आज का पंचाग आपका राशि फल, इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी ने हिंदू धर्म अपनाया, उत्तराखंड में मूल निवास और भू कानून आवश्यक

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻शुक्रवार, २९ अक्टूबर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:३१
सूर्यास्त: 🌅 ०५:३५
चन्द्रोदय: 🌝 २४:२०
चन्द्रास्त: 🌜१३:४३
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🌳 हेमन्त
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (राक्षस)
मास 👉 कार्तिक
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अष्टमी (१४:०९ तक)
नक्षत्र 👉 पुष्य (११:३९ से आश्लेषा)
योग 👉 शुभ (२६:०० तक)
प्रथम करण 👉 कौलव (१४:०९ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (२६:३२ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 कर्क
मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३८ से १२:२२
विजय मुहूर्त 👉 १३:५१ से १४:३५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२१ से १७:४५
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२७
राहुकाल 👉 १०:३७ से १२:००
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १४:४६ से १६:०९
होमाहुति 👉 गुरु (११:३९ तक)
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पाताल (१४:०९ से पृथ्वी)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 गौरी के साथ (१४:०९ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ
३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग
७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल
३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत
७ – चर ८ – रोग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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नीवखुदाई एवं गृहारम्भ+गृहप्रवेश+ उद्योग-मशीनिरी आरम्भ+व्यवसाय आरम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०६:३८ से १०:४७ तक, वाहनादि क्रय-विक्रय मुहूर्त दिन ११:४८ से दोपहर १२:३३ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ११:३९ तक जन्मे शिशुओ का नाम
पुष्य नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (हो, डा) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम आश्लेषा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमश (डी, डू, डे) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
तुला – २९:३७ से ०७:५८
वृश्चिक – ०७:५८ से १०:१७
धनु – १०:१७ से १२:२१
मकर – १२:२१ से १४:०२
कुम्भ – १४:०२ से १५:२८
मीन – १५:२८ से १६:५१
मेष – १६:५१ से १८:२५
वृषभ – १८:२५ से २०:२०
मिथुन – २०:२० से २२:३५
कर्क – २२:३५ से २४:५७
सिंह – २४:५७ से २७:१५
कन्या – २७:१५ से २९:३३
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०६:२८ से ०७:५८
शुभ मुहूर्त – ०७:५८ से १०:१७
मृत्यु पञ्चक – १०:१७ से ११:३९
अग्नि पञ्चक – ११:३९ से १२:२१
शुभ मुहूर्त – १२:२१ से १४:०२
रज पञ्चक – १४:०२ से १४:०९
शुभ मुहूर्त – १४:०९ से १५:२८
चोर पञ्चक – १५:२८ से १६:५१
रज पञ्चक – १६:५१ से १८:२५
शुभ मुहूर्त – १८:२५ से २०:२०
चोर पञ्चक – २०:२० से २२:३५
शुभ मुहूर्त – २२:३५ से २४:५७
रोग पञ्चक – २४:५७ से २७:१५
शुभ मुहूर्त – २७:१५ से २९:३३
मृत्यु पञ्चक – २९:३३ से ३०:२९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आजके दिन का प्रथम भाग मौन रहकर अथवा पूजा पाठ में बिताने से व्यर्थ के वाद विवाद से बच सकते है। कार्य क्षेत्र पर आज आपकी चुगली होने की संभावना है कोई भी अनैतिक कार्य करने से बचें। परिजनों की बेतुकी बयानबाजी मानसिक अशान्ति के साथ ही क्रोध करने पर मजबूर करेगी फिर भी आज आप विवेकी व्यवहार अपनायेंगे दोपहर से स्थिति आपके पक्ष में होने लगेगी। धन लाभ आशानुकूल नही होगा फिर भी खर्च निकल जाएंगे। नौकरी पेशा जातक आज बुद्धि बल से किसी जटिल कार्य को पूर्ण करने पर सम्मानित होंगे। पारिवारिक वातावरण