आज का पंचाग आपका राशि फल, देखें ग्रहों की युति-प्रतियुति के क्या फल होते हैं, जीवन भर लोगों से मिलने में जीवन निकल जाता है लेकिन स्वयं से बुढ़ापे में ही भेंट हो पाती है,

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरुवार, २८ अक्टूबर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:३०
सूर्यास्त: 🌅 ०५:३६
चन्द्रोदय: 🌝 २३:२१
चन्द्रास्त: 🌜१३:००
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🌳 हेमन्त
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (राक्षस)
मास 👉 कार्तिक
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 सप्तमी (१२:४९ तक)
नक्षत्र 👉 पुनर्वसु (०९:४२ से पुष्य)
योग 👉 साध्य (२६:२१ तक)
प्रथम करण 👉 बव (१२:४९ तक)
द्वितीय करण 👉 बालव (२५:३४ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 कर्क
मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३८ से १२:२३
अमृत काल 👉 ०७:०२ से ०८:४८,
२८:४४ से ३०:२७
गुरुपुष्य योग 👉 ०९:४२ से ३०:२८
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 पूरे दिन
अमृतसिद्धि योग 👉 ०९:४२ से ३०:२८
रवियोग 👉 ०६:२८ से ०९:४२
विजय मुहूर्त 👉 १३:५१ से १४:३६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२२ से १७:४६
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२७
राहुकाल 👉 १३:२४ से १४:४७
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०६:२८ से ०७:५१
होमाहुति 👉 गुरु
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१२:४९ तक)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 श्मशान में (१२:४९ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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अहोई अष्टमी, (तारोदय पूजा) देवप्रतिष्ठा+वाहनादि+भूमि-भवन क्रय-विक्रय+उद्योग-मशीनरी आरम्भ+गृहप्रवेश+नीवखुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त प्रातः १०:४७ से दोपहर ०२:५८ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०९:४२ तक जन्मे शिशुओ का नाम
पुनर्वसु नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ही) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पुष्य नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (हू, हे, हो, डा) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
तुला – २९:४१ से ०८:०२
वृश्चिक – ०८:०२ से १०:२१
धनु – १०:२१ से १२:२५
मकर – १२:२५ से १४:०६
कुम्भ – १४:०६ से १५:३२
मीन – १५:३२ से १६:५५
मेष – १६:५५ से १८:२९
वृषभ – १८:२९ से २०:२४
मिथुन – २०:२४ से २२:३९
कर्क – २२:३९ से २५:००
सिंह – २५:०० से २७:१९
कन्या – २७:१९ से २९:३७
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०६:२८ से ०८:०२
चोर पञ्चक – ०८:०२ से ०९:४२
शुभ मुहूर्त – ०९:४२ से १०:२१
रोग पञ्चक – १०:२१ से १२:२५
शुभ मुहूर्त – १२:२५ से १२:४९
मृत्यु पञ्चक – १२:४९ से १४:०६
अग्नि पञ्चक – १४:०६ से १५:३२
शुभ मुहूर्त – १५:३२ से १६:५५
मृत्यु पञ्चक – १६:५५ से १८:२९
अग्नि पञ्चक – १८:२९ से २०:२४
शुभ मुहूर्त – २०:२४ से २२:३९
रज पञ्चक – २२:३९ से २५:००
शुभ मुहूर्त – २५:०० से २७:१९
चोर पञ्चक – २७:१९ से २९:३७
शुभ मुहूर्त – २९:३७ से ३०:२८
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आपको आज का दिन शांत रहकर बिताने की सलाह है। अन्यथा सारा दिन संबंधियों से रूठने मनाने में ही व्यतीत हो जायेगा। घरेलू कलह विकराल रूप ले सकती है परिजनों की गलतियों को अनदेखा करने में ही आज भलाई है लेकिन आज किसी के आगे समर्पण भी ना करें । बुजुर्ग वर्ग भी आज आपकी विचारधारा के विपरीत सोच रखेंगे जिससे तालमेल बैठाने में मुश्किल होगी। कार्य क्षेत्र पर अन्य व्यक्ति आपकी लाचारी का फायदा उठा सकता है। थोड़ा धैर्य रख अच्छे समय की प्रतीक्षा करें। आर्थिक लाभ पाने के लिये ज्यादा परिश्रम करना पड़ेगा। महिलाओ से आवश्यकता अनुसार व्यवहार करें। लोभी प्रवृति नुकसान करा सकती