आज का पंचाग आपका राशि फल, क्या बीज मंत्रों का अर्थ जाने बिना उनका जप करना चाहिए? संतुष्टि और सुख में अंतर जाने

 🌹………..|| *पञ्चाङ्गदर्शन* ||……….🌹
*श्रीशुभ वैक्रमीय सम्वत् २०७८ || शक-सम्वत् १९४३ || याम्यायन् || राक्षस नाम संवत्सर || वर्षा ऋतु || श्रावण कृष्णपक्ष || तिथि द्वादशी अपराह्न ५:१२ तक उपरान्त त्रयोदशी || गुरुवासर || श्रावण सौर २१ प्रविष्ठ || तदनुसार ०५ अगस्त २०२१ ई० || नक्षत्र आर्द्रा(रुद्र) || मिथुनस्थ चन्द्रमा ||*
💐👏🏾 *सुदिनम्* 👏🏾💐

📖 *नीतिदर्शन………………..*✍🏿
*रत्नैर्महार्हैस्तुतुषुर्न देवा*
*न भेजिरे भीमविषेण भीतिम्।*
*सुधां विना न प्रययुर्विरामं*
*न निश्चितार्थाद्विरमन्ति धीरा।*
📝 *भावार्थ* 👉🏿 समुद्रको श्रीमन्नारायणद्वारा निर्दिष्टरूपसे मथकर रत्नोंको निकालकर भी देवगण सन्तुष्ट न हुए, भयानक हलाहलके प्रकट होनेपर डरकर मन्थन–कर्मसे विरत न हुए। इसी धीरता और पुरषार्थसे उन्हें अमृत-लाभ हुआ। *वस्तुतः धैर्यवान् अपने उद्देश्यको पूर्ण किये बिना कभी नहीं रहते।*
💐👏🏿 *सुदिनम्* 👏🏿💐 

