*༺𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝༻*
*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*
*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_रविवार, ३० जुलाई २०२३_*
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सूर्योदय: 🌄 ०५:५४
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१२
चन्द्रोदय: 🌝 १७:१९
चन्द्रास्त: 🌜०३:२३
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास 👉श्रावण (प्रथम, अधिक)
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 द्वादशी (१०:३४
से त्रयोदशी)
नक्षत्र 👉 मूल 👉 (२१:३२
से पूर्वाषाढ)
योग 👉 इन्द्र 👉 (०६:३४
से वैधृति)
प्रथम करण👉बालव(१०:३४तक
द्वितीय करण 👉 कौलव
(२१:०४ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 वृश्चिक
मंगल🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟सिंह (उदय, पश्चिम, मार्गी)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र🌟सिंह (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:५०
अमृत काल 👉 १५:४१ से १७:०९
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:३४ से २१:३२
रवियोग 👉 २१:३२ से ०५:३५
विजय मुहूर्त 👉 १४:३९ से १५:३४
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:१२ से १९:३३
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१२ से २०:१४
निशिता मुहूर्त 👉 ००:०३ से ००:४४
होमाहुति 👉 शनि (२१:३२ से चन्द्र)
दिशाशूल 👉 पश्चिम
राहु काल 👉 १७:३० से १९:१२
राहुवास 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पाताल (१०:३४ से पृथ्वी)
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 कैलाश पर (१०:३४ से नन्दी पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पूर्व-उत्तर (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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प्रदोष व्रत आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २१:३२ तक जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (यो, भ, भी) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (भू, धा, फा) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – ०४:३९ से ०७:००
सिंह – ०७:०० से ०९:१९
कन्या – ०९:१९ से ११:३७
तुला – ११:३७ से १३:५८
वृश्चिक – १३:५८ से १६:१७
धनु – १६:१७ से १८:२१
मकर – १८:२१ से २०:०२
कुम्भ – २०:०२ से २१:२८
मीन – २१:२८ से २२:५१
मेष – २२:५१ से ००:२५
वृषभ – ००:२५ से ०२:२०
मिथुन – ०२:२० से ०४:३५
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:३४ से ०७:००
मृत्यु पञ्चक – ०७:०० से ०९:१९
अग्नि पञ्चक – ०९:१९ से १०:३४
शुभ मुहूर्त – १०:३४ से ११:३७
रज पञ्चक – ११:३७ से १३:५८
शुभ मुहूर्त – १३:५८ से १६:१७
चोर पञ्चक – १६:१७ से १८:२१
शुभ मुहूर्त – १८:२१ से २०:०२
रोग पञ्चक – २०:०२ से २१:२८
शुभ मुहूर्त – २१:२८ से २१:३२
मृत्यु पञ्चक – २१:३२ से २२:५१
रोग पञ्चक – २२:५१ से ००:२५
शुभ मुहूर्त – ००:२५ से ०२:२०
मृत्यु पञ्चक – ०२:२० से ०४:३५
अग्नि पञ्चक – ०४:३५ से ०५:३५
