आज का पंचाग आपका राशि फल, भारत वर्ष से आठ लाख गुरूकुल कैसे समाप्त हुए!, आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री पर छद्म धर्मान्तरणकारियों का कुटिल प्रहार, 1959 में दलाईलामा के भारत में प्रवेश का बिम्ब लेने वाली भारत की पहली महिला छाया पत्रकार व्यारावाला, उदेश्य और प्रयास अटल रखें ‘सिद्धि’ मार्ग में प्रतीक्षा कर रही है, एनएसए अजीत डोभाल और उद्योगपति जमशेद जी टाटा का जन्मदिन आज

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             *𝕝𝕝 जय श्री राधे 𝕝𝕝*

             *महर्षि पाराशर पंचांग*

          *🙏☾अथ पंचांगम्☽🙏*

            *दिनाँक : ~* 

        आंग्ल तिथि *20/01/2023,

वार – शुक्रवार*

त्रयोदशी, कृष्ण पक्ष,

माघ

तिथि—-त्रयोदशी 09:59:17 तक

तिथि———चतुर्दशी 30:17:00

पक्ष————————-कृष्ण

नक्षत्र————–मूल 12:39:15

योग———–व्याघात 18:55:50

करण———–वणिज 09:59:17

करण——–विष्टि भद्र 20:10:25

करण———–शकुनी 30:17:00

वार————————शुक्रवार

माह—————————माघ

चन्द्र राशि———————-धनु

सूर्य राशि———————मकर

रितु————————-शिशिर

आयन——————-उत्तरायण

संवत्सर——————-शुभकृत

संवत्सर (उत्तर)——————-नल

विक्रम संवत—————-2079

गुजराती संवत————–2079

शक संवत——————1944

 

वृन्दावन

सूर्योदय—————-07:11:39

सूर्यास्त—————-17:48:51

दिन काल————- 10:37:12 

रात्री काल———— 13:22:33

चंद्रास्त—————- 16:01:28 

चंद्रोदय—————- 30:44:44

 

लग्न—- मकर 5°32′ , 275°32′

 

सूर्य नक्षत्र————- उत्तराषाढा 

चन्द्र नक्षत्र——————- मूल

नक्षत्र पाया—————– ताम्र

 

*🚩💮 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩*

 

राहू काल 11:11 – 12:30 अशुभ

यम घंटा 15:10 – 16:29 अशुभ

गुली काल 08:31 – 09:51 अशुभ 

अभिजित 12:09 – 12:51 शुभ

दूर मुहूर्त 09:19 – 10:02 अशुभ

दूर मुहूर्त 12:51 – 13:34 अशुभ

वर्ज्यम 11:15 – 12:39 अशुभ

 

🚩गंड मूल 07:12 – 12:39 अशुभ

 

*💮दिशा शूल ज्ञान———-पश्चिम*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

 

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

 

भा—- मूल 07:21:13

 

भी—- मूल 12:39:15

 

भू—- पूर्वाषाढा 17:55:53

 

धा—- पूर्वाषाढा 23:11:18

 

फा—- पूर्वाषाढा 28:25:42

 

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

 

        ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

==========================

सूर्य=मकर 05 : 29 उ oषाo , 3 जा 

चन्द्र =धनु 09°:23, मूल , 3 भा 

बुध =धनु 14°: 34′ पूo षा o ‘ 1 भू 

शुक्र=मकर 27°05, धनिष्ठा ‘ 2 गी 

मंगल=वृषभ 14°30 ‘ रोहिणी’ 2 वा 

गुरु=मीन 09°30 ‘ उ o भा o, 2 थ 

शनि=मकर 00°43 ‘ धनिष्ठा ‘ 3 गु       

राहू=(व) मेष 15°05 भरणी , 1 ली 

केतु=(व) तुला 15°05 स्वाति , 3 रो 

 

💮चोघडिया, दिन

चर 07:12 – 08:31 शुभ

लाभ 08:31 – 09:51 शुभ

अमृत 09:51 – 11:11 शुभ

काल 11:11 – 12:30 अशुभ

शुभ 12:30 – 13:50 शुभ

रोग 13:50 – 15:10 अशुभ

उद्वेग 15:10 – 16:29 अशुभ

चर 16:29 – 17:49 शुभ

 

