दिनोंदिन बढ़ रहा है काशी विश्वनाथ और बनारस का वैभव, आज का पंचाग आपका राशि फल

*|| 🕉️ ||**🌞सुप्रभातम🌞* 

          *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 18/02/2025, मंगलवार*

*षष्ठी, कृष्ण पक्ष,**फाल्गुन*(समाप्ति काल)

तिथि—- षष्ठी अहोरात्र तक, पक्ष—- कृष्ण

नक्षत्र————- चित्रा 07:34:29

योग————– गण्ड 09:50:39

करण————– गर 18:12:59

वार—–मंगलवार, माह—— फाल्गुन

चन्द्र राशि—————— तुला

सूर्य राशि——————- कुम्भ

रितु———————— शिशिर

आयन—————— उत्तरायण

संवत्सर (उत्तर) ————–कालयुक्त

विक्रम संवत————— 2081 

गुजराती संवत————– 2081 

शक संवत——————1946 

कलि संवत—————– 5125

सूर्योदय————– 06:55:06 

सूर्यास्त————— 18:11:25

दिन काल———— 11:16:19 

रात्री काल————- 12:42:48

चंद्रास्त————– 09:48:34 

चंद्रोदय—————- 23:22:06

लग्न—- कुम्भ 5°26′ , 305°26′

सूर्य नक्षत्र—————— धनिष्ठा

चन्द्र नक्षत्र——————- चित्रा

नक्षत्र पाया—————— रजत 

 

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

 

री—- चित्रा 07:34:29

 

रू—- स्वाति 14:21:04

 

रे—- स्वाति 21:07:26

 

रो—- स्वाति 27:53:23

 

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

 

        ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

==========================

सूर्य= कुम्भ 05°40, धनिष्ठा 4 गे

चन्द्र= तुला 06°30 , चित्रा 4 री 

बुध =कुम्भ 12°52 ‘ शतभिषा 2 सा 

शु क्र= मीन 13°05, उ o फाo’ 4 ञ 

मंगल=मिथुन 23°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 1 के 

गुरु=वृषभ 17°30 रोहिणी, 3 वी 

शनि=कुम्भ 25°28 ‘ पू o भा o , 2 सो 

राहू=(व) मीन 04°50 उo भा o, 1 दू 

केतु= (व)कन्या 04°50 उ oफा o 3 पा 

 

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

 

राहू काल 15:22 – 16:47 अशुभ

यम घंटा 09:44 – 11:09 अशुभ

गुली काल 12:33 – 13: 58अशुभ 

अभिजित 12:11 – 12:56 शुभ

दूर मुहूर्त 09:10 – 09:55 अशुभ

दूर मुहूर्त 23:17 – 24:02* अशुभ

वर्ज्यम 13:54 – 15:42 अशुभ

प्रदोष 18:11 – 20:46. शुभ

 

💮चोघडिया, दिन

रोग 06:55 – 08:20 अशुभ

उद्वेग 08:20 – 09:44 अशुभ

चर 09:44 – 11:09 शुभ

लाभ 11:09 – 12:33 शुभ

अमृत 12:33 – 13:58 शुभ

काल 13:58 – 15:22 अशुभ

शुभ 15:22 – 16:47 शुभ

रोग 16:47 – 18:11 अशुभ

🚩चोघडिया, रात

काल 18:11 – 19:47 अशुभ

लाभ 19:47 – 21:22 शुभ

उद्वेग 21:22 – 22:57 अशुभ

शुभ 22:57 – 24:33* शुभ

अमृत 24:33* – 26:08* शुभ

चर 26:08* – 27:44* शुभ

रोग 27:44* – 29:19* अशुभ

काल 29:19* – 30:54* अशुभ

 

💮होरा, दिन

मंगल 06:55 – 07:51

सूर्य 07:51 – 08:48

शुक्र 08:48 – 09:44

बुध 09:44 – 10:41

चन्द्र 10:41 – 11:37

शनि 11:37 – 12:33

बृहस्पति 12:33 – 13:30

मंगल 13:30 – 14:26

सूर्य 14:26 – 15:22

शुक्र 15:22 – 16:19

बुध 16:19 – 17:15

चन्द्र 17:15 – 18:11

🚩होरा, रात

शनि 18:11 – 19:15

बृहस्पति 19:15 – 20:19

मंगल 20:19 – 21:22

सूर्य 21:22 – 22:26

शुक्र 22:26 – 23:29

बुध 23:29 – 24:33

चन्द्र 24:33* – 25:36

शनि 25:36* – 26:40

बृहस्पति 26:40* – 27:44

मंगल 27:44* – 28:47

सूर्य 28:47* – 29:51

शुक्र 29:51* – 30:54

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩* 

कुम्भ > 05:38 से 07:10 तक

मीन > 07:10 से 08:38 तक

मेष > 08:38 से 10:16 तक

वृषभ > 10:16 से 12:14 तक

मिथुन > 12:14 से 14:28 तक

कर्क > 14:28 से 16:48 तक

सिंह > 16:48 से 18:58 तक

कन्या > 18:58 से 21:12 तक

तुला > 21:12 से 23:26 तक

वृश्चिक > 23:26 से 01:44 तक

धनु > 01:44 से 03:40 तक

मकर > 03:40 से 05:38 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा गुड़ खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

 15 + 6 + 3 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष

 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

गुरु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

  21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 = 5 शेष

 ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

 *वसंत ऋतु प्रारम्भ*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

दारिद्र्यनाशनं दान शीलं दुर्गतिनाशनम् ।

अज्ञाननाशिनी प्रज्ञा भावना भयनाशिनी ।।

।। चा o नी o।।

व्यक्ति अकेले ही पैदा होता है. अकेले ही मरता है. अपने कर्मो के शुभ अशुभ परिणाम अकेले ही भोगता है. अकेले ही नरक में जाता है या सदगति प्राप्त करता है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: गुणत्रयविभागयोग :- अo-14

