📖 *नीतिदर्शन………………..*✍🏿
*यो दयी दक्षणी दानी परदु:खेषु कातरः।*
*स एव शिक्षितो बोध्य: तदन्यस्तु न शिक्षितः।।*
📝 *भावार्थ* 👉🏿 दयावान, उदार, दानशील और परदु:खमें कातर बन जानेवालेको ही नीतिकारने *शिक्षित* कहा है।
*”य क्रियावान् स पण्डितः”* के अनुसार केवल पुस्तकीय ज्ञान प्राप्त करनेवालेको ही शिक्षित नहीं कहा जाता। वस्तुतः शिक्षित वह है जो उस शिक्षाको जीवनमें उतारे।
💐👏🏿 *सुदिनम्* 👏🏿💐
🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७९ || शक-सम्वत् १९४४ || सौम्यायन् || नल नाम संवत्सर || शिशिर ऋतु || फाल्गुन शुक्लपक्ष || तिथि द्वादशी पूर्वाह्न ११:४७ तक उपरान्त त्रयोदशी || मंदवासर || फाल्गुन सौर २० प्रविष्ठा || तदनुसार ०४ मार्च २०२३ ई० || नक्षत्र पुष्य अपराह्न ६:४१ तक उपरान्त आश्लेषा (सर्प) || कर्कस्थ चन्द्र || होलाष्टक ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐
🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻शनिवार, ०४ मार्च २०२३🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:४५
सूर्यास्त: 🌅 ०६:१८
चन्द्रोदय: 🌝 १५:२५
चन्द्रास्त: 🌜२९:३९
अयन 🌖 उत्तरायणे (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🎋 बसंत
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)
मास 👉 फाल्गुन
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 द्वादशी (११:४३ से त्रयोदशी)
नक्षत्र 👉 पुष्य (१८:४१ से आश्लेशा)
योग 👉 शोभन (१९:३७ से अतिगण्ड)
प्रथम करण 👉 बालव (११:४३ तक)
द्वितीय करण 👉 कौलव (२४:५६ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कुम्भ
चंद्र 🌟 कर्क
मंगल 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कुम्भ (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०६ से १२:५२
अमृत काल 👉 ११:३० से १३:१८
रवियोग 👉 १८:४१ से ३०:३७
विजय मुहूर्त 👉 १४:२५ से १५:११
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:१५ से १८:४०
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:१७ से १९:३२
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०४ से २४:५३
राहुकाल 👉 ०९:३४ से ११:०२
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १३:५६ से १५:२३
होमाहुति 👉 शनि (१८:४१ तक)
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 पृथ्वी (११:४३ तक)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 कैलाश पर (११:४३ से नन्दी पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (वायविंडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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शनि प्रदोष व्रत, गोविन्द द्वादशी, मेला श्रीखाटू श्याम जी आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १८:४१ तक जन्मे शिशुओ का नाम पुष्य नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (हो, डा) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आश्लेषा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (डी, डू, डे) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कुम्भ – २९:४८ से ०७:१४
मीन – ०७:१४ से ०८:३७
मेष – ०८:३७ से १०:११
वृषभ – १०:११ से १२:०६
मिथुन – १२:०६ से १४:२१
कर्क – १४:२१ से १६:४२
सिंह – १६:४२ से १९:०१
कन्या – १९:०१ से २१:१९
तुला – २१:१९ से २३:४०