में छूट पुट नोकझोंक लगी रहेगी महिलाओ के मन मे उदासी छाई रहेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन के आरम्भ से ही आप धन कमाने के लिये मन ही मन योजना बनाएंगे परन्तु सहयोग कम मिलने से इसे फलीभूत होने में देरी होगी फिर भी आज आपको धन कमाने के कई अवसर मिलेंगे इनका लाभ उठायें संध्या के समय अचानक से आर्थिक लाभ होगा। कार्य व्यवसाय पहले से बेहतर चलेगा उधारी में व्यवहारों में कमी आयेगी। शेयर अथवा अन्य जोखिम वाले कार्यो में आज किया गया निवेश भविष्य में लाभदायक सिद्ध होगा। पारिवारिक वातावरण मध्यान के बाद प्रसन्न चित बनेगा। निकटस्थ संबंधियों एवं पड़ोसियों से आत्मीय संबंध रहेंगे। भाई-बंधुओ से मतभेद होने पर बोल-चाल में कमी आ सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आप अपने द्वारा किए समस्त कार्यो से संतोषी रहेंगे। महिलाये इसके विपरीत जीवन मे कुछ ना कुछ कमी अनुभव करेंगी। आज आपकी समस्त दिनचार्य व्यवस्थित रहने पर भी लाभ के अवसर कम ही मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर आए अनुबंद हाथ लगेंगे परन्तु लापरवाही के कारण इनसे उचित लाभ नही उठा पाएंगे। मध्यान के समय किसी गलती के कारण आलोचना होगी फिर भी आज आपको कोई कुछ भी कहे जल्दी से बुरा नही मानेंगे। परिजन विशेष कर बुजुर्ग आपकी बेपरवाह प्रवृति से चिंतित रहेंगे। मन मे लंबी यात्रा की योजना बनेगी परन्तु अभी करना आर्थिक एवं शारीरिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज दिन के पूर्वार्ध को छोड़ शेष समय मानसिक रूप से प्रसन्न रखेगा। दिन के आरम्भ में हास-परिहास के मूड में रहेंगे परिवार का वातावरण भी खुशहाल रहेगा लेकिन मध्यान के आस-पास किसी के द्वारा दुखद खबर मिलने की भी संभावना है। स्वयं अथवा परिजन की सेहत भी अचानक खराब होने से अतिरिक्त भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। कार्य-व्यवसाय पर आज अधिक ध्यान नही दे पाएंगे जिससे लाभ भी सीमित मात्रा में ही होगा। महिला वर्ग भी आज किसी ना किसी कारण से मानसिक रूप से विचलित रहेंगी पल-पल में विचार बदलने के कारण ठोस निर्णय नही ले सकेंगे। धन के मामले में दिन अधिक बेहतर रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज दिन के आरम्भ में आपके लापरवाह स्वभाव के चलते किसी महत्त्वपूर्ण कार्य मे।विलम्ब अथवा हानि हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी आज किसी कारण से देरी होगी । मध्यान तक अधिक परिश्रम करना पड़ेगा इसका फल संध्या के समय सफलता के रूप में अवश्य मिल जाएगा। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा आज कम ही रहेगी लेकिन फिर भी आर्थिक कारणों से किसी ना किसी का मुंह ताकना पड़ेगा। सरकारी कार्य पूर्ण होते होते अंत समय मे किसी कमी के कारण लटक सकते है प्रयत्न करते रहेने पर शीघ्र ही सफलता मिलेगी। महिला वर्ग आज सर अथवा अन्य शारीरिक अंग में दर्द से परेशान रहेंगी फिर भी दैनिक कार्य समय पर कर लेंगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज दिन का प्रथम भाग आपको सफलता एवं सम्मान दोनो दिलाएगा। पूर्व आयोजित कार्यो से धन लाभ होगा नए कार्यो में भी निवेश करेंगे। परन्तु मध्यान के बाद घरेलू अथवा कार्य क्षेत्र पर कलह क्लेश का सामना करना पडेगा। विरोधी प्रबल होने से स्वयं को बेबस अनुभव करेंगे। परिवार में आज आपके किसी गलत आचरण की पोल खुल सकती है किसी से बहस ना करें अन्यथा परिणाम गंभीर हो सकते है। आज आपके सरकारी उलझनों में भी फंसने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर प्रलोभन मिलेंगे इनसे भी दूरी बना कर रखें। महिलाये का स्वाभव आज अधिकांश समय उग्र रहेगा बात-बात पर बहस करेंगी। धन लाभ सामान्य से कम होगा। मौसमी बीमारी की आशंका है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन घरेलू एवं व्यावसायिक कार्य एक साथ आने से थोड़े परेशान होंगे लेकिन किसी का सहयोग मिलने से इससे निजात पा लेंगे कार्य क्षेत्र पर आपकी किसी कमी के कारण मान हानि हो सकती है। आज आप अधिकांश कार्य हानि-लाभ की परवाह किये बिना करेंगे। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी फिर भी फिजूल खर्चो पर नियंत्रण ना रखा तो परेशानी में पड़ सकते है। परिवार के सदस्यों का जिद्दी व्यवहार परेशान करेगा लेकिन इसके पीछे आपका हिट ही छुपा हुआ रहेगा। महिलाये गृहस्थ को सम्भालने में दिन भर व्यस्त रहेंगी लंबी यात्रा की योजना आज साकार होगी इससे मानसिक शांति के साथ ही धन लाभ भी होगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज दिन के आरम्भ में आप कई योजनाएं बनाएंगे परन्तु आलस्य अथवा लापरवाही के कारण इनमे विलम्ब होगा फिर भी आज आप अपनी सोच-समझ से कार्य करते हुए लाभ के हकदार बनेंगे। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों का सहयोग करेंगे बदले में आपको भी ऐसा ही व्यवहार मिलेगा। धन लाभ आज अकस्मात ही होगा। धन को लेकर आज कोई कार्य नही रुकेगा।महिलाये आज मनोकामना पूर्ति होने पर प्रसन्न रहेंगी लेकिन स्वभाव अन्य लोगो के कार्यो में नुक्स निकालने वाला रहेगा। घर मे शांति रहेगी। सेहत भी सामान्य बनी रहेगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज भी दिन के आरम्भ में परिस्थिति पूर्ववत बनी रहेगी। सेहत भी साथ ना देने से कार्यो के प्रति उत्साह नही बनेगा। मध्यान तक स्थिति सामान्य होने लगेगी लेकिन आज व्यावसायिक कार्य मिलने पर भी स्थिति स्पष्ट ना होने से असमंजस में पड़े रहेंगे। आर्थिक लाभ के लिए किसी की सहायता अथवा खुशामद करनी पड़ेगी। महिलाये आज परिवार को आर्थिक एवं अन्य समस्याओं से उबारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी लेकिन बाद में इसका गुणगान भी करेंगी। मित्र रिश्तेदारी में जाना पड़ सकता है। संध्या का समय दिन की अपेक्षा शांति से बिताएंगे। धन सम्बन्धित लेन-देन आज ना करें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहेगा जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसे देर-अबेर पूरा करके ही मानेंगे। आर्थिक स्थिति भी आज उत्तम रहने से निर्णय तुरंत लेंगे जोखिम लेने से पीछे नही नही हटेंगे धन लाभ आशानुकूल नही फिर भी आवश्यकता से अधिक हो जाएगा। व्यवसाय में उन्नति होने से आज आपसे जलने वालो की संख्या में बढ़ोतरी होगी फिर भी आज आपको कोई किसी भी प्रकार की क्षति नही पहुचा सकेगा। महिलाये आज अन्य लोगो से अपनी एवं परिवार की बढ़ चढ़ कर प्रशंसा करेंगी सार्वजनिक क्षेत्र पर हास्य के पात्र भी बन सकते है। शारीरिक तंदुरुस्ती बनी रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आपको आज दिन के पूर्वार्द्ध में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है बनते कार्यो में उलझन पड़ने से मन नकारात्मक भाव से ग्रस्त रहेगा। महिलाओ के हाथ कोई बड़ा नुकसान हो सकता है। मध्यान से परिस्थिति आपके अनुकूल होने लगेगी फिर भी आज चंचल मन लाभ से दूर ही रखेगा। व्यवसायी वर्ग दुविधा की स्थिति में रहने के कारण उचित निर्णय नही ले सकेंगे। जल्दबाजी में आज किसी से कोई वादा ना करें पूर्ण ना करने पर अपमानित हो सकते है। आज आपका ध्यान मनोरंजन की ओर ज्यादा रहेगा। अपने मजाकि व्यवहार से आस-पास का वातावरण हल्का बनाएंगे खर्च ना चाहते भी करना पड़ेगा। सेहत में सुधार अनुभव होगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपके अंदर विलक्षण प्रतिभा देखने को मिलेगी। सामाजिक क्षेत्र पर आपके विचारों की प्रखरता भीड़ जोड़ने वाली रहेगी। अपनी बुद्धि चातुर्य से नए संबंध विकसित करेंगे निकट भविष्य में इनसे आर्थिक एवं अन्य व्यवहारिक लाभ अवश्य मिलेगा। समाज के उच्चप्रतिष्ठित लोगो से जान पहचान बनेगी। विरोधी भी आज आपकी प्रशंशा करेंगे। कार्य व्यवसाय मध्यान तक मंदा रहेगा इसके बाद अचानक गति आने से व्यस्तता बढ़ेगी। नौकरी अथवा व्यवसाय से जुड़ी महिलाये आज पुरुषों की अपेक्षा अधिक लाभ कमाएंगी परिजनों को भी उपहार एवं अन्य सुविधाएं प्रदान कर प्रसन्न रखेंगी। सेहत कुछ समय के लिए नरम रहेगी।

