इंग्लैंड में पहला स्कूल 1811 में खुला उस समय भारत में 7,32,000 गुरुकुल थे, आइए जानते हैं हमारे गुरुकुल किन षड्यंत्रों से बन्द हुए!, आज का पंचाग आपका राशि फल

🙏संदेश कुछ लम्बा है किंतु अति महत्वपूर्ण है, कृपया गौर से पढ़िए आपको हमारी पुरातन संस्कृति को जानकर गर्व होगा ।🙏अवश्य पढ़ियेगा 🙏

*इंग्लैंड में पहला स्कूल 1811 में खुला उस समय भारत में 7,32,000 गुरुकुल थे, आइए जानते हैं हमारे गुरुकुल कैसे बन्द हुए।*

*हमारे सनातन संस्कृति परम्परा के गुरुकुल में क्या क्या पढाई होती थी, ये जान लेना पहले जरूरी है।*

 

01 अग्नि विद्या (Metallurgy) 

 

02 वायु विद्या (Flight) 

 

03 जल विद्या (Navigation) 

 

04 अंतरिक्ष विद्या (Space Science) 

 

05 पृथ्वी विद्या (Environment) 

 

06 सूर्य विद्या (Solar Study) 

 

07 चन्द्र व लोक विद्या (Lunar Study) 

 

08 मेघ विद्या (Weather Forecast) 

 

09 पदार्थ विद्युत विद्या (Battery) 

 

10 सौर ऊर्जा विद्या (Solar Energy) 

 

11 दिन रात्रि विद्या 

 

12 सृष्टि विद्या (Space Research) 

 

13 खगोल विद्या (Astronomy) 

 

14 भूगोल विद्या (Geography) 

 

15 काल विद्या (Time) 

 

16 भूगर्भ विद्या (Geology Mining) 

 

17 रत्न व धातु विद्या (Gems & Metals) 

 

18 आकर्षण विद्या (Gravity) 

 

19 प्रकाश विद्या (Solar Energy) 

 

20 तार विद्या (Communication) 

 

21 विमान विद्या (Plane) 

 

22 जलयान विद्या (Water Vessels) 

 

23 अग्नेय अस्त्र विद्या (Arms & Ammunition) 

 

24 जीव जंतु विज्ञान विद्या (Zoology Botany) 

 

25 यज्ञ विद्या (Material Sic) 

 

*ये तो बात हुई वैज्ञानिक विद्याओं की, अब बात करते हैं व्यावसायिक और तकनीकी विद्या की !*

 

26 वाणिज्य (Commerce) 

 

27 कृषि (Agriculture) 

 

28 पशुपालन (Animal Husbandry) 

 

29 पक्षिपलन (Bird Keeping) 

 

30 पशु प्रशिक्षण (Animal Training) 

 

31 यान यन्त्रकार (Mechanics) 

 

32 रथकार (Vehicle Designing) 

 

33 रतन्कार (Gems) 

 

34 सुवर्णकार (Jewellery Designing) 

 

35 वस्त्रकार (Textile) 

 

36 कुम्भकार (Pottery) 

 

37 लोहकार (Metallurgy) 

 

38 तक्षक 

 

39 रंगसाज (Dying) 

 

40 खटवाकर 

 

41 रज्जुकर (Logistics) 

 

42 वास्तुकार (Architect) 

 

43 पाकविद्या (Cooking) 

 

44 सारथ्य (Driving) 

 

45 नदी प्रबन्धक (Water Management) 

 

46 सुचिकार (Data Entry) 

 

47 गोशाला प्रबन्धक (Animal Husbandry) 

 

48 उद्यान पाल (Horticulture) 

 

49 वन पाल (Horticulture) 

 

50 नापित (Paramedical)

 

*जिस देश के गुरुकुल इतने समृद्ध हों उस देश को आखिर कैसे गुलाम बनाया गया होगा?*

 

