*तेजोराशे जगत्पते ।**अनुम्प्यमां भक्त्या* *गृहाणाघ्यरं दिवाकर।।* *ॐ सूर्याय नम:* *जीवन एक क्रीड़ा हैं और चुनौतियाँ इस खेल का अभिन्न भाग हैं, जो इसको और रोमांचक बनाती
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