आज का पंचाग आपका राशि फल, क्या शिवलिंग रेडिएटर हैं!, विवाह उत्सवों में लाखो की शराब पिलाने वालों को ₹501 दक्षिणा वाला पंडित लुटेरा दिखता है

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻मंगलवार, १८ अक्टूबर २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२४
सूर्यास्त: 🌅 ०५:४५
चन्द्रोदय: 🌝 २४:१२
चन्द्रास्त: 🌜१३:५३
अयन 🌖 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)
मास 👉 कार्तिक
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अष्टमी (११:५७ से नवम
नक्षत्र 👉 पुष्य (पूर्ण रात्रि)
योग 👉 सिद्ध (१६:५३ से साध्य)
प्रथम करण 👉 कौलव (११:५७ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (२५:०८ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कन्या
चंद्र 🌟 कर्क
मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 तुला (अस्त, पूर्व)
शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२५
अमृत काल 👉 २४:५३ से २६:४०
विजय मुहूर्त 👉 १३:५६ से १४:४१
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३२ से १७:५६
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:४३ से १८:५९
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३७ से २४:२७
राहुकाल 👉 १४:५२ से १६:१८
राहुवास 👉 पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०९:११ से १०:३६
होमाहुति 👉 राहु
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पृथ्वी
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 गौरी के साथ (११:५७ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – रोग २ – उद्वेग
३ – चर ४ – लाभ
५ – अमृत ६ – काल
७ – शुभ ८ – रोग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – काल २ – लाभ
३ – उद्वेग ४ – शुभ
५ – अमृत ६ – चर
७ – रोग ८ – काल
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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शुक्र तुला मे २१:३९ से, श्रीराधा कुण्ड स्नान गोवर्धन, आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ३०:१८ तक जन्मे शिशुओ का नाम
पुष्य नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (हू, हे, हो, डा) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कन्या – २८:०४ से ०६:२२
तुला – ०६:२२ से ०८:४२
वृश्चिक – ०८:४२ से ११:०२
धनु – ११:०२ से १३:०५
मकर – १३:०५ से १४:४६
कुम्भ – १४:४६ से १६:१२
मीन – १६:१२ से १७:३६
मेष – १७:३६ से १९:१०
वृषभ – १९:१० से २१:०४
मिथुन – २१:०४ से २३:१९
कर्क – २३:१९ से २५:४१
सिंह – २५:४१ से २८:००
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०६:२० से ०६:२२
शुभ मुहूर्त – ०६:२२ से ०८:४२
चोर पञ्चक – ०८:४२ से ११:०२
शुभ मुहूर्त – ११:०२ से ११:५७
रोग पञ्चक – ११:५७ से १३:०५
शुभ मुहूर्त – १३:०५ से १४:४६
मृत्यु पञ्चक – १४:४६ से १६:१२
अग्नि पञ्चक – १६:१२ से १७:३६
शुभ मुहूर्त – १७:३६ से १९:१०
