मेरे गुरू जय श्री कृष्ण 
🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄आज का पञ्चाङ्ग
🌻शुक्रवार, ०५ सितम्बर २०२५🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:१२, सूर्यास्त: ०६:३९
चन्द्रोदय: 🌝 १७:१४, चन्द्रास्त:२८:०८
अयन 🌘 दक्षिणायणे (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४७ (विश्वावसु)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८२ (कालयुक्त)
मास 👉 भाद्रपद पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 त्रयोदशी (२७:१८ से चतुर्दशी)
नक्षत्र 👉 श्रवण (२३:३८ से धनिष्ठा)
योग 👉 शोभन (१३:५३ से अतिगण्ड)
प्रथम करण 👉 कौलव (१५:४५ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (२७:१२ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह, चंद्र 🌟 कुम्भ
मंगल 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 सिंह (उदय, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मिथुन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 कर्क (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 कुम्भ, केतु 🌟 सिंह
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५० से १२:४१
अमृत काल 👉 १३:१६ से १४:५२
सर्वार्थ सिद्धि योग 👉 ०५:५६ से २३:३८
रवि योग 👉 २३:३८ से २९:५६
विजय मुहूर्त 👉 १४:२२ से १५:१२
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३५ से १८:५७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३५ से १९:४३
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५३ से २४:३८
राहुकाल 👉 १०:४० से १२:१५
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १५:२५ से १७:००
दुर्मुहूर्त 👉 ०८:२८ से ०९:१८
होमाहुति 👉 शनि (२३:३८ से चन्द्र)
दिशा शूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पृथ्वी (२७:१२ तक)
चन्द्र वास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 नन्दी पर (२७:१२ से भोजन में)
☄चौघड़िया विचार☄〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ, ३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग, ७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल, ३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत, ७ – चर ८ – रोग
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)
तिथि विशेष〰️〰️〰️〰️
प्रदोष व्रत, शिक्षक दिवस, विवाहादि मुहूर्त सिंह-वृश्चिक ल० (प्रातः ०६:११ से दोपहर ०१:५१, मकर-कुम्भ ल० (सायं ०४:१५ से ०६:१३ तक), व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त दोपहर १२:०१ से १२:५० तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०९:१७ से १०:५१, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०६:१२ से १०:५१ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २३:३८ तक जन्मे शिशुओ का नाम श्रवण नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (खू, खे, खो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम धनिष्ठा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (ग, गी) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – २८:३३ से ०६:५२
कन्या – ०६:५२ से ०९:१०
