चारधामों के कपाट खुलने पर चारधाम यात्रा भी आरंभ हो जायेगी इसी क्रम में सुच्य है कि गंगोत्री धाम के कपाट आगामी तीन मई को खुलेंगे।
🌏🌏जो *पिता* के पैरों को छूता है
वो कभी *गरीब* नहीं होता।
जो *मां* के पैरों को छूता है
वो कभी *बदनसीब* नही होता।
जो *भाई* के पैराें को छूता है
वो कभी *गमगीन* नही होता।
जो *बहन* के पैरों को छूता है
वो कभी *चरित्रहीन* नहीं होता।
*जो गुरू के पैरों को छूता है*
*उस जैसा कोई*
*खुशनसीब नहीं होता*…….
💞अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ
बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ💞
💞जो *झुक* सकता है वह सारी
☄दुनिया को *झुका* सकता है 💞
💞 अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये
तो बुरी आदत *समय बदल देती* है💞
💞चलते रहने से ही *सफलता* है,
रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है 💞
💞 *झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है
अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*,
अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है💞
💞मुसीबत सब पर आती है,
कोई *बिखर* जाता है
और कोई *निखर* जाता है💞
💞दुनिया की ताकतवर चीज है *”लोहा”*🔩
जो सबको काट डालता है ….
लोहे से ताकतवर है *”आग”*🔥
💞जो लोहे को पिघला देती है….💞
💞आग से ताकतवर है *”पानी”*🌧
☄जो आग को बुझा देता है…. 💞
💞और पानी से ताकतवर है *”इंसान”*
जो उसे पी जाता है….💞
💞इंसान से भी ताकतवर है *”मौत”*
जो उसे खा जाती है….💞
💞और मौत से भी ताकतवर है *”दुआ”*
जो मौत को भी टाल सकती है…💞
💞 “तेरा मेरा”करते एक दिन चले जाना है…
जो भी कमाया यही रह जाना है💞
*💞कर ले कुछ अच्छे कर्म💞*
*💞साथ यही तेरे आना है💞*
*💞मुझे वो 👌🏼रिश्ते पसंद है,*
*जिनमें “मैं” नहीं “हम”हो💞*✍🏻
💞💞💞💞💞💞💞
“परिवार” से बड़ा कोई
“धन” नहीं!
“पिता” से बड़ा कोई
“सलाहकार” नहीं!
“माँ” की छाव से बड़ी
कोई “दुनिया” नहीं!
“भाई” से अच्छा कोई
“भागीदार” नहीं!
“बहन” से बड़ा कोई
“शुभचिंतक” नहीं!
“पत्नी” से बड़ा कोई
“दोस्त” नहीं
इसलिए
“परिवार” के बिना
“जीवन” नहीं!!!
उत्तराखंड के चमोली जनपद स्थित फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए 1 जून, 2022 से खोल दी जाएगी। क्या आप जानते हैं कि फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान, यूनेस्को द्वारा ‘‘विश्व धरोहर स्थली’’ घोषित है। समुद्र तल से लगभग 3,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस विश्व प्रसिद्ध घाटी में आपको दुर्लभ एवं आकर्षक फूलों की 600 से अधिक प्रजातियां देखने को मिलेंगी। यह घाटी ट्रैकिंग में रुचि रखने वालों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। नैसर्गिक सुंदरता का अवलोकन करने आप भी यहां अवश्य आएं।
ह्रदय रोग के कारण और उपाय ज्योतिषीय ज्ञान से जानिए
ज्योतिष शास्त्र में जन्मपत्रिका के चतुर्थ भाव से ह्रदय रोग के बारे में जाना जा सकता है । सूर्य ह्रदय से सम्बंधित बीमारियों का स्वामी है और सिंह राशि ह्रदय का स्वामी है । अतः सूर्य को सबल होना जरूरी है
आइये आज हम ज्योतिषीय नजर से ह्रदय रोग के खास बिंदुओं पर चर्चा कर लेते है :-
1:- यदि जन्म पत्रिका मेंसूर्य कर्क अथवा मीन राशि मे स्थित होतो ह्रदय रोग की सम्भावना रहती हैं ।
2:- यदि जन्म पत्रिका के चतुर्थ भाव मे सूर्य और शनि स्थित होतो ह्रदय रोग की सम्भावना रहती हैं ।