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरुवार, ५ अगस्त २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:४९
सूर्यास्त: 🌅 ०७:०३
चन्द्रोदय: 🌝 २७:०८
चन्द्रास्त: 🌜१६:५६
अयन 🌕 दक्षिणायने (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌦️ वर्षा
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 श्रावण
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 द्वादशी (१७:०९ तक)
नक्षत्र 👉 आर्द्रा (पूर्ण रात्रि)
योग 👉 हर्षण (२५:१४ तक)
प्रथम करण 👉 तैतिल (१७:०९ तक)
द्वितीय करण 👉 गर – पूर्ण रात्रि)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 मिथुन
मंगल 🌟 सिंह (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 कर्क (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुम्भ (उदय, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 सिंह (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:५०
अमृत काल 👉 १९:४२ से २१:२७
विजय मुहूर्त 👉 १४:३७ से १५:३१
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५४ से १९:१८
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०२ से २४:४४
राहुकाल 👉 १४:०४ से १५:४५
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:३८ से ०७:१९
होमाहुति 👉 केतु
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 नन्दी पर (१७:०९ से भोजन में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पश्चिम-दक्षिण (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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प्रदोष व्रत, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः १०:५३ से दोपहर ०३:५२ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २९:४९ तक जन्मे शिशुओ का नाम
आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (कु, घ, ङ, छ) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – २८:१३ से ०६:३५
सिंह – ०६:३५ से ०८:५४
कन्या – ०८:५४ से ११:११
तुला – ११:११ से १३:३२
वृश्चिक – १३:३२ से १५:५२
धनु – १५:५२ से १७:५५
मकर – १७:५५ से १९:३६
कुम्भ – १९:३६ से २१:०२
मीन – २१:०२ से २२:२६
मेष – २२:२६ से २३:५९
वृषभ – २३:५९ से २५:५४
मिथुन – २५:५४ से २८:०९
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पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०५:३८ से ०६:३५
शुभ मुहूर्त – ०६:३५ से ०८:५४
रोग पञ्चक – ०८:५४ से ११:११
शुभ मुहूर्त – ११:११ से १३:३२
मृत्यु पञ्चक – १३:३२ से १५:५२
अग्नि पञ्चक – १५:५२ से १७:०९
शुभ मुहूर्त – १७:०९ से १७:५५
रज पञ्चक – १७:५५ से १९:३६
शुभ मुहूर्त – १९:३६ से २१:०२
चोर पञ्चक – २१:०२ से २२:२६
रज पञ्चक – २२:२६ से २३:५९
शुभ मुहूर्त – २३:५९ से २५:५४
चोर पञ्चक – २५:५४ से २८:०९
शुभ मुहूर्त – २८:०९ से २९:३९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपकी दिनचार्य व्यवस्थित रहेगी अधिकांश कार्यो की योजना पूर्व में ही बना लेंगे फिर भी कुछ काम अकस्मात आने से फेरबदल करना पड़ेगा। नौकरी व्यवसाय में धन के साथ सम्मान की प्राप्ति भी होगी। अधिकारी वर्ग आपसे महत्त्वपूर्ण विषयों को लेकर परामर्श करेंगे। व्यापारी वर्ग को कुछ दिनों से अटके कार्य आज पूर्ण होने से तसल्ली मिलेगी। लेकिन परिवार में आर्थिक अथवा किसी अन्य वजह से खींच-तान होने की संभावना है। धन की अपेक्षा संबंधों को अधिक महत्त्व दे अन्यथा वैर-विरोध का सामना करना पड़ेगा। मध्यान के बाद का समय पूरे दिन की अपेक्षा ज्यादा सुखदायी रहेगा। धार्मिक कार्य एवं संतानो पर खर्च होगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन लाभ-हानि बराबर रहेगी। दिन के आरंभ से ही लाभदायक प्रसंग बनेंगे। आज आप व्यवसाय के साथ सामाजिक कार्य भी आने से अधिक व्यस्त रहेंगे कमाई संतोषजनक रहेगी लेकिन खर्च भी आज कम नही रहेंगे। आध्यात्म के प्रति आस्था बढ़ने पर भी धन कमाने को ज्यादा