तुला – ०९:१० से ११:३१
वृश्चिक – ११:३१ से १३:५०
धनु – १३:५० से १५:५४
मकर – १५:५४ से १७:३५
कुम्भ – १७:३५ से १९:००
मीन – १९:०० से २०:२४
मेष – २०:२४ से २१:५८
वृषभ – २१:५८ से २३:५२
मिथुन – २३:५२ से २६:०७+
कर्क – २६:०७+ से २८:२९+
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पञ्चक रहित मुहूर्त
मृत्यु पञ्चक – ०५:५६ से ०६:५२
अग्नि पञ्चक – ०६:५२ से ०९:१०
शुभ मुहूर्त – ०९:१० से ११:३१
रज पञ्चक – ११:३१ से १३:५०
शुभ मुहूर्त – १३:५० से १५:५४
चोर पञ्चक – १५:५४ से १७:३५
शुभ मुहूर्त – १७:३५ से १९:००
रोग पञ्चक – १९:०० से २०:२४
चोर पञ्चक – २०:२४ से २१:५८
शुभ मुहूर्त – २१:५८ से २३:३८
रोग पञ्चक – २३:३८ से २३:५२
शुभ मुहूर्त – २३:५२ से २६:०७+
मृत्यु पञ्चक – २६:०७+ से २७:१२+
अग्नि पञ्चक – २७:१२+ से २८:२९+
शुभ मुहूर्त – २८:२९+ से २९:५६+
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आज का राशिफल🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी आपके लिए विविध कार्यों से सफलता दिला सकता है लेकिन आज दिन के आरंभ में ही किसी कुटुंबीजनों से झगड़ा होने का भय सताएगा जो कि टलते-टलते मध्यान्ह के आसपास होकर ही रहेगा। घर में संपत्ति अथवा व्यवसाय को लेकर किसी सदस्य से खींचतान होने की संभावना है। अपने मन के विचार आवश्यकता पड़ने पर ही प्रकट करें अन्यथा घर के बड़े बुजुर्गों के ऊपर छोड़ना बेहतर रहेगा। कार्यक्षेत्र पर भी आज अनमने मन से कार्य करने पर भी स्थिति आपके लिये लाभदायक ही रहेगी। धन जरुरत के अनुसार कही से मिल जायेगा। आज के दिन स्वयं को किसी भी प्रकार के झंझटों से दूर रखना ही बेहतर रहेगा अन्यथा सेहत का इसके ऊपर विपरीत असर पड़ सकता है। अक्समात यात्रा के योग भी बन रहे हैं।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपका मन धार्मिक भावना से भरा रहेगा। लेकिन दैनिक जीवन की व्यस्तता के चलते इसके लिए उपयुक्त समय नहीं निकाल पाएंगे। फिर भी यथासंभव कुछ ना कुछ परोपकार अवश्य करेंगे। काम-धंधा भी ठीक-ठाक ही चलेगा लेकिन जिस उद्देश्य अथवा मनोकामना से कार्य करेंगे उसके पूर्ण होने में संदेह रहेगा। धन संबंधित मामले भाग दौड़ के बाद आधे पूर्ण होंगे शेष के लिए आश्वासन से ही काम चलाना पड़ेगा। फिर भी आज दैनिक खर्चे चलाने से अधिक आय मिल ही जाएंगे। घरेलू वातावरण शांत रहेगा लेकिन परिजन सुख पूर्ति के उद्देश्य से मीठा व्यवहार करेंगे। संतान को आज धन ना दें अन्य घरेलू आवश्यकताओं को समय रहते पूर्ण करें अन्यथा कलह हो सकती है। ठंडी वस्तुओं का सेवन अधिक ना करें गला खराब हो सकता है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपके शरीर में कुछ ना कुछ व्याधि लगी रहेगी। दिन के आरंभ से ही सर दर्द अथवा भारीपन अनुभव होगा सर्दी जुखाम की शिकायत भी हो सकती है। कार्य करने का उत्साह कम रहेगा खराब सेहत भी आलस्य बढ़ाएगी। फिर भी कार्य क्षेत्र पर अधूरे कार्य पूर्ण करने के उद्देश्य से बेमन से काम करना पड़ेगा। आज आर्थिक विषयों को लेकर कार्यक्षेत्र पर किसी से कहासुनी हो सकती है। देनदारों को झूठे वादे कर टालने का प्रयास करेंगे। धन लाभ के लिए आज भी गुप्त युक्तियों का प्रयोग करना पड़ेगा। इसके लिए कोई अनैतिक कार्य भी कर सकते