शुक्रवार को उत्तराखंड में आईआरडीटी ऑडिटोरिम में आईटीआई की समीक्षा के दौरान श्रम एवं सेवायोजन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि निष्क्रिय चल रही 28 आईटीआई बंद होंगी। बाकी के बचे संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाई जाएगी। वहीं दो साल तक कोई नई आईटीआई नहीं खोली जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 176 आईटीआई है जिसमें केवल 148 सक्रिय हैं। इनमें से 56 किराए के भवन में और 43 पीपीपी मोड पर संचालित हो रही हैं। जबकि 28 आईटीआई पूरी तरह से निष्क्रिय हैं, जिन्हें सरकार बंद करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि आईटीआई में पर्याप्त फैकल्टी, फर्नीचर, मशीनें, लैब आदि की व्यवस्था और गुणवत्ता पर सरकार का फोकस है। ताकि यहां से डिप्लोमा लेने वाले हुनरमंद हों। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भविष्य में ऐसी जगहों पर आईटीआई खोली जाए जहां आवागमन सुगम हो। उन्होनें योग्यताएं पूरी करने वाले 85 कार्मिक की प्रोन्नतित की प्रक्रिया पूरी करने और आईटीआई में आधुनिक कंप्यूटर आदि लगवाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर बैठक में अपर सचिव डा. पंकज कुमार पांडे सहित विभाग के अधीनस्थ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।