22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के उद्घाटन में ५ करोड़ लोगों के साथ १६० देशों के लोग उद्घाटन देखने जाएंगे, संस्कृत के विषय में २० रोचक और ज्ञानवर्धक तथ्य

*संस्कृत दिवस : संस्कृत के बारे में ये 20 रोचक तथ्य जान कर आपको भारतीय होने पर गर्व होगा

आज हम आपको संस्कृत के बारे में कुछ ऐसे तथ्य बता रहे हैं, जो किसी भी भारतीय का सर गर्व से ऊंचा कर देंगे।

.1. संस्कृत को सभी भाषाओं की जननी माना जाता है।

2. संस्कृत उत्तराखंड की आधिकारिक भाषा है।

3. अरब लोगो की दखलंदाजी से पहले संस्कृत भारत की राष्ट्रीय भाषा थी।

4. नासा के मुताबिक, संस्कृत धरती पर बोली जाने वाली सबसे स्पष्ट भाषा है।

5. संस्कृत में दुनिया की किसी भी भाषा से ज्यादा शब्द है वर्तमान में संस्कृत के शब्दकोष में 102 अरब 78 करोड़ 50 लाख शब्द है।

6. संस्कृत किसी भी विषय के लिए एक अद्भुत खजाना है। जैसे हाथी के लिए ही संस्कृत में 100 से ज्यादा शब्द है।

7. नासा के पास संस्कृत में ताड़पत्रो पर लिखी 60,000 पांडुलिपियां है जिन पर नासा रिसर्च कर रहा है।

8. फ़ोबर्स मैगज़ीन ने जुलाई,1987 में संस्कृत को कम्प्यूटर सॉफ्टवेर के लिए सबसे बेहतर भाषा माना था।

9. किसी और भाषा के मुकाबले संस्कृत में सबसे कम शब्दो में वाक्य पूरा हो जाता है।

10. संस्कृत दुनिया की अकेली ऐसी भाषा है जिसे बोलने में जीभ की सभी मांसपेशियो का इस्तेमाल होता है।

11. अमेरिकन हिंदु युनिवर्सिटी के अनुसार संस्कृत में बात करने वाला मनुष्य बीपी, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल आदि रोग से मुक्त हो जाएगा. संस्कृत में बात करने से मानव शरीरका तंत्रिका तंत्र सक्रिय रहता है जिससे कि व्यक्ति का शरीर सकारात्मक आवेश (PositiveCharges) के साथ सक्रिय हो जाता है।

12. संस्कृत स्पीच थेरेपी में भी मददगार है यह एकाग्रता को बढ़ाती है।

13. कर्नाटक के मुत्तुर गांव के लोग केवल संस्कृत में ही बात करते है।

14. सुधर्मा संस्कृत का पहला अखबार था, जो 1970 में शुरू हुआ था। आज भी इसका ऑनलाइन संस्करण उपलब्ध है।

15. जर्मनी में बड़ी संख्या में संस्कृतभाषियो की मांग है। जर्मनी की 14 यूनिवर्सिटीज़ में संस्कृत पढ़ाई जाती है।

16. नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार जब वो अंतरिक्ष ट्रैवलर्स को मैसेज भेजते थे तोउनके वाक्य उलट हो जाते थे. इस वजह से मैसेज का अर्थ ही बदल जाता था. उन्होंले कई भाषाओं का प्रयोग किया लेकिन हर बार यही समस्या आई. आखिर में उन्होंने संस्कृत में मैसेज भेजा क्योंकि संस्कृत के वाक्य उल्टे हो जाने पर भी अपना अर्थ नही बदलते हैं।

जैसे

*अहम् विद्यालयं गच्छति।*

*विद्यालयं गच्छति अहम्।*

*गच्छति अहम् विद्यालयं ।*

उक्त तीनो के अर्थ में कोई अंतर नहीं है।

17. आपको जानकर विष्मय होगा कि कम्प्यूटर द्वारा गणित के प्रश्नों को हल करने वाली विधि यानि Algorithms संस्कृत में बने है ना कि अंग्रेजी में।

18. नासा के वैज्ञानिको द्वारा बनाए जा रहे 6th और 7वी जेनरेशन सुपर कंप्यूटर संस्कृतभाषा पर आधारित होंगे जो 2034 तक बनकर तैयार हो जाएंगे।

19. संस्कृत सीखने से दिमाग तेज हो जाता है और याद करने की शक्ति बढ़ जाती है। इसलिए इंग्लैंड और आयरलैंड के कई स्कूलो में संस्कृत को अनिवार्य विषय बना दिया है।

20. इस समय दुनिया के 17 से ज्यादा देशो के कम से कम एक विश्वविद्यालय में तकनीकी शिक्षा के कोर्सेस में संस्कृत पढ़ाई जाती है।

*संस्कृत के बारे में ये 20 तथ्य जान कर आपको भारतीय होने पर गर्व होगा।* 🇮🇳

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* 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर खुलने की तैयारी इस प्रकार है: 1) उद्घाटन से 1 महीने पहले.. पूरे भारत में 1 लाख से अधिक मंदिरों में राम धुनी का आयोजन किया जाएगा। 2) यह एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम होने जा रहा है। 3) । 4) 160 देशों के लोग उद्घाटन देखने जाएंगे। इस कार्यक्रम को कवर करने के लिए दुनिया भर से 6500 प्रेस पत्रकारों ने पंजीकरण कराया है। 5)अयोध्या पर्यटकों का मुख्य आकर्षण बनने जा रहा है। 6) पहले साल 5 करोड़ लोगों के मंदिर आने की उम्मीद है। 7) 3 स्टार से लेकर 5 स्टार तक के कई होटल तैयार हैं और कई होटल तैयार किए जा रहे हैं 8) अयोध्या हवाई अड्डे को कई भारतीय गंतव्यों से सीधी उड़ानों के लिए तैयार किया जा रहा है। 9)अयोध्या रेलवे स्टेशन सभी नई सुविधाओं के साथ तैयार है. 10) सरयू (सरजू) नदी के तटों का पुनरुद्धार किया गया। 11) संपूर्ण अयोध्या और आसपास को लाखों रोशनी से रोशन किया जाएगा।🤷🏻‍♂️🆚🙏🏻🙏🏻🚩🚩*

