मां अन्नपूर्णा का सबका कल्याण करें
।। *🕉* ।।
🚩🌞 *सुप्रभातम्*🌞🚩
📜««« *आज का पंचांग*»»»📜
कलियुगाब्द……………………5125
विक्रम संवत्…………………..2080
शक संवत्……………………..1945
मास…………………………..बैशाख
पक्ष……………………………..कृष्ण
तिथी……………………………नवमी
रात्रि 11.13 पर्यंत पश्चात दशमी
रवि…………………………उत्तरायण
सूर्योदय………..प्रातः 06.07.59 पर
सूर्यास्त………..संध्या 06.47.05 पर
सूर्य राशि………………………..मीन
चन्द्र राशि……………………….मकर
गुरु राशि…………………………मीन
नक्षत्र………………………उत्तराषाढ़ा
प्रातः 09.29 पर्यंत पश्चात श्रवण
योग……………………………..सिद्ध
प्रातः 09.29 पर्यंत पश्चात साध्य
करण…………………………..तैतिल
दोप 12.24 पर्यंत पश्चात गरज
ऋतु……………………(माधव) बसंत
दिन…………………………….शुक्रवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
14 अप्रैल सन 2023 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक…………………..5
🔯 शुभ रंग……………आसमानी
⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.02 से 12.52 बजे तक ।
👁🗨 *राहुकाल (अशुभ) :-*
प्रात: 10.53 से 12.27 तक ।
🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
🌞 *उदय लग्न मुहूर्त -*
*मीन*
04:40:32 06:10:58
*मेष*
06:10:58 07:52:25
*वृषभ*
07:52:25 09:51:03
*मिथुन*
09:51:03 12:04:45
*कर्क*
12:04:45 14:20:55
*सिंह*
14:20:55 16:32:44
*कन्या*
16:32:44 18:43:23
*तुला*
18:43:23 20:58:01
*वृश्चिक*
20:58:01 23:14:11
*धनु*
23:14:11 25:19:48
*मकर*
25:19:48 27:06:55
*कुम्भ*
27:06:55 28:40:32
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.44 से 09.18 तक लाभ
प्रात: 09.18 से 10.52 तक अमृत
दोप. 12.26 से 02.00 तक शुभ
सायं 05.08 से 06.42 तक चंचल
रात्रि 09.34 से 11.00 तक लाभ ।
📯 *आज का मंत्रः*
|| ॐ नारायणाय नम: ||
📢 *सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (प्रथम अध्याय – अर्जुन विषादयोग)*
भवान्भीष्मश्च कर्णश्च कृपश्च समितिञ्जयः।
अश्वत्थामा विकर्णश्च सौमदत्तिस्तथैव च॥ ८ ॥
अर्थात :
आप(द्रोणाचार्य) और पितामह भीष्म तथा कर्ण और संग्रामविजयी कृपाचार्य तथा अश्वत्थामा, विकर्ण और सोमदत्त का पुत्र भूरिश्रवा॥8॥
🍃 *आरोग्यं :-*
*गिलोय के औषधीय गुण : -*
*11. अस्थमा -*
गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण यह सांसो से संबंधित रोगों से आराम दिलाने में प्रभावशाली है। गिलोय या गुडूची कफ को नियंत्रित करती है साथ ही साथ इम्युनिटी पॉवर को बढ़ाती है जिससे अस्थमा और खांसी जैसे रोगों से बचाव होता है और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।
वैशाखी पर्व पर मुख्यमंत्री धामी ने दी बधाई और शुभकामनाएं,अस्थमा से बचाव के लिए गिलोय चूर्ण में मुलेठी चूर्ण मिलाकर शहद के साथ दिन में दो बार इसका सेवन करें। यह मिश्रण सांसो से जुड़ी अन्य समस्याओं से आराम दिलाने में भी कारगर है।
वैशाखी पर्व पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने समस्त प्रदेश वासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा राज्य को देश का अग्रणी प्रान्त बनाने के लिए आप सबका सहयोग और आशीर्वाद मिले ऐसी कामना है।
⚜ *आज का राशिफल :-*
🐐 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। भाइयों से कहासुनी हो सकती है। आय बनी रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में सहकर्मी विरोध कर सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें, धैर्य रखें।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
कोर्ट व कचहरी में लाभ की स्थिति बनेगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। पिछले लंबे समय से रुके कार्य बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। घर-परिवार की चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। व्यापार लाभदायक रहेगा। प्रयास करें।
👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
भूमि व भवन संबंधित कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार अच्छा चलेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। मातहतों का सहयोग मिलेगा। कर्ज की रकम चुका पाएंगे। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। आलस्य न करें। निवेश शुभ रहेगा।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। शत्रु परास्त होंगे। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर संयम रखें। अनहोनी की आशंका रहेगी। पारिवारिक जीवन सुख-शांति से बीतेगा। प्रसन्नता रहेगी।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