है इससे बचें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपको अवश्य धन लाभ करायेगा कारोबार व्यवसाय में अचानक बढ़ोतरी होगी लेकिन सहकर्मियों का विपरीत व्यवहार से क्रोध भी आयेगा। नौकरी पेशा जातक आज किसी ना किसी कारण अधिकारी वर्ग से परेशान रहेंगे। महिलाये आज गुप्त तरीके से धन संचय करेंगी सौंदर्य प्रसाधन एवं अन्य व्यक्तिगत कार्यो पर खर्च भी करेंगी। परिवार के प्रति अधिक भावनात्मक बनेंगे। आध्यात्म में रूचि होने पर भी समय नहीं दे पाएंगे। व्यसनों से दूर रहें। सरकारी कार्यो में उलझने बढ़ने से भाग-दौड़ व्यर्थ जायेगी। धन के लेन-देन सम्बंधित कार्य आज ना करें। बुजुर्गो की बात ना मानने पर बाद में पछताना पड़ेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपको किसी परिचित से नई व्यवहारिक सीख मिलेगी। आपके मन में भी आज कुछ नया सीखने अथवा करने की भावना रहेगी। आर्थिक दृष्टिकोण से संतुष्टि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर बिक्री बढने से धन की आमद बनेगी। व्यक्तित्व का विकास होने से सामाजिक छवि बेहतर बनेगी। परन्तु पारिवारिक समस्याओं के कारण मन अशांत रहेगा। घर में किसी विवाद के बढ़ने की सम्भवना है। मौन दर्शक बनकर रहने में ही भलाई है। सेहत में थोड़ा बहुत बदलाव आ सकता है। विपरीत लिंगीयो से किसी ग़लतफ़हमी के कारण मतभेद होंगे। धन से अधिक संबंधो को प्राथमिकता देने पर भी शांति नही मिलेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आप निश्चिन्त होकर दिनचार्य बिताएंगे। दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत होगा। मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे। जिस भी कार्य को करने की ठानेंगे उसे हानि-लाभ की परवाह किये बिना पूर्ण करके छोड़ेंगे। आर्थिक स्थिति आज बेहतर रहेगी। स्वयं एवं घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर लेंगे। कार्य व्यवसाय में विस्तार होने के साथ ही सम्मान भी मिलेगा। नौकरी वाले लोगो की पदोन्नति में आरही बाधा दूर होगी। सामाजिक दायरे में वृद्धि होने से अन्य आय के साधन बनेंगे। घर परिवार में आपकी आवश्यकता रहेगी। भाई-बहनों से मित्रवत सम्बन्ध रहेंगे। स्वार्थ सिद्धि की भावना से दूर रहेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन भी आपको कुछ ना कुछ हानि ही करायेगा। परिवार अथवा कार्य क्षेत्र पर कोई दुखद घटना होने की संभावना है किसी भी प्रकार का जोखिम ना लें। आज धन बचाने की जगह अतिरिक्त खर्च होगा। पुरानी गलतियों या व्यवहार की कमी के कारण आज मन में ग्लानि रहेगी। सेहत भी आज विपरीत रहने से मन की बहुप्रतीक्षित इच्छा अधूरी रह सकती है पैतृक संपत्ति के कार्य उलझन बढ़ाएंगे। आज आप दूर की ना सोच नजदीकी लाभों से संतोष करने की वृति अपनायें। घरेलु वातावरण पहले ही अशान्त रहेगा बाहर भी किसी से धन या अन्य विषयों को लेकर बहस होने पर मानसिक अशांति रहेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपकी दिनचार्य में उठापटक लगी रहेगी। आज जिस भी कार्य को करें बीच-बीच मे उसकी समीक्षा अवश्य करले गलत दिशा में जाने की संभावना है। आज आपमे व्यवहारिकता की कमी रहेगी जिससे किसी से काम निकालना मुश्किल होगा। आर्थिक विषय आज खास परेशान करेंगे। भागीदारी के कार्य में हानि होने की संभावना भी है। लंबी यात्रा लाभ की जगह खर्चीली रहेगी एवं इससे कोई विशेष प्रयोजन भी सिद्ध नहीं कर पाएंगे। आज किसी सरकारी उलझन में भी फंस सकते है। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। सर्जरी अथवा अन्य महंगे इलाज अधिक विचार करने के बाद ही कराये।