महत्त्व देंगे। आपकी मनोवृति सुखोपभोग की अधिक रहेगी। जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उनके निर्णय आरंभिक व्यवधान के बाद आपके ही पक्ष में रहेंगे। सरकारी कार्यो भी आज किसी के सहयोग मिलने से आगे बढ़ेंगे। महिलाये आज जो भी विचारेंगी फल उसके विपरीत ही मिलेगा। धार्मिक स्थानों की यात्रा के प्रसंग बन सकते है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन परिश्रम को छोड़ अन्य सभी विषयों में उत्तम रहेगा। मेहनत आज अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक करनी पड़ेगी लेकिन इसका फल आशानुकूल मिलने से संतोष होगा। आपको आस-पास का वातावरण भी उत्साह बढ़ाने वाला मिलेगा। कार्य व्यवसाय में आरंभिक उदासीनता के बाद मध्यान पश्चात लाभजनक स्थिति बनेगी। निवेश भी निसंकोच होकर कर सकते है लाभ ही होगा। कुछ दिनों से जिस वस्तु की कामना कर रहे थे आज उसकी प्राप्ति होने से मन प्रफुल्लित रहेगा। धन लाभ के साथ साथ खर्च में भी बढ़ोतरी होगी फिर भी आर्थिक संतुलन बना रहेगा। आज कोई निकटस्थ व्यक्ति घर अथवा कार्य क्षेत्र पर आपके भेदों को सार्वजनिक कर सकता है सतर्क रहें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन भी आपकी आशाओ के विपरीत रहेगा। दिन के आरंभ से ही कुछ गड़बड़ होने की आशंका रहेगी कार्य क्षेत्र अथवा परिवार में कोई छोटी-बड़ी दुर्घटना होने की संभावना है अकस्मात होने से सतर्क होने का समय मुश्किल ही मिलेगा। किसी से बंधी आशा टूटने से मन दुखी होगा। आर्थिक कारणों से मध्यान तक का समय संघर्ष वाला रहेगा कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से लाभ में कमी आएगी इसके बाद कही से थोड़ा धन लाभ होने से राहत मिलेगी। घर मे धार्मिक कार्य होने से मन हल्का होगा। महिलाये आज परिजनों के ऊपर अधिक आश्रित रहेंगी। संतानो के विषय मे नई चिंता बनेगी। वाहन अथवा उपकरणों से सावधानी बरतें दुर्घटना का भय है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके उच्च प्रतिष्ठित लोगो से संबंध बनेंगे सरकारी कार्यो के लिए दिन उत्तम है सरकार की तरफ से शुभ समाचार मिलने से व्यवसाय एवं अन्य महत्त्वपूर्ण कार्यो की उलझन दूर होगी। धन लाभ की कामना लगी रहेगी इसके लिए कुछ ना कुछ तिकड़म लगाते रहेंगे आमद मध्यान पश्चात ही संभव हो सकेगी। प्रयास करने पर पुराने धन की वापसी हो सकती है। महिलाये खरीदारी पर धन खर्च करेंगी अज्ञानता में हानि होने की संभावना है सतर्क रहें। आपकी जरूरत लोगो को अधिक होने से सम्मान के साथ धन लाभ के अवसर भी मिलते रहेंगे। गृहस्थ में पूर्ण ध्यान नही देने से किसी की नाराजगी देखनी पड़ेगी लेकिन कुछ समय के लिए ही।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन कार्य सफलता वाला रहेगा। सेहत ठीक रहने पर भी कार्यो के प्रति आलस्य दिखाएंगे लेकिन जिस भी कार्य को हाथ मे लेंगे उसमे हानि लाभ की परवाह नही करेंगे। आपकी आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी मौज शौक की प्रवृति के पीछे खर्च अधिक होगा। घर मे सुख सुविधा के सामान की बढ़ोतरी होगी। धन संबंधित योजनाओ को गति देने के लिए आज किसी अन्य की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी। मध्यान तक किये परिश्रम का फल संध्या तक मिल जाएगा। जोड़-तोड़ कर धन कोष में वृद्धि होगी लेकिन दैनिक से अतिरिक्त खर्च आने से बचत नही हो पाएगी। आज किसी की सहायता मजबूरी में करेंगे। बाहर घूमने का आयोजन होगा धार्मिक कार्यो पर खर्च बढेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आध्यात्मिक उन्नति वाला रहेगा। दिन के आरंभ से ही घर मे धार्मिक कार्य को लेकर चहल-पहल रहेगी इसके लिए दैनिक कार्यो में बदलाव भी करना पड़ेगा। आध्यात्मिक एवं परोपकारी स्वभाव का लाभ किसी ना किसी रूप में अवश्य मिलेगा। नौकरी पेशा जातको को नई जगह से प्रस्ताव मिलेंगे। बेरोजगारों के भी नए रोजगार से जुड़ने की संभावना है प्रयासरत रहें। धन लाभ रुक-रुक कर परन्तु