मृत्यु पञ्चक – १९:१० से २१:०४
अग्नि पञ्चक – २१:०४ से २३:१९
शुभ मुहूर्त – २३:१९ से २५:४१
रज पञ्चक – २५:४१ से २८:००
शुभ मुहूर्त – २८:०० से ३०:२१
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आपको विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। दिन के आरंभिक भाग में किसी सदस्य की असंतुष्टि कलह का मार्ग खोलेगी मध्यान तक किसी पुरानी बात के उजागर होने पर झगड़ा होने की संभावना है। आज मौन रहकर ही परिस्थितियों पर काबू पाया जा सकता है। गलती करने पर स्वयं मान लेने से संमस्या गंभीर होने से बचेगी अन्यथा संबंधों में लंबे समय तक कड़वाहट बन सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी किसी लेन देन को लेकर बहस हो सकती है। व्यवसाय से आज जितनी आशा रहेगी उतना लाभ नही मिल पायेगा उल्टे सामाजिक व्यवहार और सम्मान में कमी अनुभव होगी। आज उधार के व्यवहार पर नियंत्रण रखें। सरकारी क्षेत्र से कोई अशुभ समाचार मन की बेचैनी बढ़ाएगा सरकारी कार्यो से स्वयं को दूर रखें या जल्द निपटाने के प्रयास करे। सेहत मानसिक तनाव एवं मौसमी बीमारी के कारण अकस्मात ढीली पड़ेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपके व्यक्तित्त्व में विकास होगा दिन के आरम्भ से ही कार्यो की सफलता एवं धन पाने के लिये विभिन्न युक्तियां लगाएंगे धन लाभ तो समय पर नही होगा लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि अभद्र अथवा मौज शौक पसंद इंसान जैसी बनने की संभावना है वाणी एव आचरण का आज विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र से आज भी धन लाभ की संभावनाए ही मिलेंगी धन हाथ मे आते आते टलने से मन दुख होगा लाभ होगा भी तो आवश्यकता से बहुत कम। नौकरी पेशाओ को खर्च बढ़ने से चिंता होगी फिर भी आज प्रलोभन में कोई गलत कदम ना उठाये अन्यथा निकट भविष्य में शीघ्र ही सम्मान हानि हो सकती है। घरेलू वातावरण को शांत बनाने में आपकी अहभ भूमिका रहेगी लेकिन बाहरी व्यवहार कोई न कोई नई समस्या खड़ी करेंगे। पेट संबंधित संमस्या आज भी परेशान करेगी भूख लगने पर ही थोड़ा खाये।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आपके दिन का आरम्भ सुस्त रहेगा प्रातः काल से ही सेहत में थकान अनुभव होने के कारण कार्यो के प्रति आलस्य दिखाएंगे। स्वभाव से संतोषि रहने के कारण ज्यादा भाग दौड़ वाले कार्यो से दूर ही रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर सामान्य व्यवसाय रहेगा धन की आमद के लिये थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा लेकिन होगी अवश्य। आज आपके संचित धन का कुछ हिस्सा पैतृक एवं धार्मिक कार्यो पर भी खर्च होगा सरकारी कार्यो में भी बिना लेनदेन कार्य निकालना संभव नही। नौकरी वालो के लिये मध्यान के समय कोई नई समस्या बनेगी जिसका निराकरण आज मुश्किल ही हो पायेगा। विदेशी अथवा दूर क्षेत्र के कार्यो से आकस्मिक लाभ की संभावना है। घर का वातावरण शांत