हैं। मन में अफ़सोस रहेगा लेकिन परिस्थितिवश करने के लिए मजबूर होंगे। धन की आमद कहीं ना कहीं से होगी लेकिन उससे दैनिक खर्च निकल जाए वही काफी है। घरेलू वातावरण भी मन को क्षुब्ध करेगा आवश्यकता पूर्ति ना करने पर परिजनों की अवहेलना का शिकार होना पड़ेगा। उधर संबंधित व्याधियां कुछ समय के लिए परेशान करेंगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन भी आपके अनुकूल रहेगा लेकिन आज छोटी-छोटी बातों पर परिजनों अथवा किसी अन्य से बहस करना भारी पड़ सकता है। अन्य लोग आज आपकी उद्दंडता को स्वीकार नहीं करेंगे जिसके फलस्वरुप घर एवं बाहर अपमानित होने की स्थिति बन सकती है घर हो या कार्यक्षेत्र अपने दम पर काम करने की मानसिकता रखें पूर्व में किए किसी गलत आचरण अथवा लापरवाही के चलते आज कोई आपका साथ नहीं देगा। रोजगार व्यवसाय से धन की आमद के लिए ज्यादा प्रयत्न नहीं करना पड़ेगा जितना होगा उससे संतोष नहीं होगा। अधिक पाने के चक्कर में सरकारी नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं इससे भी लाभ ही होगा लेकिन निकट भविष्य में हानि भी हो सकती है। घर में मौन ही रहने का प्रयत्न करें दांपत्य जीवन में किसी न किसी कारण से कटुता बनेगी। संतानों को छोड़ अन्य किसी से कोई आशा न रखें। किसी पुराने रोग के फिर से उभरने पर परेशानी हो सकती है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए थोड़ा उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। आज आप जिस भी कार्य को करेंगे बेमन से ही करेंगे। सेहत में छोटा-मोटा विकार आएगा। थोड़ा बहुत सामर्थ्य होते हुए भी बहाना बनाकर कार्य से दूर भागेंगे। लेकिन मनोरंजन के अवसर हाथ से नहीं जाने देंगे जिस कारण परिजन अथवा किसी अन्य से बहस हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर आज किसी पुराने अथवा नए प्रसंग के चलते मन में भय रहेगा। अपनी गलती का दुख भी होगा लेकिन स्वभाव में सुधार फिर भी नहीं करेंगे। धन की आमद के लिए आज जुगाड़ की नीति अपनानी पड़ेगी थोड़ा बहुत होगा भी लेकिन तुरंत ही पारिवारिक एवं व्यक्तिगत सुखोपभोग पर खर्च हो जाएगा। घर में लापरवाह व्यवहार के चलते परिजन आपसे नाराज रहेंगे। शरीर में पित्त अथवा विष तुल्य तरल बढ़ने से परेशानी होगी। पारिवारिक कारणों से यात्रा के प्रसंग बन सकते है। यात्रा में नशीले पदार्थो का सेवन ना करें।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपका बुद्धि विवेक प्रखर रहेगा सामाजिक क्षेत्र पर किसी विवाद को सुलझाने के के लिए आपका सहयोग लिया जाएगा। लेकिन किसी की जमानत लेने से बचें अन्यथा निकट भविष्य में मानहानि हो सकती है। कार्यक्षेत्र पर अपने अनुभव के बल पर लाभ के अवसर बनाएंगे लेकिन अंत समय में अति आत्मविश्वास की भावना बने-बनाए कार्य को बिगाड़ सकती है। धन की आमद बाहरी संपर्कों अथवा दूरस्थ व्यवसाय से अवश्य होगी लेकिन घरेलू खर्चों में वृद्धि होने से बचत मुश्किल से ही कर पाएंगे। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी का लापरवाह आचरण एवं धीमी गति से कार्य करना अखरेगा जिसके चलते स्वभाव गर्म होगा फिर भी व्यवहार में नरमी रखें अन्यथा अकेले पड़ सकते हैं। घर के सदस्य महत्वपूर्ण खर्चों के विषय में चर्चा करेंगे लेकिन यह सब आपको व्यक्तिगत स्वार्थ नजर आएंगे। सुख वृद्धि के चक्कर में कोई सरकार विरोधी कार्य हो सकता है इससे बचें अन्यथा मुश्किल में पड़ सकते हैं। दिन में दही अथवा मट्ठे का सेवन करने से काफी व्याधियों से बच सकते हैं।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन भी आपको व्यर्थ के कलह क्लेश का सामना करना पड़ेगा। परिजन आपसे किसी न किसी बात को लेकर असंतुष्ट ही रहेंगे। उनका विरोध तो नहीं करेंगे लेकिन अंदर ही अंदर से दुखी होंगे। मन में आज किसी ना किसी कारण से उधेड़बुन लगी रहेगी खर्च बढ़ने एवं आय सीमित होने के कारण भी भविष्य की चिंता सताएगी। कार्य क्षेत्र पर अथवा कार्य क्षेत्र से संबंधित कोई भी बात परिजनों से ना बाटे यही आज के लिए हितकर रहेगा। धन लाभ की आशा जहां से भी रहेगी वही से हाथ खाली रह जाएंगे फिर भी संध्या से पहले कहीं ना कहीं से आकस्मिक धन मिलने पर मन को थोड़ी शांति मिलेगी। परिवार में अचल संपत्ति को लेकर कलह अथवा माता से संबंधों में कटुता आएगी। शरीर में छोटे-मोटे विकार लगे रहेंगे लेकिन दिनचर्या को प्रभावित नहीं करेंगे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन भी आपके लिए धन लाभ वाला ही रहेगा। लेकिन बीते दिन की तुलना में आज सुख सुविधा की कमी भी अनुभव करेंगे। घर में भाई-बहनों अथवा अन्य किसी परिजन का विपरीत आचरण घर के सभी सदस्यों में चिंता बढ़ाएगा। विशेषकर आज धनु राशि वालों से कम व्यवहार करें ना ही इनकी कोई बातों पर भरोसा करें। घर में आज पैतृक संपत्ति के बंटवारे की बात भी चल सकती है। कार्य क्षेत्र पर काम तो करेंगे लेकिन मन अंदर से उदास ही रहेगा। धन की आमद अवश्य होगी दैनिक खर्चों के साथ भविष्य के लिए भी थोड़ा बहुत बचत कर लेंगे। सहकर्मियों की बातें अथवा मांगों को तुरंत पूरा करें अन्यथा आप के लिए कोई नई समस्या खड़ी हो सकती है। सरकारी कार्यों में आज उलझने बढ़ेगी इसलिए टालना ना ही बेहतर रहेगा। भोजन संबंधित नियमों का पालन करें अन्यथा सेहत खराब हो सकती है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपका स्वभाव एवं व्यवहार किसी को भी समझ में नहीं आएगा। मन में दुर्भावना विकसित होगी स्वजनों को भी अपराधी जैसी नजर से देखेंगे। आपका आचरण एवं वाणी स्वयं को ही मुश्किल में डालेगी। बोलते समय छोटे बड़ों की मर्यादा का विशेष ध्यान रखें अन्यथा बात बिगड़ने पर गंभीर रूप धारण कर सकती है। आज आप अपने संपर्क में रहने वालों को अपने अनुसार चलने अथवा कार्य करने के लिए दबाव डालेंगे ऐसा संभव नहीं होगा उल्टे अपने ही सम्मान में कमी कराएंगे। कोर्ट कचहरी अथवा अन्य सरकारी उलझन में पड़ने की संभावना है। कार्यक्षेत्र पर आज संपूर्ण ध्यान नहीं दे पाएंगे जिस लाभ की आप आशा रख रहे हैं उसका पूर्ण होना बहुत मुश्किल है। कार्यक्षेत्र पर भी किसी से बहस बाजी होने की संभावना है। मध्यान्ह बाद सेहत अक्समात गढ़बढ़ाएगी समय रहते उपचार ले।