उत्तराखंड क्यों मांगे भू कानून मूल निवास 1950 और कौन-कौन है उत्तराखंड के मूल निवासी 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ है जिसके अनुसार 1950 से जो नागरिक इस जगह का निवासी है वहां का वहां मूल निवासी है उत्तराखंड को छोड़कर सभी जगह मूल निवास 1950 लागू है जिस नागरिक का परिवार 1950 या उससे पहले से उत्तराखंड में निवास कर रहा हो वह उत्तराखंड का मूल निवासी है लगभग 83% उत्तराखंडी मूल निवासी है उत्तराखंड में मूल निवास 1950 लागू होने के क्या-क्या फायदे होंगे मूल निवास 1950 मूल निवास 1950 के आधार पर राज्य के सभी सरकारी प्राइवेट क्षेत्रों में 70% नौकरियों पर मूल निवासियों का अधिकार होगा मूल निवास 1950 के आधार पर नवोदय स्कूल और डिग्री कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज मेडिकल कॉलेज व ऐसे अनेक शिक्षा संस्थानों में 70% सीटों पर मूल निवासियों को ही अधिकार मिलेगा मूल निवास 1950 के आधार पर राज्य के राज्य के संसाधनों पर अधिकार मूल निवासियों का होगा एक परिवार एक सरकारी नौकरी उत्तराखंड क्यों मांगे कानून क्या है भू कानून प्रत्येक राज्य का भू संरक्षण हेतु अपना भूमि कानून होता है एवं पर्वतीय राज्यों को एक इस विषय में विशेष अधिकार प्राप्त है परंतु उत्तराखंड का भू कानून बहुत लचीला एवं कमजोर है जबकि अन्य पर्वतीय राज्यों में सशक्त भू कानून है उत्तराखंड में कानून क्यों हो और उसके फायदे उत्तराखंड के निवासी ही उत्तराखंड राज्य में निवास भूमि और व्यावसायिक भूमि को आपस में खरीद और भेज सकता है इससे यह फायदा होगा कि उत्तराखंड में व्यवसाय के नाम पर जो कृषि भूमि का नाश हो रहा है उस पर रोकथाम लगेगी उत्तराखंड में कृषि भूमि को खरीदने का अधिकार केवल मूलनिवासी का होगा इससे यह फायदा होगा कि मूल निवासियों की भूमि सुरक्षित रहेगी और पलायन पर भी रोक लगेगी गैर उत्तराखंडी बाहरी व्यक्ति यदि उत्तराखंड राज्य में निवास भूमि खरीदना चाहता है तो उससे पहले 30 वर्ष तक उत्तराखंड में रहना होगा और उसके बाद बाद वह 250 वर्ग मीटर तक की भूमि को निवेश के लिए खरीद सकता है इससे यह फायदा होगा कि उत्तराखंड राज्य की संस्कृति विरासत संस्कृत भाषा रिती रिवाज सुरक्षित रहेंगे गैर उत्तराखंडी बाहरी व्यावसायिक भूमि और कृषि भूमि को लीज पर ही ले सकता है यह कृषि भूमि और व्यवसायिक भूमि को खरीद नहीं सकता इससे यह फायदा होगा कि लीज पर दी गई भूमि पर अधिकार तो उत्तराखंड