प्रचुर मात्रा में होगा जिससे अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर सकेंगे। फिजूल के खर्च भी मध्यान के बाद अकस्मात ही बढ़ेंगे इनकी परवाह आज नही करेंगे। पति-पत्नि में मामूली नोक-झोंक हो सकती है। संध्या के समय थकान ज्यादा रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज भी मध्यान तक सेहत में उतार-चढ़ाव लगा रहेगा मध्यान बाद ही इसमे स्थिरता आएगी फिर भी ज्यादा परिश्रम वाले कार्यो से बचें। बनी बनाई योजनाए अधर में लटकी रहेंगी। परिवार अथवा रिश्तेदारी में दुखद घटना होने की संभावना है। जोखिम वाले कार्यो से दूर रहना ही हितकर रहेगा। नौकरी पेशा जातको पर आकस्मिक कोई संकट आ सकता है अधिकारियों से बच कर रहें। कार्य व्यवसाय में उदासीनता दिखाने से होने वाले लाभ में कमी आएगी। आपके स्वभाव में रूखापन रहने से स्नेहीजनों को तकलीफ होगी। परिवार अथवा अन्य से किये वादे पूरे नही कर सकेंगे। आय की अपेक्षा खर्च अधिक होगा। महिलाओ को शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन लाभदायक है लेकिन मानसिक रूप से गंभीर होने भी आवश्यक है निर्णय लेने में आज भी दुविधा होगी दिमाग पर ज्यादा दबाव न डालें निसंकोच होकर फैसले ले विजय आज आपकी ही होगी। अधिकांश कार्यो में सहज सफलता मिल जाएगी। फिर भी धन संबंधित कार्य देखभाल कर ही करें। प्रतिस्पर्धा कम रहेगी जिससे लाभ के अवसर बढ़ेंगे। सेहत भी अनुकूल रहने से हर प्रकार की परिस्थितियों में काम कर लेंगे। जो लोग अबतक आपके विपरीत चल रहे थे वो भी आपका सहयोग एवं प्रशंशा करेंगे फिर भी आकस्मिक वाद-विवाद के प्रसंग बनेंगे इससे बच कर रहें। घर मे थोड़ी उग्रता रहने पर भी प्रेम बना रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपकी मानसिकता कम समय एवं परिश्रम से अधिक लाभ पाने की रहेगी पर आज आपके कार्यो में सफाई कम रहेगी विफलता मिलने पर क्रोध भी आएगा फिर भी कार्यो के प्रति एकाग्र रहे शीघ्र ही परिस्थितियां आपके अनुकूल बनने वाली है। सहकर्मी सहयोग करने में आनाकानी करेंगे जिससे कुछ समय के लिए कार्यो में अवरोध रहेगा लेकिन शीघ्र ही अन्य विकल्प भी मिल जायेंगे। मध्यान के बाद जिस भी काम मे निवेश करेंगे भविष्य में उससे दुगना धन मिलने की संभावना रहेगी लेकिन आज धन की आमद कम रहेगी। पारिवारिक वातावरण में थोड़ा विरोधाभास रहेगा परन्तु महत्त्वपूर्ण विषयो में सभी एकजुट हो जाएंगे। सेहत में सुधार आएगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आपका आज का दिन थोड़ा उतार चढ़ाव वाला रहेगा लेकिन आज की मेहनत संध्या बाद से रंग लाने लगेगी आलस्य भी बने रहने से जल्दी से किसी कार्य के लिये हाँ नही करेंगे अपनी इस प्रवृत्ति को बदले अन्यथा भविष्य में आर्थिक परेशानी खड़ी होगी। मनमानी रवैये के चलते भी हानि हो सकती है। कार्य व्यवसाय में आज कुछ विशेष सफलता नही मिलेगी। परिवार में आज किसी सदस्य की इच्छा पूर्ति ना होने पर वातावरण खराब होगा। नए कार्य की योजना बना रहे है तो आज अवश्य आरम्भ करें। नौकरी पेशा जातक काम मे ऊबन अनुभव करेंगे। मनोरंजन के अवसर नही मिलने से निराशा बढ़ेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन भी कई अशांति वाले प्रसंग बनेंगे। आज आप अन्य लोगो से मतलब का व्यवहार रखेंगे जिस कारण काम पड़ने पर मदद करने की जगह लोग अपना स्वार्थ साधेंगे। आर्थिक स्थिति भी गड़बड़ाने से क्रोध अधिक आएगा। संबंधों के प्रति लापरवाह रहेंगे जिससे घर मे अशांति के प्रसंग ज्यादा बढ़ेंगे। महिलाओ के अन्य पारिवारिक सदस्यों के साथ विचार मेल नही खाएंगे। व्यवसायी वर्ग मध्यान बाद तक व्यापार को लेकर परेशान रहेंगे इसके बाद स्थिति में सुधार आएगा परन्तु आपकी छोटि मानसिकता आज ओरो को परेशान करेगी। सेहत का भी ध्यान रखें असंयमित दिनचर्या हानि पहुचायेगी।
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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏
संतुष्टि और सुख में अंतर जाने