*पहले मुगल आदि विदेशी आक्रांताओं ने देश के नालंदा और तक्षशिला जैसे करीब एक लाख गुरुकुल नष्ट किए क्योंकि वे समझ गये थे भारतीय संस्कृति को नष्ट किए बिना इन्हें लूटना असंभव है। उसके बाद ब्रिटिश शासन में मैकाले का स्पष्ट कहना था कि भारत को हमेशा-हमेशा के लिए यदि गुलाम बनाना है तो इसकी “देशी और सांस्कृतिक शिक्षा व्यवस्था” को पूरी तरह से ध्वस्त करना होगा और उसकी जगह “अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था” लानी होगी और तभी इस देश में शरीर से हिन्दुस्तानी लेकिन दिमाग से अंग्रेज पैदा होंगे और जब इस देश की यूनिवर्सिटी से निकलेंगे तो हमारे हित में काम करेंगे।*

 

*1850 तक इस देश में “7 लाख 32 हजार” गुरुकुल हुआ करते थे और उस समय इस देश में गाँव थे “7 लाख 50 हजार” मतलब हर गाँव में औसतन एक गुरुकुल और ये जो गुरुकुल होते थे वो सब के सब आज की भाषा में ‘Higher Learning Institute’ हुआ करते थे। उन सबमें 18 विषय पढ़ाए जाते थे और ये गुरुकुल समाज के लोग मिलके चलाते थे न कि राजा, महाराजा।*

 

*अंग्रेजों का एक अधिकारी था G.W. Luther और दूसरा था Thomas Munro ! दोनों ने अलग अलग इलाकों का अलग-अलग समय सर्वे किया था। Luther, जिसने उत्तर भारत का सर्वे किया था, उसने लिखा है कि यहाँ 97% साक्षरता है और Munro, जिसने दक्षिण भारत का सर्वे किया था, उसने लिखा कि यहाँ तो 100% साक्षरता है।*

 

*मैकाले एक मुहावरा उपयोग कर रहा है – “कि जैसे किसी खेत में कोई फसल लगाने के पहले उसे पूरी तरह जोत दिया जाता है वैसे ही इसे जोतना होगा और अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था लानी होगी।” इस लिए उसने सबसे पहले गुरुकुलों को गैरकानूनी घोषित किया | जब गुरुकुल गैरकानूनी हो गए तो उनको मिलने वाली सहायता जो समाज की तरफ से होती थी वो गैरकानूनी हो गयी, फिर संस्कृत को गैरकानूनी घोषित किया और इस देश के गुरुकुलों को घूम घूम कर ख़त्म कर दिया, उनमें आग लगा दी, उसमें पढ़ाने वाले गुरुओं को उसने मारा- पीटा, जेल में डाला।*

 

*गुरुकुलों में शिक्षा निःशुल्क दी जाती थी।*

 

 *इस तरह से सारे गुरुकुलों को ख़त्म किया गया और फिर अंग्रेजी शिक्षा को कानूनी घोषित किया गया और कलकत्ता में पहला कॉन्वेंट स्कूल खोला गया। उस समय इसे ‘फ्री स्कूल’ कहा जाता था। इसी कानून के तहत भारत में कलकत्ता यूनिवर्सिटी बनाई गयी, बम्बई यूनिवर्सिटी बनाई गयी, मद्रास यूनिवर्सिटी बनाई गयी, ये तीनों गुलामी ज़माने के यूनिवर्सिटी आज भी देश में मौजूद हैं।*

 

*मैकाले ने अपने पिता को एक चिट्ठी लिखी थी बहुत मशहूर चिट्ठी है वो, उसमें वो लिखता है कि “इन कॉन्वेंट स्कूलों से ऐसे बच्चे निकलेंगे जो देखने में तो भारतीय होंगे लेकिन दिमाग से अंग्रेज होंगे और इन्हें अपने देश के बारे में कुछ पता नहीं होगा। इनको अपने संस्कृति के बारे में कुछ पता नहीं होगा,* 