के लोगों का रहेगा और लीज के तौर पर दी गई भूमि एक तो उपजाऊ रहेगी और उससे भूस्वामी की आमदनी भी आती रहेगी साथ ही राज्य सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा उत्तराखंड में आर्टिकल 371 की मांग क्यों क्या है आर्टिकल 371 आर्टिकल 371 किसी भी राज्य को विशेष प्रावधान भूमि संरक्षण संस्कृतिक धार्मिक आदि मामलों में देता है बाकी पर्वतीय राज्यों में यह व्यवस्था होने के बावजूद या उत्तराखंड में लागू नहीं है उत्तराखंड में उत्तराखंड को आर्टिकल 371 के अंतर्गत केंद्र सरकार से कौन-कौन से विशेष अधिकार चाहिए उत्तराखंड राज्य में पर्वतीय क्षेत्रों के लिए अलग पर्वतीय विकास बोर्ड बने उत्तराखंड में राज्य की भूमि संबंधित मामलों के लिए राज्य सरकार की सहमति के बिना केंद्र सरकार भूमि संबंधित मामलों में कानून नहीं बना सकती उत्तराखंड में विधानसभा सीटों पर प्रवेश सीमित क्षेत्रफल के आधार पर हो यह अधिकार हमें भारतीय संविधान देता है उत्तराखंड में राज्य और संस्कृति और रीति-रिवाजों से संबंधित मामलों में राज्य सरकार की सहमति के बिना केंद्र सरकार संस्कृति एवं रीति-रिवाजों से संबंधित मामलों में कानून नहीं बना सकती है उत्तराखंड में उत्तराखंड में इनर लाइन परमिट की मांग क्यों क्या है इनर लाइन परमिट उत्तराखंड में यदि कोई बाहरी व्यक्ति आता है तो उसे राज्य में प्रवेश के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता पड़ेगी और जब वह इसके लिए आवेदन करेगा तो अपना संपूर्ण ब्यौरा भी देना पड़ेगा ऐसे में यदि कोई अपराधिक घटना होती है तो राज्य के पास इसे ट्रैक करने के लिए उसका डाटा रहेगा इससे राज्य में लव जिहाद लड़कियों का अपहरण हत्या और चोरी जैसे अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगेगा अगर उत्तराखंड यों को यह अधिकार नहीं मिला तो क्या परिणाम होंगे अगर यहां अभी अधिकार उत्तराखंड यों को नहीं मिला तो आने वाले कुछ ही वर्षों बाद पर्वती क्षेत्र का ना ही कोई मुख्यमंत्री बनेगा और कुछ ही समय बाद यहां के मूल निवासी अपने ही राज्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे हमारी संस्कृति रीति रीति रिवाज एवं बोली भाषा विलुप्त होने की कगार पर आ जाएगी कुछ समय बाद पर्वतीय क्षेत्रों में विधानसभा सीटें कम और मैदानी क्षेत्रों में ज्यादा हो जाएगी जिस कारण पर्वती क्षेत्र की विकास दर रुक जाएगी अपराधिक घटनाएं बढ़ेगी जिससे असुरक्षा का माहौल बनेगा