वृश्चिक – २३:४० से २५:५९
धनु – २५:५९ से २८:०३
मकर – २८:०३ से २९:४४
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पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक – ०६:४० से ०७:१४
शुभ मुहूर्त – ०७:१४ से ०८:३७
मृत्यु पञ्चक – ०८:३७ से १०:११
अग्नि पञ्चक – १०:११ से ११:४३
शुभ मुहूर्त – ११:४३ से १२:०६
रज पञ्चक – १२:०६ से १४:२१
शुभ मुहूर्त – १४:२१ से १६:४२
चोर पञ्चक – १६:४२ से १८:४१
शुभ मुहूर्त – १८:४१ से १९:०१
रोग पञ्चक – १९:०१ से २१:१९
शुभ मुहूर्त – २१:१९ से २३:४०
मृत्यु पञ्चक – २३:४० से २५:५९
अग्नि पञ्चक – २५:५९ से २८:०३
शुभ मुहूर्त – २८:०३ से २९:४४
रज पञ्चक – २९:४४ से ३०:३९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आपका उद्दंड व्यवहार हस्ते हुए इंसान को रुला देगा। स्वभाव में कठोरता एवं रूखापन आपसी संबंधों को तो खराब करेगा ही साथ मे धन संबंधित उलझने भी बढ़ाएगा। जो व्यक्ति आपकी सहायता के लिये पहले तैयार था वह अचानक पीठ दिखायेगा। कार्य क्षेत्र अपर भी धन का अभाव महत्त्वपूर्ण कर्यो को अधूरा रखेगा। उधारी वालो से अतिरिक्त परेशानी होगी। आज आपका मन सरल एवं सात्विक कार्यो को छोड़ अनर्गल प्रवृतियों की तरफ जल्दी आकर्षित हो जाएगा। नौकरी वाले लोग छोटी सी बात पर सहकर्मी अथवा अन्य व्यक्ति से भिड़ेंगे व्यवहार में नरमी लाये अन्यथा मान हानि के प्रबल योग बन रहे है। स्वास्थ्य में कुछ ना कुछ विकार लगा रहेगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन शुभ प्रसंग बनने से उत्साहित रहेंगे लेकिन आज अपने काम से काम रखें कही सुनी बातो पर ध्यान दिया तो किसी ना किसी से गरमा गरमी अवश्य होगी। आज पुरुषार्थ में कमी रहने पर भी धन लाभ के अवसर सुलभ होंगे लेकिन आपके प्रयास अनैतिक रूप से धन कमाने के अधिक रहेंगे मार्ग चाहे कोई भी हो लाभ अवश्य देकर जायेगा भले बाद में समस्या ही लाये। नौकरी वाले लोग अधिकारी वर्ग से सतर्क रहें छोटी भूल भी माफी के लायक नही रहेगी। मध्यान के बाद भाग दौड़ करनी पड़ेगी लेकिन परिणाम विपरीत ही रहेंगे। संध्या का समय आनंद मनोरंजन में बिताना पसंद करेंगे। घर में थोड़ी बहुत कहा सुनी होगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन व्यर्थ के कार्यो में समय नष्ट होगा जिससे अपने मूल उद्देश्य से भटक जाएंगे। आज घर के बुजुर्ग अथवा वरिष्ठ नागरिको को सलाह की अनदेखी ना करें वरना बाद में पछताना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय में उतार चढ़ाव आएगा लेकिन फिर भी भाग्य का साथ मिलने से अन्य प्रतिद्वंदियों की तुलना में ज्यादा लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन ध्यान रहे प्रलोभन के चक्कर मे ये हाथ से निकल भी सकते है। सहकर्मी स्वार्थ सिद्धि के लिये मीठा व्यवहार करेंगे पूर्ति होने के बाद व्यवहार बदल जायेगा देख कर ही किसी की मदद करें। परिवार के सदस्य आपकी टालमटोल वाली नीति से नाराज होंगे। सर दर्द अथवा मासपेशियो में अकड़न रहेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन अधिकांश समय लापरवाही करेंगे। प्रातः काल यात्रा की योजना बनेगी लेकिन अकस्मात अन्य कार्य आने से निरस्त हो सकती है। आज आप अपनी कामनाओ को त्याग परिजनों की आवश्यकता पूर्ति पर अधिक ध्यान दें अन्यथा क्लेश हो सकता है। मेहनत इच्छाओं की तुलना में कम करेंगे ध्यान रहे आज की मेहनत कल किसी ना किसी प्रकार से वृद्धि कारक बनेगी। कार्य क्षेत्र पर ज्यादातर कार्य बिना बौद्विक श्रम किये सम्पन्न होंगे। जल्दबाजी में किसी से धन संबंधित वादे ना करें उधार आज भूल कर भी ना दें अन्यथा निश्चित ही डूबेगा।
