*|| 🕉️ ||* *🌞सुप्रभातम🌞*
*आज का पञ्चांग*
*दिनाँक:- 13/07/2024, शनिवार*
*सप्तमी, शुक्ल पक्ष,**आषाढ*
तिथि———- सप्तमी 15:04:58 तक
पक्ष———————— शुक्ल
नक्षत्र———— हस्त 19:13:38
योग————– शिव 30:14:00
करण———– वणिज 15:04:58
करण——- विष्टि भद्र 28:17:44
वार———————– शनिवार
माह———————– आषाढ
चन्द्र राशि—————— कन्या
सूर्य राशि—————– मिथुन
रितु————————– वर्षा
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) —————कालयुक्त
विक्रम संवत—————- 2081
गुजराती संवत————- 2080
शक संवत—————— 1946
कलि संवत—————– 5125
सूर्योदय————— 05:34:00
सूर्यास्त—————–19:15:52
दिन काल————- 13:41:52
रात्री काल————- 10:18:36
चंद्रोदय—————- 11:55:37
चंद्रास्त—————- 23:44:25
लग्न—- मिथुन 26°55′ , 86°55′
सूर्य नक्षत्र—————– पुनर्वसु
चन्द्र नक्षत्र——————- हस्त
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ष—- हस्त 05:41:27
ण—- हस्त 12:27:52
ठ—- हस्त 19:13:38
पे—- चित्रा 25:58:31
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= मिथुन 26°05, पुनर्वसु 3 हा
चन्द्र=कन्या 17°30 , हस्त 3 ण
बुध =कर्क 22°53′ अश्लेषा 2 डू
शु क्र= कर्क 07°05, पुष्य ‘ 2 हे
मंगल=वृषभ 00°30 ‘ कृतिका’ 2 ई
गुरु=वृषभ 16°30 रोहिणी , 2 वा
शनि=कुम्भ 25°10 ‘ पू o भा o ,2 सो
राहू=(व) मीन 16°30 रेवती , 1 दे
केतु=(व) कन्या 16°30 हस्त , 3 ण
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*
राहू काल 08:59 – 10:42 अशुभ
यम घंटा 14:08 – 15:50 अशुभ
गुली काल 05:34 – 07: 17अशुभ
अभिजित 11:58 – 12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 07:24 – 08:18 अशुभ
वर्ज्यम 28:13* – 30:01* अशुभ
प्रदोष 19:16 – 21:21 शुभ
💮चोघडिया, दिन
काल 05:34 – 07:17 अशुभ
शुभ 07:17 – 08:59 शुभ
रोग 08:59 – 10:42 अशुभ
उद्वेग 10:42 – 12:25 अशुभ
चर 12:25 – 14:08 शुभ
लाभ 14:08 – 15:50 शुभ
अमृत 15:50 – 17:33 शुभ
काल 17:33 – 19:16 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 19:16 – 20:33 शुभ
उद्वेग 20:33 – 21:51 अशुभ
शुभ 21:51 – 23:08 शुभ
अमृत 23:08 – 24:25* शुभ
चर 24:25* – 25:43* शुभ
रोग 25:43* – 26:59* अशुभ
काल 26:59* – 28:17* अशुभ
लाभ 28:17* – 29:34* शुभ
🚩होरा, दिन
शनि 05:34 – 06:42
बृहस्पति 06:42 – 07:51
मंगल 07:51 – 08:59
सूर्य 08:59 – 10:08
शुक्र 10:08 – 11:16
बुध 11:16 – 12:25
चन्द्र 12:25 – 13:33
शनि 13:33 – 14:42
बृहस्पति 14:42 – 15:50
मंगल 15:50 – 16:59
सूर्य 16:59 – 18:07
शुक्र 18:07 – 19:16
🚩होरा, रात
बुध 19:16 – 20:07
चन्द्र 20:07 – 20:59
शनि 20:59 – 21:51
बृहस्पति 21:51 – 22:42
मंगल 22:42 – 23:34
सूर्य 23:34 – 24:25
शुक्र 24:25* – 25:17
बुध 25:17* – 26:08
चन्द्र 26:08* – 26:59
शनि 26:59* – 27:51
बृहस्पति 27:51* – 28:43
मंगल 28:43* – 29:34
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मिथुन > 02:50 से 05:10 तक
कर्क > 05:10 से 07:20 तक
सिंह > 07:20 से 09:30 तक
कन्या > 09:30 से 11:44 तक
तुला > 11:44 से 14: 10 तक
वृश्चिक > 14:10 से 16:14 तक
धनु > 16:14 से 18:20 तक
मकर > 18:20 से 20:08 तक
कुम्भ > 20:08 से 21:38 तक
मीन > 21:38 से 23:06 तक
मेष > 23:06 से 00:44 तक
वृषभ > 00:44 से 02:44 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
7 + 7 + 1 = 15 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
बुध ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
7 + 7 + 5 = 19 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
15:05 से रात्रि 28: 15 तक समाप्त
पाताल लोक = धन लाभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*गुप्त नवरात्रि त्रिपुर भैरवी पूजन*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
बहुनां चैव सत्त्वानां समवायो रिपुञ्जयः ।
वर्षन्धाराधरो मेघस्तृणैरपि निवार्यते ।।
।। चा o नी o।।