इंडोनेशिया के पूर्व मुस्लिम राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी ने हिंदू धर्म अपनाया

इंडोनेशिया में चर्चा है कि खत्म हो जाएगा इस्लाम धर्म और‌ क्या 500 साल पुरानी भविष्यवाणी सच हो जाएगी

इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी ने हिंदू धर्म अपना लिया है । इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो को इंडोनेशिया में राष्ट्रपिता के जैसा दर्जा हासिल है । सुकर्णो नाम तो संस्कृत भाषा से मिलता जुलता है लेकिन वो एक मुसलमान थे ।

इंडोनेशिया में इस्लाम ने आक्रमण के माध्यम से… तलवार के जरिए अपनी जड़ें जमा लीं और 99 प्रतिशत आबादी को इस्लाम में कन्वर्ट करवा लिया लेकिन इसके बाद भी वहां पर अरब कल्चर की जड़ें नहीं जम पाईं यही वजह है कि आज भी वहां लोगों के नाम संस्कृत भाषा से मिलते जुलते हैं

सुकुमावती सुकर्णोपुत्री ने इंडोनेशिया के बाली द्वीप में पूरे धार्मिक रीति रिवाज से घर वापसी कर ली है और इस घटना को इंडोनेशिया में इस्लाम के विनाश से देखा जा रहा है

इस बात की चर्चा पूरी दुनिया में क्यों हो रही है ? इसके पीछे एक ऐतिहासिक घटना और भविष्यवाणी है जिसका इतिहास आपको समझना होगा

इंडोनेशिया में हिंदुओं की संख्या मात्र 1.74 प्रतिशत रह गई है और वो भी इसलिए क्योंकि इंडोनेशिया का एक द्वीप है जिसका नाम है बाली । बाली की 87 प्रतिशत जनसंख्या आज भी हिंदू है । वहां पर करीब 87 प्रतिशत हिंदू हैं

इंडोनेशिया में इतनी तेजी से इस्लाम कैसे फैला ? इसको आपको बाद में समझाएंगे पहले ये समझिए कि इंडोनेशिया का मूल धर्म क्या था ? और इंडोनेशिया को इस्लाम ने कैसे तलवार के जोर से हड़प लिया है ।

इंडोनेशिया को लेकर यूरोपीय विद्वानों का कहना है कि इंडोनेशिया में हिंदू धर्म करीब एक हजार सालों से स्थापित है लेकिन हमारा ये मानना है कि इंडोनेशिया में करीब 2 हजार सालों से हिंदू धर्म है

मूल रूप से इंडोनेशिया पहले एक हिंदू देश ही था और ये पूरी तरह से भारतीय संस्कृति के प्रभाव में था यहां संस्कृत के शब्द बहुत लोकप्रिय थे ।

दक्षिण भारत के चोल साम्राज्य और कलिंग साम्राज्य ने भी भारतीय संस्कृति का विस्तार इंडोनेशिया में किया था । बाद में इंडोनेशिया में ही एक बहुत बड़ा हिंदू एम्पायर खड़ा हुआ जिसे श्री विजय साम्राज्य कहा जाता है

इंडोनेशिया के आखिरी हिंदू साम्राज्य मजापहित साम्राज्य के राजा ब्राविजय पंचम थे । इंडोनेशिया के डेमेक सल्तनत से हुई जंगों में पराजय के बाद उसे मुसीबत में पड़कर मजबूरी में इस्लाम स्वीकार करना पड़ा था

