आज का पंचाग आपका राशि फल, आने वाले तीज एवं पर्वों की तिथियां, भगवान शिव और उनके स्वरूप एवं महिमा का महात्म्य

𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝
श्री हरिहरो
विजयतेतराम

*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓
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*बुधवार, २० जुलाई २०२२*

सूर्योदय: 🌄 ०५:२९
सूर्यास्त: 🌅 ०७:११
चन्द्रोदय: 🌝 २३:५४
चन्द्रास्त: 🌜१२:१३
अयन🌖दक्षिणायने(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 श्रावण
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि👉सप्तमी(०७:३५ से अष्टमी
नक्षत्र👉रेवती(१२:५० से अश्विनी
योग👉सुकर्मा(१२:४३ से धृति
प्रथम करण👉बव (०७:३५ तक
द्वितीय करण 👉 बालव
(१९:४७ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 मेष (१२:५० से)
मंगल🌟मेष (उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟कर्क (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु🌟मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र🌟वृष (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि🌟मकर (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌️❌️❌️
अमृत काल 👉 १०:२३ से १२:०१
रवियोग 👉 ११:०३ से १२:५०
विजय मुहूर्त 👉 १४:४१ से १५:३७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०४ से १९:२८
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१८ से २०:१९
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०३ से २४:४४
राहुकाल 👉 १२:२३ से १४:०७
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:१२ से ०८:५६
होमाहुति 👉 गुरु
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पृथ्वी
चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व १२:५० से)
शिववास 👉 श्मशान में (०७:३५ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पूर्व (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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पंचक समाप्त १२:५० पर, कालाष्टमी, (विवाह मुहूर्त हिमाचल, हरियाणा, पंजाब एवं जम्मू कश्मीर प्रांतो के लिए) कर्क- कन्या ल. प्रातः ०५:४९ से दोपहर १२:२४ तुला मेष ल. दोपहर ०१:३८ से रात्रि ०१:२२ तक, नींवखुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त प्रातः ०५:४९ से प्रातः ०९:१० तक, गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः ०५:४९ से दोपहर ०३:१० तक, भूमि-भवन क्रय-विक्रय मुहूर्त+व्यवसाय आरम्भ+ देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः १०:५१ से दोपहर १२:३३ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १२:५० तक जन्मे शिशुओ का नाम
रेवती नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (च, ची) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशु का नाम अश्विनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (चू, चे, चो) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – २९:१७ से ०७:३९
सिंह – ०७:३९ से ०९:५७
कन्या – ०९:५७ से १२:१५
तुला – १२:१५ से १४:३६
वृश्चिक – १४:३६ से १६:५६
धनु – १६:५६ से १८:५९
मकर – १८:५९ से २०:४०
कुम्भ – २०:४० से २२:०६
मीन – २२:०६ से २३:३०
मेष – २३:३० से २५:०३
वृषभ – २५:०३ से २६:५८
मिथुन – २६:५८ से २९:१३
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:२८ से ०७:३५
रज पञ्चक – ०७:३५ से ०७:३९
शुभ मुहूर्त – ०७:३९ से ०९:५७
चोर पञ्चक – ०९:५७ से १२:१५
शुभ मुहूर्त – १२:१५ से १२:५०
रोग पञ्चक – १२:५० से १४:३६
शुभ मुहूर्त – १४:३६ से १६:५६
मृत्यु पञ्चक – १६:५६ से १८:५९
अग्नि पञ्चक – १८:५९ से २०:४०
शुभ मुहूर्त – २०:४० से २२:०६
रज पञ्चक – २२:०६ से २३:३०
अग्नि पञ्चक – २३:३० से २५:०३
शुभ मुहूर्त – २५:०३ से २६:५८
रज पञ्चक – २६:५८ से २९:१३