रहेगा। निम्न रक्तचाप पेट संबंधित समस्या हो सकती है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपके ऊपर चंचलता हावी रहेगी। दिन के आरम्भ से ही स्वभाव में हल्कापन रहेगा लेकिन कार्यो में जल्दबाजी करेंगे बिना विचारे किये कार्य आगे चलकर मोटी हानि का कारण भी बन सकते है। कार्य क्षेत्र से व्यवसायी वर्ग को उम्मीद काफी रहेगी लेकिन आगे की योजना बनाने के लिये किसी परिचित के जवाब पर निर्भर रहना पड़ेगा इंतजार करने के बाद संतोषजनक जवाब ना मिलने पर भविष्य को लेकर चिंता होगी। दोपहर के बाद परिस्थिति में कुछ सुधार आएगा पैतृक कार्य अथवा अन्य पैतृक संसाधनों से लाभ की आशा जागेगी। नौकरी पेशा लोग कार्य क्षेत्र पर अनमने मन से कार्य करेंगे जिससे विलंब के साथ कार्य मे सफाई नही रहेगी। किसी अपरिचित से कहासुनी भी हो सकती है। आज बाहर की अपेक्षा घरेलू वातावरण में थोड़ी ऊबन के बाद अधिक शांति अनुभव करेंगे। संध्या के समय शारीरिक कमजोरी अनुभव होगी कटने छिलने का भय है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपको प्रत्येक कार्य मे संभलकर रहने की सलाह है। दिन के आरम्भ से ही मन मे किसी अरिष्ट का भय बना रहेगा लोग बिना मांगे सलाह और सांत्वना दोनो देंगे लेकिन परिजनों को छोड़ अन्य कोई भी सहयोग के लिये आगे नही आएगा। कार्य व्यवसाय में मेहनत के बाद भी लाभ के लिये तरसना पड़ेगा। नौकरों एवं सहकर्मियो की गतिविधि पर नजर रखे इनकी करनी का फल आपको भुगतना पड़ सकता है। भागीदारी के कार्यो में निवेश से बचें हानि ही होगी अथवा धन के फंसने की संभावना है। आज सर पर कर्ज होने एवं लेनदार द्वारा परेशान करने पर अधिक मानसिक पीड़ा होगी। संध्या से स्थिति में कुछ सुधार आएगा किसी पुरानी योजना से कामचलाऊ धन मिलने से थोड़ी राहत मिलेगी। घर मे किसी न किसी के बीमार रहने से वातावरण अस्त व्यस्त रहेगा। ज्यादा मीठा भोजन ना करें लोहे की वस्तु से सावधानी बरतें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपका स्वभाव अत्यंत सनकी रहेगा। एक पल में किसी से बिना सोचे वादा कर लेंगे बाद में उसका परिणाम और परिश्रम जानकर स्वयं ही दुविधा में पड़ेंगे अंत समय मे पलटने पर सम्मान हानि का भय सताएगा पूरा करने पर स्वयं के कार्यो में व्यवधान आएगा। कार्य क्षेत्र पर जिस भी कार्य को करेंगे आत्मविश्वास से ही करेंगे फिर भी सफलता को लेकर संशय रहेगा लेकिन आज की मेहनत खाली नही जाएगी देर अबेर ही सही कुछ न कुछ लाभ अवश्य होगा। कार्य स्थल पर किसी से कहासुनी के प्रसंग भी बनेंगे शांत रहने का प्रयास करें अन्यथा जो लोग आपको सम्मान की दृष्टि से देखते है वो भी विपरीत हो जाएंगे। सहकर्मी एवं जीवनसाथी के प्रति मन मे शंका जन्म लेगी जिसका परिणाम आने वाले समय मे सही निकलेगा। घर में आज स्वार्थ से ही व्यवहार करेंगे परिजनों की बात को टालने का प्रयास बेवजह कलह करा सकता है। शरीर मे छुट पुट समस्या लगी रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन कार्य सफलता वाला रहेगा इसका लाभ उठायें अन्यथा आगे कई दिन तक ऐसी सुविधा नही मिलने पर खेद होगा। कार्य क्षेत्र पर दिन के आरंभ और अंतिम भाग में व्यस्तता अधिक रहेगी भाग्य का साथ भी मिलने से कम समय और परिश्रम में अन्य प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक लाभ कमा सकेंगे लेकिन संतोष फिर भी नही होगा। प्रतिस्पर्धी कुछ समय के लिये हावी रहेंगे जिससे थोड़ी परेशानी भी होगी लेकिन यहाँ आपका अनुभव काम आएगा गुप्त युक्तियों द्वारा इनसे पार पा लेंगे। सहकर्मियो पर आवश्यकता से अधिक विश्वास करने पर धोखा हो सकता है इसका ध्यान रहे। घर मे भाई बंधुओ के साथ पैतृक कार्यो को लेकर विचार विमर्श होगा आपकी बात की शुरुआत में अनदेखी होगी लेकिन अंत मे मानना ही पड़ेगा। दाम्पत्य जीवन मे थोड़े बहुत उतारचढ़ाव लगे रहेंगे कुछ समय के लिये विरोधाभास का अनुभव भी होगा। आंखों अथवा फेफड़ो संबंधित शिकायत रह सकती है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज भी आप मन से आध्यात्म के प्रति निष्ठावान रहेंगे लेकिन दिखावे की प्रवृति भी रहने के कारण पूजा पाठ केवल व्यवहारिकता के लिये ही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर आरंभिक परेशानी के बाद वातावरण अनुकूल हो जाएगा फिर भी जल्दबाजी से बचे आपके लिये निर्णय अवश्य ही लाभ के मार्ग खोलेंगे। किसी भी कार्य से तुरंत लाभ की आशा ना रखें धन की आमद में थोड़ा विलंब हो सकता है परन्तु होगी जरूर। कार्य क्षेत्र पर पिता अथवा किसी वरिष्ठ व्यक्ति से वैचारिक मतभेद होने के कारण आवश्यक कार्य मे विलंब होगा फिर भी आपकी ही जीत होगी। सरकारी कार्य लापरवाही के चलते अधूरे रहेंगे लापरवाही से बचे अन्यथा किसी नई कानूनी उलझन में पड़ सकते है। घर का वातावरण कुछ समय के लिये आपके क्रोध के कारण अशांत बनेगा जिसे सामान्य बनाने के लिये बाद में खुशामद करनी पड़ेगी। धारदार औजारों से सावधानी बरतें। रक्त अल्पता के कारण कमजोरी महसूस होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दिन के पूर्वार्ध से ही शारीरिक रूप से कार्य करने में असमर्थ अनुभव करेंगे लेकिन फिर भी जबरदस्ती करने पर कम समय मे अधिक थकान होगी। छाती में संक्रमण गले मे अवरोध एवं कफ के कारण खाने पीने में भी परेशानी आएगी। व्यावसायिक कार्यो के साथ घरेलू एवं व्यक्तिगत काम काज के लिये अन्य के ऊपर निर्भर रहना पड़ सकता है। कार्य क्षेत्र पर मध्यान के बाद ही व्यवसाय में रुचि लेंगे लेकिन आज व्यवसाय की गति भी संध्या को छोड़ अन्य समय मंद ही रहेगी। किसी पुराने देनदारी को लेकर किसी से गुस्से में अनाप शनाप बोलदेंगे बाद में इसका दुख भी होगा। धन की आमद खर्च अनुसार कम ही होगी। पारिवारिक जन स्वयं अवस्थ्य होने के कारण आज किसी भी मामले में सहायता नही कर पाएंगे। पूजा पाठ में आज ज्यादा तामझाम से बचे अन्यथा बाद में भारी पड़ेगा। यात्रा भी टालना बेहतर रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप किसी मनोकामना अथवा पुरानी योजना के सफल होने से प्रसन्न रहेंगे। लेकिन कोई नया अथवा पुराना कर्ज मानसिक रूप से बेचैन रखेगा। आज किसी से भी वादा न करें अन्यथा बाद में परेशानी में पड़ सकते है। कार्य क्षेत्र पर आशा से अधिक व्यवसाय होगा लेकिन धन एक या दो कार्यो से ही संतोषजनक मिलेगा। आज आपको जल्दी से किसी के उयर विश्वास भी नही होगा अपनी कार्य शैली को अन्य लोगो पर ना थोपे जानबूझ कर सहकर्मियो का धीमी गति से कार्य करना अथवा आगे के लिये टालना गुस्सा दिलाएगा फिर भी शांत रहने का प्रयास करे। घर मे आध्यात्मिक वातावरण मिलने पर भी आप ज्यादा रुचि नही लेंगे। भाई बंधु की कोई पुरानी गलती पता लगने पर अनैतिक दबाव बनाएंगे जिससे बाद में कलह हो सकती है। संतान का सहयोग प्रत्येक क्षेत्र में मिलेगा। स्वयं अथवा परिजन की सेहत के ऊपर खर्च बढ़ेगा। वाणी में दोष रहेगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपका स्वभाव बीते कल की तुलना में एकदम विपरीत रहेगा। दिन के आरम्भ से ही छोटी छोटी बातों पर परिजन से झगड़ेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी यही स्वभाव रहने के कारण बनी बनाई योजना ठंडी पड़ सकती है इसका ध्यान रहे वैसे तो आज लाभ के अवसर मिलते रहेंगे लेकिन आपकी महात्त्वकांक्षाये अधिक रहने के कारण ज्यादातर निरस्त हो सकते है। धन की आमद फिर भी कामचलाऊ कही न कही से हो जाएगी आज अपना सनकी स्वभाव त्यागने में ही भलाई समझे कल से लोगो मे आज जैसी सजहता नही मिल पाने पर अफसोस होगा। पैतृक संपत्ति अथवा कार्यो से आकस्मिक लाभ के अवसर भी आपकी टालमटोल नीति के चलते हाथ से निकल सकते है। नौकरी वालो को आज अतिरिक्त आय बनाने का अवसर मिलेगा। घरेलू वातावरण शान्त रहेगा लेकिन घर के सदस्य एक दूसरे पर कम भरोसा करेंगे। शरीर की किसी अंग में कमजोरी अथवा काम करने की क्षमता कम हो सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आप अन्य लोगो को अपने से कमतर आकेंगे। पराक्रम शक्ति आज बढ़ी रहेगी इसका गलत कार्यो में उपयोग होने की संभावना अधिक है। काज आपके किसी विषय मे विशेष योग्यता होने के कारण मन मे अहम की भावना रहेगी। कार्य क्षेत्र से आज आशा तो बहुत लगाए रहेंगे कुछ एक में अपनी मनमानी से सफल भी रहेंगे धन कमाना आज ज्यादा मुश्किल नही रहेगा लेकिन साथ मे इज्जत में कमी अवश्य आएगी। सहकर्मी अथवा अन्य व्यावसायिक लोग आपसे ईर्ष्या द्वेष की भावना में मजबूरी में व्यवहार करेंगे। मध्यान से मन अनैतिक कार्यो की तरफ भटकेगा लेकिन सचेत रहे भविष्य में स्वयं के साथ परिवार की प्रतिष्ठा भी खराब होने के योग बन रहे है। घर का वातावरण अचानक से प्रसन्न अगके ही पल उदासीन बनने से तालमेल बैठाने में परेशानी होगी। सेहत भी अकस्मात ही नरम गरम बनेगी।
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“विवाह उत्सवों में लाखो की शराब पिलाने वालों को ₹501 दक्षिणा वाला पंडित लुटेरा दिखता है, ठग लगता है।