आपने कभी ध्यान दिया कि खेल के अंत में एक काँस्य पदक विजेता रजत पदक विजेता की अपेक्षा ज्यादा प्रसन्न होता है।

सिद्धांततः एक रजत विजेता को काँस्य विजेता की अपेक्षा ज्यादा प्रसन्न होना चाहिए लेकिन मानव मस्तिष्क गणित की तरह कार्य नहीं करता है।

रजत विजेता सोचता है, “ओह! मैं स्वर्ण नहीं जीत पाया।” काँस्य विजेता सोचता है, ” कम से कम मैंने एक पदक तो जीत लिया।”

रजत पदक हारने के बाद मिलता है और काँस्य पदक जीतने के बाद।

हमारी जिंदगी भी कुछ इसी तरह की होती है। “जो हमारे पास है” उसके लिए प्रसन्न होने के बजाय “जो हमारे पास नहीं है” उसके लिए हम दुःखी होते हैं। प्रसन्न रहें स्वस्थ रहें 😊🙏

|(‘}_,
|(_/\\_  सुनील पाठक 

प्रश्न – क्या बीज मंत्रों का अर्थ जाने बिना उनका जप करना चाहिए?

उतर – संस्कृत के बीज मंत्रों के अर्थ कभी जानना भी नहीं चाहिए, यह ठीक बीज की ही तरह होते हैं इनका सही उच्चारण से जप करना चाहिए। बीज मंत्रो का अर्थ जानने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए, जैसे बीज चाहे उल्टा पड़े या सीधा धरती में पड़ेगा तो अनुकूल परिस्थितियाँ मिलने पर निश्चित रूप से उगेगा। ऐसे ही बीज मंत्र हैं बीज मंत्रों का जप निश्चित रूप से फलदाई होता है। लेकिन बीजों को खोल देंगे अर्थात बीजों को फोड़ खोल कर देखेंगे तो वे अंकुरित होने योग्य नहीं रहते, ठीक वैसे ही बीज मंत्र भी अपने आप में संपूर्ण बीज ही हैं, वह जैसे हैं वैसे ही उच्चारण करना चाहिए यही गुरु आज्ञा है।उदाहरण के लिए आप मोबाइल ही लें मोबाइल अपने आप में एक कंप्लीट यूनिट है यह जैसा है वैसा ही प्रयोग करना चाहिए यदि मोबाइल को खोल कर तोड़ कर फोड़ कर देख लेंगे तो वह आपके लिए उपयोगी नहीं रहता।जैसे मोबाइल हो या बीज तोड़ने से उपयोगी नहीं रहते हैं तो उसी तरह से बीज मंत्रों को खोल देंगे तो वे बैखरी हो जाते हैं, इसलिए मंत्रों के अर्थ को जानने की आवश्यकता ही नहीं है, बीज मंत्र अपने आप में एक परफेक्ट यूनिट हैं उनका जप विधि विधान से करना चाहिए। यहां तक कि गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का भी अर्थ जानने का प्रयास नहीं करना चाहिए।बीज मंत्र साक्षात् भगवान नारायण और भगवान शिव ने जगत कल्याण के लिए किसी निमित्त उद्धृत किए हैं। इन बीज मंत्रों को जैसे हमारे वेदों पुराणों और धर्म ग्रंथों में दिए गए हैं वैसे ही प्रयुक्त करना चाहिए। बीज मंत्रों को प्रयुक्त करने की विधि विधान भी हमारे सनातन शास्त्रों में विद्यमान हैै, किसी भी मंत्र का प्रयोग विधि विधान से करोग तभी वह फलदाई होता है। आपकी उत्कंठा और तर्क अनेक हो सकते हैं उनका प्रत्युत्तर देने की आवश्यकता नहीं है।—डाॅ हरीश मैखुरी