उस वक्त राजा के मुख्य पुजारी शब्दपलान ने ये भविष्यवाणी की थी कि 500 सालों के बाद इंडोनेशिया में बहुत बड़ा भूकंप और तबाही आएगी… ज्वालामुखी माउंट लाऊ से आग निकलेगी… और फिर धीरे धीरे इंडोनेशिया में लोग दोबारा से हिंदू बनना शुरू कर देंगे और इंडोनेशिया में इस्लाम का विनाश होने के बाद दोबारा पूरा इंडोनेशिया हिंदू धर्म में लौट आएगा

इंडोनेशिया के मुसलमान लोग भी इस भविष्यवाणी पर भरोसा करते हैं । साल 2004 में इंडोनेशिया में एक बहुत बड़ी सुनामी आई थी जिसमें एक लाख 68 हजार लोगों की मौत हो गई थी तब भी शब्दपलान की इस भविष्यवाणी पर पूरी दुनिया में चर्चा शुरू हो गई थी और अब एक बार फिर सुकुमावती सुकर्णोपुत्री के इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में वापस आने के बाद ये चर्चा हो रही है कि शब्दपलान की भविष्यवाणी सच साबित होने जा रही है और पूरा इंडोनेशिया दोबारा सनातन धर्म में लौट आएगा

(नोट- कई मित्रों ने मेरा नंबर 7011795136 को दिलीप नाम से सेव तो कर लिया है लेकिन मिस्ड कॉल नहीं की है… जो मित्र मुझे मिस्ड कॉल भी करेंगे और मेरा नंबर भी सेव करेंगे… यानी ये दोनों काम करेंगे सिर्फ उनको ही मेरे लेख सीधे व्हाट्सएप पर मिल पाएंगे…क्योंकि मैं ब्रॉडकास्ट लिस्ट से ही मैसेज भेजता हूं और इसमें मैसेज उन्हीं को मिलेगा जिन्होंने मेरा नंबर सेव किया होगा… जिन मित्रों को मेरे लेख व्हाट्सएप पर पहले से मिल रहे हैं वो मिस्ड कॉल ना करें… प्रार्थना है)

जैसे भारत में ब्रिटिश लोगों ने कब्जा कर लिया था वैसे ही इंडोनेशिया में डच ने कब्जा कर लिया था साल 1951 में जब इंडोनेशिया को आजादी मिली तो वहां की कुर्सी पर मुसलमानों का कब्जा हो गया और उन्होंने अपना संविधान इस तरह से बनाया कि हिंदू धर्म की मान्यता ही खत्म कर दी

उन्होंने संविधान में लिखवाया कि जो एकेश्वरावाद में भरोसा नहीं करते हैं उनको वो धर्म नही नहीं मानते हैं तब बाली द्वीप में हिंदू धर्म को मान्यता दिलवाने के लिए बड़ा प्रोटेस्ट चला था और इस प्रोटेस्ट के साथ ही वहां के मुस्लिम राष्ट्रपति सुकर्णो को एक याचिका सौंपी गई

जिसमें ये कहा गया कि हिंदू धर्म बहुआयामी है और ये एकेश्वरावाद को भी मानता है… उपनिषद के उदाहरण दिए गए जिसके बाद सुकर्णो ने हिंदू धर्म को भी मान्यता दी ।

लेकिन हिंदू धर्म के लगातार सामाजिक दमन की वजह से वहां सरकारी फायदे के लिए और सरकारी प्रशासन से नजदीकी बनाने के लिए लोग बड़ी संख्या में मुसलमान होते चले गए

लेकिन एक बार फिर ऐसा लग रहा है कि दोबारा इंडोनेशिया की पूरी घरवापसी होगी और शब्दपलान की भविष्यवाणी सच हो जाएगी ।