अप्रकाशोऽप्रवृत्तिश्च प्रमादो मोह एव च ।,

तमस्येतानि जायन्ते विवृद्धे कुरुनन्दन ॥,

 हे अर्जुन! तमोगुण के बढ़ने पर अन्तःकरण और इंन्द्रियों में अप्रकाश, कर्तव्य-कर्मों में अप्रवृत्ति और प्रमाद अर्थात व्यर्थ चेष्टा और निद्रादि अन्तःकरण की मोहिनी वृत्तियाँ – ये सब ही उत्पन्न होते हैं॥,13॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष

नौकरी में प्रमोशन व प्रशंसा मिल सकते हैं। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। लॉटरी व सट्टे के चक्कर में न पड़ें। बेरोजगारी दूर होने के योग हैं। प्रयास करें। किसी बड़ी समस्या से छुटकारा मिलेगा। अज्ञात भय रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। जल्दबाजी न करें।

🐂वृष

लेन-देन में सावधानी रखें। धनहानि के योग हैं। आय बनी रहेगी। व्यवसाय में ध्यान दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से हानि होगी। पुरानी व्याधि उठ सकती है। सावधानी आवश्यक है। क्रोध न करें। किसी भी निर्णय के लेने में जल्दबाजी न करें। विवेक से कार्य करें।

👫मिथुन

उत्साह बना रहेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। परिवार के सदस्यों का सहयोग प्राप्त होगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। बेचैनी रहेगी। थकान महसूस होगी। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। कोई भी निर्णय सोच-समझकर करें। जल्दबाजी न करें। मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा।

🦀कर्क

दौड़धूप अधिक होगी। व्यवसाय में उतार-चढ़ाव रहेंगे। नौकरी में कार्यभार बढ़ेगा। आय में कमी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। कार्य की गति रुकेगी। शोक समाचार मिल सकता है। कानूनी अड़चन आ सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें।

🐅सिंह

रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पठन-पाठन व लेखन में मन लगेगा। वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा।

🙍‍♀️कन्या

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम बनेंगे। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। काफी समय से अटके काम पूरे होंगे। आय में वृद्धि होगी। वरिष्ठ वक्तियों का मार्गदर्शन मिल सकता है। आने-जाने में दुर्घटना का भय रहेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

⚖️तुला

उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आय बनी रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। विवाद के मौके टालें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। वरिष्ठ मार्गदर्शन करेंगे। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी।

🦂वृश्चिक

स्थायी संपत्ति में वृद्धि के योग हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। शत्रु मौका ढूंढेंगे, सावधान रहें। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। दुकान, फैक्टरी व शोरूम इत्यादि की प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे।

🏹धनु

प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। किसी बड़े काम के होने से प्रसन्नता रहेगी। मातहत साथ देंगे। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। काफी समय से अटके कामों में गति आएगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। भाग्य का साथ रहेगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन संभव है। तत्काल लाभ नहीं होगा।

🐊मकर

सामंजस्य बैठाएं। आय में निश्चितता रहेगी। किसी बाहरी व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। जल्दबाजी व लापरवाही से बड़ी हानि हो सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। बनते काम में विघ्न उत्पन्न होगा। तनाव रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। घर-बाहर अशांति रहेगी।

🍯कुंभ

व्यापार में लाभ बढ़ेगा। नौकरी मनोनुकूल रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। अध्यात्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। प्रतिद्वंद्वी घुटने टेकेंगे। जल्दबाजी में लेनदेन नहीं करें। कानूनी अड़चन दूर होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। तनाव रहेगा। घर में सुख-शांति रहेगी।

🐟मीन

नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। उत्साह तथा प्रसन्नता में वृद्धि होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। निवेश शुभ रहेगा। परिवार का सहयोग मिलेगा। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। आय में वृद्धि होगी।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

#बनारस भारत की प्राचीन नगरियों में से एक, प्रधानमंत्री #नरेन्द्र_मोदी का चुनाव क्षेत्र बनने के बाद यह नगरी आज अपने इतिहास के सर्वोच्च गौरव को प्राप्त हो रही है, विकसित हो रही है चमक दमक रही है #शोभायमान हो रही है। इन दिनों बारह #ज्योतिर्लिंगों में एक #काशी_विश्वनाथ को देखने प्रतिदिन पचास लाख श्रद्धालुओं का यहां आगमन हो रहा है। #काशी_बनारस के घाट दैदिप्यमान है रहे हैं। लोगों की आय और सुख समृद्धि बढ रही है।

अयोध्या, मथुरा, माया, काशी, कांची, अवंतिका, और द्वारका से जुड़ा एक प्रातः स्मरणीय श्लोक है – ‘अयोध्या मथुरा माया काशी कांची अवंतिका, पुरी द्वारावती चैव सप्तैता मोक्षदायिकाः’. इसका अर्थ है कि 

अयोध्या, मथुरा, माया (हरिद्वार), काशी (वाराणसी), कांची (कांचीपुरम), अवंतिका (उज्जैन), द्वारका (द्वारिकापुरी).

इन सातों शहरों को ‘सप्तपुरी’ के नाम से भी जाना जाता है। मनुष्य योनि का प्रमुख ध्येय मोक्ष है, पुराणों के अनुसार इन सात नगरियों के प्रातः नाम स्मरण करने मात्र से मनुष्यों को शुकर कूकर कीडे़ मकोड़े पशुवत योनियों में पौन पड़ने के जन्म मरण के वंधन से मुक्ति मिल जाती है।✍️हरीश मैखुरी