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज भी दिन आपके अनुकूल रहेगा आज आपके साथ लंबे समय तक के लाभ के संबंध जुड़ेंगे। रोजगार के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास आज फलीभूत होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। बेरोजगार व्यक्तियों को भी रोजगार मिलने की सम्भावना बनेगी। आज आपसे बहस में कोई नहीं जीत पायेगा। बड़बोलेपन के कारण महिलाओं के सम्मान में कमी होगी। दिन के उत्तरार्ध में कार्य भार बढ़ने से कमर अथवा अन्य अंगों में दर्द की शिकायत रहेगी। पारिवारिक वातावरण मिला जुला रहेगा। वाहन अथवा अन्य सुख के साधनों की खरीददारी कर सकते है। सामाजिक क्षेत्र पर योगदान देने से ख्याति बढ़ेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिये मिश्रित फलदायक रहेगा। दिन के आरंभ थोड़े विलम्ब से होगा पूजा-पाठ के लिये समय निकालेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज किसी बहुप्रतीक्षित योजना में विलंब होने से मन बेचैन होगा सहयोगी भी मनमानी करेंगे। आज लाभ पाने के लिये आपको स्वयं के सामर्थ्य कार्य करने पढ़ेंगे। आर्थिक रूप से दिन सामान्य रहेगा धन की आमद निर्वाह योग्य होगी लेकिन उधार के व्यवहार ना बढ़ाये परेशानी खड़ी हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा आज ना करें। महिलाओ का व्यवहार रहस्यमय रहेगा। बाहर के लोग आपकी किसी कमजोरी का मजाक बनाएंगे। गृहस्थ जीवन मे संघर्ष अधिक रहेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन भी आपको अनचाहे हालातो का सामना करना पड़ेगा। जिस भी कार्य को करेंगे उसमे व्यवधान आएगा। आपके विचारों अथवा कार्य शैली का विरोध हो सकता है। महिलाये आज अधिक भावुक रहेंगी छोटी मोटी बातो को प्रतिष्ठा से जोड़ेंगी। शारीरिक परिश्रम की अपेक्षा दिमागी परिश्रम को ज्यादा महत्त्व देंगे इसमें सफल भी रहेंगे। गैस कब्ज अथवा स्वसन तंत्र सम्बंधित रोग होने से असहजता होगी। ज्यादा तले भुने खाने से परहेज करें। संतान की पढ़ाई को लेकर भी थोड़ी चिंता रहेगी।
सरकारी कार्यो में भी विलम्ब होगा। सामाजिक क्षेत्र पर अधिक बोलने से बचें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आप का दिन उत्तम रहेगा लेकिन आज आप अनजाने में किसी गलतफहमी के शिकार होंगे जिससे स्नेहीजन से तकरार होगी। कार्य-व्यवसाय के लिए आज दिन शुभ है भाग्य साथ देगा प्रत्येक कार्य में थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी लेकिन सफलता निश्चित मिलेगी। नौकरी वाले लोग आज कार्य भार बढ़ने से असहजता अनुभव करेंगे। कार्यो में कुछ गलती होने की आशंका है इसका दोष किसी अन्य के ऊपर मढने का प्रयास करेंगे। महिलाये आज वैसे तो शांति से अपने कार्य करेंगी लेकिन किसी की टोका-टाकी से परेशान होकर उग्र रूप भी धर सकती है। आर्थिक लाभ सामान्य से उत्तम रहेगा। सरकारी कार्य मे किसी की सहायता मिलने से आसानी होगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन भी आपकी सुख सुविधा में बढ़ोतरी वाला है। परन्तु स्वभाव में लापरवाही भी रहने से इसका पूरा लाभ नही उठा पाएंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। कार्य क्षेत्र से अतिरिक्त आय होगी। रुके हुए कार्य पूर्ण होने से भी धन के स्त्रोत्र बढ़ेंगे। सामाजिक गतिविधियों में पूरा समय ना दे पाने से लोगो से दूरी बन सकती है। संध्या का समय पूर्वनियोजित रहेगा पर्यटन पार्टी की योजना बनाई जाएगी। उत्तम भोजन के साथ गृहस्थ का सुख मिलेगा कुछ समय के लिये पति पत्नी में गरमा गरमी भी होने की सम्भावना है। सन्तानो के ऊपर खर्च करना पड़ेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन भी परिस्थिति लाभदायी बनी रहेगी लेकिन धन कमाने के लिए आपको बौद्धिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। व्यवसाय में आज भूल कर भी किसी को।उधार ना दे डूबने की संभावना अधिक है।कार्य क्षेत्र से कुछ समय निकालकर मित्र परिवार के साथ मनोरंजन में व्यतीत करेंगे परन्तु आज दुर्व्यसनों से दूर रहना अति आवश्यक है शरीर के साथ मान हानि भी होने की संभावना है हालांकि आज परोपकार का शुभ फल भी मिलने की आशा है। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों की कमी होने के बाद भी संतोषजनक धन लाभ हो जाएगा। दाम्पत्य जीवन पहले से बेहतर रहेगा। सन्तानो की प्रगति से आत्मसंतोष होगा।

