मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत दून मेडिकल कॉलेज से एम्स शिफ्ट, उत्तराखंड में कोरोना ग्राफ चिंतित करने वाला


रिपोर्ट – हरीश मैखुरी 

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 89 हजार के पास पहुंच गई है। सोमवार को कोरोना के 205 नए मामले आए जबकि 6 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण दर उत्तर प्रदेश से 4 गुना जबकि राष्ट्रीय दर से 57 गुना ज्यादा है। समझा जा रहा है कि विद्यालय खुलने के बाद उत्तराखंड में कोरोना ग्राफ में तेजी आयी है। कंटेनमेंट जोन भी बढ़ कर अब 18 हो गये। उत्तराखंड की ठंडी जलवायु कोरोना संक्रमण के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को कोरोना संक्रमण के चलते बुखार और निमोनिया की शिकायत भी बताई गई, इस कारण उन्हें राजकीय दून मेडिकल कॉलेज से हेलीकॉप्टर से एम्स दिल्ली शिफ्ट किया गया। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने जानकारी दी है कि मा. मुख्यमंत्री Trivendra Singh Rawat जी का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है। हालांकि एहतियात के तौर पर कुछ जांचों के लिए उन्हें दिल्ली एम्स शिफ्ट किया गया है। हम सबकी बाबा केदार और माँ नन्दा से यही प्रार्थना है कि मुख्यमंत्री जी कोरोना को परास्त कर,पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर जल्द हमारे बीच लौटेंगे। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। वहीं चमोली जनपद से बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट, कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी और थराली की विधायक श्रीमती मुन्नी देवी शाह ने भी मुख्यमंत्री की स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

      बता दें कि गत शुक्रवार को जिला चिकित्सालय पौड़ी के सर्जन डॉ मौर्य की एम्स ऋषिकेश में कोरोना के चलते मौत हो गई। यह जनपद पौड़ी से किसी चिकित्सक की पहली मौत है। कोरोना जानलेवा संक्रमण है, इसलिए जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई, नहीं बहुत आवश्यक काम ना हो तो घर से बाहर ना निकलें। एक चौंकाने वाला समाचार ये है भी आ रहा है कि ब्रिटेन में पाया गया नया म्यूटेड खतरनाक कोरोना वायरस की दून में दस्तक आ चुकी है। यह बात अतीव चिंतित करने वाली है। 

      चमोली जनपद में सोमवार को कोरोना के 3 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढकर 3304 हो गई है। हालांकि इसमें से 3029 लोगों संक्रमण ठीक हो चुके हैं और 275 केस एक्टिव हैं। सोमवार को पोखरी से 2 तथा जोशीमठ से 1 व्यक्ति कोविड पाॅजिटिव मिला। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है।

      कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है। जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नाॅट मशीन से कोविड टेस्ट किया जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लिए जा रहे है। सोमवार को 75 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिले से अभी तक 58616 व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा चुके हैं, जिसमें से 52933 सैंपल नेगेटिव तथा 3304 सैंपल पाॅजिटिव मिले। जबकि 459 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। 
कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 7 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारटीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा 61 प्रवासियों को होम क्वारंटीन किया गया है। होम क्वारंटीन लोगों के मेडिकल जांच के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गांवों में घर-घर जाकर जांच कर रही है। इसके अलावा आशा के माध्यम से भी होम क्वारंटीन लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी प्रवासियों को क्वारंटीन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है।
जिले में कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 45 एफआईआर, सोशियल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 3208 तथा मास्क न पहनने पर 8464 लोगों को दंड स्वरूप जुर्माना लगाया गया। महामारी अधिनियम के तहत क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 01 तथा पुलिस एक्ट के तहत 2811 लोगों के खिलाफ कार्यवाही की गई है। पुलिस प्रशासन के माध्यम से अब तक 20362 मास्क भी वितरित किए गए है।