3:- यदि जन्मपत्रिका में कुंभ लग्न हो अथवा सूर्य ,मंगल या शुक्र ग्रह सिंह राशि मे स्थित होतो ह्रदय रोग की सम्भावना रहती है ।
4:- यदि जन्म पत्रिका केचतुर्थ भाव मे मंगल , केतु स्थित हो अथवा सूर्य कुम्भ राशि मे स्थित हो अथवा चन्द्रमा चतुर्थ भाव मे पापी ग्रहों से पीड़ित हो तो ह्रदय रोग की सम्भावना रहती है ।
5:- यदि जन्म पत्रिका के चतुर्थ भाव में शनि स्थित हो अथवा लग्न भाव मे सिंह राशि होतो तब भी ह्रदय रोग की प्रबल सम्भावना बनी रहती है ।
6:- यदि जातक का जन्म मृगशिरा अथवा श्रवण नक्षत्र में हुआ होतो ऐसे जातक को ह्रदय रोग की सम्भावना रहती है ।
7:- यदि सूर्य केतु के नक्षत्र में स्थित हो तो ह्रदय रोग की सम्भावना रहती है ।
बचाव/उपाय :-
1:- स्मरण रहे जिन जातकों को यदि ह्रदय रोग हो जाये तो हमे चतुर्थ भाव से यदि चौथे भाव तक गिने तो जन्म पत्रिका का सप्तम भाव आता है,जोकि जीवनसाथी का भाव माना जाता है । मेरे कहने का आशय आप समझ गए होंगे । अर्थात ऐसी स्थिति में मौत के मुँह से बचाने का काम/दायित्व जीवनसाथी(पत्नी)का होता है । इसका साधरण सा उपाय है ,जोकि आजमाया गया है (सम्पर्क कर नि शुल्क जानकारी प्राप्त कर सकते है ।)
2:- रोजाना प्रातः अनार का रस मिश्री के साथ ले,आराम होगा ।
3:- अदरक का रस शहद के साथ ले,आराम होगा ।
4:- रोजाना भूखे पेट पपीता खाये ।भोजन में लहसुन का सेवन करे ।
5:- भोजन में गेहूं और चना समान मात्रा में लेकर उसकी रोटी खाये ।
✍️पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्त रेखा विशेषज्ञ
9919242815 निशुल्क परामर्श उपलब्ध*कामदा एकादशी मंगलवार/बुधवार 12/13 अप्रैल विशेष
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एकादशी तिथि प्रारम्भ 👉 अप्रैल 12, 2022 को 04:30 बजे
एकादशी तिथि समाप्त 👉 अप्रैल 13, 2022 को 05:02 बजे
कामदा एकादशी पारण 13 अप्रैल समय प्रातः 13:35 से 16:09 तक।
वैष्णव एकादशी के लिए पारण (व्रत तोड़ने का) समय 14 अप्रैल प्रातः 05:51 से 08:26 तक।
चैत्र माह में रामनवमी के पश्चात शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कामदा एकादशी नाम से जाना जाता है। कामदा एकादशी जिसे फलदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इसे श्रीहरि विष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है। इस व्रत के पुण्य से जीवात्मा को पाप से मुक्ति मिलती है। यह एकादशी कष्टों का निवारण करने वाली और मनोनुकूल फल देने वाली होने के कारण फलदा और कामन पूर्ण करने वाली होने से कामदा कही जाती है। इस एकादशी की कथा श्री कृष्ण ने पाण्डु पुत्र धर्मराज युधिष्ठिर को सुनाई थी। इससे पूर्व राजा दिलीप को वशिष्ठ मुनि ने सुनायी थी। आइये हम भी इस एकादशी की पुण्य कथा का श्रवण करें। इस वर्ष कामदा एकादशी व्रत 12 अप्रैल के दिन सन्यासी एवं गृहस्थी द्वारा रखा जाएगा तथा वैष्णव एवं निम्बार्क सम्प्रदाय की एकादशी 13 अप्रैल के दिन मानी जाएगी।
कामदा एकादशी व्रत विधि
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एकादशी के दिन स्नानादि से पवित्र होने के पश्चात संकल्प करके श्री विष्णु के विग्रह की पूजन करें। विष्णु को फूल, फल, तिल, दूध, पंचामृत आदि नाना पदार्थ निवेदित करें। आठों प्रहर निर्जल रहकर विष्णु जी के नाम का स्मरण एवं कीर्तन करें। एकादशी व्रत में ब्राह्मण भोजन एवं दक्षिणा का बड़ा ही महत्व है अत: ब्राह्मण को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करने के पश्चात ही भोजना ग्रहण करें। इस प्रकार जो चैत्र शुक्ल पक्ष में एकादशी का व्रत रखता है उसकी कामना पूर्ण होती है।
