पेड़ काटे जाने पर गुरू रामराय की ओर से मंतव्य

16 वीं सदी में पंजाब से श्री गुरु राम राय जी महाराज हिमालय की इस द्रोण घाटी में आये और उन्होंने यहां अपना डेरा लगाया भारत के शासक ओरंगजेब के निर्देश पर गढ़वाल के राजा ने गुरु राम राय जी महाराज को 7 गांव खुदबुड़ा(खेड़ादोहा),राजपुर,चामासारी,धामावाला (धर्मावाला),धरतावाला,मिंयावाला,पंडितवाड़ी सर्वधिकार सहित दिए जिसमे खेती व लगान आदि प्राप्त कर दरबार साहिब की देखरेख व खर्च आदि की व्यवास्था हो।

गुरु राम राय जी महाराज ने इस द्रोण घाटी को एक नया जीवन दिया नगर की स्थापना की जनता को यहां बसाया और यह स्थान द्रोणघाटी से डेरा द्रोण यानि वर्तमान देहरादून बन गया।
गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद इस नगर पर हमेशा से है देहरादून का झण्डा दरबार साहिब (गुरु राम राय दरबार) देहरादून का संरक्षक है देहरादून की हर तरह से रक्षा करता है।
गुरु राम राय जी महाराज के ब्रह्मलीन होने के उपरांत झण्डा दरबार साहिब के सजदा नशीन आदरणीय महन्तो ने इस नगर में निवास करने वाले हर प्राणी को अपना आशीर्वाद दिया। दरबार साहिब की सरपरस्ती मे देखते देखते ये नगर समृद्ध होता चला गया।
अब कुछ लोग अपने निजी लाभ के लिए दरबार साहिब व सजदा नशीन महन्त जी की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे है। जनता को भ्रमक सूचना देकर नगर का सौहार्दय नष्ट करने का प्रयास कर रहे है। सोशल मीडिया व मीडिया का गलत उपयोग कर जनभावनाओं को ठेंस पहुंचा रहे है।
दिनांक 30मई 2018 को भी कुछ लोगो ने सहारनपुर रोड पर मातावाला बाग गेट के पास धरना प्रदर्शन कर मातावाला बाग में अवैध रूप से पेड़ काटने,पर्यावरण को हानि पहुंचाने,जनता का उत्पीड़न करने के आरोप लगाए तथा सोशल मीडिया पर दरबार के महन्त जी को बदनाम करने की कोशिश की, इनका उद्देश्य पेड़ की आड़ में क्या है समझना आसान है। 
मातावाला बाग का उपयोग नगर की आम जनता कम कर पा रही है और इसका दुरुपयोग असामाजिक तत्व ज्यादा कर रहे थे।लोगो ने बाग को अवैध शौच करने का स्थान बना दिया जिससे सम्पूर्ण क्षेत्र में गंदगी व बदबू फैलने लगी व जनता के स्वास्थ्य को हानि पुहंचने लगी तथा कुछ लोग मातावाला बाग में अनैतिक कार्य,नशा व गलत कृत्यों के द्वारा बाग का दुरुपयोग करने लगे। जिसका संज्ञान लेते हुए गुरु राम राय मैनेजमेंट ने मातावाला बाग की चार दिवारी मजबूत की और उसपर गेट लगाकर अवैध आवागमन पर लोक लगाने का प्रयास किया।अब बाग में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अपनी पहचान बता प्रवेश पत्र के माध्यम से ही बाग में प्रवेश करने दिया जाएगा।समय और परिस्थिति अनुसार व्यवास्था शुल्क भी बाग का उपयोग करनेवालो को जमा करवाना होगा।
मातावाला बाग में कुछ पेड़ खतरनाक हो रखे है जिससे जनता के जान माल को खतरा है जनता ने इस विषय मे कई बार प्रार्थना पत्र देकर उनको हटाने का अनुरोध दरबार साहिब में किया है तथा कुछ पेड़ काफी पुराने होने के कारण सुख गए है/खराब हो गए है। उनको भी बाग से हटाने की नियमानुसार अनुमति संबंधित विभागों से लेकर उनका पतन किया जा रहा है।तथा दुगनी मात्रा में अच्छे पेड़ मातावाला बाग में लगाये जा रहे है । बूढ़े सड़ चुके और खराब हो चुके व खतरनाक पेड़ो से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी थी,  इस संबंध में

दिनांक 26.2.2012 को ऑटो केयर द्वारा एक प्रार्थना पत्र खतरनाक पेड़ो को हटाने के संबंध में दिया गया क्योंकी पेड़ गिरने के कारण उनकी कीमती गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी।

दिनांक 24.2.2012 को नरेंद्र टिम्बर वालो ने

दिनांक 26.7.2013को स्थानीय निवासी मन्नू शर्मा जी ने

दिनांक 5.6.2013 को पुनः नरेंद्र टिम्बर वालो ने

दिनांक 12.2.2018 को अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति ने क्षेत्रिय जनता के आग्रह पर

दिनांक 27.2.2018 को पुनः अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति ने जनता के अनुरोध पर गुरु राम राय दरबार को खतनाक पेड़ो को हटाने के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया। गुरु राम राय दरबार मैनेजमेंट कमेटी द्वारा सभी शिकायतों को संज्ञान लेते हुए नियमानुसार कार्यवाही हेतु संबंधित विभागों से अनुमति लेकर खतरनाक व खराब पेड़ो को हटाने का कार्य किया जा रहा है।

जनता की सुविधा के लिए मातावाला बाग को सुव्यवस्थित कर बाग में स्वास्थ्य की दृष्टि से घूमने आने वाले लोगो के लिए

वॉकिंग ट्रैक
बागवानी मौसम अनुसार फूल
बैठने के लिए बैंच
शैड व्यवास्था
पीने का साफ पानी
शौचालय व
पेड़ो और वनस्पति आदि पर शोध करने वाले छात्रों के लिए उपयोगी वृक्ष लगाने की व्यवास्था तथा अन्य सौंदर्यकरण का कार्य मातावाला बाग के लिए प्रस्तावित है।
गुरु राम राय दरबार सदैव जनता के हितार्थ कार्य करता है नगर में शैक्षिक संस्थान अस्पताल आदि जनता के लाभार्थ बनाये गए है। तथा नगर की प्रबुद्ध जनता,क्षेत्र की सामाजिक संस्थाओं व क्षेत्रीय वैलफेयर सोसायटी के सदस्यों की राय लेकर
जनता के हित के लिए मातावाला बाग का उपयोग किया जाएगा और मातावाला बाग में अवैध आवागमन,अवैध ,अनैतिक कार्यो व आवांछनिय तत्वों पर नियमानुसार प्रतिबंध लगा समाज की रक्षा की जाएगी।
गुरूरामराय ट्र्रस्ट ने सोशल मीडिया जैसे माध्यमों  से उक्त सम्बन्ध में भ्रामक सूचना फैला कर छवि धूमिल नहीं करने के लिए अनुरोध भी किया। साथ ही देहरादून को कंक्रीट का जंगल बनने पर चिंता जताई।  कुछ अवांछित और संदिग्ध तत्व दरबार साहिब और ट्रस्ट की जमीनों व यत्र तत्र सम्पत्ति पर भी गिद्ध दृष्टि गडा़ये बैठे हैं उन पर नजर  रखने की आवश्यकता है।