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज दिन भर स्वास्थ्य नरम रहने से शारीरिक क्षमता कम रहेगी। कार्यो का बोझ बढ़ने से काफी परेशानी अनुभव करेंगे फिर भी आपको व्यर्थ की दौड़-धुप करनी पड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर आज दिन भर का परिश्रम बेकार जाएगा प्रतिस्पर्धी आज आपको प्रलोभन में डालेंगे हानि ना हो जाए इसका भी विशेष ध्यान रखें। अव्यवस्था को सुधारने मे दिन का अधिकांश समय ख़राब होगा। लाभ और खर्च बराबर रहेंगे। परिवार में संपत्ति सम्बंधित विवाद बन सकता है जल्दबाजी में कोई निर्णय ना लें अन्यथा धन एवं सम्मान दोनों की हानि हो सकती है।व्यवसाय की खीज घर मे उतारने से मतभेद ज्यादा गहरायेंगे। नए कार्यो की शुरुरात अथवा निवेश से आज दूर रहें। संध्या बाद से स्थिति सुधरने लगेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके पक्ष में रहेगा। प्रतिस्पर्धियों पर आसानी से विजय पा लेंगे। दिन कार्य क्षेत्र पर भी अनुकूलता से भरा रहेगा पूर्व में किये परिश्रम का फल मिलने लगेगा। आज सभी कार्यो में आपके लिये प्रवेश द्वार खुले नजर आएंगे। वरिष्ठ जनों से सरलता से अपनी बात मनवा लेंगे। अपने विचार खुल कर प्रकट करने में सफल रहेंगे अधिकारी वर्ग आप पर भरोसा दिखाएँगे। व्यावसायिक कारणों से यात्रा भी करनी पड़ सकती है जो की लाभदायक रहेगी। सरकारी कार्यो को मध्यान से पहले करे अन्यथा विलम्ब हो सकता है। स्त्री वर्ग से आज लाभ होगा साथ-साथ माथा पच्ची भी करनी पड़ेगी। गृहस्थ सुख का आनंद अधिक व्यस्तता के चलते कम ही ले पाएंगे। सेहत भी आज उत्तम रहेगी। संगीत अभिनय में रूचि बढ़ेगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन भी आपका सामान्य से अधिक उत्तम रहेगा। आपकी महात्त्वकांक्षाओ की पूर्ती होने से दिन भर आनंदित रहेंगे। बस सेहत को लेकर आज थोड़ा आशंकित रहेंगे सर्दी लगने का भय है सावधान रहें। नौकरी पेशा एवं व्यापारियों को अनुकूल वातावरण मिलने से निसंकोच होकर निर्णय ले पाएंगे जिसका फल शीघ्र ही देखने को मिलेगा। मध्यान के बाद का समय आमदनी में बढ़ोतरी कराएगा। सामाजिक सम्मान बढेगा। परिजनों एवं मित्रो के प्रति अत्यधिक दयालुता परेशानी में डाल सकती है सोच समझ कर ही कोई निर्णय लें। धन लाभ के अवसर रुक रुक कर मिलते रहेंगे इनको हाथ से ना जाने दें। संध्या के बाद मौज-शौक में वृद्धि होगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। शारीरिक स्फूर्ति रहने से कार्यो में उत्साह रहेगा। रुके हुए कार्य थोड़े से प्रयास से पूर्ण होंगे। आज बनाई नई योजनाएं संध्या के समय अधिक फलीभूत होंगी। सामाजिक कारणों के लिए भी समय निकालना पड़ेगा। सरकारी कार्य आज करना ठीक रहेगा निश्चित सफलता मिलेगी। संध्या के समय धन की आमद होने से आर्थिक स्थिति सुधरेगी। व्यवहार कुशलता से बिगड़े काम बना लेंगे। आप में थोड़ी स्वार्थ सिद्धि की भावना भी रहेगी। मित्र रिश्तेदारो के साथ लंबी यात्रा की योजना बनेगी घर मे किसी की जिद पूरी करने के कारण छोटा मोटा खर्च भी लगा रहेगा। संध्या बाद सेहत में थोड़ा उतार चढ़ाव रहेगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपके गलत व्यवहार के कारण स्वयं एवं परिजनों को परेशानी में डाल सकते है। सेहत भी साथ नहीं देने से वाणी में तीखापन आएगा प्रियजनों से दूरी बढ़ेगी। आज आप हर मामले में लापरवाह रहेंगे जिस कारण सामाजिक स्तर गिर सकता है। मध्यान तक का समय उदासीनता से भरा रहेगा किसी गुप्त कारण से मन में दुविधा बनेगी। कार्य व्यवसाय भी मंद रहने से आर्थिक लाभ के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। खर्च बने रहने से संचित धन में कमी आएगी। शेयर के कार्य में निवेश से लाभ की सम्भवना अधिक है। परिवार में तालमेल की कमी रहेगी फिर भी स्त्री से भावनात्मक सम्बन्ध रहेंगे। लघु यात्रा होगी। दुर्व्यसनों में धन व्यर्थ होने से बचें। विवेक से कार्य करें।