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप किसी निकटस्थ जानकार के प्रति ईर्ष्या की भावना से ग्रस्त रहेंगे। इस कारण किसी अन्य प्रियजन से मनमुटाव हो सकता है। घरेलू एवं व्यवसायिक कार्य समय से पहले पूर्ण कर लेंगे फिर भी धन की आमद के लिए इंतजार करना पड़ेगा। धन लाभ होगा भी लेकिन आवश्यकता से बहुत कम। दोपहर के समय लाभ होते होते किसी प्रतिस्पर्धी के हाथ में जाने से मन में द्वेष की भावना आएगी। संतान, जीवनसाथी एवं व्यवसाय में अतिरिक्त खर्चा करना पड़ेगा। संतानों के ऊपर नजर रखें कुछ गलत करने पर बाद में बदनामी होने का भय है। नौकरी पेशा जातक भी प्रलोभन में आकर अतिरिक्त आय बनाने के लिए गुप्त युक्तियां अपनाएंगे इनसे मिलेगा कुछ नहीं उजागर होने पर सम्मान में कमी अवश्य आएगी। मन में किसी पर्यटक स्थल की यात्रा की योजना बनेगी लेकिन किसी ना किसी कारण से स्थगित करनी पड़ेगी। सेहत खराब होने की आशंका रहेगी मौसम परिवर्तन के कारण सर्दी जुखाम अथवा गले संबंधित परेशानी हो सकती है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिए विपरीत फलदायक रहेगा। किसी भी कार्य में जोर-जबर्दस्ती ना करें ना ही किसी के ऊपर अनैतिक कार्य करने का दबाव डालें।आपका दिमाग असफलताओं से गिरकर अनैतिक कार्य करने के लिए प्रेरित होगा इससे बचकर रहें अन्यथा निकट भविष्य में अदालती उलझनों में फसलें की संभावना है। आर्थिक मामलों में अधिक स्पष्टता रखें धन को लेकर किसी से धोखा अथवा अपमानित हो सकते हैं। बिना सोचे समझे किसी से वादे ना करें पूरा करना संभव ही रहेगा। दूर वाले व्यवसाय एवं व्यवहारों को बढ़ने से रोके अन्यथा निकट भविष्य में इसका दुख होगा। घर का वातावरण भी अस्त व्यस्त रहेगा किसी आकस्मिक संकट के चलते घर में कोहराम जैसी स्थिति बन सकती है। यात्रा आज किसी भी हाल में ना करें। जोखिम वाले कार्यों से बचकर रहें अन्यथा कुछ भी अरिष्ट हो सकता है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपको अपने सामाजिक व्यवहारों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। बाहरी लोगों से कम ही संपर्क रखें अन्यथा आज का दिन ऐसे ही व्यर्थ हो सकता है। किसी पुराने विवाद के शांत होने की सम्भावना है। आज किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से पहले भविष्य में उसके द्वारा मिलने वाले फल के बारे में अवश्य सोच लें। कार्य क्षेत्र पर संतान अथवा स्त्री वर्ग का सहारा मिलेगा लेकिन भाई बंधुओं का सहयोग लेने से बचें अन्यथा कुछ ना कुछ गड़बड़ अवश्य होगी। नौकरीपेशा जातक अधिकारी वर्ग की मनमानी से परेशान रहेंगे। धन की आमद किसी न किसी रूप में होगी लेकिन अनचाहे अनावश्यक खर्च होने के कारण कुछ बचेगा नहीं। वाणी में विकार रहने के कारण शत्रु बढ़ सकते हैं। सेहत में थोड़ी बहुत नरमी रहने के बाद भी दैनिक कार्यो पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।
भारतीय सनातन धर्म संस्कृति वैदिक गुरू परम्परा के अखंड विद्वान सौ से अधिक महत्वपूर्ण पुस्तकों के लेखक आन्ध्र विश्वविद्यालय एवं बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के #कुलपति रहे भारत के पहले #उपराष्ट्रपति और दूसरे #राष्ट्रपति डाॅ0 #सर्वपल्ली_राधाकृष्णन जी की पुण्य तिथि पर शिक्षा जगत से जुड़े हुए सभी शिक्षाविदों को #शिक्षक_दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने चारों #वेदों 18 #पुराणों अधिकांश ब्राह्मण ग्रन्थों जैसे तैत्तिरीय ब्राह्मण शतपथ ब्राह्मण #गीता ? व #रामायण पर अत्यन्त महत्वपूर्ण व सूक्ष्मदर्शी विश्लेषण #आंग्ल_भाषा में लिखी अपनी दर्जनों #पुस्तकों के माध्यम से सैकड़ों देशों में भारतीय दर्शन का प्रचार प्रसार किया। उन्हें भारत का #सर्वोच्च_सम्मान दिया गया वे अनेक अन्तराष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित हुए। 