बेवजह दौड़धूप रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कोई शोक समाचार मिल सकता है। अपेक्षित कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद संभव है। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। दूसरों को कार्य में हस्तक्षेप न करें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं।
🙎🏻♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
सामाजिक कार्य करने का मन बनेगा। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नए काम करने की इच्छा बनेगी। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। मनोरंजन का वक्त मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। शत्रुओं का पराभव होगा। प्रमाद न करें।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। रोजगार प्राप्ति होगी। किसी बड़ी समस्या का हल निकलेगा। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य अनुकूल है। लाभ लें। प्रमाद न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। यात्रा में कोई चीज भूलें नहीं। फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। लापरवाही न करें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा। लाभ में कमी रह सकती है। नौकरी में कार्यभार रहेगा। आलस्य न करें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। यात्रा लाभदायक रहेगी। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यवसाय में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। किसी अपने का व्यवहार दु:ख पहुंचाएगा। कानूनी समस्या हो सकती है।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। योजना फलीभूत होगी। किसी बड़ी समस्या का हल एकाएक हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। आय में वृद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। प्रमाद न करें।
🐋 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
कानूनी सहयोग मिलेगा। लाभ में वृद्धि होगी। रुके कार्यों में गति आएगी। तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा। थकान महसूस हो सकती है। आलस्य हावी रहेगा।
☯️ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*
।।🐚 *शुभम भवतु* 🐚।।
🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩
जिस घर में 1 माह में मात्र पूर्णिमा को प्रति माह रामायण का पाठ होता है उस घर में अकाल मृत्यु नहीं होती है।
2. जिस घर में श्री रामचरितमानस रखी होती है वहां कभी भूत, पिशाच, प्रेतों का वास नहीं होता है।
3. जिस घर में रामायण के पास शाम के समय दीपक जलाया जाता है उस घर में अन्न की कमी कभी नहीं होती है।
4. जिस घर में श्री रामचरितमानस के पास सुबह शाम दीपक प्रतिदिन जलाया जाता है उस घर में आरोग्य बढ़ता है। बीमारियां कम होती हैं।
5. जिस घर में यदि श्री रामचरितमानस की शाम के समय दीपक जलाकर श्री रामचरितमानस की आरती प्रतिदिन होती है उस घर पर श्रीराम जी की कृपा सदैव रहती है और घर में शांति का वातावरण रहता है। प्रभु की कृपा रहती है।
6. जिस घर में प्रति सप्ताह रामायण का पाठ होता है उस घर पर श्रीराम जी व माता सीता जी की कृपा सदैव रहती है। उस घर में बच्चों की वृद्धि होती है।
7. जिस घर में प्रतिदिन रामायण का पाठ होता है। उस घर पर भगवान शिव, श्रीराम जी, सीता जी, श्री हनुमानजी, शनिदेव, नव ग्रह, 33 कोटि देवी देवताओं की सदैव कृपा रहती है।
8. उस घर से दरिद्रता भाग जाती है, उस परिवार का यश बढ़ने लगता है, उस घर पर साक्षात माँ लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है। बच्चों को कभी भय नहीे लगता है। भूत, प्रेत, पिशाच वहां प्रवेश नहीं कर सकते हैं । वह घर सुख, शान्ति, समृद्धि, धन, अन्न, संतान, मित्र, पड़ोसी, रिश्तेदारों आदि से परिपूर्ण होता है।
9. रामायण की एक एक चौपाई लाखों मंत्रो के बराबर है और हर चौपाई कुछ न कुछ देने वाली है। हर भारतीय के घर में रामायण होनी चाहिये।
पारिवार को एकत्र करना रामायण हमें सिखाती है।
रामायण हमें संसार में जीना सिखाती है।
!! हिन्दी हिन्दू हिंदुस्तान का बढ़ता सन्मान !!
अंग्रेजों के जमाने से दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली खासतौर से एफआईआर, डेली डायरी, आरोप पत्र का हिस्सा रहे यवनी उर्दू/ फारसी के शब्द अब हिंदी और अंग्रेजी के शब्दों से बदलने जा रहे हैं.
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने इस आशय की अनुज्ञापन किया है। कार्यालय ज्ञाप के साथ 383 शब्दों की सूची भी संलग्न की गई है !
दिल्ली हाई कोर्ट में एक रिट पिटीशन दायर की गई थी। इसमें कहा गया था कि पुलिस के रोजमर्रा के कामकाज में उर्दू/फ़ारसी के शब्द उपयोग किये जाते हैं, जो सामान्य मनुष्यों को समझ नहीं आते है.