कामदा एकादशी व्रत कथा
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पुण्डरीक नामक नाग का राज्य अत्यंत वैभवशाली एवं सम्पन्न था। उस राज्य में गंधर्व, अप्सराएं एवं किन्नर भी रहा करते थे। इस राज्य में ललिता नामक अति सुन्दर अप्सरा और ललित नामक श्रेष्ठ गंधर्व का वास था। ये दोनों पति पत्नी थे। इनके बीच अगाध प्रेम की धारा बहती थी। दोंनों में इस कदर प्रेम था कि वे सदा एक दूसरे का ही स्मरण किया करते थे, संयोगवश एक दूसरे की नज़रों के सामने नहीं होते तो विह्वल हो उठते। इसी प्रकार की घटना उस वक्त घटी जब ललित महाराज पुण्डरीक के दरबार में उपस्थित श्रेष्ठ जनों को अपने गायन और नृत्य से आनन्दित कर रहा था।
गायन और नृत्य करते हुए ललित को अपनी पत्नी ललिता का स्मरण हो आया जिससे गायन और नृत्य में वह ग़लती कर बैठा। सभा में कर्कोटक नामक नाग भी उपस्थित था जिसने महाराज पुण्डरीक को ललित की मनोदशा एवं उसकी गलती बदा दी। पुण्डरीक इससे अत्यंत क्रोधित हुआ और ललित को राक्षस बन जाने का श्राप दे दिया।
ललित के राक्षस बन जाने पर ललिता अत्यंत दु:खी हुई और अपने पति को श्राप से मुक्ति दिलाने के लिए यत्न करने लगी। एक दिन एक मुनि ने ललिता की दु:खद कथा सुनकर उसे कामदा एकादशी का व्रत करने का परामर्श दिया। ललिता ने उसी मुनी के आश्रम में एकादशी व्रत का पालन किय और द्वादशी के दिन व्रत का पुण्य अपने पति को दे दिया। व्रत के पुण्य से ललित पहले से भी सुन्दर गंधर्व रूप में लट आया।
कामदा एकादशी के लाभ
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कामदा एकादशी का उपवास करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है। हिन्दु धर्म में किसी ब्राह्मण की हत्या करना सबसे भयंकर पाप है। यह माना जाता है कि ब्राह्मण की हत्या का पाप भी कामदा एकादशी उपवास करने से मिट जाता है।
ठाकुर जी की आरती
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ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
ॐ जय जगदीश हरे।
जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का।
स्वामी दुःख विनसे मन का।
सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥
ॐ जय जगदीश हरे।
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूँ मैं किसकी।
स्वामी शरण गहूँ मैं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूँ जिसकी॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी।
स्वामी तुम अन्तर्यामी।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता।
स्वामी तुम पालन-कर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
स्वामी सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूँ दयामय, तुमको मैं कुमति॥
ॐ जय जगदीश हरे।
दीनबन्धु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
स्वामी तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥
ॐ जय जगदीश हरे।
विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
स्वमी पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, सन्तन की सेवा॥
ॐ जय जगदीश हरे।
श्री जगदीशजी की आरती, जो कोई नर गावे।
स्वामी जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी, सुख संपत्ति पावे॥