सेहत में ताजगी बनी रहेगी। लोभ से बचें समय स्वतः ही लाभदायक बना है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज भी परिस्थितिया संध्या तक विषम रहेंगी इसके बाद ही थोड़ी राहत अनुभव करेंगे। दिन का आरंभ बेचैनी भरा रहेगा हानि का भय रहने से जल्दी किसी कार्य को करने का मन नही करेगा। घर मे भी कुछ ना कुछ समस्या बनी रहेगी। कार्य व्यवसाय में आज जोखिम लेने से बचें संतोषी वृति अपनाए बड़ी हानि से बचेंगे। सहकर्मी सामने से हितैषी बनेंगे लेकिन पीछे से गड़बड़ कर सकते है। धन की आमाद सामान्य रहेगी फिर भी उधारी के कारण हाथ मे रुकेगा नही। ज्यादा भगदौड़ करने से बचें कल से परिस्थिति अनुकूल बनने लगेगी। परिवार रिश्तेदारी में अकस्मात दुखद घटना घटित होने की सम्भवना है। सेहत में नरमी रहेगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन उठा पटक वाला रहेगा आज आप जिस कार्य से लाभ की उम्मीद लगाए रहेंगे उसे छोड़ कोई अन्य काम लाभ दिलाएगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय ना लें वरना हाथ लगे लाभ से वंचित रह जाएंगे। व्यवसायी वर्ग कुछ समय के लिये निराशा में आकर घाटे में सौदे करने का विचार बनाएंगे लेकिन थोड़ा धैर्य रखें संध्या के समय स्थिति बदलने पर ज्यादा लाभ मिल सकता है। महिलाओं के विचार पल पल में बदलेंगे जिससे कार्य सफलता संदिग्ध रहेगी। नौकरी वाले लोगो को परिश्रम का फल किसी ना किसी रूप में अवश्य मिलेगा। सेहत कुछ समय के लिये गड़बड़ होगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपको परिश्रम का फल ना मिलने से गुस्सा आएगा। दिन का प्रथम हिस्सा तो शांति से व्यतीत करेंगे लेकिन इसके बाद कि दिनचार्य व्यर्थ की भागदौड़ वाली रहेगी। अनचाहे कार्यो में समय खराब होगा। आज मन मे अहम की भावना रहने के कारण किसी का मार्गदर्शन भी नही लेंगे। कार्य व्यवसाय से जब भी धन लाभ की संभावना बनेगी तभी कुछ ना कुछ व्यवधान आएगा। उधार के व्यावहार आज सीमित रखें अन्यथा धन संबंधित उलझनों में पढ़ेंगे। परिवार में भी किसी से आर्थिक कारणों को लेकर खींच तान संभव है महिलाए आवश्यकता पड़ने पर ही बोलें। रक्त पित्त दोष सेहत को प्रभावित करेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपमे धार्मिक भावनाओं का उदय होगा। दैनिक कार्यो से समय निकाल पूजा पाठ धार्मिक यात्रा के लिये उपस्थित रहेंगे। परोपकार की भावना भी रहेगी लेकिन जहां स्वार्थ दिखेगा वही दिखावे के लिये दान पुण्य करेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज ज्यादा व्यवसाय नही रहेगा लेदेकर लाभ कमाने की नीति अपनाएंगे इससे लाभ तो तुरंत हो जाएगा लेकिन बाद में अफसोस भी होगा। सहकर्मियों अथवा किसी बाहरी व्यक्ति से नोक झोंक होगी व्यर्थ के विवादों से बचें अन्यथा अपने हित साधने भारी पड़ेंगे। घर मे आंशिक शांति रहेगी कुछ काम बताने पर परिजन उग्र होंगे। सेहत में आज स्थिरता रहेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन भी आपको स्वास्थ्य एवं अन्य घरेलू समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। दिन के