🚩चोघडिया, रात

रोग 17:49 – 19:29 अशुभ

काल 19:29 – 21:10 अशुभ

लाभ 21:10 – 22:50 शुभ

उद्वेग 22:50 – 24:30* अशुभ

शुभ 24:30* – 26:10* शुभ

अमृत 26:10* – 27:51* शुभ

चर 27:51* – 29:31* शुभ

रोग 29:31* – 31:11* अशुभ

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें।

 

💮होरा, दिन

शुक्र 07:12 – 08:05

बुध 08:05 – 08:58

चन्द्र 08:58 – 09:51

शनि 09:51 – 10:44

बृहस्पति 10:44 – 11:37

मंगल 11:37 – 12:30

सूर्य 12:30 – 13:23

शुक्र 13:23 – 14:16

बुध 14:16 – 15:10

चन्द्र 15:10 – 16:03

शनि 16:03 – 16:56

बृहस्पति 16:56 – 17:49

 

🚩होरा, रात

मंगल 17:49 – 18:56

सूर्य 18:56 – 20:03

शुक्र 20:03 – 21:10

बुध 21:10 – 22:16

चन्द्र 22:16 – 23:23

शनि 23:23 – 24:30

बृहस्पति 24:30* – 25:37

मंगल 25:37* – 26:44

सूर्य 26:44* – 27:51

शुक्र 27:51* – 28:58

बुध 28:58* – 30:05

चन्द्र 30:05* – 31:11

 

*🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩* 

 

मकर > 05:50 से 07:38 तक

कुम्भ > 07:38 से 09:18 तक

मीन > 09: 18 से 10:38 तक

मेष > 10:38 से 12:20 तक

वृषभ > 12:20 से 16:38 तक 

कर्क > 16:38 से 18:50 तक

सिंह > 18:50 से 21:04 तक

कन्या > 21:04 से 11:14 तक

तुला > 11:14 से 02:22 तक

वृश्चिक > 02:22 से 03:32 तक

धनु > 03:32 से 05:42 तक

 

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

 

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

 

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

 

   15 + 13 + 6 + 1 = 35 ÷ 4 = 3 शेष

 मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

 

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

 

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

 

 केतु ग्रह मुखहुति

 

*💮 शिव वास एवं फल -:*

 

  28 + 28 + 5 = 61 ÷ 7 = 5 शेष

 

ज्ञानवेलायां= कष्ट कारक

 

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

 

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

 

प्रात: 9:59 से रात्रि 20:08

 

पाताल लोक = धन कारक

 

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

 

* मेरु त्रयोदशी

 

*मास शिवरात्रि

 

*चतुर्दशीक्षय 

 

*आदिनाथ निर्वाण दिवस 

 

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

यस्मिन् देशे न सम्मानो न वृत्तिर्न च बान्धवः ।

न च विद्यागमऽप्यस्ति वासस्तत्र न कारयेत् ।।

।। चा o नी o।।

 उस देश मे निवास न करें जहाँ आपकी कोई ईज्जत नहीं हो, जहा आप रोजगार नहीं कमा सकते, जहा आपका कोई मित्र नहीं और जहा आप कोई ज्ञान आर्जित नहीं कर सकते।

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: विभूति योग अo-10

पवनः पवतामस्मि रामः शस्त्रभृतामहम्‌ ।,

झषाणां मकरश्चास्मि स्रोतसामस्मि जाह्नवी ॥,

 मैं पवित्र करने वालों में वायु और शस्त्रधारियों में श्रीराम हूँ तथा मछलियों में मगर हूँ और नदियों में श्री भागीरथी गंगाजी हूँ॥,31॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

 

🐂मेष

यात्रा लाभदायक रहेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है, प्रयास करें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। शेयर मार्केट से बड़ा लाभ हो सकता है। संचित कोष में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कारोबारी सौदे बड़े हो सकते हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित होगा, सावधानी रखें।

 

🐏वृष

फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। बजट बिगड़ेगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी। लेन-देन में सावधानी रखें। अपरिचित व्यक्तियों पर अंधविश्वास न करें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय होगी। संतुष्टि नहीं होगी।

 

👫मिथुन

नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति संभव है। यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबारी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। आशंका-कुशंका रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

 

🦀कर्क

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चिंता बनी रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। निवेश लाभदायक रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यस्तता रहेगी।

 

🐅सिंह

कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति निर्मित होगी। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद में न पड़ें। अपेक्षाकृत कार्य समय पर होंगे। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यस्तता रहेगी। प्रमाद न करें।