ॐ जय जगदीश हरे।
〰🌼〰🌼〰🌼〰🌼〰🌼〰🌼〰🌼🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, १३ अप्रैल २०२२🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:०२
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३८
चन्द्रोदय: 🌝 १५:१८
चन्द्रास्त: 🌜२८:३३
अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय
ऋतु: 🌿 बसंत
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)
मास 👉 चैत्र
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 द्वादशी (२८:४९ तक)
नक्षत्र 👉 मघा (०९:३७ तक)
योग 👉 गण्ड (११:१५ तक)
प्रथम करण 👉 बव (१७:०१ तक)
द्वितीय करण 👉 बालव (२८:४९ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 सिंह
मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 मेष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌️❌️❌️
अमृत काल 👉 ०७:०७ से ०८:४७
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३० से १८:५४
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४३ से १९:५०
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५५ से २४:३९
राहुकाल 👉 १२:१८ से १३:५४
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:२९ से ०९:०५
होमाहुति 👉 शनि
दिशा शूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 कैलाश पर (२८:४९ नन्दी पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पूर्व-उत्तर (गुड अथवा दुध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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कामदा एकादशी व्रत (वैष्णव-निम्बार्क) विष्णु द्वादशी, हरि दमनोत्सव, गुरू मीन मे १५:४५ से आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०९:३७ तक जन्मे शिशुओ का नाम मघा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (मे) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (मो, टा, टी, टू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मीन – २८:३५ से ०५:५९
मेष – ०५:५९ से ०७:३३
वृषभ – ०७:३३ से ०९:२७
मिथुन – ०९:२७ से ११:४२
कर्क – ११:४२ से १४:०४
सिंह – १४:०४ से १६:२३
कन्या – १६:२३ से १८:४१
तुला – १८:४१ से २१:०२
वृश्चिक – २१:०२ से २३:२१
धनु – २३:२१ से २५:२५
मकर – २५:२५ से २७:०६
कुम्भ – २७:०६ से २८:३२
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पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक – ०५:५३ से ०५:५९
शुभ मुहूर्त – ०५:५९ से ०७:३३
मृत्यु पञ्चक – ०७:३३ से ०९:२७
अग्नि पञ्चक – ०९:२७ से ०९:३७
शुभ मुहूर्त – ०९:३७ से ११:४२
रज पञ्चक – ११:४२ से १४:०४
शुभ मुहूर्त – १४:०४ से १६:२३
चोर पञ्चक – १६:२३ से १८:४१
शुभ मुहूर्त – १८:४१ से २१:०२
रोग पञ्चक – २१:०२ से २३:२१
शुभ मुहूर्त – २३:२१ से २५:२५
मृत्यु पञ्चक – २५:२५ से २७:०६
अग्नि पञ्चक – २७:०६ से २८:३२
शुभ मुहूर्त – २८:३२ से २८:४९
रज पञ्चक – २८:४९ से २९:५१