आरंभिक और अंतिम भाग को छोड़ शेष में मानसिक उलझने लगी रहेंगी। नौकरी अथवा व्यवसाय में भी सफलता हाथ आते आते निकल जायेगी। आज जिस कार्य को करने से दूर भागेंगे परिस्थितिवश उसी को करना पडेगा। धन प्राप्ति के लिये किसी की खुशामद भी करनी पड़ेगी उसके बाद भी परिणाम आशाजनक नही मिलेंगे। संध्या बाद से उलझनों में कमी आने लगेगी महत्त्वपूर्ण कार्य कल तक कि लिये टालने के प्रयास करें। परिवार में एक दूसरे का सहयोग करने से ही तालमेल बन सकता है। कठोर वाणी एवं यात्रा से भी बचें।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन मिला-जुला फल देगा कभी प्रसन्न तो कभी उत्साहहीनता बनेगी। व्यवसायी वर्ग आज प्रातः काल से ही धन की उगाही को लेकर चिंतित रहेंगे जोर जबरदस्ती से बचें अन्यथा नई समस्या बन सकती है। कार्य व्यवसाय में आज मंदी का सामना करना पड़ेगा पूर्व नियोजित कार्योंसे ही अल्प धन लाभ होगा। कार्य विस्तार की योजना फिलहाल स्थगित करें निवेश करने से भी बचें आगे हानि के योग बन रहे है। परिवार में किसी के उद्दंड व्यवहार के कारण शांत वातावरण अचानक खराब होगा परिजनों में धर्य की कमी रहेगी विवेकी व्यवहार अपनाए। सेहत संध्या बाद खराब हो सकती है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आप अपने असंतोषी आचरण से खराब करेंगे। परिस्थितियां अधिकांश समय आपके निर्णय के विपरीत रहेंगी। अपने काम निकालने की कला से आवश्यकता अनुसार लाभ बना लेंगे लेकिन आज किसी भी प्रकार का सुख आपको संतोष नही दे सकेगा। कार्य व्यवसाय की उलझनों के कारण मानसिक रूप से चिड़चिड़े रहेंगे किसी की गलती का गुस्सा अन्य के ऊपर उतारने पर सम्मान में कमी आएगी। आज आपकी प्रवृति बैठकर कार्य करने की रहेगी लेकिन धन लाभ चाहते हैं तो अधिक परिश्रम करना ही पड़ेगा तभी कल से इसका लाभ उठा सकेंगे। पुरानी बात याद आने पर मानसिक रूप से अशान्त और ग्लानि अनुभव करेंगे।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन संभावनाओं पर केंद्रित रहेगा जो लोग आपसे नजदीकी बनाये हुए है वो आपकी बेतुकी बातो से दूरी बना सकते है। आज दिनचर्या को सामान्य रखने के लिये विवेकी व्यवहार की अधिक आवश्यकता है विशेष कर विपरीत लिंगीय से बात करते समय अधिक सावधान रहें लोग आपकी गलतियां पकड़ेंगे जिनका प्रयोग समय आने पर कर आपकी परेशानि में डालेंगे। धन लाभ की संभावना दिन भर लगी रहेगी परन्तु प्राप्ति के समय अचानक कुछ ना कुछ बाधा आएगी। खर्च की तुलना में धन की आमद कम ही रहेगी। परिजनों से सलाह लेकर ही कोई बड़ा काम करें। शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी।
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दुनियां के हर रिलीजन में ब्राह्मण होते हैं बस नाम उनके अलग अलग होते हैं।
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मठों के महंत, ईसाईयों के पादरी, बिशप, पोप ईसाइयों के ब्राह्मण हैं, मौलाना मौलवी मुसलमानों के हैं, बौद्धभिक्षु बौद्धों के हैं.
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सभी मतमतान्तरों के ब्राह्मण सबसे ज्यादा सम्माननीय होते हैं. जापान कोरिया वाले राजा भी दलाई लामा के सामने झुकते हैं, उनके धर्म गुरु के सामने.
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वैसे ही अमेरिका के राष्ट्रपति भी उनके पादरी पोप के सामने झुकते हैं.
