बिगब्रेकिंग : केदारनाथ धाम में सुशांत सिंह राजपूत की स्मृति में बनेगा फोटोग्राफी प्वाइंट, आतिथ्य क्षेत्र में निवेश के लिए उत्तराखण्ड कर रहा आकर्षित: महाराज*

बिग ब्रेकिंग- मंत्री जी बोले- केदारनाथ धाम में सुशांत सिंह राजपूत की स्मृति में बनेगा फोटोग्राफी प्वाइंट ।

 रूद्रप्रयाग – आज प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जिला कार्यालय सभागार मे यात्रा संबंधी बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा की केदारनाथ धाम में सुशांत सिंह राजपूत की स्मृति में फोटोग्राफी प्वाइंट बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा केदारनाथ में बहुत अच्छी फिल्म बनाई गई है। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफी प्वाइंट बनाने से लोग फोटो खिंचवाएंगे तथा वाॅलीवुड को भी उत्तराखंड की सुंदर वादियों की ओर आकर्षित करते हुए वह यहां बेहतर फिल्म बनाएंगे जिससे कि उत्तराखंड को पर्यटन की दृष्टि से और विकसित किया जा सके।

*आतिथ्य क्षेत्र में निवेश के लिए उत्तराखण्ड कर रहा आकर्षित: महाराज*

*अब तक पर्यटन क्षेत्र में 4582.17 करोड़ रुपये का निवेश

देहरादून। उत्तराखण्ड ने पर्यटन निवेश में आतिथ्य क्षेत्र को सबसे अधिक आकर्षित किया है, जिसमें 2016 से अब तक कुल 4582.17 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है। उक्त जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार राज्य में पर्यटन क्षेत्र में निवेश लाने की दिशा में हर संभव कार्य कर रही है।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन निवेश में आतिथ्य क्षेत्र को सबसे अधिक आकर्षित किया है। 2016 से अब तक कुल 4582.17 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है। जबकि दुबई दौरे के समय भी निवेशकों ने उत्तराखंड में निवेश की इच्छा जाहिर की है।

पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने बताया कि प्रदेश में कुल 995 इकाइयां जिनमें होटल, मोटल, रिसॉर्ट, रेस्तरां और मनोरंजन पार्क समेत कार पार्किंग शामिल हैं। निवेश की प्रवृत्ति इंगित करती है कि अधिकांश निवेश बड़ी और छोटी परियोजनाओं के लिए है। बड़ी और छोटी परियोजनाओं के लिए कुल 69 प्रतिशत निवेश आया है। ये निवेश रोजगार का एक प्रमुख स्रोत हैं। छोटे व्यवसायों ने भी इन निवेशों के माध्यम से सृजित कुल नौकरियों का 51 प्रतिशत सृजन किया।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड पर्यटन विकास बोर्ड की ओर से नई पर्यटन नीति को लागू किया गया है। इसे निवेश के अनुकूल बनाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखण्ड निवेश के कई अवसर प्रदान करता है जिसमें गंतव्यों को साहसिक और जल ‌क्रिडा, आतिथ्य, प्रकृति और वन्यजीव, स्वास्थ्य, कायाकल्प, ग्रामीण पर्यटन के रूप में विभाजित किया गया है।

उन्होने बताया कि पर्यटन नीति में सिंगल विंडो सिस्टम, सब्सिडी और निवेश के लिए प्रोत्साहन को भी मुख्य रूप से जोड़ा है। राष्ट्रीय राजधानी से निकटता अपने विशाल पर्यटक आगमन के साथ-साथ निवेशकों के लिए समर्पित रिलेशनशिप मैनेजरों को उनके निवेश जीवन चक्र के माध्यम से मार्गदर्शन करने के लिए उत्तराखण्ड को पर्यटन से जुड़े निवेश के लिए सबसे अधिक मांग वाला राज्य बनाता है।