शादियों में लहँगा उठा कर, 4 घंटे गाना और डांस करके 50000₹ से 1 लाख रुपये लेने वाले की अपेक्षा पूरी रात जग कर शुभ गान स्वस्तिवाचन कर, दो अलग स्त्री-पुरुष को एक करने वाला…

दक्षिणा में 501-1001 रुपये लेने वाला पंडित… लुटेरा लगता है । ठग लगता है।

ब्यूटी पार्लर वाले 20000 रुपए ले जाते हैं, कैमरामैन 50000 ले जाता है तब सब ठीक है चलता है।

 

ये सोच नहीं है, यह आपके अंदर की कलुषता, द्वेष और एक वर्ण विशेष से घोर नफरत जो कि वामपंथियों और अन्य सनातन विद्रोहियों द्वारा पिछले 200 वर्षों में आपके अंदर कूट-कूट कर भरी गयी, यह उसका परिचायक है। 

ये सोच आपको सनातन धर्म से दूर ले जाती है।

आपको अपने धर्म से दूर करती है, सोचिए, मनन करिये l👏

क्या शिवलिंग रेडिएटर हैं?

 

हाँ 100% सच!!

 

भारत का रेडियो एक्टिविटी मैप उठाएं, हैरान रह जाएंगे आप! भारत सरकार की परमाणु भट्टी के बिना सभी ज्योतिर्लिंग स्थलों में सर्वाधिक विकिरण पाया जाता है।

 

शिवलिंग और कुछ नहीं परमाणु भट्टे हैं, इसीलिए उन पर जल चढ़ाया जाता है, ताकि वे शांत रहें।

 

महादेव के सभी पसंदीदा भोजन जैसे बिल्वपत्र, अकामद, धतूरा, गुड़ आदि सभी परमाणु ऊर्जा सोखने वाले हैं।

 

क्योंकि शिवलिंग पर पानी भी रिएक्टिव होता है इसलिए ड्रेनेज ट्यूब क्रॉस नहीं होती।

 

भाभा अनुभट्टी की संरचना भी शिवलिंग की तरह है।

 

नदी के बहते जल के साथ ही शिवलिंग पर चढ़ाया गया जल औषधि का रूप लेता है।

 

इसीलिए हमारे पूर्वज हमसे कहा करते थे कि महादेव शिवशंकर नाराज हो गए तो अनर्थ आ जाएगा।

 

देखें कि हमारी परंपराओं के पीछे विज्ञान कितना गहरा है।

 

जिस संस्कृति से हम पैदा हुए, वही सनातन है।

 

विज्ञान को परंपरा का आधार पहनाया गया है ताकि यह प्रवृत्ति बने और हम भारतीय हमेशा वैज्ञानिक जीवन जीते रहें।

 

आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में केदारनाथ से रामेश्वरम तक एक ही सीधी रेखा में बने महत्वपूर्ण शिव मंदिर हैं। आश्चर्य है कि हमारे पूर्वजों के पास ऐसी कौन सी विज्ञान और तकनीक थी जो हम आज तक समझ नहीं पाए? उत्तराखंड के केदारनाथ, तेलंगाना के कालेश्वरम, आंध्र प्रदेश के कालेश्वर, तमिलनाडु के एकम्बरेश्वर, चिदंबरम और अंत में रामेश्वरम मंदिर 79°E 41’54” रेखा की सीधी रेखा में बने हैं।

 

ये सभी मंदिर प्रकृति के 5 तत्वों में लैंगिक अभिव्यक्ति दिखाते हैं जिन्हें हम आम भाषा में पंचभूत कहते हैं। पंचभूत का अर्थ है पृथ्वी, जल, अग्नि, गैस और अवकाश। इन पांच सिद्धांतों के आधार पर इन पांच शिवलिंगों की स्थापना की गई है।

 

तिरुवनैकवाल मंदिर में पानी का प्रतिनिधित्व है,

आग का प्रतिनिधित्व तिरुवन्नामलाई में है,

काल्हस्ती में पवन दिखाई जाती है,

कांचीपुरम और अंत में पृथ्वी का प्रतिनिधित्व हुआ

चिदंबरम मंदिर में अवकाश या आकाश का प्रतिनिधित्व!

 

वास्तुकला-विज्ञान-वेदों का अद्भुत समागम दर्शाते हैं ये पांच मंदिर

 

भौगोलिक दृष्टि से भी खास हैं ये मंदिर इन पांच मंदिरों का निर्माण योग विज्ञान के अनुसार किया गया है और एक दूसरे के साथ एक विशेष भौगोलिक संरेखण में रखा गया है। इसके पीछे कोई विज्ञान होना चाहिए जो मानव शरीर को प्रभावित करे।

 

मंदिरों का निर्माण लगभग पांच हजार साल पहले हुआ था, जब उन स्थानों के अक्षांश को मापने के लिए उपग्रह तकनीक उपलब्ध नहीं थी। तो फिर पांच मंदिर इतने सटीक कैसे स्थापित हो गए? इसका जवाब भगवान ही जाने।

 

केदारनाथ और रामेश्वरम की दूरी 2383 किमी है। लेकिन ये सभी मंदिर लगभग एक समानान्तर रेखा में हैं। आखिरकार, यह आज भी एक रहस्य ही है, किस तकनीक से इन मंदिरों का निर्माण हजारों साल पहले समानांतर रेखाओं में किया गया था।

 