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हर रिलीजन के ब्राह्मण दान पर निर्भर होते हैं. जनरली कोई मौलाना मौलवी नौकरी नहीं करता दुकान नहीं चलाता, न कोई पादरी करता है, न कोई बौद्ध वाला, अधिकतर सभी दान दक्षिण पर ही चलते हैं.
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जो बात हिन्दू धर्म के ब्राह्मण को दूसरों से अलग करती है वो है उनके ज्ञान का स्तर.
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बाकी का ज्ञान केवल उनकी धार्मिक बातों तक सीमित होता है. बाकी सिर्फ एक किताब वाले हैं हिन्दू धर्म वालों के पास पूरा का पूरा पुस्तकालय होता है.
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हिन्दू धर्म का ब्राह्मण ज्ञानी इसलिए नहीं होता कि वो ब्राह्मण है. वो ज्ञानी इसलिए होता है क्योंकि हिन्दू धर्म ही ज्ञान का महासागर है.
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अगर कोई वेदों को पढ़ता है तो वो ब्राह्मण होने के साथ साथ गणितज्ञ, ज्योतिषी, डॉक्टर, योद्धा, वैज्ञानिक सब हो सकता है जैसे…
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आयुर्वेद ऋग्वेद का एक उपवेद है. तो ऋग्वेद पढ़ने वाला ब्राह्मण एक चिकित्सक भी हो जाता है.
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ज्योतिष, यजुर्वेद का हिस्सा है तो यजुर्वेद पढ़ने वाला गणित के साथ-साथ Astronomy भी पढ़ लेता है.
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धनुर्वेद, युद्धशास्त्र, यजुर्वेद का हिस्सा हैं इसलिए कोई ब्राह्मण युद्ध कौशल में भी निपुण हो सकता है.
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संगीत की शिक्षा सामवेद में है तो सामवेद का ज्ञाता अपने आप संगीत का ज्ञानी हो जाता है.
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अगर कोई महाभारत पढ़ता है वो वो राजनीति में कुशल हो जाता है. महाभारत से बड़ा राजनीति का ग्रंथ दुनिया में कोई नहीं है.
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तो यही कारण है कि हिन्दू धर्म का ब्राह्मण आल राउंडर होता है. हर क्षेत्र में झंडे गाड़ने वाला होता है. दूसरे वालों को अपनी किताब के बाहर कुछ नहीं आता.
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ऐसे ग्रंथों के अध्ययन के कारण ब्राह्मण बौद्धिक रूप से बहुत आगे होता है, दूसरों के मुकाबले…
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और ब्राह्मण बुद्धिबल से देश की रक्षा सदियों से करता रहा है चाहे वो चाणक्य के रूप में, विश्वनाथ भट्ट के रूप में, बाजीराव पेशवा के रूप में, वीर सावरकर के रूप में, आदि शंकराचार्य के रूप में, बालगंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद के रूप में.
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इसलिए वो सबके निशाने पर भी होता है. मुगल अपने युद्ध की सफलता इस से नापते थे कि कितने किलो जनेऊ इकट्ठे हुए.
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अंग्रेजों, पूर्तगलियों के निशाने पर होते थे, इस्लामिक शासकों और फिरंगी फ्रांसिस जेवीयर ने कहा था कि ब्राह्मण न होते तो मैं पूरे भारत को ईसाई बना देता.
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लॉर्ड मैकाले ने भी बहुत कोशिश की थी हमारे देश में ब्राह्मण समाज को खत्म करने की…
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एक और बात समझने की है कि हर धर्म पंथ रिलीजन से कनेक्ट होने का एक माध्यम भी ब्राह्मण होते हैं
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बच्चे का जन्म हुआ आप चर्च, मस्जिद, मंदिर जायेंगे वहां के पादरी, मौलाना, पंडित से जो भी करवाएंगे.
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विवाह हुआ तो भी उनकी उपस्थिति में ही करवाएंगे, मृत्यु हुई तो अंतिम क्रिया भी करवाएंगे.