 

🙍‍♀️कन्या

घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। शत्रुभय रहेगा।

 

⚖️तुला

उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। बड़ा काम करने का मन बनेगा। झंझटों से दूर रहें। कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ सकता है। फालतू खर्च होगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। जोखिम बिलकुल न लें।

 

🦂वृश्चिक

दूर से बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। बेवजह तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। फालतू बातों पर ध्यान न दें। मेहनत अधिक व लाभ कम होगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। शत्रुओं की पराजय होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

 

🏹धनु

बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। स्थायी संपत्ति से बड़ा लाभ हो सकता है। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न तथा संतुष्ट रहेंगे। निवेश शुभ फल देगा। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी, ध्यान रखें।

 

🐊मकर

व्यवसाय में ध्यान देना पड़ेगा। व्यर्थ समय न गंवाएं। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। जल्दबाजी से हानि संभव है। थकान रहेगी। कुसंगति से बचें। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

 

🍯कुंभ

योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोधी सक्रिय रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। घर-परिवार में सुख-शांति रहेगी। जल्दबाजी न करें। पुराना रोग उभर सकता है।

 

🐟मीन

पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। समय की अनुकूलता का लाभ मिलेगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। अपने काम पर ध्यान दें। लाभ होगा।

 

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*

(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)

09897565893,09412618599

*गुरुकुल कैसे समाप्त हो गये*❓

आपको पहले ये बता दे कि हमारे सनातन संस्कृति परम्परा के गुरुकुल मे क्या क्या पढाई होती थी ! आर्यावर्त के गुरुकुल के बाद ऋषिकुल में क्या पढ़ाई होती थी ये जान लेना आवश्यक है । इस शिक्षा को लेकर अपने विचारों में परिवर्तन लायें और प्रचलित भ्रांतियां दूर करें !

 

01 अग्नि विद्या (Metallurgy)

02 वायु विद्या (Flight) 

03 जल विद्या (Navigation) 

04 अंतरिक्ष विद्या (Space Science) 

05 पृथ्वी विद्या (Environment)

06 सूर्य विद्या (Solar Study) 

07 चन्द्र व लोक विद्या (Lunar Study) 

08 मेघ विद्या (Weather Forecast) 

09 पदार्थ विद्युत विद्या (Battery) 

10 सौर ऊर्जा विद्या (Solar Energy) 

11 दिन रात्रि विद्या 

12 सृष्टि विद्या (Space Research) 

13 खगोल विद्या (Astronomy) 

14 भूगोल विद्या (Geography) 

15 काल विद्या (Time) 

16 भूगर्भ विद्या (Geology Mining) 

17 रत्न व धातु विद्या (Gems & Metals)

18 आकर्षण विद्या (Gravity) 

19 प्रकाश विद्या (Solar Energy) 

20 तार विद्या (Communication) 

21 विमान विद्या (Plane)

22 जलयान विद्या (Water Vessels) 

23 अग्नेय अस्त्र विद्या (Arms & Ammunition)

24 जीव जंतु विज्ञान विद्या (Zoology Botany) 

25 यज्ञ विद्या (Material Sic)

 

*ये तो बात हुई वैज्ञानिक विद्याओं की । अब बात करते है व्यावसायिक और तकनीकी विद्या की !*

 

26 वाणिज्य (Commerce)

27 कृषि (Agriculture)

28 पशुपालन (Animal Husbandry) 

29 पक्षिपलन (Bird Keeping) 

30 पशु प्रशिक्षण (Animal Training) 

31 यान यन्त्रकार (Mechanics) 

32 रथकार (Vehicle Designing) 

33 रतन्कार (Gems) 

34 सुवर्णकार (Jewellery Designing)

35 वस्त्रकार (Textile) 

36 कुम्भकार (Pottery) 

37 लोहकार (Metallurgy)

38 तक्षक

39 रंगसाज (Dying) 

40 खटवाकर 

41 रज्जुकर (Logistics)

42 वास्तुकार (Architect)

43 पाकविद्या (Cooking)

44 सारथ्य (Driving)

45 नदी प्रबन्धक (Water Management)

46 सुचिकार (Data Entry)

47 गोशाला प्रबन्धक (Animal Husbandry)

48 उद्यान पाल (Horticulture)

49 वन पाल (Horticulture)

50 नापित (Paramedical)

