हो गया मंहगे तेल से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त, इसरो ने बनाया सोलर पावर वाहन, टाटा और मारूति ला सकते हैं बाजार में ऐसे वाहन

 ✍️हरीश मैखुरी

पेट्रोल-डीजल के मूल्य कभी भी जन साधारण की पंहुच में नहीं रहे, तेल के बढ़ते मूल्यों के चलते आम लोगों के साथ ही मध्यम वर्ग भी अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट को विकल्प के रूप में देखने लगी है। वर्तमान केन्द्र सरकार भी यह बात भली भांति समझती है यही कारण है कि केंद्र सरकार पेट्रोल डीजल पर निर्भरता कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। हालांकि इलेक्ट्रिक वाहन अभी आम आदमी की पहुंच से दूर हैं, लेकिन इस बीच लोगों के मन में जो प्रश्न रह-रह कर उठ हो रहे हैं वो यह है कि आज जब सोलर एनर्जी ऊर्जा के नए स्रोत के रूप में उभर कर आ रही है तो फिर वाहनों में इसका प्रयोग क्यों नहीं किया जा रहा है, इससे न केवल प्राकृतिक संसाधनों को उपयुक्त उपयोग हो सकेगा, अपितु यह काफी कम मूल्य पर भी पड़ेगा। तो क्या निकट भविष्य में हमारे वाहन सोलर एनर्जी यानी सूरज की रोशनी से चल सकेंगे। बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) ने एक सोलर हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार का निर्माण कर दिया है। इसरो ने इस कार के निर्माण में देसी संसाधनों का उपयोग किया है। इस कार का प्रदर्शन केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र ( Vikram Sarabhai Space Centre ) में हरी झंडी दिखाते हुए किया गया। इसरो के वैज्ञानिकों ने इस सोलर कार को इन्वाइरनमेंट फ्रेंडली कार की घोषणा की। हालांकि विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र कई तरह के रॉकेट का निर्माण करता है, लेकिन अब इसरो सोलर कार की लागत में कटौती करने पर भी काम कर रहा है, ताकि इसको आम लोगों की पंहुच में लाया जा सके। इसरो के वैज्ञानिकों की मानें तो पेट्रोल डीजल से चलने वाली गाड़ियों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण फैलाता है, जिससे पर्यावरण को अतिव छति होती है। उन्होंने बताया कि सोलर कार में हाई एनर्जी लिथियम बैटरी फिट की गई है। इस बैटरी को सूर्य की रोशनी से चार्ज किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि वाहन निर्माण की मुख्य चुनौतियों में कार के टॉप पर एक सौर पैनल बनाना बैटरी व सौर पैनल इंटरफेस को इलेक्ट्रॉनिक्स कंट्रोलिंग सम्मिलित है। अब जबकि इसरो ने इस कार की लागत में कटौती का काम शुरू कर दिया है, अब देखना यह होगा कि मार्केट में यह कार कम तक पहुंचेगी। ISRO के पब्लिक प्रडक्शन की हरी झंडी मिलते ही TATA और मारुति जैसी कंपनिया इसको डआम लोगों के लिए ले आएँगीं। उससे इन कंपनियों को भी नये अवतार में वाहन प्रस्तुत करने का अवसर मिलने वाला है।