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप अपने मतलब से ही व्यवहार करेंगे जिस जगह से कोई लाभ नजर नही आएगा उसके प्रति लापरवाही करेंगे लेकिन जहां से लाभ की संभावना दिखेगी वहां जल्दबाजी में करने का प्रयास करेंगे जिससे कुछ ना कुछ गड़बड़ होगी। कार्य क्षेत्र पर आप बदलाव लाने का प्रयास करेंगे परन्तु इससे आपकी पुरानी प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है जो की निकट भविष्य में आर्थिक कमी का कारण बनेगी। आज किसी के बात ना मानने पर क्रोध आने से प्रेम सम्बन्धो में खटास आएगी इसलिए धैर्य रखने का प्रयास करें। आध्यात्म के प्रति निष्ठा कम ही रहेगी। भोगो में रुचि के कारण शांति नहीं मिल सकेगी। कुछ समय महत्त्वपूर्ण कागजी कार्यवाही में व्यतीत होगा किसी महत्त्वपूर्ण कागजात के गुम अथवा मिकने में विलंब होने से दुविधा में रहेंगे। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर केंद्रित रहेगा। सेहत संबंधित शिकायत कम ही रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन का पहला भाग अशान्त रहेगा। पुरानी घरेलु उलझनों के कारण आज भी मन विचलित रहेगा। जिससे दैनिक कार्यो में चाह कर भी उत्साह नहीं दिखा पाएंगे। मध्यान के आस पास परिवार में किसी महिला के कारण ग़लतफ़हमी से विवाद हो सकता है। सन्तानो का व्यवहार विपरीत रहेगा। परन्तु दोपहर के बाद का समय कार्य क्षेत्र से लाभ दिला सकता है इसके लिए नौकरी एवं व्यवसाय को पूरा समय देना आवश्यक है। कार्य क्षेत्र पर हास्य के अवसर मिलने से मन को राहत मिलेगी। धन लाभ अकस्मात होने से अधूरे कार्य पूर्ण कर सकेंगे लेकिन किसी की आवश्यकता पड़ने पर आर्थिक सहायता ना कर पाने का दुख भी होगा। आज मित्रो अथवा अन्य कारणों से यात्रा की योजना बनेगी लेकिन अभी दो दिन पर्यटन यथा संभव टालने का प्रयास करें दुर्घटना हो सकती है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिए धनदायक रहेगा सेहत प्रातःकाल के समय थोड़ी से नरम होगी लेकिन दिनचर्या में बाधा नही पहुचेगी। आज क्रय-विक्रय के व्यवसाय अथवा शेयर सट्टे में निवेश से निश्चित धन लाभ होगा। अन्य व्यवसाय में भी नए अनुबंध मिलने की सम्भवना रहेगी परन्तु नए व्यवसाय का आरम्भ अभी ना करें। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी साथ ही धन की उगाही भी कर पाएंगे। नौकरी पेशा जातको की कार्य क्षेत्र पर कठिन दिनचर्या रहेगी किसी सहयोगी के हिस्से का कार्य आपको करना पड़ेगा। धार्मिक कृत्यों विशेषकर ज्योतिषीय उपायो में विश्वास करेंगे लेकिन खर्च नही करेंगे। दाम्पत्य जीवन में नोकझोंक के बाद खुशियां बढ़ेंगी शुभसमाचार की प्राप्ति होगी। विरोधीयो सडयंत्र रचेंगे लेकिन असफल होंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आप अपने किये सभी कार्यो में संतोष रखेंगे इसका मुख्य कारण परिस्थिति अनुसार स्वयं को ना ढालपाना रहेगा। पारिवारिक सदस्य आरम्भ में आपका विरोध करेंगे लेकिन समझाने के बाद आपके निर्णयों के समर्थन करेंगे। विशेषकर महिलाएं परिवार में अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाएंगी धन सम्बंधित समस्याओं को सुलझाने में भी आर्थिक सहयोग करेंगी। आप लाभ-हानि के चक्कर में ज्यादा नहीं पड़ेंगे लेकिन देखा देखी में सुखोपभोग की मानसिकता अवश्य रहेगी। पुराने स्नेहीजन से आनंददायक भेंट रहेगी। पड़ोसियों से किसी कारण बहस हो सकती है जिसका परिणाम बाद में गंभीर हो सकता है। सरकारी कार्य करने के लिए किसी की सहायता आवश्यक रहेगी फिर भी अधूरे ही रह जाएंगे। धन लाभ प्रयास करने पर होगा लेकिन आशा से कम। सेहत थोड़ी बहुत ढीली रहेगी लापरवाही करने पर अकस्मात बिगड़ सकती है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप अपने आप मे ही मस्त रहेंगे। इस कारण घर एवं बाहर का वातावरण असामान्य बनेगा। या तो किसी कार्य में प्रतिक्रिया देंगे नही