई चित्र प्रचारित कर किया गया ✍️हरीश मैखुरी 

*अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आज*

*हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। संसार के अधिकांश देश योग के महत्व को समझते हुए योग दिवस को मनाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग‘ है. बता दें वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है पूरी धरती ही एक परिवार है. अर्थात सभी लोग अपने स्वास्थ्य के लिए योग करें। योग का अभ्यास शरीर और मस्तिष्क की सेहत के लिए फायदेमंद है। योग शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति भी देता है। भारत में ऋषि मुनियों के दौर से योग होता आ रहा है। योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है, जो अब विदेशों में भी फैल गया है। योग के विदेशों में प्रसारित करने का श्रेय हमारे योग गुरुओं को जाता है, जिन्होंने विदेशी जमीन पर योग की उपयोगिता और महत्व के बारे में बताया।_*

*_योग दिवस का आरंभ _*

*_आज विश्व भर में लोग स्वस्थ रहने के लिए योगाभ्यास कर रहे हैं। योग का महत्व कोरोना काल में और अधिक बढ़ गया। जब कोविड लॉकडाउन के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल सकते थे। जिम बंद हो गए थे तब लोगों ने मन को शांत रखने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए घर पर ही योगाभ्यास किया। लेकिन इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत साल 2015 में हुई। जब पहली बार पूरी दुनिया में योग दिवस एक साथ मनाया गया।_*

*_योग दिवस पहली बार कब मनाया गया_*

*_भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया। महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया गया। अगले ही साल 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया।_*

 

*_21 जून को ही क्यों मनाया जाता है योग दिवस_*

*_साल 2015 में 21 जून को योग दिवस मनाने का फैसला लिया गया। सवाल है कि 21 जून को ही योग दिवस क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे एक खास वजह है। 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा।_*

 

*_योग दिवस पर भारत का रिकाॅर्ड_*

*_संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद 21 जून को 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस साल करीब 35 हजार से ज्यादा लोगों ने दिल्ली के राजपथ पर योगासन किया। खास बात रही कि इनमें 84 देशों के प्रतिनिधि शामिल थे और 21 योगासनों का अभ्यास किया गया। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड था। भारत में योग दिवस पर हुए इतने बड़े आयोजन को लेकर दो रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज किए गए। जिसमें पहला रिकॉर्ड 35,985 लोगों का साथ में योग करना था और दूसरा रिकॉर्ड 84 देशों के प्रतिनिधियों का एक साथ इस समारोह में भाग लेना था। ✍️हरीश मैखुरी 

*ये वो हनुमान थे, जिन्होंने कलयुग में सनातन धर्म की जड़ो को फिर से सींचने का काम किया। स्व. श्री हनुमान प्रसाद पौद्दार जी जिन्होंने गीता प्रेस गोरखपुर की स्थापना की और कलयुग में भारत के घर घर मे वैदिक धर्म ग्रंथों, शास्त्रों को पहुचाने का काम किया। 

आज भारत के घर मे जो सनातन शास्त्र पहुच रहे हैं वो स्व श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी की देन है। वास्तव में हनुमान प्रसाद पोद्दार जी हनुमान ही थे जब हिन्दू समाज अपने ज्ञान, विज्ञान, गौरव को भूल अंग्रेजी सभ्यता का दास बन रहा था, तब इन्होंने हनुमान की भांति संजीवनी रुपी गीता प्रेस गोरखपुर (सनातन शक्तिपुंज) की स्थापना कर जो सनातनियों को जड़ से जोड़े रखने का भगीरथी प्रयास किया । 

उसके लिए भारत का समाज हमेशा इनका ऋणी रहेगा। इन लोगो ने अभावो में रहकर भी कैसे संस्थान खड़े किए होंगे जो सम्पूर्ण विश्व मे वैदिक ग्रंथ पहुचाने वाले सबसे बडे संस्थान बनकर उभरे।

न पैसा न संसाधन फिर भी समाज की आने वाली पीढ़ियों तक शास्त्रों का अमर ज्ञान पहुचाने के लिए अपना सबकुछ वार दिया।

 स्वर्गीय श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी जैसे महापुरुषों के द्वारा ही वह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को ज्ञान पहुंचाने वाली ऋषि परम्परा जीवित है।

जो समाज अपने इतिहास और महापुरुषों को भुल जाते है वो समाज कुछ समय में ही नष्ट हो जाता है , इसलिए हनुमान प्रसाद पोद्दार जी जैसे महात्माओं को कभी मत भूलो ये ही भारत के संस्कृति के इस अक्षय वृक्ष की जड़ है।

गीता प्रेस ने पुरुष्कार स्वीकारा किंतु पुरुष्कार के साथ मिली 1 करोड़ रु की भारी भरकम राशि लौटाई

इसे कहते है पुरुष्कार का सम्मान करना…

दूसरी ओर दिल्ली में बैठी महिला कुश्ती पहलवान हैं पुरस्कार की राशि डकार गयी सरकारी नौकरी झटक ली है और मैडल गंगा में बहाने का नाटक कर देश को बदनाम कर रही।