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज भी परिस्थितयां आपके पक्ष में रहने से लाभ के कई अवसर मिलेंगे। व्यवसाय में वृद्धि होने से आय बढ़ेगी नविन स्त्रोत्रों से भी धन लाभ होगा निवेश के लिए दिन अत्यन्त शुभ है। आर्थिक प्रयोजन पूर्ण होने से सुख के साधनो में वृद्धि करेंगे इन पर खर्च भी अधिक रहेगा। सामाजिक अथवा धार्मिक आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाएंगे सामाजिक मेलजोल बढेगा मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। मध्यान बाद विरोधियो से थोड़ा संभल कर चलें आपका हंसना भी किसी के दिल को अखरेगा परिवारिक वातावरण में स्वार्थ सिद्धि अधिक रहेगी परिजन कामना पूर्ति के लिये मीठा व्यवहार करेंगे अन्यथा नाराज होंगे। पर्यटन अथवा तीर्थ यात्रा की योजना बनाएंगे। सेहत छूट पुट बातो को छोड़ ठीक रहेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आप थोड़ा धैर्य धारण करेंगे। व्यापारी वर्ग आज प्रातः काल से ही कार्य में लग जाएंगे लेकिन कार्य क्षेत्र पर मंदी के चलते आज आपका ध्यान भटक सकता है। मध्यान के बाद नरम सेहत भी कार्यो में थोड़ा व्यवधान डाल सकती है परन्तु जिस कार्य को हाथ में लेंगे उसे पूरा ही करके छोड़ेंगे। पूर्व में लिए निर्णय से थोड़ा बहुत धन लाभ होगा संध्या के समय आकस्मिक धन मिलने से दिन भर की कसर पूरी कर लेंगे सरकारी अथवा कमीशन के कार्य में अधिक लाभ की सम्भवना है। धर्म-कर्म में भी रूचि दिखाएँगे धार्मिक अनुष्ठान अथवा यात्रा का आयोजन कर सकते है। परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर भी मिलेंगे घर में खर्च लगे रहेंगे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपको सुख शांति प्रदान करेगा। दिन के आरम्भ में खालीपन अनुभव करेंगे। समय व्यतीत करने के लिए मनोरंजन के साधन तलाशेंगे इसमें मित्रो का सहयोग मिलेगा। परंतु मध्यान के बाद कार्यो में व्यस्तता रहने से मनोरंजन के कार्यक्रम रद्द करने पड़ेंगे। कुछ दिनों से चल रही खींच तान कम होने से राहत अनुभव होगी। कार्य क्षेत्र पर केवल धन लाभ पाने के उद्देश्य से कार्य ना करे व्यवहार में कुशलता एवं मिठास रखने से अप्राप्त लक्ष्मी भी प्राप्त कर सकते है।
परिजनों के साथ संबंधो में थोड़ी खटास रहने से मन भारी होगा फिर भी शांत ही रहेगी। संध्या बाद पर्यटन मनोरंजन की योजना बनाएंगे।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा। सेहत असामान्य होने से शारीरिक दुर्बलता अनुभव होगी। कार्यो को आज बेमन से करना पड़ेगा। जिस कार्य को करने के लिये सब मना करेंगे उन्ही को करने में।आंनद आएगा लेकिन परिश्रम आकस्मिक धन लाभ के रूप में मिल जाएगा फिर भी जोखिम के कार्यो में निवेश से बचें।भागीदारी के कार्यो में भी हानि की सम्भवना है। नए कार्यो में निवेश अनुभवी की सलाह लेकर करे भविष्य में लाभ मिलेगा। आर्थिक कारणों से अथवा घर मे कोई नुकसान होने से किसी परिजन से बहस भी हो सकती है। भीड़ भाड़ वाली जगह चोरी होने का डर है सावधान रहें।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा परन्तु आज कार्यो के प्रति लापरवाही अधिक करेंगे जिससे बनते काम बिगड़ भी सकते है। आर्थिक प्रयोजन सरलता से बनेंगे। आज आप भागीदारी के कार्यो पर भी विचार करेंगे। संध्या बाद परिस्थितियां बदलने के कारण महत्त्वपूर्ण कार्य पहले ही निपटा लें। इसके बाद बनते कार्यो में व्यवधान आने लगेगा। मन दुविधा में फंसने के कारण निर्णय क्षमता गवां देंगे। मेहनत का सार्थक फल नहीं मिलने से निराशा होगी। कोई भी अनैतिक कार्य करने से पहले परिणाम ध्यान में रखें। धार्मिक अथवा ऐतिहासिक पर्यटन की इच्छा व्यस्तता के चलते निरस्त करनी पड़ सकती है। गृहस्थ जीवन में भावनात्मक सम्बन्ध बनेंगे।