*”लोग, संसार भर के लोगों से मिलते हैं। पूरा जीवन निकल जाता है। पर अपने आप से बुढ़ापे में जाकर भेंट हो पाती है।”*
व्यक्ति अकेला तो बैठ ही नहीं पाता। उसे अपना समय बिताने के लिए कुछ न कुछ दूसरा चाहिए। *”या तो वह किसी दूसरे व्यक्ति से बात करके अपना समय बिताना (टाइम पास करना) चाहता है। या फिर अपने मनपसंद शौक पूरे करना चाहता है। जैसे खाना पीना, घूमना, सैर सपाटा करना, टीवी देखना, गीत संगीत सुनना, इत्यादि।”*
जब भी कभी वह अकेला बैठता है, तो उसे अपने अतीत की बातें याद आने लगती हैं। कुछ अच्छी, कुछ बुरी। *”उन पुरानी बातों को याद करके कभी वह सुखी हो जाता है, और कभी दुखी होता है।”* अथवा अकेला बैठकर वह भविष्य की योजनाएं बनाता है। तब भी वह कुछ न कुछ संसार की वस्तुओं के बारे में ही सोचता है। चाहे जड़ हो या चेतन, किसी न किसी वस्तु के बारे में चिंतन विचार योजना बनाते हुए अपना समय बिताता (टाइम पास करता) रहता है।
कभी कभार उसकी अपने आप से भी भेंट हो जाती है। अर्थात जब वह अकेला होता है, तब अपने विषय में भी कभी-कभी सोचता है। *”जब व्यक्ति एकांत में बैठकर अपने विषय में सोचता है, तो उसे अपने दोष दुर्गुण बुराइयां आदि दिखने लगते हैं, जिनसे वह घबरा जाता है, और तुरंत ही अकेलापन छोड़कर किसी न किसी अन्य वस्तु से जुड़ जाता है।”* क्योंकि अपने आप का सामना करना बहुत कठिन होता है। *”अपने दोषों से संघर्ष करना, उनको दूर करना, बहुत कष्टदायक होता है। इसलिए व्यक्ति एकांत में बैठना नहीं चाहता। अकेला नहीं रहना चाहता।”* इसी प्रकार से, धीरे-धीरे पूरा जीवन बीत जाता है। जीवन की शाम हो जाती है, अर्थात बुढ़ापा आ जाता है।
अब उसे कुछ समझ में आता है, कि *”मैंने सारा जीवन खो दिया. कुछ विशेष प्रगति नहीं की. कुछ आध्यात्मिक उन्नति नहीं की. कुछ आत्मा परमात्मा को नहीं जाना. अब तो शक्ति समाप्त हो गई. अब बहुत इच्छा है, शास्त्रों को पढ़ने की, सुनने की, समझने की.”* परंतु शक्ति न रहने से वह कुछ विशेष पुरुषार्थ कर नहीं पाता। ईश्वर का ध्यान करने बैठता है, तो उसमें भी मन नहीं लगता, क्योंकि संसार की मोहमाया में वह बहुत अधिक फंस चुका है। *”स्वयं अपने विषय में चिंतन करता है, तो वह स्वयं को भी अधिक जान नहीं पाता, क्योंकि अब तक उसने शास्त्रों का अध्ययन भी कुछ विशेष नहीं किया है।”*
दूर दूर तक व्यक्ति लोगों से मिलने जाता है। दिल्ली से मुंबई, कोलकाता, चेन्नई आदि दूर-दूर की यात्राएं करके अपने मित्रों रिश्तेदारों से मिलता है। *”ये दूरियां तो किलोमीटरों की हैं। परंतु स्वयं से तो ऐसी कोई किलोमीटरों वाली दूरी नहीं है। स्वयं से तो सुबह शाम कभी भी मिल सकते हैं। कभी तो मिलें। स्वयं से भी कुछ समय प्रतिदिन भेंट किया करें। और थोड़ा ईश्वर का भी ध्यान किया करें, ताकि वृद्धावस्था में पछताना न पड़े।”*
—- *स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक, रोजड़, गुजरात।