*इनको अपनी परम्पराओं के बारे में कुछ पता नहीं होगा, इनको अपने मुहावरे नहीं मालूम होंगे, जब ऐसे बच्चे होंगे इस देश में तो अंग्रेज भले ही चले जाएँ इस देश से अंग्रेजियत नहीं जाएगी।”*

 

*उस समय लिखी चिट्ठी की सच्चाई इस देश में अब साफ साफ दिखाई दे रही है और उस एक्ट की महिमा देखिये कि हमें अपनी भाषा बोलने में शर्म आती है, जबकि अंग्रेजी में बोलते हैं कि दूसरों पर रोब पड़ेगा, हम तो खुद में हीन हो गए हैं जिसे अपनी भाषा बोलने में शर्म आ रही है, उस देश का कैसे कल्याण संभव है?*

 

*हमारी पुरानी शिक्षा पद्धति बहुत ही समृद्ध और विशाल थी और यही कारण था कि हम विश्वगुरु थे। हमारी शिक्षा पद्धति से पैसे कमाने वाले मशीन पैदा नहीं होते थे बल्कि मानवता के कल्याण हेतु अच्छे और विद्वान इंसान पैदा होते थे। आज तो जो बहुत पढ़ा लिखा है वही सबसे अधिक भ्रष्ट है, वही सबसे बड़ा चोर है।*

 

हमने अपना इतिहास गवां दिया है! 

 

*क्योंकि अंग्रेज हमसे हमारी पहचान छीनने में सफल हुए। उन्होंने हमारी शिक्षा पद्धति को बर्बाद कर के हमें अपनी संस्कृति, मूल धर्म, ज्ञान और समृद्धि से अलग कर दिया।*

 

*आज जो स्कूलों और कॉलेजों का हाल है वो क्या ही लिखा जाए! हम न जाने ऐसे लोग कैसे पैदा कर रहें हैं जिनमें जिम्मेवारी का कोई एहसास नहीं है। जिन्हें सिर्फ़ पद और पैसों से प्यार है। हम इतने अससल कैसे होते जा रहें हैं? किसी भी समाज की स्थिति का अनुमान वहां के शैक्षणिक संस्थानों की स्थिति से लगाया जा सकता है। आज हम इसमें बहुत असफल हैं। हमने स्कूल और कॉलेज तो बना लिए लेकिन जिस उद्देश्य के लिए इसका निर्माण हुआ उसकी पूर्ति के योग्य इंसान और सिस्टम नहीं बना पाए!* 

 

*जब आप अपने देश का इतिहास पढ़ेंगे तो आप गर्व भी महसूस करेंगे और रोएंगे भी क्योंकि आपने जो गवां दिया है वो पैसों रुपयों से नहीं खरीदा जा सकता! हमें एक बड़े पुनर्जागरण की जरूरत है। सरकारें आएंगी जाएंगी, इनसे बहुत उम्मीद करना बेवकूफी होगी, जनता जब तक नहीं जागती हम अपनी विरासत को कभी पुनः हासिल नहीं कर पाएंगे!*

*जागना होगा और कोई विकल्प नहीं!*

🙏🇮🇳🙏

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻सोमवार, ११ जुलाई २०२२🌻

 

सूर्योदय: 🌄 ०५:३६

सूर्यास्त: 🌅 ०७:१३

चन्द्रोदय: 🌝 १७:०३

चन्द्रास्त: 🌜२७:२१

अयन 🌖 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)

ऋतु: ⛈️ वर्षा

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 आषाढ

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि 👉 द्वादशी (११:१३ से त्रयोदशी)

नक्षत्र 👉 अनुराधा (०७:५० से ज्येष्ठा, २९:१५ से मूल)

योग 👉 शुक्ल (२१:०२ से ब्रह्म)

प्रथम करण 👉 बालव (११:१३ तक)