यदि हम बड़ी संख्या में एकत्र हो जाए तो दुश्मन को हरा सकते है. उसी प्रकार जैसे घास के तिनके एक दुसरे के साथ रहने के कारण भारी बारिश में भी क्षय नहीं होते.
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: ज्ञानविज्ञानयोग अo-07
वेदाहं समतीतानि वर्तमानानि चार्जुन ।,
भविष्याणि च भूतानि मां तु वेद न कश्चन ॥,
हे अर्जुन! पूर्व में व्यतीत हुए और वर्तमान में स्थित तथा आगे होने वाले सब भूतों को मैं जानता हूँ, परन्तु मुझको कोई भी श्रद्धा-भक्तिरहित पुरुष नहीं जानता॥,26॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। बुद्धि का प्रयोग करेंग। कार्य में सफलता मिलेगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
🐂वृष
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। प्रमाद न करें।
👫मिथुन
कोई बड़ी बाधा उठ खड़ी हो सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें, गुम हो सकती है। विवाद के बढ़ावा न दें। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। मेहनत अधिक होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा।
🦀कर्क
कानूनी अड़चन सामने आएगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी। व्यर्थ दौड़धूप रहेगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। रोजगार मिलेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे।
🐅सिंह
किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता रहेगी।
🙍♀️कन्या
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। शत्रु पस्त होंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। सभी तरफ से सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर अधिक व्यय होगा।
⚖️तुला
विवाद को बढ़ावा न दें। चोट व दुर्घटना के प्रति सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते कामों में विघ्न आ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बेकार बातों की तरफ ध्यान न दें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। फालतू खर्च होगा।
🦂वृश्चिक
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। दुष्टजनों से सावधान रहें। प्रमाद न करें।
🏹धनु
किसी बड़े काम को करने की तीव्र इच्छा जागृत होगी। आर्थिक उन्नति की योजना बनेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। नए उपक्रम प्रारंभ हो सकते हैं। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। थकान व कमजोरी रहेगी।
🐊मकर
यात्रा लाभदायक रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। आय में वृद्धि होगी। लाभ में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पारिवारिक चिंता रहेगी। जोखिम न लें।
🍯कुंभ
विवाद को बढ़ावा न दें। फालतू खर्च होगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। परिवार के किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर खर्च होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी न करें।
🐟मीन
शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। बेरोजगारी के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही होगा। समय अनुकूल है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*
*श्री बदरीनाथ धाम नायब रावल प्रभारी रावल के रूप में संभालेंगे श्री बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना का दायित्व*
• *शनिवार 13 जुलाई से मंदिर समिति पदाधिकारियों, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी सहित बामणी, माणा गांव के हकहकूकधारियों तथा डिमरी धार्मिक केंद्रीय प़चायत, बदरीनाथ मंदिर के भितरी बडुवाजनों की उपस्थिति में पूजा- अनुष्ठान शुरू होंगे।*
*• रविवार 14 जुलाई को नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी संभालेंगे पूजा-पाठ का जिम्मा।*
