केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के 113 वें दीक्षांत समारोह में कहा उत्तराखंड वैदिक शिक्षा की भूमि ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने वर्ष 2023 के लिए जारी की सूची प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले, केंद्रीय मंत्री अमित शाह दूसरे व एस जयशंकर तीसरे पायदान पर, देश के 100 मोस्ट पॉवर फुल इंडियंस की सूची में उत्तराखंड के सीएम धामी भी

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने गुरूकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय हरिद्वार के 113 वें दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर 99 विद्यार्थियों को स्नातक, 100 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर, 56 विद्यार्थियो को पी.एच.डी की उपाधि प्रदान की। 83 विद्यार्थियो को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया ।

 केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज विश्वविद्यालय से उपाधि प्राप्त कर शिक्षार्थी नये जीवन की शुरूवात करने जा रहे है। गुरूकुल कांगड़ी संस्थान की नींव स्वामी श्रद्धानन्द जी ने रखी, महर्षि दयानन्द के सिद्धान्तों पर यहां शिक्षा का अविरल प्रवाह चलता है। आज यह विश्वविद्यालय महान वटवृक्ष बनकर समग्र देश और दुनिया को महर्षि दयानन्द का संदेश और हमारी पौराणिक शिक्षा पद्धति को आगे बढ़ा रहा है। यहां की शिक्षा पद्धति का महत्व देखकर ही महात्मा गांधी, राजेन्द्र प्रसाद, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, मोरारजी देसाई जैसे अनेक महानुभावों ने इस पूण्य भूमि की शिक्षा व्यवस्था को बल देने का कार्य किया। आज जो बैच शिक्षा पूर्ण कर जा रहा है, यह बैच आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष एवं स्वामी दयानन्द सरस्वती के 200वें जन्म वर्ष का बैच है। 

 केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज 1800 विद्यार्थी शिक्षा की दीक्षा प्राप्त कर नये जीवन में प्रवेश करेंगे। यहां से शिक्षा ग्रहण करने के बाद राष्ट्र के लिए योगदान की शुरूवात करने वाले हैं। यह भूमि वह भूमि है जहां से वैदिक शिक्षा को बढ़ावा मिला। स्वामी दयानन्द जी का संदेश स्वामी श्रद्धानन्द जी ने हुबहू जमीन पर उतारने का कार्य किया। उन्होंने शिक्षा को अंग्रेजी की चंगुल से बाहर निकालने के लिए हमारी परम्परागत शिक्षा पद्धति को नई ऊर्जा देने के लिए वैदिक मूल्यों, प्राचीन भारतीय संस्कृति, वेदों और उपनिषदों का ज्ञान, ब्रहमाण्ड का विज्ञान एवं आधुनिक विषयों को जोड़कर शिक्षा को परिपूर्ण बनाने का कार्य किया। विश्वविद्यालय में शैक्षिक गुणवत्ता के साथ 800 से अधिक शोधपत्र रजिस्टर किये गये हैं, यह सराहनीय कदम है। वैदिक एवं आधुनिक शिक्षा के संगम का कार्य गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय ने किया है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से कहा कि महर्षि दयानन्द जी के संदेश को अपने मन से लगा कर रखें। उनके बताये गये रास्ते पर चलने का प्रयास करें। 

 केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश में नई शिक्षा नीति लाये हैं, इसमें दयानन्द जी की शिक्षा की दृष्टि है, श्रद्धानन्द जी का वेद और विज्ञान की शिक्षा के समन्वय का संदेश है, महात्मा गांधी का मातृभाषा में शिक्षा का संदेश, यह शिक्षा नीति चरितार्थ करती है, लाला लाजपराय जी का शिक्षा सभी के लिए का संदेश भी यह शिक्षा नीति जमीन पर उतार रही है। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में होगी। त्रिभाषा का सूत्र भी दिया है और आने वाले दिनों में मातृभाषा से पढ़े हुए छात्र समग्र देश एवं विश्व का कल्याण करे, इस प्रकार का रास्ता प्रशस्त किया गया है। नई शिक्षा नीति को स्ट्रीमलेस और क्लासलेस बनाया गया है। मल्टिपल एन्ट्री, मल्टिपल एक्जिट शिक्षा नीति का विशेष अंग है। एक साल की पढ़ाई में सर्टिफिकेट, दो साल की पढ़ाई में डिप्लोमा, तीन साल की पढ़ाई में डिग्री मिलेगी और चार साल की पढ़ाई करेंगे तो रिसर्च मिल जायेगा। हर स्तर पर विद्यार्थी एंट्री भी कर सकता है और एक्जिट भी कर सकता है। यह व्यवस्था इसलिए की गई है कि प्रधानमंत्री जी चाहते हैं कि युवाओं को एक ऐसा प्लेटफार्म मिल जाए, जिस पर हमारे युवा खड़े होकर विश्व के युवाओं के साथ स्पर्धा कर सके और मां भारती का यशोगान पूरे विश्व के अन्दर हो।

 केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि स्टार्ट अप इंडिया के माध्यम से देश में युवाओं को अनेक मौके सृजित किये गये हैं। 2016 में देश में 724 स्टार्ट अप थे। 2022 में यह संख्या बढ़कर 70 हजार से अधिक हो गई है। 10 हजार से अधिक स्टार्ट अप कोरोनाकाल में बने। 44 प्रतिशत स्टार्ट अप महिलाओं के द्वारा चलाये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत और भारतीयता दोनों के गौरव को विश्वभर में बुलंद करने का कार्य किया है। 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गृहमंत्री श्री अमित शाह का देवभूमि की समस्त देवतुल्य जनता की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए बड़े गर्व का विषय है कि हमारे बीच गृहमंत्री जी के रूप में देश के एक ऐसे नेता उपस्थित हैं, जिनके अथक प्रयासों से और प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आज सम्पूर्ण भारत आंतरिक रूप से जहां एक ओर अपने आपको सुरक्षित अनुभव करता है, वहीं दूसरी ओर अपने आपको पहले से अधिक संगठित एवं आत्मविश्वास से भरा हुआ अनुभव करता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और गृहमंत्री श्री अमित शाह जी ने कश्मीर से धारा-370 खत्म करने में सफलता भी प्राप्त की। 

मुख्यमंत्री ने गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय को दीक्षांत समारोह की बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में ज्ञान की अविरल गंगा को प्रवाहित करने वाले इस संस्थान में उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। महान शिक्षाविद् स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती जी ने जो यह अद्भुत धरोहर मां भारती को सौंपी थी, उसका हिस्सा बनना और आप सभी साथियों से जुड़ना, मेरे लिए प्रेरक भी है और आनंददायक भी है। स्वामी श्रद्धानन्द जी ऐसे संन्यासी थे, जिन्होंने स्वामी दयानन्द सरस्वती जी की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार किया। वह भारत के उन महान राष्ट्रभक्त सन्यासियों में अग्रणी थे, जिन्होंने अपना जीवन स्वाधीनता, स्वराज्य, शिक्षा तथा वैदिक धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित किया था। 

इस अवसर पर कुरूकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. सत्यपाल सिंह, कुलपति प्रो. सोमदेव शंतांशु, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, श्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत, सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्य सभा सांसद श्री नरेश बंसल, डॉ. कल्पना सैनी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, विधायक श्री मदन कौशिक, श्री आदेश चाहान, संतगण एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

इससे पहले केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के उत्तराखण्ड आगमन पर भल्ला इण्टर कॉलेज मैदान में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सांसदगणों एवं विधायकगणों ने उनका स्वागत किया।

देश के 100 मोस्ट पॉवर फुल इंडियंस की सूची में उत्तराखंड के सीएम धामी भी शामिल, ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने वर्ष 2023 के लिए जारी की सूची

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले, केंद्रीय मंत्री अमित शाह व एस जयशंकर क्रमशः दूसरे व तीसरे पायदान पर

-राजनीति के अलावा उद्यमियों, अभिनेताओं व खिलाड़ियों के बीच किया गया सर्वे

देहरादून। द इंडियन एक्सप्रेस के वर्ष 2023 के 100 मोस्ट पॉवरफुल इंडियंस की सूची में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हैं। इस सर्वे में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पहले तो केंद्रीय मंत्री अमित शाह और एस जयशंकर क्रमशः दूसरे व तीसरे पायदान पर हैं। सर्वे के पॉवर पंच में बताया गया है कि परीक्षाओं में गड़बड़ी की शिकायतों, अंकिता भंडारी मर्डर केस और जोशीमठ आपदा जैसी चुनौतियों के बावजूद मुख्यमंत्री धामी ने इन मामलों में त्वरित फैसले लिए जिससे काफी हद तक इन पर काबू पाया जा सका।

द इंडियन एक्सप्रेस की ओर से देश के 100 मोस्ट पॉवरफुल इंडियंस को जानने के लिए मुख्यतः राजनीतिज्ञों, उद्यमियों, अभिनेताओं एवं खिलाड़ियों के मध्य सर्वे कराया गया था। इस सूची में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले नम्बर पर हैं तो केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, एस जयशंकर, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ टॉप 10 में शामिल हैं। इसके अलावा राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, ममता बैनर्जी, शिवराज सिंह चौहान, मल्लिकार्जुन खड़गे, शाहरुख खान भी 100 मोस्ट पॉवर फुल इंडियंस में हैं।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को इस सूची में 93 रैंक पर रखा गया है। उनके बाद सुमन बेरी, एसएस राजामौली, फली नारायण जैसी शख्शियत शामिल हैं। द इंडिडन एक्सप्रेस ने सर्वे में बताया है कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में धामी भाजपा को उत्तराखंड में 70 में से 47 सीटें जीताने में कामयाब रहे। अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में धामी की निर्विवाद छवि के कारण भाजपा आलाकमान के लिए वे सीएम पद की पहली पसंद बने। सर्वे में पावर पंच हेड के साथ बताया गया है कि विपक्षियों द्वारा परीक्षाओं में धांधली के आरोप, अंकिता भंडारी मर्डर केस और जोशीमठ आपदा जैसी घटनायें होने के बावजूद सीएम धामी ने त्वरित और तेज फैसले लेकर जनता के भरोसे को बरकरार रखा।

व्हाट नेक्स्ट हेड के साथ बताया गया है कि जोशीमठ के लोगों के पुनर्वास समेत राज्य के अन्य जिलों से इसी तरह की आपदाओं की सूचनाएं जहां उनके लिए भविष्य की चुनौतियों के समान है तो आगामी चारधाम यात्रा भी उनके लिए किसी परीक्षा से कम नहीं होगी।