द्वितीय करण 👉 कौलव (२१:३२ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

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सूर्य 🌟 मिथुन

चंद्र 🌟 धनु (२९:१५ से)

मंगल 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 मिथुन (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 वृष (उदित, पूर्व, वक्री)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:५०

अमृत काल 👉 २१:२४ से २२:५०

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:२३ से ०७:५०

रवियोग 👉 २९:१५ से २९:२४

विजय मुहूर्त 👉 १४:४२ से १५:३८

गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०७ से १९:३१

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:२१ से २०:२१

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०२ से २४:४३

राहुकाल 👉 ०७:०८ से ०८:५३

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:३८ से १२:२२

होमाहुति 👉 शनि (२९:१५ तक)

दिशाशूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (०७:५० से २९:१५)

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व २९:१५ से)

शिववास 👉 कैलाश पर (११:१३ से नन्दी पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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सोम प्रदोष व्रत, वामन पूजा, चूड़ाकर्म (मुंडन) संस्कार मुहूर्त दोपहर १२:०५ से १२:५९ तक, वाहन क्रय-विक्रय+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०९:०७ से १०:५० तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

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आज ०७:५० तक जन्मे शिशुओ का नाम

अनुराधा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (ने) नामाक्षर से तथा इसके बाद २९:१५ तक जन्मे शिशु का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (नो, या, यी, यू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार (ये) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मिथुन – २७:३७ से ०५:५२