श्री बदरीनाथ धाम, 12 जुलाई। श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के आवेदन को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस संबंध में आज शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए गए हैं। रावल की सेवानिवृत्ति के बाद सहायक रावल अमरनाथ नंबूदरी भगवान बदरी विशाल की पूजा-पाठ का जिम्मा संभालेंगे। उल्लैखनीय है कि निवर्तमान रावल ने स्वास्थ्य कारणों से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति हेतु आवेदन किया था।
रावल को प्रभारी रावल के रूप में पूजा-अर्चना का कार्यभार सौंपने के लिए धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं के अनुरूप कल 13 व 14 जुलाई को दो दिन तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति पदाधिकारियों, डिमरी भितरी बडुवाजनों, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत एवं कमदी, मेहता, भंडारी थोक पदाधिकारियों सहित बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह की उपस्थिति में श्री बदरीनाथ धाम में विभिन्न अनुष्ठान आयोजित होंगे।
बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी तथा वेदपाठीगण डिमरी पुजारी समुदाय एवं हकहकूकधारियों के सानिध्य में 13 जुलाई शनिवार एवं 14 जुलाई रविवार को धार्मिक अनुष्ठानों के पूर्ण करेंगे। रविवार 14 जुलाई से बतौर प्रभारी रावल अमरनाथ नंबूदरी श्री बदरीनाथ धाम में पूजा- अर्चना का दायित्व संभालेंगे।
आज शुक्रवार को बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने अध्यक्ष अजेंद्र अजय की स्वीकृति के बाद रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी को स्वैच्छिक सेवानिवृति और नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी को प्रभारी रावल के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में पृथक – पृथक आदेश जारी कर दिए हैं।
श्री बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने बताया कि नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी को पूजा-अर्चना का दायित्व देने से पहले विभिन्न धार्मिक रस्मों को पूरा किया जायेगा। कल शनिवार 13 जुलाई को प्रात: 9 बजे नायब रावल के मुंडन के बाद पूर्वाह्न10.30 बजे हवन व शुद्धिकरण के साथ नायब रावल का तिलपात्र किया जाएगा। 14 जुलाई को प्रात: 7.30 बजे नायब रावल बदरीनाथ स्थित पंच धाराओं के जल से स्नान तथा पंच शिलाओं नारद शिला, नरसिंह शिला, वराह शिला, गरूड़ शिला व मार्कंण्डेय शिला का दर्शन करेंगे। इसके पश्चात निवर्तमान रावल से मंत्र,आशीर्वाद लेकर नये रावल के रूप में प्रात: 8.30 बजे बाल भोग के बाद प्रात: 9 बजे निवर्तमान रावल से धर्म छड़ी प्राप्तकर पहली बार श्री बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह में पूजा-अर्चना हेतु प्रवेश करेंगे।
श्री बदरीनाथ धाम के प्रभारी अधिकारी/ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान ने बताया है कि निवर्तमान रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी का विदाई सम्मान समारोह भी 14 जुलाई को संपन्न होगा जिसमें मंदिर समिति पदाधिकारी, अधिकारी – कर्मचारी एवं तीर्थ पुरोहित सेवानिवृत्त रावल को विदाई देंगे।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि दो दिन के धार्मिक अनुष्ठान के अवसर पर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, तथा पंचायत पदाधिकारी एवं श्री बदरीनाथ मंदिर के भितरी बडुवागण, मंदिर समिति सदस्य वीरेंद्र असवाल, सदस्य भास्कर डिमरी, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, विशेष कार्याधिकारी रमेश सिंह रावत, प्रभारी अधिकारी गिरीश चौहान,मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविंद्र भट्ट एवं हक हकूकधारी कमदी, मेहता, भंडारी थोक के हकहकूकधारी, पदाधिकारीगण,बामणी, पांडुकेश्वर, माणा के हकहकूकधारी सहित तीर्थ पुरोहित तथा मंदिर कर्मचारीगण बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहेंगे।
ये है मध्यप्रदेश को ऊ॰प्र से जोड़ने वाले सिंगरौली-प्रयागराज नेशनल हाईवे की प्रस्तावित जमीन। क्या दिख रहा है?