यह सब विद्या गुरुकुल में सिखाई जाती थी पर समय के साथ गुरुकुल लुप्त हुए तो यह विद्या भी लुप्त होती गयी ! आज मैकाले पद्धति से हमारे देश के युवाओं का भविष्य नष्ट हो रहा तब ऐसे समय में गुरुकुल के पुनः उद्धार की आवश्यकता है।

भारतवर्ष में गुरुकुल कैसे खत्म हो गये ? कॉन्वेंट स्कूलों ने किया बर्बाद । 1858 में Indian Education Act बनाया गया। इसकी ड्राफ्टिंग ‘लोर्ड मैकाले’ ने की थी। लेकिन उसके पहले उसने यहाँ (भारत) के शिक्षा व्यवस्था का सर्वेक्षण कराया था, उसके पहले भी कई अंग्रेजों ने भारत की शिक्षा व्यवस्था के बारे में अपनी रिपोर्ट दी थी। अंग्रेजों का एक अधिकारी था G.W. Luther और दूसरा था Thomas Munro ! दोनों ने अलग अलग इलाकों का अलग-अलग समय सर्वे किया था। Luther, जिसने उत्तर भारत का सर्वे किया था, उसने लिखा है कि यहाँ 97% साक्षरता है और Munro, जिसने दक्षिण भारत का सर्वे किया था, उसने लिखा कि यहाँ तो 100% साक्षरता है ।

मैकाले का स्पष्ट कहना था कि भारत को हमेशा-हमेशा के लिए अगर गुलाम बनाना है तो इसकी “देशी और सांस्कृतिक शिक्षा व्यवस्था” को पूरी तरह से ध्वस्त करना होगा और उसकी जगह “अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था” लानी होगी और तभी इस देश में शरीर से हिन्दुस्तानी लेकिन दिमाग से अंग्रेज पैदा होंगे और जब इस देश की यूनिवर्सिटी से निकलेंगे तो हमारे हित में काम करेंगे । 

 

मैकाले एक मुहावरा इस्तेमाल कर रहा है – “कि जैसे किसी खेत में कोई फसल लगाने के पहले पूरी तरह जोत दिया जाता है वैसे ही इसे जोतना होगा और अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था लानी होगी।” इस लिए उसने सबसे पहले गुरुकुलों को गैरकानूनी घोषित किया | जब गुरुकुल गैरकानूनी हो गए तो उनको मिलने वाली सहायता जो समाज की तरफ से होती थी वो गैरकानूनी हो गयी | फिर संस्कृत को गैरकानूनी घोषित किया और इस देश के गुरुकुलों को घूम घूम कर ख़त्म कर दिया | उनमें आग लगा दी, उसमें पढ़ाने वाले गुरुओं को उसने मारा- पीटा, जेल में डाला। 

1850 तक इस देश में ’7 लाख 32 हजार’ गुरुकुल हुआ करते थे और उस समय इस देश में गाँव थे ’7 लाख 50 हजार’ । मतलब हर गाँव में औसतन एक गुरुकुल और ये जो गुरुकुल होते थे वो सब के सब आज की भाषा में ‘Higher Learning Institute’ हुआ करते थे । उन सबमे 18 विषय पढाया जाता था और ये गुरुकुल समाज के लोग मिलके चलाते थे न कि राजा, महाराजा ।

गुरुकुलों में शिक्षा निःशुल्क दी जाती थी। इस तरह से सारे गुरुकुलों को ख़त्म किया गया और फिर अंग्रेजी शिक्षा को कानूनी घोषित किया गया और कलकत्ता में पहला कॉन्वेंट स्कूल खोला गया । उस समय इसे ‘फ्री स्कूल’ कहा जाता था । इसी कानून के तहत भारत में कलकत्ता यूनिवर्सिटी बनाई गयी, बम्बई यूनिवर्सिटी बनाई गयी, मद्रास यूनिवर्सिटी बनाई गयी, ये तीनों गुलामी ज़माने के यूनिवर्सिटी आज भी देश में हैं !