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सोचिये कि अगर ऐसा दुष्प्रचार कर दिया जाए कि पादरी, मौलाना ठग हैं, ये लोग लूटते हैं, अंधविश्वास फैलाते हैं, भ्रष्ट हैं… तो क्या होगा? धीरे-धीरे इनके लोग फिर चर्च मस्जिद जाना बंद कर देंगे, शादिया फिर सिर्फ कोर्ट में ही होने लग जाएंगी, मरने पर बॉडी ऐसे ही डिसपोज कर दी जाएगी और इस सबके कारण धीरे-धीरे वो रिलीजन ही खत्म हो जाएगा.
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तो अब आप ये भी समझ गए होंगे कि क्यों धर्म के दुश्मनों द्वारा हमेशा पंडितों, मंदिरों का इतना दुष्प्रचार करवाया जाता है.
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और इसलिए JNU में ब्राह्मण भारत छोड़ो के नारे लगते हैं, किसान आंदोलन में लगते हैं, CAA के विरोध में लगते हैं. और जहाँ भी मौका मिले वहां ब्राह्मण टारगेट किए जाते हैं और बहुत बड़ी फंडिंग आती है विदेशों से ये सब करने के लिए.
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जहाँ भी मैंने हिन्दू धर्म के ब्राह्मण की बात की है वो सब कर्म से ब्राह्मण लोगों की की है. सिर्फ नाम से ब्राह्मणों की नहीं.
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ब्राह्मण कोई सिर्फ जाति से नहीं हो जाता, ज्ञान में, अध्यात्म और त्याग न हो तो वो ब्राह्मण नहीं होता.
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दासीपुत्र विदुर एक महापंडित ब्राह्मण थे. अर्थशास्त्र के जनक चाणक्य भी एक ब्राह्मण थे, वेदों के ज्ञाता महाकवि चर्मकार रविदास भी ब्राह्मण थे, स्वामी विवेकन्द भी.
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और अन्य सैकड़ों अनगिनत ब्राह्मणों ने सनातन हिंदू धर्म और संस्कृति की मशाल को विपरीत परिस्थितियों में भी प्रज्वलित रखा, हमारी समाज हमारी संस्कृति को बचाए रखा, हमें अपनी संस्कृति अपनी धरोहर पर गर्व है।
भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने काठमांडू से वापसी के पश्चात मुख्यमंत्री आवास पर जाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami को भगवान पशुपति नाथ जी का प्रसाद एवम रुद्राक्ष की माला पहनाई और पशुपतिनाथ की पिठांई से मुख्यमंत्री का तिलक किया। श्री भट्ट ने प्रदेश के समुचित विकास में योगदान हेतु मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दी।
राजकीय महाविद्यालय कर्णप्रयाग के संस्कृत विभाग द्वारा उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा प्रचलित ई व्याख्यानमाला का हुआ आयोजन ।
इस कार्यक्रम में सोलह संस्कारों के विषय में चर्चा हुई ।एवं उनकी समाज हेतु क्या उपयोगिता है ,इस विषय पर अतिथियों ने संबोधन दिया । इस कार्यक्रम का मुख्य विषय “संस्कारों की विशिष्टता एवं वर्तमान में उपयोगिता” था । चमोली जनपद द्वारा इस विषय के अंतर्गत “अत्यग्निष्टोम, उक्थ एवं शोदशीसोमयाग” रहा । संस्कार हमारे जीवन को शुद्ध बनाते हैं ,मानवीय गुणों का विकास करते हैं एवं समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर किया जा सकता है । इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ सुंदरनारायण झा जी ने कहा कि संस्कार हमारे जीवन हेतु महत्वपूर्ण हैं । मुख्यातिथि के रूप में प्रो विष्णुपद महापात्र , विशिष्ट अतिथि डॉ शैलेंद्रप्रसाद उनियाल थे । राज्य संयोजक डॉ हरीश चंद्र गुरुरानी , जनपद संयोजक डॉ हरीश बहुगुणा एवं जनपदसह संयोजक डॉ मृगांक मलासी उपस्थित रहे ।