 

ऊ चन कस्बे हस्तरेखा ज्योतिष: 🌼ज्योतिष युति 🌼

आइए पढे .विभिन्न ग्रहों की युति-प्रतियुति के क्या फल हो सकते हैं –

पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष हस्तरेखा विशेषज्ञ 9919242815 निशुल्क परामर्श उपलब्ध

1. सूर्य-गुरु : उत्कृष्ट योग, मान-सम्मान, प्रतिष्ठा, यश दिलाता है। उच्च शिक्षा हेतु दूरस्थ प्रवास योग तथा बौद्धिक क्षेत्र में असाधारण यश देता है।

2. सूर्य-शुक्र : कला क्षेत्र में विशेष यश दिलाने वाला योग होता है। विवाह व प्रेम संबंधों में भी नाटकीय स्थितियाँ निर्मित करता है।

3. सूर्य-बुध : यह योग व्यक्ति को व्यवहार कुशल बनाता है। व्यापार-व्यवसाय में यश दिलाता है। कर्ज आसानी से मिल जाते हैं।

4. सूर्य-मंगल : अत्यंत महत्वाकांक्षी बनाने वाला यह योग व्यक्ति को उत्कट इच्छाशक्ति व साहस देता है। ये व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में अपने आपको श्रेष्ठ सिद्ध करने की योग्यता रखते हैं।
जब दो ग्रह एक ही राशि में हों तो इसे ग्रहों की युति कहा जाता है। जब दो ग्रह एक-दूसरे से सातवें स्थान पर हों अर्थात् 180 डिग्री पर हों, तो यह प्रतियुति कहलाती है। अशुभ ग्रह या अशुभ स्थानों के स्वामियों की युति-प्रतियुति अशुभ फलदायक होती है।

5.सूर्य-शनि : अत्यंत अशुभ योग, जीवन के हर क्षेत्र में देर से सफलता मिलती है। पिता-पुत्र में वैमनस्य, भाग्य का साथ न देना इस युति के परिणाम हैं।

6. सूर्य-चंद्र : चंद्र यदि शुभ योग में हो तो यह यु‍ति मान-सम्मान व प्रतिष्ठा की दृष्टि से श्रेष्ठ होती है, मगर अशुभ योग होने पर मानसिक रोगी बना देती है।

7. चंद्र-मंगल : यह योग व्यक्ति को जिद्‍दी व अति महत्वाकांक्षी बनाता है। यश तो मिलता है, मगर स्वास्थ्‍य हेतु यह योग हानिकारक है। रक्त संबंधी रोग होते हैं।