शिक्षा मंत्री डाॅ धनसिंह रावत के साथ वार्ता के बाद शिक्षकों के रूके हुए स्थानांतरण सहित सभी लम्बित मांगों पर निर्णय की बढ़ी उम्मीद एक माह बाद पुनः समीक्षा बैठक का आश्वासन

 उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री  डाॅ धनसिंह रावत की अध्यक्षता में प्रदेश के शिक्षक संगठनों की बैठक हुई, बैठक में राजकीय शिक्षको की लंबित 16 मागों के संबंध में विभागीय व शासन के अधिकारियों की उपस्थिति में शिक्षा मंत्री के समक्ष समाधान हेतु चर्चा की गई,  शिक्षा मंत्री डाॅ धनसिंह रावत ने लंबित समस्यायों का समाधान 1 माह में करने के निर्देश संबंधित को दिए है।  बैठक में सभी संवर्गो की समस्याएं रखी गई है। विस्तृत चर्चा की गई ।

 बता दें त्रिवेंद्र सरकार के समय में चार साल सभी शिक्षकों के स्थानांतरण रूके हुए थे। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की पहल पर चार वर्षों के पश्चात चुनाव पूर्व कुछ बीमार शिक्षकों के स्थानांतरण हुए थे लेकिन उन्हें अभी तक उन्हें आचार संहिता के नाम पर रोक कर रखा गया है। शिक्षा मंत्री डॉ धनसिंह रावत से चर्चा के उसे भी बहाल होने की उम्मीद बढ़ी है। बता दें कि सचिवालय स्तर पर यह आदेश अभी तक लंबित है। इसके साथ ही इस वर्ष से वार्षिक स्थानांतरण पर भी कार्यवाही होने की संभावना बढ़ गयी है। 

    शिक्षक संघ के प्रतिनिधि डाॅ सोहन माजिला ने कहा कि सम्मानित शिक्षक साथियों को निवेदन है कि कुछ विघ्नशंतोषी मित्र तरह तरह के विवाद उत्पन्न कर समस्याओं के समाधान के रास्ते में रोड़ा डालने की कोशिश कर रहे है, इस बात को गंभीरता से समझने की अवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह बैठक किसी एक संगठन विशेष की नहीं थी, बल्कि सक्षम स्तर से ही प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। यदि किसी पूर्व व वर्तमान प्रतिनिधि को ऐसा लगता है जिन लोगो को राजकीय शिक्षक संघ के प्रतिनिधि के रूप में बैठक में बुलाया गया है वह प्रतिनिधि नही है तो संगठन में चर्चा करे। 

शिक्षा मंत्री डाॅ धनसिंह रावत के साथ वार्ता के बाद डॉ धनसिंह रावत ने पुनः एक माह बाद सभी संगठनों के साथ समीक्षा का आश्वासन दिया। शिक्षकों के रूके हुए स्थानांतरण सहित आने वाले सत्र से नियमित वार्षिक स्थानांतरण वेतन विसंगति समयबद्ध प्रमोशन, तथा पुरानी पेंशन बहाली सम्बन्धी विषय सुलझने की उम्मीद बढ़ी है। पुनः एक माह बाद समीक्षा हेतु संगठन को वार्ता हेतु बुलाने हेतु भी शिक्षा मंत्री डाॅ धनसिंह रावत द्वारा आश्वासन दिया गया।