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपकी इच्छापूर्ति होने वाली है परंतु इसके लिए दृढ़संकल्प शक्ति की अधिक आवश्यकता पड़ेगी। काल्पनिक दुनिया को छोडे लाभ-हानि आपकी मानसिकता के ऊपर निर्भर करेंगे। संकीर्णता त्याग दिल खोल जिम्मेदारी के साथ कार्य करें बेझिझक आर्थिक व्यवहार करें आगे के लिए फायदेमंद साबित होगा। बड़े बुजुर्गों अथवा अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलने से इच्छित सफलता पा लेंगे। मित्र परिचितों से नए सुझाव मिलेंगे।
खान-पान में भी संयम बरते पेट सम्बंधित समस्या हो सकती है। प्रेम प्रसंगों को लेकर असमंजस रहेगा स्त्री वर्ग से आकर्षण बढेगा परंतु ज्यादा खुलापन मान हानि करा सकता है सतर्क रहें।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आपका आज का दिन मध्यम लाभदायक रहेगा। परिश्रम की अधिकता रहने से थकान अनुभव करेंगे। सरकारी कार्यो में भाग-दौड़ के बाद सफलता मिल ही जायेगी। व्यापारिक गतिविधियों की व्यस्तता के चलते परिवार की अनदेखी करनी पड़ेगी। कार्यो में थोड़े परिश्रम से अधिक सफलता पा लेंगे। आत्मविश्वाश कल की तुलना में बढ़ा हुआ रहेगा। परंतु आपको कोई ना कोई कमी भी अनुभव होगी। बड़बोले पन के कारण मुसीबत में फस सकते है सतर्क रहें। मध्यान के बाद स्थिति में सुधार आने से आर्थिक आयोजन कर पाएंगे धन का आगमन होने से थकान भूल जाएंगे। मित्र परिजनों के साथ सामाजिक अथवा धार्मिक आयोजन में सम्मिलित होने के अवसर टालेंगे। संतानों पर ध्यान दें।
भारत में कई सदियों पहले एक पुस्तक – (#मेरुतुंगाचार्य_रचित_प्रबन्ध_चिन्तामणि) आई थी जिसमें महान लोगों के बारे में कई हस्तलिखित कहानियाँ थी। कोई कहता है पुस्तक १३१० के दशक में आई तो कोई उसे १३६० के दशक का मानता है, १३१० वाले ज़्यादा लोग हैं।
विषय वो नहीं है, किताब का १४ वीं शताब्दी का होना ही काफी है। उसमें राजा भोज पर भी कई कहानियां है जिसमें से एक ये है, जिसे थोड़ा ध्यान से पढ़ा जाना चाहिए –
एक रात अचानक आँख खुल जाने से राजा भोज ने देखा कि चाँदनी के छिटकने से बड़ा ही सुहावना समय हो रहा है, और सामने ही आकाश में स्थित चन्द्रमा देखने वाले के मन मे आल्हाद उत्पन्न कर रहा है। यह देख राजा की आँखें उस तरफ अटक गई और थोड़ी देर में उन्होने यह श्लोकार्ध पढ़ा –
यदेतइन्द्रान्तर्जलदलवलीलां प्रकुरुते।
तदाचष्टे लेाकः शशक इति नो सां प्रति यथा॥
अर्थात् – “चाँद के भीतर जो यह बादल का टुकड़ा सा दिखाई देता है लोग उसे शशक (खरगोश) कहते हैं। परन्तु मैं ऐसा नहीं समझता।”
संयोग से इसके पहले ही एक विद्वान् चोर राज महल मे घुस आया था और राजा के जाग जाने के कारण एक तरफ छिपा बैठा था।
जब भोज ने दो तीन वार इसी श्लोकार्ध को पढ़ा और अगला श्लोकार्ध उनके मुँह से न निकला तब उस चोर से चुप न रहा गया और उसने आगे का श्लोकार्ध कह कर उस श्लोक की पूर्ति इस प्रकार कर दी-
अहं त्विन्दु मन्ये त्वरिविरहाक्रान्ततरुणो।
कटाक्षोल्कापातव्रणशतकलङ्काङ्किततनुम्॥
अर्थात् – “मै तो समझता हूं कि तुम्हारे शत्रुओ की विरहिणी स्त्रियों के कटाक्ष रूपी उल्काओं के पड़ने से चन्द्रमा के शरीर में सैकड़ों घाव हो गए हैं और ये उसी के दाग़ हैं।”