कर्क – ०५:५२ से ०८:१४

सिंह – ०८:१४ से १०:३३

कन्या – १०:३३ से १२:५१

तुला – १२:५१ से १५:१२

वृश्चिक – १५:१२ से १७:३१

धनु – १७:३१ से १९:३५

मकर – १९:३५ से २१:१६

कुम्भ – २१:१६ से २२:४२

मीन – २२:४२ से २४:०५

मेष – २४:०५ से २५:३९

वृषभ – २५:३९ से २७:३४

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०५:२३ से ०५:५२

रोग पञ्चक – ०५:५२ से ०७:५०

शुभ मुहूर्त – ०७:५० से ०८:१४

मृत्यु पञ्चक – ०८:१४ से १०:३३

अग्नि पञ्चक – १०:३३ से ११:१३

शुभ मुहूर्त – ११:१३ से १२:५१

रज पञ्चक – १२:५१ से १५:१२

शुभ मुहूर्त – १५:१२ से १७:३१

चोर पञ्चक – १७:३१ से १९:३५

शुभ मुहूर्त – १९:३५ से २१:१६

रोग पञ्चक – २१:१६ से २२:४२

शुभ मुहूर्त – २२:४२ से २४:०५

शुभ मुहूर्त – २४:०५ से २५:३९

रोग पञ्चक – २५:३९ से २७:३४

रोग पञ्चक – २७:३४ से २९:१५

शुभ मुहूर्त – २९:१५ से २९:२४

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन कार्यो में निरंतर मिल रही असफलता के कारण नकारात्मक विचार मन को परेशान करेंगे। शारीरिक रूप से भी शिथिल रहेंगे। व्यवसाय सम्बंधित आयोजन अधूरे रहने से कार्य क्षेत्र पर आपकी आलोचना भी हो सकती है। व्यवहारिकता की कमी के कारण लाभदायक सम्बन्ध टूट सकते है। नौकरी पेशा जातक काम से मन चुरायेंगे इसलिए अधिकारियो का कोप भाजन बनना पडेगा। संध्या के समय किसी स्त्री के सहयोग से धन लाभ की सम्भवना है। परिजनों से सम्बन्ध ठीक नहीं रहेंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आप आनंद से बितायेंगे। किसी मनोकामना अथवा बनाई योजना में सफलता मिलने की ख़ुशी दिन भर रहेगी। सेहत थोड़ी असामान्य रह सकती है स्वसन क्रिया सम्बंधित परेशानी बनेगी। कार्य क्षेत्र से आशा से अधिक लाभ कमा सकेंगे। यात्रा पर जाने का विचार होगा जिसमे थकान भी रहेगी परन्तु उत्साह के आगे अनुभव नहीं होगी। आस पड़ोसियों से ईर्ष्या युक्त सम्बन्ध रहेंगे। आप किसी से भी मदद लेने में सफल रहेंगे परन्तु किसी की मदद करने में आनाकानी कर सकते है। परिजन आपकी बात मानेंगे।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप स्वार्थ सिद्धि के कारण आपसी मनमुटाव भुलाकर नए सिरे से कार्य करेंगे। परन्तु अधिकारियो से कार्य निकालना आसान नहीं रहेगा। कार्य क्षेत्र अथवा घर पर किसी अन्य व्यक्ति के कारण हंगामा खड़ा हो सकता है फिर भी पारिवारिक सदस्यों के एकजुट होने से समस्या का समाधान निकाल लेंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन परिश्रम वाला रहेगा परिश्रम के बाद ही निर्वाह योग्य आय बना पाएंगे। विरोधी चाह कर भी आपका बुरा नहीं कर पाएंगे। लंबी दूरी की यात्रा की योजना बनेगी भविष्य की योजनाओं पर खर्च होगा।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। आज कार्यो को काफी सोच विचारने के बाद ही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर निर्णय लेने में थोड़ी परेशानी भी रह सकती है फिर भी सोची गयी योजनाएं अवश्य फलीभूत होंगी। धन लाभ थोड़े इन्तजार के बाद होगा। शारीरिक स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। घर में पूजा पाठ का आयोजन करवा सकते है। नए कार्यो की शुरुआत फिलहाल टालें। सुख के साधनों में वृद्धि होगी। विरोधी परास्त होंगे। परिवार में शांति रहेगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन की शुरुआत में किसी से विवाद हो सकता है जिस के कारण मध्यान तक मन अशांत रहेगा। कार्य व्यवसाय में भी दिन उदासीन रहेगा परिश्रम का उचित फल नहीं मिलेगा। हाथ आये अनुबंध भी निरस्त हो सकते है। नौकरी पेशा जातक अधिक कार्य भार के कारण थकान अनुभव करेंगे। परिवार में किसी के स्वास्थ्य खराब होने अथवा महत्त्वपूर्ण कार्य निकलने से दिनचर्या में परिवर्तन करना पड़ेगा। आकस्मिक खर्च भी परेशान करेंगे। संतान आपकी अवहेलना करेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आपका ध्यान कार्य क्षेत्र पर कम ही रहेगा फलस्वरूप लाभ की आशा भी छोड़नी पड़ेगी। परन्तु फिर भी आज आकस्मिक रूप से धन की आमद होने से आप स्वयं भी आश्चर्य चकित रह जाएगे। भोग विलास की प्रवृति में अधिक समय देंगे। सामाजिक कार्यो की अनदेखी करने से व्यवहारों में कमी आएगी। गृहस्थ सुख उत्तम बना रहेगा। रिश्तेदारी में उपहारों का आदान प्रदान होगा। अविवाहित अथवा बेरोजगारों के लिए परिस्थिति सहायक बनेगी। यात्रा में चोटादि का भय है सतर्क रहें।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आप आस-पास बन रहे वातावरण से क्षुब्ध होकर एकांतवास करना पसंद करेंगे। परन्तु सांसारिक मोह अधिक रहने के कारण ज्यादा समय एक निर्णय पर नहीं टिक पाएंगे। समाज एवं परिवार में एक समय अपने आप को अलग थलग पाएंगे। क्रोध भी अधिक रहेगा फिर भी थोड़ा संयम विवेक रहने से किसी को परेशान नहीं करेंगे। संतान आपकी भावनाओं की कद्र करेगी परन्तु अहम् के कारण किसी का सहयोग नहीं लेंगे।