*क्या आप भारतीय संस्कृति के गौरव को समझते हैं?* 

1. अंको का अविष्कार भारत में हुआ 

2. शून्य का अविष्कार भारत ने किया 

3. अंकगणित का अविष्कार पूर्व भास्कराचार्य ने किया 

4. बीज गणित का अविष्कार भारत में आर्यभट्ट ने किया 

5. सर्वप्रथम ग्रहों की गणना आर्यभट्ट ने 499 ई. पूर्व में की 

6. भारतीयों को त्रिकोणमिति व रेखागणित का 2,500 ई.पूर्व से ज्ञान था 

7. समय और काल की गणना करने वाला विश्व का पहला कैलेण्डर भारत में लतादेव ने 505 ई. पूर्व सूर्य सिद्धान्त नामक अपनी पुस्तक में वर्णित किया 

8. न्यूटन से भी पहले गुरूत्वाकर्षण का सिद्धान्त भारत में भास्कराचार्य ने प्रतिपादित किया 

9. 3,000 ई. पूर्व लोहे के प्रयोग के प्रभाव वेदों में वर्षित है अशोक स्तम्भ इसका स्पष्ट प्रमाण है 

10. 400 ई. पूर्व सुश्रूत (भारतीय चिकित्सक) द्वारा सर्वप्रथम प्लास्टिक सर्जरी का प्रयोग किया गया 

11. विश्व का पहला विश्वविद्यालय तक्षशिला के रूप में 700 ई. पूर्व भारत में स्थापित था जहाँ दुनिया भर के 10,500 विद्यार्थी 60 विषयों का अध्ययन करते थे 

12. सूर्य से पृथ्वी पर पहुँचने वाले प्रकाश की गति की गणना सर्वप्रथम भास्कराचार्य ने की 

13. यूरोपिय गणितज्ञों से पूर्व ही छठी शताब्दी में बोद्धायन ने पाई के मान की गणना की जो की पाइथोगोरस प्रमेय के रूप में जाना जाता है हमारा ज्ञान-विज्ञान एवं इतिहास इतना गौरवशाली एवं समृद्ध है 

14. दुनिया का पहला संवत्-“विक्रम संवत्” पूरे एशिया से शकों को परास्त करते हुये अवन्ति के चक्रवर्ती सम्राट “विक्रमादित्य महान” ने प्रवर्तित किया। जो ईसा पूर्व 56 से आरम्भ हुआ। इसका उल्लेख जूलियस सीज़र के रोम के ऐतिहासिक तिथिक्रम में भी है। सम्राट गदाफेरिज के लेख में भी विक्रम संवत् का उल्लेख ज्यू ग्रन्थ अनुसार मिलता है इससे विक्रम संवत् की विश्व व्यापकता स्पष्ट होती है 

15. महान वैज्ञानिक डां.जगदिशचन्द्र बसु ने ही पहला वायरलेस कम्युनिकेशन का अविष्कार किया जो बाद में विकसित होता चला और आज मोबाइल, इण्टरनेट आदि के रूप में विकसित हुआ 

16. सूर्य किरण में सात रंग है यह डां. सी. व्ही. रमन ने पहली बार दुनिया को बताया 19 वीं सदी में यह दुनिया ने जाना और scattering of lights के सिध्दान्त पर उन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लैकिन उससे भी गर्व और हैरानी की बात है कि “तैत्तिरीय संहिता” नामक प्राचीन ग्रन्थ को “सप्त-रश्मी” कहा गया है। यानी तैत्तिरीय संहिता के लेखक ऋषि वैज्ञानिक, सी. वी. रमन से पहले ही उनकी Theory समझ चुके थे और उस ज्ञान विज्ञान के ज्ञाता थे 

17. सबसे पहला अर्थशास्त्र भारत में लिखा गया। कौटिल्य दुनिया के पहले अर्थशास्त्र नामक पुस्तक लिखने वाले आचार्य थे 

18. दुनिया का पहला संविधान भारत ने ही लिखा राजा मनु इसके रचयिता थे और वेद आधार था इसका नाम मनुस्मृति था। यह राजनितीशास्त्र का पहला महान ग्रन्थ है। अंग्रेज़ी षड्यन्त्र के तहत मैक्समूलर के हाथो इसे अंग्रेज़ों ने लिखवाकर इसमें तोडमरोड़ की और तथ्यों को बदल दिया 

19. नाव का अविष्कार और सोने के सिक्कों का चलन में प्रचलन आर्यावर्त की ही देन है 

20. पारा (mercury) बनाने की विधियाँ वैज्ञानिक नागार्जुन एवं महर्षि चरक ने सर्वप्रथम दुनिया को दी 

21. एक्यूप्रेशर चिकित्सा जो आज चीन में भी विकसित है, वह तक भारत की ही देन है 

22. बोधिवर्मन की मार्शल आर्ट प्रणाली भारत की ही प्राचीन देन है स्वयं श्रीकृष्ण इसमें निष्णात और पारंगत योध्दा थे उन्होंने इसी के प्रयोग द्वारा कंस के बलाढ्य पहलवान मार गिराये…!!