सैक्यूलरिज्म का ढोंग और दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति ये है कि #शिक्षक_दिवस पर ईद की छुट्टी यदि आज रक्षाबंधन होता तो ऐसी ही छुट्टी होती! ✍️हरीश मैखुरी
Breakinguttrakhand.com
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सैक्यूलर राजनीतिज्ञ हिन्दू धर्म का उपयोग केवल राजनीति के लिए करते हैं? यदि किसी को #धर्म राजनीति भ्रष्टाचार दलाली ये सब एक ही दिखते हैं तो ये ज्ञान व संस्कारों की कमी का परिचायक है। 
धर्म का अर्थ होता धार्यते शाश्वत सत्यम् इति धर्म: अर्थात् सत्य को सदैव धारण करना ही धर्म है। अहिंसा परमोधर्म: धर्म हिंसा तथैव च:, अर्थात् अहिंसा ही धर्म है। यहां अहिंसा का अर्थ मन कर्म और वचन से अहिंसा है अर्थात मन से कार्य से और वाणी से भी किसी को ठेस ना पंहुचे उसे धर्म कहा गया है। धर्म हिंसा तथैव च: अर्थात् कोई धर्म पर ही आघात करे तो हिंसा आवश्यक है, उदाहरणार्थ गो वंश, स्त्री प्रजाति, ब्राह्मण और बच्चों अवध्य कहा गया है कोई इनकी हत्या कर रहा हो तो उन्हें बचाना और हत्यारों का तत्काल वहीं पर #वध करना ही #धर्म है। यहां ब्राह्मण का अर्थ संविधान द्वारा उच्च अंक लाने पर भी जाति के नाम पर सरकारी नौकरियों में वंचित और प्रतिबंधित किए गये ब्राह्मण या सवर्ण जातियों से नहीं है, अपितु ब्रह्म से जिनका साक्षात्कार हो उसे ब्राह्मण कहा गया है ‘य:ब्रह्म ज्ञानी स:ब्राह्मण:’ इसलिए उनकी रक्षा भी धर्म कहा गया है। 
धर्मो रक्षति रक्षित : यानी धर्म की रक्षा करने में ही सबकी सुरक्षा निहित है, धर्म का तात्पर्य सत्य से है।
अब आते हैं जिस संदर्भ में धर्म शब्द का प्रयोग कर रहे हैं वो है सनातन धर्म। सनातन को क्यों धर्म कहा गया है? क्यों कि सनातन चलने वाला केवल सत्य ही है सदैव केवल धर्म ही रहता है, इस लिए सनातन ही धर्म है। बाकी सब पंथ हैं मत मतांतर हैं पूजा पद्धतियां हैं। सनातन जगत कल्याण की वैज्ञानिक पूजा पद्धति है। अवैज्ञानिक #चपटी_धरती वाले #अरबी_कबीलों हिंसक पद्धति भी हैं यूरोपीय लुटेरों के अवैज्ञानिक पंथ हैं। अब ये व्यक्ति के चिंतन-मनन संस्कारों पर निर्भर है कि वो धर्म के साथ है पूजा-पाठ करे या बाम मार्गी बने। संस्कारित भारतीय बने या #अरबी_कबीलों जैसा या #यूरोपीय_कबीलों जैसा। ये स्वतंत्रता संविधान में है। 
कल युग में #सत्य की गति #धीमी है, जब तक #सत्य यानी धर्म चार पग चलता है तब तक #झूठ संसार में विचरण कर लेता है। लेकिन इतना सत्य है कि झूठ और झूठा सदा नही चल सकता है और सत्य कभी छिपता नहीं है।
उदाहरण के लिए राहुल गांधी द्वारा किसी ऐजेंडे के लिए कहे गये #झूठ पर भीड़ ताली भी बजा लेती है, उस पर समाचार भी बन जाते हैं लेकिन राहुल का #झूठ जब #अनावृत होता है तो उन्हें हर बार सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगनी पड़ती है, अधर्म का एक उदहारण है राहुल द्वारा वोट चोरी का #नरेटिव जनता में भ्रम फैलाना कि तुम्हारा वोट #चोरी कर मोदी प्रधानमंत्री बना, इस पर समाचार भी बन रहे हैं, उनकी यात्रा भी निकल रही है।