यदि हम एक भी शब्द यवनी (अरबी उर्दू फारसी) के सौहार्द के लिए भी प्रयोग करते हैं तो वह जाने अनजाने में गाली होता है क्योंकि हमने देखा है जेसे हमाम,औरत अदालत मुल्क मेहर जौहर आदमी ….अत: इससे बचें विशेष रूप से देवी देवता के प्रार्थना में🙏
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नोजगे पब्लिक स्कूल (हैप्पी होम) पहुंचकर उत्तरांचल पंजाबी महासभा द्वारा आयोजित वैशाखी मेले का दीप जलाकर शुभारंभ किया। इस दौरान पंजाबी महासभा द्वारा श्री धामी को पगड़ी पहनाकर व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को बैसाखी पर्व की ’लख-लख बधाइयां देते हुए गुरुदेव से प्रार्थना की कि यह त्योहार सभी के जीवन में नव-तरंग, नव-उमंग और नव – सृजन लेकर आए। उन्होंने स्मरण करते हुए कहा कि जैसी अनुभूति नानकमत्ता साहिब में कार सेवा के समय होती है, वैसी ही अनुभूति आज बैसाखी मेले में आप सबके बीच उपस्थित होकर हो रही है। उन्होंने कहा किअसभी लोगों विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं के द्वारा जो सम्मान दिया गया है, यह सम्मान मेरे लिए महज सम्मान नहीं, हमारी महान संस्कृति के तेज, त्याग और तपस्या का प्रसाद है, यह सम्मान मेरा नहीं बल्कि प्रदेश की समस्त जनता का सम्मान है। उन्होंने कहा कि इस सम्मान को, इस गौरव को गुरु नानक देव जी के चरणों में समर्पित करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने गुरुनानक साहब जी के चरणों में नमन करते हुए नम्रतापूर्वक प्रार्थना करते हुए कहा कि मेरे भीतर का सेवाभाव दिनों दिन बढ़ता रहे और गुरुओं का आशीर्वाद ऐसे ही मुझ पर तथा मेरे प्रदेश की सवा करोड़ जनता पर बना रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह त्योहार विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसी दिन दशम गुरु, गुरु गोविंद सिंह साहब ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि यह खुशियों का पर्व जहां एक ओर समाज के सभी लोगों में प्रेम और भाईचारे की भावना को मजबूती प्रदान करता है वहीं दूसरी ओर देश की तरक्की में योगदान देने का संकल्प लेने की भी प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमारी सामाजिक – आर्थिक व्यवस्था में खेती-किसानी की महत्वपूर्ण भूमिका की याद भी दिलाता है। उन्होंने मेले के आयोजन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को बधाई दी, जिनकी कड़ी मेहनत से मेले को आयोजित करने का प्रयोजन सफल हुआ है। श्री धामी ने कहा कि इस प्रकार के मेले हमारी लोक संस्कृति और ’ लोक परंपराओं को बढ़ावा देने का काम करते हैं। मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत के महत्वपूर्ण अंग हैं, ये हमारे जीवन में इन्द्रधनुषीय रंग लाते हैं और खुशियां देते हैं।
मुख्यमंत्री ने अपनी बचपन की यादें ताज़ा करते हुए कहा कि जब मैं, छोटा था, तब मेले में जाने के लिए हमेशा आतुर रहता था क्योंकि मेलों में जहां एक ओर मुझे मेरे पसंदीदा करतब देखने को मिलते थे वहीं तरह – तरह के खिलौने भी मिल जाया करते थे। उन्होंने कहा कि सामान्य परिवार से होने के कारण मैं, अधिक खिलौने खरीद तो नहीं पाता था पर उस जमाने में तो खिलौनों को देखकर ही बहुत आनंद आ जाता था। उन्होंने कहा कि उस समय संचार और परिवहन की सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं, तो इन मेलों और त्यौहारों के द्वारा ही मित्रों और सगे- संबंधियों से मुलाकात संभव हो पाती थी।उन्होंने कहा कि हम सभी ने मिलकर लोकपर्वों और मेलों को संरक्षण प्रदान करना होगा, इसके लिए हम सभी को मिलकर निरंतर प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को लेकर निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि राज्य के सभी नागरिक उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सरकार का पूर्ण रूप से सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा और 2025 तक हमारा राज्य देश के अग्रणीय राज्य में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए सरकार विकल्प रहित संकल्प के आधार पर कार्य करते हुए आगे बढ़ रही है। इस दौरान विद्यालय के राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त विद्यार्थियों समृद्धि अग्रवाल, आयरा अल्वी, हर्ष, रिद्धि, काव्या, कनिष्का को सम्मानित किया गया।
इस दौरान विधायक शिव अरोरा, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, एसपी मनोज कत्याल, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, उत्तराखंड किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, रामू भाई, संतोष अग्रवाल सहित पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों सहित जनता उपस्थित थी।