अपने पकड़े जाने की परवाह न करने वाले उस चोर के चमत्कार पूर्ण कथन को सुनकर भोज बहुत खुश हुये और सावधानी के तौर पर उस चोर को प्रातःकाल तक के लिये एक कोठरी मे बंद करवा दिया। परंतु उस समय विद्वता की पूछ परख ज्यादा थी सो अगले दिन प्रातः उसे भारी पुरस्कार देकर विदा किया गया।
लगभग 250 साल के लंबे अंतराल के बाद, गेलेलियों ने ३० नवंबर सन १६०९ को पहली बार टेलिस्कोप से चंद्रमा देखा और अपनी डायरी में नोट किया कि, “चंद्रमा की सतह चिकनी नहीं है जैसी कि मानी जाती थी (क्योंकि केवल आंखो से वह ऐसी ही दिखती है), बल्कि असमतल और ऊबड़-खाबड़ है।”
वहाँ उन्हे पहाड़ियाँ और गढ़हों जैसी रचनाएँ नज़र आई थी। उन्होने टेलिस्कोप से खुद के देखे चंद्रमा एक स्केच भी अपनी डायरी में बनाया।
कहानी का सार बस इतना है कि जिस समय चर्च यह मानता था कि रात का आसमान एक काली चादर है, जिसमें छेद हो गए और उसमे से स्वर्ग का प्रकाश तारों के रूप में दिख रहा है, उस समय भारत के एक चोट्टे को भी ये पता था कि चंद्रमा की सतह समतल नहीं है और उस पर जो दाग हैं वो उल्काओं के गिरने से बने हैं। बात खत्म। इस कुल मिलाकर मेरुतुंगाचार्य रचित प्रबन्ध चिन्तामणि में चंद्रमा के उतंग मंतंग के घावों वर्णन है जब उन घावों को टैलिस्कोप से पहलीबार देखा गया तो वे वैसे ही निकले जैसे भोज के समय और पुराणों में बताया गया है
अब ये अलग बात है कि स्वयंभू वामपंथी इतिहासकारों, सेक्युलरता के घातक रोग से पीड़ित लिबरलों, और खुद पर ही शर्मिंदा कुछ भारतीय अंग्रेजों को यह बात आज भी नहीं पता, क्योंकि ना तो उन्हे इतिहास का अध्ययन करना आता है और ना ही उनमें इतनी क्षमता ही है।
जय श्री राम🚩🚩🙏 धन्य हैं भारत भूमि और यहां के लोग (साभार प्रतिलिपि)
धर्म अधर्म के बीच संघर्ष में यदि आप निरपेक्ष हैं, तो आप अधर्म का साथ देते हैं,
ऐसा भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है…!
भीम ने जब गदा युद्ध के नियम तोड़ते हुए दुर्योधन को कमर के नीचे मारा, ये देख बलराम बीच में आए और भीम की हत्या करने की ठान ली।
तब श्रीकृष्ण ने अपने भाई बलराम से कहा… आपको कोई अधिकार नहीं है इस युद्ध में बोलने का क्योंकि आप निरपेक्ष रहना चाहते थे ताकि आपको न कौरवों का, न पांडवों का साथ देना पड़े।
इसलिए आप चुपचाप तीर्थ यात्रा का बहाना करके निकल लिए।
(१) भीम को दुर्योधन ने विष दिया तब आप निरपेक्ष रहे।
(२) पांडवों को लाक्षागृह में जलाने का प्रयास किया गया, तब आप निरपेक्ष रहे।
(३) द्यूत क्रीड़ा में छल किया गया, तब आप निरपेक्ष रहे।
(४) द्रौपदी का वस्त्रहरण किया, आप निरपेक्ष रहे।
(५) अभिमन्यु की सारे युद्ध नियम तोड़ कर हत्या की गयी, तब भी आप निरपेक्ष रहे।
आपने निरपेक्ष रह कर, मौन रह कर, दुर्योधन के हर अधर्म का साथ ही दिया! अब आपको कोई अधिकार नहीं है कि आप कुछ बोलें।
क्योंकि धर्म अधर्म के युद्ध में अगर आप निरपेक्ष रहते हैं तो आप भी अधर्म का साथ दे रहे होते हैं…
आज हमारा ये देश 712 ई. से धर्म युद्ध लड़ रहा है और हर नागरिक इसमें एक सैनिक है!
यदि मैं निरपेक्ष रह कर अधर्म को बढ़ावा देता हूँ तो मुझे भी अधिकार नहीं है शिकायत करने का कि देश में ऐसा वैसा बुरा क्यों हो रहा है, यदि मैं उस अधर्म का विरोध नहीं करता। इस कारण धर्म निरपेक्षता का लाभ अधर्मी को ही मिलता है
अतः यह देश के हर नागरिक का कर्त्तव्य है कि राष्ट्रहित में जो है उसका साथ दे।
जय श्री कृष्ण जय श्री राम 🚩🚩