यहां बीचों-बीच जमीन-मकानों की “मुआवजा” इंडस्ट्री खड़ी हो गई है।दैनिक भास्कर की एक “टीम” ने वहाँ जा कर यह तथ्य पता लगाया। वहाँ ऊ॰प्र, छत्तीसगढ़ एवं झारखंड तक के लोग यहाँ किसानों की उसी जमीन पर घर बना रहे हैं, जहां से “हाईवे” निकलेगा।
एक-एक व्यक्ति ने 32-32 मकान बना लिया है।“मुआवजा घर” का प्रारूप तो देखिए :- ईंट की 04 फीट ऊँची चहारदीवारी। टिन शेड रखे जाते हैं, ये घर बाहर से स्थायी लगते हैं, पर इनमें कोई रहता नहीं। करीब 02 हजार घर वहीं लाइन से बने हैं, जहां से हाईवे निकलेगा।
ऐसी प्रजा को “आधा सेर प्रणाम”ऐसे भूमाफिया ठगों को इन नकली भवनों का मुआवजा देने की जगह जेल भेजना चाहिए और इस मलबे को तोड़ने का व्यय भार भी इन्हीं ठगों से वसूल करना चाहिए। ✍️हरीश मैखुरी
चार बीबी चालीस बचे खुदा की देन और गरीबी मंहगाई शिक्षा रोजगार स्वास्थ्य मकान सरकार की जिम्मेवारी । अंबानी की धूमधाम वाले विवाह संस्कार को कोसने के लिए आजकल गरीबी मंहगाई का जो विषय उठाया जा रहा है उसके समाधान के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग करो। अंबानी ने देश को उद्योगों से सुसज्जित किया है उद्योग लगा कर पैंसा कमाया है देश को सबसे ज्यादा टैक्स देता है। उसका अपना पैंसा है। जैसे चाहे उपयोग करे। इसके लिए अंबानी को आपके राय की आवश्यकता है ही नहीं। गरीबी हटाते हटाते सोनिया गांधी राहुल गांधी प्रियंका गांधी की भांति जवाहर रोजगार योजना से रातों-रात करोड़ पति नहीं बना है अंबानी। अपने पुरूषार्थ का पैंसा है उनका। देश के उद्योगपति भी देश के एसिट होते हैं देश के संबल होते हैं। देश को आगे बढ़ाने में देश के उद्योगपतियों का बहुत बड़ा योगदान है। हमारे उद्योगपतियों की भूमिका कोई बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भांति नहीं है कि केवल संसाधनों पर डाका डालो। अंबानी ने अपने बेटे के विवाह के उपलक्ष्य में जो उदहारण प्रस्तुत किया वो भी अद्वतीय है। शुद्ध भारतीय संस्कृति के अनुसार विवाह समारोह और संस्कार संपन्न हो रहा है। सौ निर्धन जोड़ों का विवाह अंबानी ने इस उपलक्ष अपने व्यय पर कराया उन्हें सभी आवश्यक उपयोग और गृहस्थी का सामान और जेवर भी दिए, अनंत अंबानी के विवाह के उपलक्ष्य में पिछले 45 दिनों से 50000 गरीब लोगों को नित्य भोजन खिलाया जा रहा है ये बात कम लोगों को पता है। इसका उल्लेख भी कर देते या केवल एक पक्ष फिजूलखर्ची देखेंगे? इसलिए राहु-केतु की तरह देश के उद्योगपतियों को कोसना उचित नहीं।
यह दृश्य देख कर एक साथ भारत, अमेरिका, यूरोप, यूक्रेन और नाटो सहित सबके स्थान विशेष में ऊष्मा का प्रवाह हो रहा होगा.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के, 10 साल की कार्यकाल के दौरान, उन्हें 15 देशों ने अपने देश की सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है और आज रसिया द्वारा दिए गए सर्वोच्च नागरिक सम्मान को मिलाकर यह आंकड़ा 16 हो गया है.
आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को अपने देश रूस की सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल” से सम्मानित किया है. नरेंद्र दामोदरदास मोदी ये सम्मान पाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री और नेता है…
अमेरिकी थिंक टैंक और पश्चिमी वामपंथी लिबरल को यह दृश्य पसंद नहीं आएगा. खासकर उस जॉर्ज सोरोस के #Ecosystem से प्रभावित पश्चिमी देशों और उसके #फंडिंग पर पल रहे भारत में बैठे उसकी मानसिक संताने लगेगी
प्रेसिडेंट पुतिन का ऐसा स्वागत #भाव, पहले कभी आप लोगों ने नहीं #देखा होगा, आप उन्हें शायद ही किसी विदेशी नेता के स्वागत में, अपने #पैलेस तक गाड़ी में बैठाकर खुद गाडी चला कर ले जाते हुए नहीं देखा होगा. भारत को अब अमेरिका की परवाह नहीं है. भारत की विदेश नीति उसी के #अनुरूप चल रही है, जो भारत के लिए सर्वोत्तम है. कोई भी वैश्विक दबाव भारत-रूस मित्रता में बाधा नहीं डाल सकता.
अमेरिकी पश्चिमी थिंक टैंक व भारतीय वामपंथियों को यह दृश्य आज रात को उन्हें सोने नहीं देगी….
रूस ने जो अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान कभी जवाहरलाल नेहरू इंदिरा गांधी राजीव गांधी को नहीं दिया वह मोदी को दिया है
खुद को भारत रत्न देने से व्यक्ति महान नहीं होता है महान जब होता है जब दूसरे सम्मान देते हैं
*वर्तमान समाज में पैर पसारते कलयुग के अशुभ लक्षण*भारत की पहचान सनातन धर्म संस्कृति से है और सनातन की पहचान हमारी संस्कृति से। इसका अर्थ हुआ कि संस्कार और संस्कृति की समाप्ति भारत वर्ष की समाप्ति का मार्ग है। सैक्युलर गैंग और बामपंथी गिरोह इसी कार्य में लगे रहते हैं।
1. कुटुम्ब कम हुआ . 2 सम्बंध कम हुए 3. नींद कम हुई. 4. बाल कम हुए 5. प्रेम कम हुआ 6. कपड़े कम हुए 7. शिष्टाचार कम हुआ 8 लाज-लज्जा कम हुई 09 मर्यादा कम हुई 10. बच्चे कम हुए 11. घर में खाना कम हुआ 12. पुस्तक वाचन कम हुआ 13. भाई-भाई प्रेम कम हुआ 15. चलना कम हुआ 16. खानपान की शुद्धता कम हुई 17. खुराक कम हुई 18. घी-मक्खन कम हुआ 19. तांबे – पीतल के बर्तन कम हुए 20. सुख-चैन कम हुआ 21. अतिथि कम हुए 22. सत्य कम हुआ 23. सभ्यता कम हुई 24. मन-मिलाप कम हुआ 25. समर्पण कम हुआ 26.बड़ों का सम्मान कम हुआ।27सहनशक्ति कम हुई । 28 धैर्य कम हुआ 29 श्रद्धा-विश्वास कम हुआ ।और भी बहुत कुछ कम हुआ जिससे जीवन सहज था,सरल था।
संतान को दोष न दें
बालक या बालिका को ‘इंग्लिश मीडियम’ में पढ़ाया…
‘अंग्रेजी’ बोलना सिखाया।
‘बर्थ डे’ और ‘मैरिज एनिवर्सरी’
जैसे जीवन के ‘शुभ प्रसंगों’ को ‘अंग्रेजी कल्चर’ के अनुसार जीने को ही ‘श्रेष्ठ’ माना।