लेकिन जब विश्व की सबसे बड़ी निष्पक्ष ऐजेंसी भारत के #चुनाव_आयोग ने कहा कि राहुल गांधी जो तुम किसी ऐजेंडेबाज संस्था का डाटा दिखा कर झूठ फैला रहे हो कि वोट चोरी हुआ है तो उसी बात को शपथपत्र में चुनाव आयोग में प्रस्तुत करो कोर्ट या पुलिस में दो। हम कार्यवाही करेंगे। तो राहुल गांधी ने अपना वही वक्तव्य शपथ-पत्र पर नहीं दिया। क्योंकि वे जानते हैं यदि शपथ-पत्र दिया तो जेल जाना तय है। क्योंकि ये कोई राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप नहीं, ये चुनाव आयोग को तारगेट पर ले कर वस्तुतः भारत को अस्थिर करने के लिए रचा गया षड्यंत्र है। तो इस बार पक्का जेल जायेगा। ये होता है सत्य। 
 जैसे वर्ण शंकर होने के कारण राहुल गांधी की न कोई जात है और न धर्म। शायद वो कैथोलिक ईसाई है और हिन्दू व हिन्दुत्व वादियों को भगाना भी चाहता है। लेकिन वो ढोंगी हिन्दू की जाति गणना भी चाहता है और तिलक चंदन व लालपीला साफा डाल कर मंदिर भी चला जाता है, ऐसा होता है धर्म के नाम पर धंधा। हो सकता इसलिए आपने भी धर्म को भ्रष्टाचार के तराजू पर एक साथ रख लिया हो। ✍️हरीश मैखुरी
जब संसद में भारतीय जनता पार्टी के केवल दो सांसद थे ए. के. पटेल मेहसाणा से और सी जग्गा रेड्डी हनामकोंडा तब भी वोट चोरी होती थी कि नहीं!,
*अमेरिका के बगैर यह दुनिया खत्म हो जाएगी :: डोनाल्ड ट्रंप*
ट्रंप इतना घमंड ठीक नहीं है
यह दुनिया अमेरिका के बगैर खत्म नहीं हो सकती लेकिन अमेरिका इस दुनिया के बगैर जरूर खत्म हो जाएगा!
इसी तरह का घमंड राजीव गांधी ने तब दिखाया था जब संसद में बीजेपी के मात्र दो सांसद जीते थे ! 1984 में बीजेपी के मात्र दो सांसद एक, ए. के. पटेल मेहसाणा से और सी जग्गा रेड्डी हनामकोंडा आंध्र प्रदेश से !
तब राजीव गांधी ने सदन में उनका मजाक उड़ाते हुए कहा था और यह सदन के रिकॉर्ड में है कि मुझे खुशी है कि हमने हम दो हमारे दो परिवार नियोजन योजना लॉन्च की और आज मुझे सदन में दिख रहा है कि हम दो हमारे दो सच में हो गया है !
और सारे कांग्रेसी सांसद ठहाका मारकर हंसे थे !
तब उस वक्त उठकर उन दो सांसदों में से एक मेहसाणा के ए. के. पटेल ने कहा था राजीव गांधी जितना घमंड ठीक नहीं है वक्त बदलता है और वक्त जरूर बदलेगा !
और आज देखिए इस राजीव गांधी का लड़का पागल बन चुका है मानसिक विच्छित हो गया है
उसे राजीव गांधी का 414 सीट लाया वोट चोरी नहीं नजर आया लेकिन जब मोदी जी 240 सीट लाते हैं तब उसे वोट चोरी नजर आता है !
सोचिए इससे बड़ा पागलपन क्या हो सकता है ✍️साभार शोशल मीडिया *(PC- CA Rajiv Chandak 9881098027)*

इन जैसे महानुभावों व अंबेडकर वादियों से अंबेडकर को लेके कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न :-
1: जब बिरसा मुंडा जी अंग्रेजो के खिलाफ उल्गान आंदोलन करते हुए अंग्रेजी जेल में शहीद हो गए , उसके बाद भी अंबेडकर व उसके पिता तथा पेरियार ने अंग्रेजो की तारीफ व गुलामी क्यों नहीं छोड़ी ..?
2:- जरायम पेशा कानून जब पासी समाज व अन्य समाज पर लगा तो,
अंबेडकर और पेरियार ने अंग्रेजो का विरोध क्यों नहीं किया ..?