श्रीकालहस्ती मंदिर में छिपा दीपक बताता है कि यह हवा में एक तत्व है। तिरुवनिक्का मंदिर के अंदर पठार पर पानी के स्प्रिंग संकेत देते हैं कि वे पानी के अवयव हैं। अन्नामलाई पहाड़ी पर बड़े दीपक से पता चलता है कि यह एक अग्नि तत्व है। कांचीपुरम की रेती आत्म तत्व पृथ्वी तत्व और चिदंबरम की असहाय अवस्था भगवान की असहायता अर्थात आकाश तत्व की ओर संकेत करती है।

 

अब यह कोई आश्चर्य नहीं है कि दुनिया के पांच तत्वों का प्रतिनिधित्व करने वाले पांच लिंगों को सदियों पहले एक ही पंक्ति में स्थापित किया गया था।

 

हमें अपने पूर्वजों के ज्ञान और बुद्धिमत्ता पर गर्व होना चाहिए कि उनके पास विज्ञान और तकनीक थी जिसे आधुनिक विज्ञान भी नहीं पहचान सका।

 

माना जाता है कि सिर्फ ये पांच मंदिर ही नहीं बल्कि इस लाइन में कई मंदिर होंगे जो केदारनाथ से रामेश्वरम तक सीधी लाइन में आते हैं। इस पंक्ति को ‘शिवशक्ति अक्षरेखा’ भी कहते हैं, शायद ये सभी मंदिर 81.3119° ई में आने वाली कैलास को देखते हुए बने हैं!?

 

इसका जवाब सिर्फ भगवान शिव ही जानते हैं

 

आश्चर्यजनक कथा ‘महाकाल’ उज्जैन में शेष ज्योतिर्लिंग के बीच संबंध (दूरी) देखें।

 

उज्जैन से सोमनाथ – 777 किमी

 

उज्जैन से ओंकारेश्वर – 111 किमी

 

उज्जैन से भीमाशंकर – 666 किमी

 

उज्जैन से काशी विश्वनाथ – 999 किमी

 

उज्जैन से मल्लिकार्जुन – 999 किमी

 

उज्जैन से केदारनाथ – 888 किमी

 

उज्जैन से त्र्यंबकेश्वर – 555 किमी

 

उज्जैन से बैजनाथ – 999 किमी

 

उज्जैन से रामेश्वरम – 1999 किमी

 

उज्जैन से घृष्णेश्वर – 555 किमी

हिंदू धर्म में कुछ भी बिना कारण के नहीं किया जाता है।

सनातन धर्म में हजारों वर्षों से माने जाने वाले उज्जैन को पृथ्वी का केंद्र माना जाता है। इसलिए उज्जैन में सूर्य और ज्योतिष की गणना के लिए लगभग 2050 वर्ष पूर्व मानव निर्मित उपकरण बनाए गए थे।

और जब एक अंग्रेज वैज्ञानिक ने 100 साल पहले पृथ्वी पर एक काल्पनिक रेखा (कर्क) बनाई तो उसका मध्य भाग उज्जैन गया। उज्जैन में आज भी वैज्ञानिक सूर्य और अंतरिक्ष की जानकारी लेने आते हैं।

समस्त देवतुल्य भक्तजन एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं व समस्त क्षेत्रीय जनता को अवगत कराना है कि विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय जननेता हमारे देश के यशस्वी *प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी* दीपावली से पूर्व *21अक्टूबर को बाबा केदारनाथ जी के मन्दिर एवं भगवान बद्री विशाल जी के पावन मंदिर में 21/10/2022को ठीक 1130 बजे तक पधार रहे हैं आप सभी देवतुल्य कार्यकर्ताओं एवं समस्त क्षेत्रीय जनता से निवेदन है कि आप सभी अधिक से अधिक संख्या में बद्रीनाथ धाम पहुंचकर भगवान बद्री विशाल के दर्शन पाकर। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विचारों को माणा गांव के समीप आई टी बी पी कैम्पस के पास सुनेंगे। 

           जय बद्री विशाल जय केदारनाथ बाबा जी

निवेदक- उपाध्यक्ष बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति 

                   किशोर सिंह पंवार।