देंगे तो हर कार्य में मीन मेख निकालने पर परिजन एवं सहकर्मियो को अखरेगा। व्यापार में लाभ की संभावनाएं तो रहेंगी परन्तु आपकी व्यवहार शून्यता के चलते आर्थिक लाभ विलम्ब से होगा अथवा निरस्त भी हो सकता है। परिवार के बुजुर्ग लोग आपकी उदार वृति को समझ आज शांत ही रहेंगे। नौकरी पेशा जातक कार्यो को जल्द पूर्ण करने के कारण गलती कर सकते है। सामजिक एवं धार्मिक क्षेत्र में आपका योगदान बढ़ने से सम्मान मिलेगा। संताने जिद्दी व्यवहार करेंगी इच्छा पूर्ति ना करने पर अशांति फैलाएंगी निकट भविष्य में खर्च कराकर ही मानेंगी। सेहत थोड़ी बहुत थकान व कमर दर्द को छोड़ सामान्य बनी रहेगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन परिस्थितियां बीते दिन से अधिक विकट रहने वाली है। नौकरी अथवा व्यवसाय में छोटी गलती के कारण बड़ा नुकसान हो सकता है इसलिये सहकर्मी अथवा नौकरों के ऊपर आश्रित ना रहें जितना संभव हो स्वयं की देखरेख में कार्य संपंन्न करवाये। सेहत में भी उतार चढ़ाव आने से कार्य प्रभावित हो सकते है उदर शूल अथवा अन्य पेट सम्बंधित व्याधि के कारण असहजता बनेगी। महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक सजग रहेंगी फिर भी अपने कार्यो में असंतोष ही होगा। सरकारी एवं जमीनी कार्य आगे के लिए टलेंगे जिससे समय एवं धन नष्ट होगा। लोग आपके नरम स्वभाव का फायदा उठायेंगे उधार के कारण मान भंग की स्थिति बन सकती है। गृहस्थ जीवन में थोड़ी बहस होगी परन्तु शांति बनी रहेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आप अपना ध्यान अनर्गल विषयो को छोड़ आवश्यक कार्यो पर एकाग्र करने का प्रयास करें अन्यथा जहाँ लाभ होना है वहां हानि मिलेगी। मन में अन्य उच्चस्तरीय लोगो की बराबरी करने की चाहत रहेगी वासनाओ में भी भटकेगा इनमे अधिक रुचि रहने के कारण धन खर्च की परवाह नहीं करेंगे। धन लाभ स्वयं की लापरवाही के चलते आगे के लिए टलेगा। व्यवसाय में निवेश आज ना ही करे आगे परिस्थितियां बाधक बनने से फंस सकता है। स्वयं अथवा परिजन की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं की अनदेखी आगे भारी पड़ सकती है। परिवार की अनदेखी करेंगे लेकिन अन्य लोगो की समस्या सुलझाने के लिए तत्परता दिखाएंगे इस कारण घर मे खींच-तान रह सकती है। विवेकी व्यवहार अपनाए बेवजह की परेशानी से बचेंगे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन लाभ की संभावना बनते बनते अनिर्णय की स्थिति के कारण बिगड़ सकती है कोई भी कार्य घरेलू हो या व्यवसायिक हाथ मे लेंगे शीघ्र परिणाम ना मिलता देख बीच मे छोड़ देंगे। आज सफलता पाने के लिए अधिक दृढ़ निश्चय एवं मन को एकाग्रचित और धैर्य भी रखना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी अतिरिक्त प्रलोभन देकर आपके बनते कार्य को बिगाड़ने का प्रयास करेंगे फिर धन लाभ दैनिक खर्च लायक हो जाएगा। आज आपकी महात्त्वकांक्षाएँ भी अधिक रहेगी मध्यान तक पूरी ना होने पर मन मे संताप होगा प्रयास करते रहे संध्या तक किसी न किसी मे सफलता अवश्य मिलेगी। परिजन का व्यवहार अनुकूल रहेगा महत्त्वपूर्ण कार्यो में मार्गदर्शन भी मिलेगा परन्तु आप इसकी अनदेखी करेंगे घर के छोटे लोगो से आज विशेष स्नेह रहेगा। सेहत में विकार बनने पर भी इन्हें जल्दी से प्रकट नही करेंगे।