शुभ मुहूर्त – २९:१३ से २९:२९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आपके लिए आज का दिन प्रतिकूल फलदायी रहेगा। सामाजिक क्षेत्र पर आज नए लोगो से जानपहचान होगी लेकिन आज मन राग द्वेष एवं हीन भावना से ग्रस्त रहने के कारण नये सम्बन्धो से लाभ नही उठा सकेंगे। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा रक्त-पित्त अथवा गैस संबंधित समस्या शरीर को शिथिल रखेंगी। परिवार में किसी सदस्य की आकस्मिक बीमारी के कारण भाग-दौड़ के साथ धन व्यय होगा। व्यवसाय क्षेत्र एवं घर पर आज आर्थिक कारणों से कई आयवश्यक कार्य लटके रहेंगे। उधार के व्यवहार आज ना करें। किसी पुराने प्रेमीजन से मिलकर हर्ष होगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन का पूर्वार्ध भी परेशानियों वाला रहेगा। आकस्मिक किसी कार्य के आने से पूर्वनियोजित कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर भी प्रतिस्पर्धी हावी रहेंगे जिससे व्यवसाय विस्तार की योजना अधर में रहेगी। धन लाभ के लिए मध्यान तक तरसना पड़ेगा इसके बाद परिस्थिति आपके लिए अनुकूल बनेगी। धर्म के प्रति आस्था जागेगी जिससे मानसिक शांति मिलेगी धन लाभ भी अकस्मात ही होगा।सेहत आज छोटी मोटी बातों को छोड़ सामान्य रहेगी। पारिवारिक वातावरण में शांति रहते हुए अचानक विरोधी वातावरण बनने से थोड़ा असहजता आएगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप घर एवं व्यवसाय में तालमेल बैठाने के कारण दुविधा में रहेंगे। एक कार्य को करने के चक्कर मे अन्य आयवश्यक कार्य अधूरे रहेंगे। आलस्य भी आज अधिक रहेगा फिर भी मजबूरी में मेहनत करनी पड़ेगी परन्तु मन मे चंचलता एवं अनिर्णय की स्थिति लाभ से वंचित रखेगी। आर्थिक कारणों से घर की महिलाओं अथवा अन्य सदस्यों से कलह हो सकती है। मध्यान के समय शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी थोड़ा आराम अवश्य करें। धार्मिक आयोजनों में सम्मिलित होने के कारण घरेलू कार्य अस्त-व्यस्त रहेंगे। महिलाये घर की परिस्थिति से अधिक चिंतित रहेंगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन का आरंभ केवल आश्वासनों में बीतेगा। किसी महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर किसी के निर्णय की प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। नौकरी वाले जातक अधिक कार्य आने से असहज महसूस करेंगे। व्यवसायी वर्ग भी मध्यान के पहले समय तक उदासीनता से ग्रस्त रहेंगे। परन्तु मध्यान के बाद का समय बेहतर रहेगा। रुके कार्य मे गति आएगी व्यवसाय में बिक्री बढ़ेगी धन की आमद होने से अधूरे कार्य पूर्ण कर सकेंगे। महिलाओं की भावनाएं आज पल-पल में बदलेंगी जिससे सही निर्णय लेने में दिक्कत आएगी। बड़े लोगो से स्वार्थ सिद्धि पूर्ण कर लेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप आध्यत्म के रंग में रंगे रहेंगे। दान-पुण्य कर पुण्य के भागी बंनेंगे। आज आपका सामाजिक दायरा भी बढेगा जिससे आने वाले समय मे लाभ की प्राप्ति होगी। व्यवसायीजन कामो के प्रति थोड़े उदासीन रहेंगे फिर भी दिन का आरंभिक भाग थोड़ा कष्ट दायीं रहेगा इसके बाद का समय धन के साथ सम्मान में वृद्धि करने वाला रहेगा। विरोधी प्रबल रहेंगे बीच मे किसी से व्यर्थ की नोंकझोंक भी हो सकती है। आप पैतृक कार्यो की अनदेखी करेंगे फिर भी इनसे कुछ ना कुछ लाभ अवश्य होगा। महिलाये किसी प्रसंग को लेकर जली भुनी रहेंगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन कुछ विषयो को छोड़ विजय दिलाने वाला रहेगा। विद्यार्थ वर्ग को अध्ययन में बेहतर परिणाम मिलेंगे। व्यवसायी लोग भी आज अपने अधूरे कार्य पूर्ण होने से राहत की सांस लेंगे परन्तु आज कार्य क्षेत्र पर किसी से गरमा गर्मी हो सकती है जिससे कार्य कुछ समय के लिए प्रभावित होंगे। आज नए अनुबंध पाने के लिए ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ेगी। धन संबंधित उलझने कुछ हद तक शांत रहेंगी। घर के बुजुर्ग अथवा महिलाये आज अकारण ही क्रोध कर सकते है जिससे वातावरण कुछ समय के लिए अशान्त बनेगा धैर्य बनाये रखें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपका आज का दिन थोड़ा उठापटक वाला रहेगा। प्रातः काल के समय किसी के मनमाने रवैये के कारण परेशान रह सकते है। परन्तु आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन शुभ रहेगा। व्यवसाय में कई दिनों से रुके पैसे वापस मिलने से शान्ति मिलेगी। घर एवं बाहर के लोग भी आपकी बौद्धिक क्षमता की प्रशंशा करेंगे। लेकिन घर का वातावरण किसी गलतफहमी के कारण खराब होने की संभावना है आवश्यकता पड़ने पर ही किसी की बातों का जवाब दें अन्यथा मौन बनाये रखें व्यर्थ कलह से बचेंगे। महिलाये शुभ समाचार मिलने से प्रसन्न होंगी परन्तु किसी अन्य कारण से मानसिक उद्देग बनेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आपका आज का दिन सामान्य रहेगा फिर भी पारिवारिक संबंधो को जोड़ कर रखने का प्रयास करें। आज आपके विचारों में प्रखरता एवं विवेकी कार्यशैली रहने से आपसी विवादों को बढ़ने नही देंगे परन्तु किसी व्यक्ति द्वारा हद से ज्यादा अमर्यादित व्यवहार करने पर आप भी अपना धैर्य खो सकते है ध्यान रहे इसके परिणाम आगे गंभीर हो सकते है धैर्य से काम लें। सरकारी अथवा किसी भी प्रकार के जमीन-जायदाद संबंधित कार्य मे उलझने पड़ेंगी यथा संभव आज टालें। आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेने से थोड़ी मानसिक शांति मिलेगी। धन के व्यवहारों में जबरदस्ती ना करें। सन्तानो को ज्यादा छूट ना दें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपका आज का दिन व्यस्तता से भरा रहेगा फिर भी काम से मन चुराने के कारण लोगो की आलोचना का सामना करना पड़ेगा। आज आपकी सोची हुई योजनाए अधूरी रह सकती है। घरेलू कार्यो के कारण व्यावसायिक कार्य मे देरी होगी जिससे बाद में कार्यो को जल्दबाजी में करने से हानि की संभावना है। नये कार्य अथवा व्यापार में विस्तार की योजना फिलहाल स्थगित रखें। आज अकस्मात हानि की भी संभावना है जिसका गुस्सा सहकर्मियो पर फूटेगा। घर एवं बाहर सुधार का प्रयास करने पर भी अव्यवस्था ही रहेगी। विपरीत लिंगीय आकर्षण नई मुसीबत में डाल सकता है सावधान रहें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज दिन का पूर्वार्ध लाभ दायक रहेगा परन्तु ले देकर कार्य करने की प्रवृति कुछ ना कुछ कमी अवश्य रखेगी। महिलाये आज अधिक शंकालु रहेंगी घर में कलह का कारण भी यही समस्या रहेगी। सरकारी अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य दोपहर से पहले पूर्ण कर लें इसके बाद परिस्थिति विपरीत हो जाएगी। किसी भी कार्य मे प्रयत्न करने पर भी सफलता संदिग्ध रहेगी। आर्थिक समस्याएं खड़ी होंगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारी वर्ग के रूखे व्यवहार से आहत हो सकते है। आज खर्च आकस्मिक बढ़ने से उधार लेने की नौबत आ सकती है यथासंभव आज ना ही लें। संतानो के कारण असुविधा होगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आप संतोषी भावना रहने के चलते सुख से बितायेंगे। कार्य क्षेत्र पर मन मे चल रही दुविधा के कारण कुछ विशेष आयोजन नही कर सकेंगे। आर्थिक लाभ की गति भी न्यून रहेगी फिर भी आप इन बातो को ज्यादा महत्त्व नही देंगे। धार्मिक अनुष्ठानों पूजा पाठ में सम्मिलित होंगे इनपर खर्च भी करेंगे। व्यवसायी लोगो को नए अनुबंध मिल सकते है जिससे भविष्य की आर्थिक योजनाए बल पकड़ेंगी। पारिवारिक जीवन आपके व्यवहार कुशलता से आनंद में रहेगा लेकिन महिलाये आज कुछ अनैतिक मांग पूरी करने पर अड़ सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमे सफलता अवश्य मिलेगी परन्तु प्रारंभ में कुछ परेशानियां देख कर हतोत्साहित ना हो जाये निरंतर प्रयासरत रहें। महिलावर्ग की आर्थिक विषयो में स्पष्टता ना रखने की वजह से आलोचना होगी सावधान रहें। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियो से मिल कर रहें विचार ना मिलने पर भी मौन रहें अन्यथा व्यर्थ बहस हो सकती है। मध्यान के बाद का समय ज्यादा बेहतर रहेगा मेहनत का फल मिलने लगेगा। पारिवारिक वातावरण में थोड़ी गरमा गर्मी के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। रिश्तेदारो से आनंददायक समाचार मिलेंगे। धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी।
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आने वाले तीज एवं पर्व -*