3:- अंबेडकर ने जरायम पेशा जाति वालों को मताधिकार से वंचित क्यों रखना चाहता था ..? (तथ्य कमेंट box में देखे)
4:- अम्बेडरक संपूर्ण वाङ्मय खंड 4 के 174 से 184 के बीच में साफ साफ कहता हैं कि आदिम (आदिवासी) जातियों की पैरवी नहीं करता ऐसा क्यों .?
5: आंबेडकर दलितों को अंग्रेजी सेना में नौकरी करने की मांग क्यों करता था,
अपना अलग भारतीय लोकतंत्र या भारतीय संविधान अधिकार क्यों नहीं चाहता था .? तथ्य (कमेंट box में संलग्न है)
6:- फुले व पेरियार , अंबेडकर के समय दलित मूलनिवासियों को जबरजस्ती फ़िजी देश भेजा ( गिरमिटिया के तहत 5 वर्ष के लिए बेचा) जाता था, तब इन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन क्यों नहीं किया कुछ बोला क्यों नहीं, इनके जीवन काल में उसका जिक्र क्यों नहीं है ..?
7:- जब जातियां ब्राह्मणों ने बनाई थी, अंबेडकर के सबको बराबरी का दर्जा दिलवाया तो,
संविधान बनते समय ही जातियां क्यों नहीं खत्म कर दीं,
यदि ब्राह्मण संविधान को नहीं मानता तो उस वक्त ब्राह्मणों ने संविधान क्यों लिखवाया ..?
8:- 1950 में वोट करने का अधिकार केवल उच्च जातियों में था तो अंबेडकर किसकी सिफारिश से संविधान सभा में शामिल हुआ .?
9:- अंबेडकर के माता पिता हिंदू थे उन्हें समाज से कभी तिरस्कार नहीं मिला,
पढ़ने लिखने के बाद ही अंग्रेजी सेना में सूबेदार बने थे,
फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि अंबेडकर के साथ भेदभाव होना चालू हो गया,
और सैकड़ों लोगों को लेकर विदेश से मिशनरियों को बुला कर धर्म परिवर्तन करना पड़ा ..?
10:- अंबेडकर, फुले, पेरियार, इन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ कोई एक आंदोलन या कोई मूवमेंट किया हो तो बताओ ..?
तर्क और भी है महत्वपूर्ण भी है लेकिन बाद में लिखते है…. अभी आइए थोड़ा लॉजिक पर बात करते है.!!!
१:- भीम वादियों को कभी कश्मीर ,केरल, इत्यादि में जाकर संविधान बचाते देखा .?
२:- लोकतंत्र की स्थापना व संविधान लिखने में भीम वादियों ने कौन सा योगदान दिया है ..?
३:- आज भी आदिवासी लड़कियां व ग्रामीण क्षेत्र में लड़कियां स्कूल नहीं जाती,
आदिवासी व गांव की बुजुर्ग औरतें स्तन नहीं ढकती तो क्या उसके जिम्मेदार ब्राह्मण है .?
४:- यदि संविधान की चिंता केवल दलितों को है तो नक्सलवादी माओवादी लोग कौन हैं,,,, भीम वादी उनके विरुद्ध उतर कर संविधान की रक्षा क्यों नहीं करते .?
५:- यदि स्वर्णों ने आपके मां बहन को गुलाम बना कर रखा आप कुंवा खोदते थे लेकिन उसका पानी पी नहीं सकते थे और यह अधिकार अंबेडकर को देना पड़ा तो आपके पूवर्जों ने विरोध क्यों नहीं किया अपने लिए कुवें नहीं खोदे?कहानी में झोल नहीं लगता?
६:- जब आपके पास पढ़ने के लिए स्कूल कॉलेज नहीं थे तो, अंबेडकर,पेरियार , फुले इत्यादि ने अंग्रेजों से स्कूलों की मांग क्यों नहीं की?
7:- आखिरी और महत्वपूर्ण बात:- पूरा विश्व बुद्ध ही बुद्ध था बौधों में तो केवल तीन मत हैं हीनयान महायान बज्रयान तो तुम्हारे पूर्वज हिंदू कैसे हो गए ..? जिसका आप जातीय आधार पर आरक्षण का लाभ लेते हैं? (साभार शोशल मीडिया कापी पेस्ट)
