नोट बंदी और जीएसटी के कारण प्रकाश पांडे ने पिया जहर?

मनोज रावत की कलम से 

प्रकाश पांडे को जिन कारणों से आपको जहर खाने के लिए मजबूर होना पड़ा , कुछ महीनों पहले इसी दफ्तर में उनकी सफलता पर जश्न मनाया गया था।

नैनीताल जिले के काठगोदाम निवासी ट्रांसपोर्टर, प्रकाश पांडे ने आज , उत्तराखण्ड राज्य बी0जे0पी0 के कार्यालय में मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में जहर खा लिया। उनको दून अस्पताल के आई0सी0यू0 में भर्ती किया । प्रकाश की हालत नाजुक बताई जा रही है। अब उन्हें मैक्स अस्पताल रेफर किया है।
प्रकाश ने मंत्री को जहर खाने के बाद एक पत्र दिया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि, नोटबंदी और जी0यस0टी0 के कारण उनका 1 करोड़ के लगभग का कारोबार शून्य पर पंहुच गया है। जिस कारण वे न तो बैंक की किस्तें दे पा रहे हैं न ही बच्चों की फीस।
प्रकाश ने इससे पहले कही पत्र प्रधानमंत्री और बित्त मंत्री को भी भेजे । पर प्रधानमंत्री कार्यालय से केवल,”आपकी शिकायत सुन ली गयी है ” का जबाब आया। प्रकाश !
नोट बंदी के बाद सैकड़ों लोग अपना ही पैसा निकालने के लिए लाइन पर लग कर मर गए। आजादी के बाद पहली बार, किसी सरकार के” तुगलकी निर्णय” से बेगुनाहों की इतनी मौतें , जिन्हें अगर लोकतंत्र में सरकार के निर्णय से हुई हत्याएं कहा जाए तो अतिशयोक्ति न होगी।
नोट बंदी ओर जी0यस0टी0 से करोड़ों व्यापारी ओर आमजन बरबाद हो गए। जिनमें आप भी एक हैं। आज भी पहाड़ों तो छोड़िए देहरादून जैसे राजधानी के बैंकों और atm में भी पैसे नही हैं।
पर दुख तो इस बात का है, जिस कार्यालय में आपने अपनी हालातों के कारण और डबल इंजिन सरकार की निष्ठुरता के कारण जहर खाया वंही कुछ दिनों पहले इन दोनों निर्णयों की सफलता का जश्न मनाया गया था। ये खुशियां पूरे देश में मनाई गई। (मनोज रावत – विधायक, 7- केदारनाथ,उत्तराखण्ड)

आखिर क्या वजह थी जो प्रकाश को यह कदम उठाना पड़ा आइए आपको बताते हैं। दरअसल ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे बैंक के कर्ज से परेशान है। उसका कहना था कि जीएसटी और नोटबंदी ने उसका कारोबार ठप कर दिया है। वह कर्ज के बोझ से डूब गया है, अब उसके पास और कोई रास्ता नहीं बचा इसलिए वह  सरकार के सम्मुख जहर पीने के लिए विवश है।

बतादें कि शनिवार को देहरादून के बलवीर रोड स्थित बीजेपी कार्यालय में सुबोध उनियाल जनता दर्शन कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुन रहे थे, प्रकाश पांडे भी अपनी शिकायत लेकर यहां पहुंचा था। उसने कहा कि वह जहर पीने के बाद अपना आखिरी शिकायत पेश कर रहा है। इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई तो बीजेपी  कार्यकर्ताओं ने प्रकाश पांडे को दून अस्पताल पहुंचाया,जाते-जाते भी कारोबारी सरकार के खिलाफ बोलता रहा। उन्हें गम्भीर हालत में दून हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनके पेट से जहरीला पदार्थ निकाल दिया गया है और अब उनकी हालत स्थिर नहीं हुई तो उन्हैं मैक्स अस्पताल ले जाया गया।