 

मैकाले ने अपने पिता को एक चिट्ठी लिखी थी बहुत मशहूर चिट्ठी है वो, उसमें वो लिखता है कि: “इन कॉन्वेंट स्कूलों से ऐसे बच्चे निकलेंगे जो देखने में तो भारतीय होंगे लेकिन दिमाग से अंग्रेज होंगे और इन्हें अपने देश के बारे में कुछ पता नहीं होगा । इनको अपने संस्कृति के बारे में कुछ पता नहीं होगा, इनको अपने परम्पराओं के बारे में कुछ पता नहीं होगा, इनको अपने मुहावरे नहीं मालूम होंगे, जब ऐसे बच्चे होंगे इस देश में तो अंग्रेज भले ही चले जाएँ इस देश से अंग्रेजियत नहीं जाएगी।” उस समय लिखी चिट्ठी की सच्चाई इस देश में अब साफ़-साफ़ दिखाई दे रही है और उस एक्ट की महिमा देखिये कि हमें अपनी भाषा बोलने में शर्म आती है । अंग्रेजी में बोलते हैं कि दूसरों पर रोब पड़ेगा । हम तो खुद में हीन हो गए हैं जिसे अपनी भाषा बोलने में शर्म आ रही है, दूसरों पर रोब क्या पड़ेगा। 

लोगों का तर्क है कि अंग्रेजी अंतर्राष्ट्रीय भाषा है । दुनिया में 204 देश हैं और अंग्रेजी भाषा सिर्फ 11 देशों में बोली, पढ़ी और समझी जाती है, फिर ये कैसे अंतर्राष्ट्रीय भाषा है ॽ शब्दों के मामले में भी अंग्रेजी समृद्ध नहीं दरिद्र भाषा है। इन अंग्रेजों की जो बाइबिल है वो भी अंग्रेजी में नहीं थी और ईशा मसीह अंग्रेजी नहीं बोलते थे। ईशा मसीह की भाषा और बाइबिल की भाषा अरमेक थी। अरमेक भाषा की लिपि जो थी वो हमारे बंगला भाषा से मिलती जुलती थी । समय के कालचक्र में वो भाषा विलुप्त हो गयी। 

संयुक्तराष्टसंघ जो अमेरिका में है वहां की भाषा अंग्रेजी नहीं है, वहां का सारा काम फ्रेंच में होता है। जो समाज अपनी मातृभाषा से कट जाता है उसका कभी भला नहीं होता और यही मैकोले की रणनीति थी ! जिसमे लगभग वो विजय पा चुके क्योंकि आज का युवा भारत को कम यूरोप को ज्यादा जनता है । भारतीय संस्कृति को ढकोसला समझता है लेकिन पाश्चात्य देशों को नकल करता है । सनातन धर्म की प्रमुखता और विशेषता को न जानते हुए भी वामपंथियों का समर्थन करता है।

सभी बन्धुओ से एक चुभता सवाल हमसभी को धर्म की जानकारी होनी चाहिये । क्योंकि धर्म ही हमे राष्ट्र धर्म सिखाती है, धर्म ही हमे समाजिकता सिखाती है, धर्म ही हमे माता – पिता, गुरु और राष्ट्र के प्रति प्राण न्योछावर करने की प्रेरणा देती है। सनातन परंपरा एक आध्यात्मिक विज्ञान है, जिस विज्ञान को हम सभी आज जानते है उससे बहुत ही समृद्ध विज्ञान ही अध्यात्म है…

*जयतु आर्यम गुरुकुलम् वैदिक कोठारी एकाडमी, जयतु भारतम् …*

*स्वदेशी शिक्षा अभियान…*🚩

*आवश्यक सूचना*

अखिल भारतीय सनातन धर्म जागरण मंच परिवार द्वारा प्रत्येक राज्य में *आर्यम गुरुकुल वैदिक कोठारी एकेडमी को संचालित करना सुनिश्चित है*

*आर्यम गुरुकुल वैदिक कोठारी एकेडमी*

(१)राम कोठारी एवं शरद कोठारी बन्धु कक्ष

 (२)रामचंद्र परमहंसदास कक्ष

 (३)राष्ट्र संत अवैद्यनाथ महराज कक्ष

(४)अशोक सिंघल कक्ष

(५)सती माई अनुसुइया कक्ष

(६)अहिल्याबाई कक्ष

(७)लक्ष्मीवाई कक्ष

(८)माता गुजरी कक्ष

*गुरु गोविन्द सिंह जी के चारों पुत्रों के नाम से कक्ष*

(९)) अजीत सिंह कक्ष (१०) जोरावर सिंह कक्ष (११) फतेह सिंह कक्ष

(१२) जुजार सिंह कक्ष 

(१३)महावीर स्वामी कक्ष

(१४)गौतमबुद्ध कक्ष

धन्यवाद, वन्देमातरम्,भारत माता कि जय,सत्य सनातन धर्म की जय||

*आपका शुभेच्छु -शिवकुमारसिंह अंतरराष्ट्रीय संयोजक अखिल भारतीय सनातन धर्म जागरण मंच*