माता-पिता को ‘मम्मी’ और
‘डैड’ कहना सिखाया।
जब ‘अंग्रेजी कल्चर’ से परिपूर्ण बालक या बालिका बड़ा होकर, आपको ‘समय’ नहीं देता, आपकी ‘भावनाओं’ को नहीं समझता, आप को ‘तुच्छ’ मानकर ‘जुबान लड़ाता’ है और आप को बच्चों में कोई ‘संस्कार’ नजर नहीं आता है,
तब घर के वातावरण को ‘गमगीन किए बिना’… या…
‘संतान को दोष दिए बिना’…कहीं ‘एकान्त’ में जाकर ‘रो लें’…
क्योंकि…
पुत्र या पुत्री की पहली वर्षगांठ से ही,
‘भारतीय संस्कारों’ के बजाय,मंदिर जाने की जगह,
‘केक’ कैसे काटा जाता है सिखाने वाले आप ही हैं…
‘हवन कुण्ड में आहुति’ कैसे दी जाए…
‘मंत्र, आरती, हवन, पूजा-पाठ, आदर-सत्कार के संस्कार देने के बदले’…
केवल ‘फर्राटेदार अंग्रेजी’ बोलने को ही,
अपनी ‘शान’ समझने वाले भी शायद आप ही हैं…
बच्चा जब पहली बार घर से बाहर निकला तो उसे
‘प्रणाम-आशीर्वाद’ के बदले
‘बाय-बाय’ कहना सिखाने वाले आप…
परीक्षा देने जाते समय
‘इष्टदेव/बड़ों के पैर छूने’ के बदले
‘Best of Luck’
कह कर परीक्षा भवन तक छोड़ने वाले आप…
बालक या बालिका के ‘सफल’ होने पर, घर में परिवार के साथ बैठ कर ‘खुशियाँ’ मनाने के बदले…
‘होटल में पार्टी मनाने’ की ‘प्रथा’ को बढ़ावा देने वाले आप…
बालक या बालिका के विवाह के पश्चात्…
‘कुल देवता / देव दर्शन’
को भेजने से पहले…
‘हनीमून’ के लिए ‘फाॅरेन/टूरिस्ट स्पॉट’ भेजने की तैयारी करने वाले आप…
ऐसी ही ढेर सारी ‘अंग्रेजी कल्चर्स’ को हमने जाने-अनजाने ‘स्वीकार’ कर लिया है…
अब तो बड़े-बुजुर्गों और श्रेष्ठों के ‘पैर छूने’ में भी ‘शर्म’ आती है…
गलती किसकी..?
मात्र आपकी ‘(माँ-बाप की)’…
अंग्रेजी अंतरराष्ट्रीय भाषा’ है…
कामकाज हेतु इसे ‘सीखना’है,अच्छी बात है पर
इसकी ‘संस्कृति’ को,’जीवन में उतारने’ की तो कोई बाध्यता नहीं थी?
अपनी समृद्ध संस्कृति को त्यागकर नैतिक मूल्यों,मानवीय संवेदनाओं से रहित अन्य सभ्यताओं की जीवनशैली अपनाकर हमनें क्या पाया? अवैध संबंध? टूटते परिवार? व्यसनयुक्त तन? थकेहारे मन? छलभरे रिश्ते? अभद्र,अनुशासनहीन संतानें? असुरक्षित समाज? भयावह भविष्य?
एक बार विचार अवश्य कीजिएगा कि
संस्कारवान पीढ़ी क्यों आवश्यक है ❓
(साभार) *हिंदू जन कल्याण मंच*
रवि किशन की लाडली रीवा ने पिछले साल अग्निवीर ज्वाइन किया था जिसे देखने के बाद लोग लोग उनकी खूब तारीफ करते नजर आ रहे थे। आपको बता दे कि रवि किशन ने खुद अपनी बिटिया की प्यारी तस्वीर को शेयर किया था और उनका सीन गर्व से चौड़ा हो गया था। रवि किशन की लाडली ने आर्मी की यूनिफॉर्म पहनकर अपनी कई प्यारी तस्वीर को शेयर किया था।