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन मंगलदायक रहेगा। धर्म-कर्म में रूचि रहेगी धार्मिक यात्रा अथवा दान-पुण्य के अवसर मिलेंगे लेकिन मन से स्वार्थ की भावना नही निकलेगी। व्यावसायिक क्षेत्र पर विलम्ब के कारण शीघ्र धन देने वाला अनुबंध हाथ से निकल सकता है। आज आलस्य एवं कार्य के प्रति उत्साह की कमी भी रहेगी। घरेलु कार्य की भरमार रहेगी भाग दौड़ के बाद भी इनमे से कुछ अधूरे रह सकते है। सामाजिक क्षेत्र पर उन्नति करेंगे नए लाभ के सम्बन्ध बनाने की कोशिश सफल रहेगी। पारिवारिक वातावरण गरिमामय रहेगा लोग आपके परिवार के आचरण की मिसाल देंगे लेकिन मतलब से ही। संध्या बाद मौज-शौक पर खर्च करेंगे। वायु विकार के कारण जोड़ो अथवा सीने में दर्द
हो सकता है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन पूर्व में बरती स्वास्थ्य संबंधित लापरवाही के चलते दिन भर के कारण शारीरिक रूप से शिथिलता रहेगी। प्रातःकाल के समय ध्यान योग का अभ्यास करना शारीरिक एवं मानसिक दृष्टि से अत्यन्त लाभदायक रह सकता है। दिन के आरंभ में प्रत्येक कार्य में पहले लापरवाही दिखाएंगे परन्तु एक बार किसी कार्य को हाथ मे लेने पर उसी में तल्लीन हो जाएंगे। आर्थिक रूप से दिन उलझनों वाला रहेगा धन की आमद जरूर होगी पर आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेंगे संतुलन बनाना मुश्किल रहेगा। महिलाओं की भी आज जमा पूंजी घरेलू एवं सामाजिक व्यवहारों के ऊपर खर्च हो सकती है। स्वयं एवं परिजनों की सेहत का विशेष ख्याल रखें। बुजुर्गो से सामाजिक व्यवहारों के चलते मतभेद उभरेंगे। संतानो पर अनावश्यक दबाव ना डाले ठंडे तरल पदार्थों के सेवन एवं गहरे जल में जाने से बचें।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन नौकरी पेशाओ के लिए उत्तम रहेगा अधूरे कार्य पूर्ण होने से कार्य क्षेत्र पर प्रशंसा होगी नए अधिकार भी मिल सकते है। मध्यान के समय दौड़धूप करनी पड़ेगी लेकिन इसी से भविष्य की योजनाएं बलवती बनेंगी। परन्तु आज कारोबारी जातक किसी कार्य को लेकर दिन भर दुविधा की स्थिति में रह सकते है। पिता अथवा किसी निकटस्थ के सहयोग से दुविधा से मुक्ति मिलेगी धन लाभ कार्य मे विलम्ब के कारण आगे के लिए टलेगा आज भी आवश्यकता अनुसार हो ही जायेगा। पारिवारिक जन बेवजह जिद पर अड़ेंगे जिससे असुविधा महसूस करेंगे परन्तु निकट भविष्य में यही आनंद का कारण बनेगी। पड़ोसियों से मेलजोल बढेगा फिर भी घर के भेद ना दें बदनामी हो सकती है। महिलाओ के सहयोग से घर की सुख शांति बनी रहेगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आपको कार्य क्षेत्र पर कई व्यवधानों का सामना करना पड़ सकता है। परन्तु आत्मविश्वास बनाये रखें सोची योजनाएं अवश्य पूरी होंगी। प्रातःकाल कोई कार्य अकस्मात आने से दैनिक कार्य थोड़े विलम्ब से शुरू होने के कारण पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा आर्थिक मामले भी इस वजह से प्रभावित हो सकते है। विपरीत लिंगीय व्यक्ति के प्रति अधिक आकर्षण बेवजह परेशानी का कारण बनेगा। प्रेम प्रसंगों में किसी ग़लतफ़हमी के कारण अचानक दूरी आ सकती है। धन सम्बंधित व्यवहारों के कारण असहजता रहेगी। नौकरी पेशा जातक भी कार्य स्थल पर असुरक्षित अनुभव करेंगे। अधिकारी वर्ग अकारण भी क्रोध कर सकते है। आज पेट अथवा अन्य शरीर के अंग में लंबी बीमारी हो सकती है। धन अथवा किसी आवश्यक कार्य मे टाल मटोल करने पर घर का माहौल थोड़ा अशांत व असंतुष्ट बनेगा।
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