18 जुलाई *प्रथम सावन सोमवार*

एवं *नागपंचमी* 

शनिवार 30 जुलाई *सिंधारा* 

रविवार 31 जुलाई *तीज* 

 

गुरूवार 11 अगस्त *रक्षा बंधन*

सोमवार 16 अगस्त *भैय्या पंचमी* 

शुक्रवार 19 अगस्त *जन्माष्टमी*

शनिवार 20 अगस्त *गोगा नवमी* 

बुधवार 24 अगस्त *बछ बारस* 

शनिवार 27 अगस्त *पोला*

बुधवार 31 अगस्त *गणेश चतुर्थी*

 

शनिवार 3 सितंबर *दुबडी साते* 

शुक्रवार 9 सितंबर *गणेश जी का विसर्जन*

शनिवार 10 सितंबर *पितृ पक्ष प्रारंभ*

शनिवार 17 सितंबर **विश्वकर्मा पूजा** 

रविवार 25 सितंबर 

 *पितृ विसर्जन*

सोमवार 26 सितंबर *दुर्गा पूजा/नवरात्रि प्रारंभ*

मंगलवार 4 अक्टूबर *श्रीदुर्गा नवमी* 

बुधवार 5 अक्टूबर *दशहरा*

रविवार 9 अक्टूबर *शरद पूर्णिमा*

गुरूवार 13 अक्टूबर *करवाचौथ*

सोमवार 17 अक्टूबर *अहोई अष्टमी* 

शनिवार 22 अक्टूबर *धनतेरस*

रविवार 23 अक्टूबर *नरक चतुर्दशी*

सोमवार 24 अक्टूबर *दीपावली*

मंगलवार 25 अक्टूबर *सूर्यग्रहण*

बुधवार 26 अक्टूबर *अन्नकूट/गोवर्धन पूजा*

गुरूवार 27 अक्टूबर *भाईदूज*

 

शुक्रवार 4 नवम्बर *तुलसी विवाह*

मंगलवार 8 नवम्बर *कार्तिक पुर्णिमा* 

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*रिश्तो की पहली सीढ़ी सम्मान है जो आपको सम्मान नहीं दे सकते वो रिश्ता नहीं निभा सकते।*

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*समाज को नुकसान बुरे लोगो से नही, बल्कि अच्छे लोगों के चुप रहने से होता है…!!

*शिव स्वरूप*

भगवान शिव का रूप-स्वरूप जितना विचित्र है, उतना ही आकर्षक भी। शिव जो धारण करते हैं, उनके भी बड़े व्यापक अर्थ हैं :

*जटाएं 

शिव की जटाएं अंतरिक्ष का प्रतीक हैं।

*चंद्र 

चंद्रमा मन का प्रतीक है। शिव का मन चांद की तरह भोला, निर्मल, उज्ज्वल और जाग्रत है।

*त्रिनेत्र 

शिव की तीन आंखें हैं। इसीलिए इन्हें त्रिलोचन भी कहते हैं। शिव की ये आंखें सत्व, रज, तम (तीन गुणों), भूत, वर्तमान, भविष्य (तीन कालों), स्वर्ग, मृत्यु पाताल (तीनों लोकों) का प्रतीक हैं।

*सर्पहार 

सर्प जैसा हिंसक जीव शिव के अधीन है। सर्प तमोगुणी व संहारक जीव है, जिसे शिव ने अपने वश में कर रखा है।

*त्रिशूल 

 शिव के हाथ में एक मारक शस्त्र है। त्रिशूल भौतिक, दैविक, आध्यात्मिक इन तीनों तापों को नष्ट करता है।

*डमरू 

शिव के एक हाथ में डमरू है, जिसे वह तांडव नृत्य करते समय बजाते हैं। डमरू का नाद ही ब्रह्मा रूप है।

*मुंडमाला 

शिव के गले में मुंडमाला है, जो इस बात का प्रतीक है कि शिव ने मृत्यु को वश में किया हुआ है।

*छाल 

शिव ने शरीर पर व्याघ्र चर्म यानी बाघ की खाल पहनी हुई है। व्याघ्र हिंसा और अहंकार का प्रतीक माना जाता है। इसका अर्थ है कि शिव ने हिंसा और अहंकार का दमन कर उसे अपने नीचे दबा लिया है।

*भस्म 

 शिव के शरीर पर भस्म लगी होती है। शिवलिंग का अभिषेक भी भस्म से किया जाता है। भस्म का लेप बताता है कि यह संसार नश्वर है।

*वृषभ 

शिव का वाहन वृषभ यानी बैल है। वह हमेशा शिव के साथ रहता है। वृषभ धर्म का प्रतीक है। महादेव इस चार पैर वाले जानवर की सवारी करते हैं, जो बताता है कि धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष उनकी कृपा से ही मिलते हैं।

इस तरह शिव-स्वरूप हमें बताता है कि उनका रूप विराट और अनंत है, महिमा अपरंपार है। उनमें ही सारी सृष्टि समाई हुई .