शीतकालीन अवकाश के सम्बंध में राजकीय शिक्षक संघ ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरबिन्द पांडे के सम्मुख रखी ये मांग

रिपोर्ट – हरीश मैखुरी

शिक्षा मंत्रालय उत्तराखंड से शीतकालीन अवकाश को लेकर शिक्षकों के लिए शुभ समाचार आ सकता है। आज राजकीय शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से उनके आवास ‘गूलर भोज’ पर मुलाकात की और उनके सम्मुख शीतकालीन अवकाश पूर्व की भांति सुनिश्चित करने की मांग रखी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने आश्वस्त किया कि वे देहरादून पहुंचते ही इस विषय में परिचर्चा करेंगे। समझा जा रहा है कि शिक्षा मंत्री भी शिक्षकों से अनबन की बजाए आपसी सामंजस्य से इस मामले में कोई रास्ता निकालने पर विचार कर सकते हैं 

प्रकाश सिंह चौहान प्रान्तीय प्रवक्ता राशिसं उत्तराखणप्रा के अनुसार प्रान्तीय अध्यक्ष श्री कमल किशोर डिमरी के नेतृत्व मे मुलाकात करने वालों में प्रान्तीय महामंत्री श्री सोहन माजिला जी प्रान्तीय संयुक्त मंत्री श्री योगेश घिल्डियाल जी, ऊधमसिंह नगर अध्यक्ष श्री दीपक शर्मा जी, नैनीताल मंत्री श्री जगदीश बिष्ट, मंडलीय अध्यक्ष कुमाऊँ श्री विजय गोस्वामी, जिला मंत्री अल्मोड़ा श्री भूपाल चिलवाल, प्रान्तीय प्रवक्ता श्री प्रकाश सिंह चौहान/श्री सुन्दर कुंवर,डा दिनेश जोशी, श्री धर्मेन्द्र चौहान, श्री नितेश कांडपाल,, श्रीराजू मेहरा, श्रीमती जानकी अधिकारी,श्री प्रदीप जोशी,श्री शेलेन्द्र जोशी,श्री मनीष फर्तयाल,श्री संजीव कुमार,श्रीमती नमिता पाठक, श्रीमती ममता जोशी, श्रीमती हेमलता जोशी,श्रीमती रश्मि पांडे, श्री नीरज चौहानआदि शिक्षक साथी मौजूद रहे!

 राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री सोहन सिंह मांजिला ने कहा कि “शीतकालीन अवकाश समाप्त करने सम्बन्धी आदेश को निरस्त करने के सम्बंध में मा0 शिक्षा मंत्री जी उनके निवास (गूलरभोज) में भेंट की, मा0 मंत्री जी समाधन निकालने का अस्वाशन दिया है। संगठन ने मा0 मंत्री जी से मांग की है यदि शीतकालीन अवकाश न करने का वर्तमान आदेश निरस्त नहीं किया जाता है ,तो शिक्षकों के शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन अवकाश (vocational leave) हमेशा के लिए समाप्त किये जांय।”

मंजिला ने कहा कि कल रविवार 11 बजे से प्रांतीय कार्यकारणी की बैठक गूगलमीट के माध्यम से होगी, समस्त जनपदीय व मंडली तथा प्रांतीय पदाधिकारी भी इसमें प्रतिभाग करेंगे। 

      विद्यालयों के खुलने के बाद बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षणेतर कर्मचारी और छात्र जिस तरह कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं उससे समझा जा रहा है कि सरकार इस पर संज्ञान लेते हुए  शीतकाल में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए भी शासन शीतकालीन अवकाश के सम्बंध में निर्णय पर पुनर्विचार कर सकता है। मौसम के जानकारों के अनुसार उत्तराखंड में जनवरी के प्रथम दो सप्ताहों में मौसम करवट ले सकता है और कड़ाके की ठंड पड़ सकती है। पर्वतीय जनपदों में के ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी भी हो सकती है।