पृथ्वी दिवस, एक दिन का निट्ठल्ला चिंतन

हरीश मैखुरी

जिनके पास विषय नहीं बचे उनके पास आज के #पृथ्वीदिवस पर आत्मप्रलाप बाकी रह गया । पालीथिन उत्पादन बंद करो, जहरीली गैस बंद करो। सोलर वाहन शुरू करो। कांच, चीनीमिट्टी व प्लास्टिक के बर्तनों का बहिष्कार करो। नालियों की सफाई के लिए कार्यक्रम शुरू हो। नालियों में पालिथिन और सीवर डालने पर 5000 तत्काल जुर्माना लगे जिसकी कहीं अपील दलील नहीं हो। गो हत्यारे को फांसी हो। पेड़ लगाओ, पेड़ों का व्यावसायिक विदोहन बंद हो। जंगलों को आग से बचाओ। धरती अपने आप बचती है। न कि एक दिन के निट्ठल्ले चिंतन से।