आर्थिक कारणों से महत्त्वपूर्ण यात्रा अथवा अन्य व्यवहार प्रभावित रहेंगे।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप तन मन से एकदम चुस्त रहेंगे। मानसिक प्रसन्नता रहने से कार्यो को बेहतर ढंग से कर पाएंगे अपने आस-पास का वातावरण विनोदी स्वभाव से हास्यमय बनाएंगे लेकिन ध्यान रहे आपकी हास्य भरी बातें किसी के दिल को चुभ भी सकती है। कार्य क्षेत्र से आशा के अनुसार लाभ नही होने पर भी परेशांन नहीं होंगे। अधिकारी वर्ग आज आपको कोई महत्त्वपूर्ण कार्य सौप सकते है जिसपर आप खरे उतरेंगे। परिवार में भी आप सक्रीय रहेंगे परिजनों की।परेशानियों को गंभीर लेकर तुरंत समाधान करेंगे।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन सभी कार्यो में आशा के विपरीत फल रहेगा। विशेष कर धन सम्बंधित कार्य अनुभवी व्यक्ति की सलाह के बाद ही करें। कार्य क्षेत्र पर गलत निर्णय लेने से धन के साथ मान हानि भी हो सकती है। पारिवारिक वातावरण भी कुछ ऐसा ही रहेगा। कार्य क्षेत्र की खींज घर में निकालने से वातावरण अशान्त बनेगा। पत्नी अथवा संतान से तकरार हो सकती है। बड़े बुजुर्ग अथवा अधिकारी भी आपसे नाराज रहेंगे। अनैतिक साधनो से धन कमाने की योजना में लाभ हो होगा परन्तु जोखिम भी अधिक रहेगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज दिन का पूर्वार्द्ध पहले की भांति शांति से व्यतीत करेंगे परन्तु इसके बाद का समय थोड़ा कष्टदायक रहने वाला है सभी महत्त्वपूर्ण कार्य आलस्य छोड़ जल्दी निपटाने का प्रयास करें। इस अवधि में धन लाभ भी होगा। मध्यान के बाद स्थिति बदलने से आकस्मिक खर्च बढ़ेंगे संकलित पूँजी खर्च हो सकती है। व्यापार में निवेश एवं धन की उधारी के व्यवहार सोच समझ कर ही करें। परिवार में किसी महिला के रूठने पर खुशामद करनी पड़ सकती है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन धन लाभ के अवसर मिलेंगे। कार्यो में गति आने एवं घर एवं कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था में सुधार होगा। भविष्य के प्रति निश्चिन्त रहेंगे। पारिवारिक सदस्य आपको पूरा सहयोग करेंगे। बीच-बीच में किसी पुराने विवाद के कारण अशांति बनेगी फिर भी स्थिति नियंत्रण में रहेगी। व्यवसाय में समय से पहले महत्त्वपूर्ण कार्य पूर्ण होने से धन की आमद सुनिश्चित होगी। बड़े बुजुर्ग आपकी प्रगति से प्रसन्न रहेंगे। आज अतिआत्मविश्वास की भावना भी रहेगी जिससे सम्मान हानि भी हो सकती है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आप में परोपकार की भावना अधिक रहेगी। अपने कार्यो को छोड़ दुसरो के कार्य करने के कारण परेशानी होगी परन्तु मानसिक संतोष भी रहेगा। दो पक्षो के विवाद के बीच व्यर्थ में फंस सकते है किसी की मध्यस्थता आज भूल कर भी ना करें। परिश्रम वाले कार्यो को करने में शारीरिक रूप से अक्षम रहेंगे। अर्थ एवं परिवारिक कारणों से चिंता रहेगी। किसी से मदद लेना चाहेंगे उसमे भी निराशा ही मिलेगी। लोग आपकी मदद करने की जगह आपकी बातों को हास्य में लेंगे।

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