#इतिहास के पन्नों से

वर्ष 1959 में जब युवा दलाई लामा बामपंथी चीन के आतंक से खिन्न हो कर भारत के सिक्किम पहुंचे, तब उनके आस-पास मीडिया की भीड़ लग गई। उसी भीड़ में शामिल थी एक लड़की, हाथ में एक भारी-सा कैमरा लिए, जिसके बाहरी हिस्से पर लकड़ी का कवर था और एक फ़्लैश जिसका वज़न लगभग 9 किलो था। यह कोई और नहीं, बल्कि भारत की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट, होमी व्यारावाला थी। वह प्रेस में एकमात्र महिला थीं जिन्हें विशेष रूप से दिल्ली से इस अवसर पर फोटो लेने के लिए बुलाया गया था।
21वीं सदी में भले ही एक महिला फोटोग्राफर का होना बहुत आम लगे, लेकिन उस समय यह बड़ी बात थी। एक महिला के हाथों में कैमरा लोगों के लिए चर्चा का विषय था।
इसी को लेकर होमी ने एक इंटरव्यू में कहा- “लोग बहुत रूढ़िवादी थे। वे नहीं चाहते थे कि महिलाएं इधर-उधर घूमें और जब उन्होंने मुझे साड़ी में कैमरे के साथ घूमते हुए देखा तो उन्हें यह एक बहुत ही विचित्र लगा और आरंभ में उन्हें लगा कि मैं कैमरे लेकर लोगों को सिर्फ़ बेवकूफ बना रही हूं। मैं फोटोग्राफर तो नहीं हो सकती। मैं सिर्फ़ दिखावा कर रही हूं। जो भी हो, उन्होंने मुझे गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन यह मेरे लिए लाभदायक ही सिद्ध हुआ।”
डालडा-13 के नाम से मशहूर होमी व्यारावाला उन सभी लड़कियों के लिए एक प्रेरणा हैं, जो जीवन में कुछ हटकर करना चाहती हैं!

जिस दिन बागेश्वर धाम वाले महाराज ने कहा था,

की वो वनवासी क्षेत्रों मे जायेंगे दरबार लगाने 

उसी दिन तय हो गया था उनपे प्रहार होंगे

मजार,कब्र और मौलवी तथा धर्मांतरण गैंग की चंगाई सभा के नाटकों से कोई परेशानी नहीं पर बागेश्वर धाम सरकार के बाबा ने जब से राष्ट्र द्रोहियों पर बोलना शुरू किया तब से “अंधविश्वास निरोधी” मंच के रूप में वामपंथी सक्रिय हो उठे!सैकड़ो लोगो की #सनातन में वापसी करवाने वाले, सनातन की धर्म ध्वजा को लहराने वाले 27 वर्षीय शास्त्री का विरोध पूर्व नियोजित है।

समय है,इन जैसे सनातन के सेनापति का साथ देने की आप साथ दीजिये,लड़ ये स्वयं लेंगे-जय श्रीराम

बाबा के पास कोई चमत्कारी शक्ति है या नहीं इससे हमारा लेना देना नहीं पर बाबा हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद के समर्थन में हैं इसलिए हम सभी बाबा के साथ हैं! बजरंगबली की जय, बाबा बागेश्वर धाम की जय 🚩🙏🙏🚩

*🌸।।सुप्रभात।।🌸*

*सौभाग्य उन्हीं को प्राप्त होता है,*
*जो अपने कर्तव्य-पथ पर अडिग रहते हैं।*

*अपने आप को संयमित एवं प्रसन्न रखना आपका,*
*सबसे पहल और एक बड़ा दायित्व है।*

*वाणी से ही प्रसन्नता , वाणी ही दुख का कारण,*
*वाणी ही पीड़ा, और वाणी ही उपचार।*

*सफलता पहले से की गई तैयारी पर निर्भर करती है,*
*नहीं तो विफलता भी मिलती है।*

*यदि उदेश्य पवित्र और सुदृढ़ है,*
*तो मनुष्य की पराजय नहीं, बल्कि विजय होती है।*✍️हरीश मैखुरी