वीर चंद्रसिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल द्वारा ‘रामलला प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ’ के उपलक्ष्य में एनएमओ द्वारा सेवामूलक कार्यक्रमों का आयोजन

**रामलला प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर एनएमओ द्वारा सेवामूलक कार्यक्रमों का आयोजन**  

पिछले वर्ष 2024 में अयोध्या मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को संपन्न हुई थी। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष यह तिथि 11 जनवरी 2025 को पड़ रही है। इस पावन अवसर पर राष्ट्रीय चिकित्सक संगठन (एनएमओ) की वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर (उत्तराखंड) इकाई द्वारा विशेष सेवामूलक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।  

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण हेमवती नंदन बहुगुणा बेस अस्पताल, श्रीनगर के ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर रहा। इस पुनीत कार्य में अनेक चिकित्सकों, स्टाफ और एमबीबीएस छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।  

इसके साथ ही, माता मंदिर, कॉलेज कैंपस में पूजा और प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में मेडिकल कॉलेज के स्टाफ और छात्रों ने सहभागिता की और श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया।  

कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सी.एम.एस. रावत और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. अजय विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित की गई। कार्यक्रम का सफल समन्वय डॉ. अमन भारद्वाज द्वारा किया गया।  

रक्तदान में प्रमुख योगदान देने वालों में डॉ. दीपा हटवाल, डॉ. कृतिका भारद्वाज और डॉ. अशुतोष मिश्रा के नाम उल्लेखनीय रहे। इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम में डॉ. सतीश कुमार, डॉ. कैलाश गैरोला, डॉ. सुरेंद्र सिंह नेगी, डॉ पार्थ दत्ता , डॉ अशोक शर्मा , डॉ सुनीता भट्ट , डॉ हरप्रीत सिंह , उत्कर्ष, बोरिस, जतिन, ओम, यश, प्रत्यक्ष, प्रिक्षित, समृद्ध, और अन्य फैकल्टी, स्टाफ व एमबीबीएस छात्रों ने अपना योगदान दिया।  

यह आयोजन न केवल सेवा और समर्पण का प्रतीक रहा, बल्कि मेडिकल कॉलेज के सभी सदस्यों द्वारा सामाजिक जिम्मेदारी और धार्मिक आस्था के प्रति गहरी निष्ठा का परिचय भी दिया गया।वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर के डॉ. अमन भारद्वाज, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर ने बताया कि यह कार्यक्रम रामलला प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हमारे संस्थान ने **NMO** के तत्वावधान में एक दिवसीय सेवामूलक आयोजन किया।  

इसमें **स्वैच्छिक रक्तदान शिविर** और **माता मंदिर में पूजा एवं प्रसाद वितरण** का सफल आयोजन हुआ। डॉक्टर्स, स्टाफ और एमबीबीएस छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और सेवा एवं आस्था का संदेश दिया।