आज का पंचाग आपका राशि फल, इसरो के अध्यक्ष श्री सोमनाथ द्वारा वेदों में साइंस होने की बात कहने मात्र से बुद्धि विलासियों में खलबली, 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO की स्थापना करने वाले विक्रम साराभाई की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु का अनावरण चाहता है देश

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*यदि सब ठीक अच्छा चल रहा है*
*तो उसका आनन्द लेतें रहें क्योंकि* समय स्थाई नहीं है। 

*यदि कुछ बुरा चल रहा है …*

*तो चिन्ता न करें, क्योंकि*
*वो भी स्थाई नहीं है…*
*सुप्रभात*…🙏🏽

*𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝*
*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*

*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_शनिवार, २६ अगस्त २०२३_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*

सूर्योदय: 🌄 ०६:०७
सूर्यास्त: 🌅 ०६:५०
चन्द्रोदय: 🌝 १५:०१
चन्द्रास्त: 🌜०१:०३
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास 👉श्रावण(द्वितीय, शुद्ध)
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 दशमी (००:०८ से
एकादशी)
नक्षत्र 👉ज्येष्ठा(०८:३७ से मूल)
योग👉विष्कुम्भ(१६:२७ से प्रीति)
प्रथम करण👉तैतिल(१३:१०तक)
द्वितीय करण👉गर(००:०८ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 धनु (०८:३७ से)
मंगल🌟कन्या(उदित,पश्चिम,मार्गी
बुध🌟सिंह (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र🌟कर्क (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५३ से १२:४४
अमृत काल 👉 ०१:१४ से ०२:४४
रवियोग 👉 पूरे दिन
विजय मुहूर्त 👉 १४:२८ से १५:२०
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४७ से १९:०९
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४७ से १९:५३
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से ००:४१
ब्रह्म मुहूर्त 👉 ०४:२२ से ०५:०६
राहुकाल 👉 ०९:०४ से १०:४१
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १३:५६ से १५:३३
होमाहुति 👉 शुक्र (०८:३७ से शनि)
दिशाशूल 👉 पूर्व
नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (०८:३७ तक)
अग्निवास 👉 पाताल (००:०८ से पृथ्वी)
चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व ०८:३७ से)
शिववास 👉 सभा में (००:०८ से
क्रीड़ा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पूर्व-उत्तर (वायविंडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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बुध अस्त ०७:०१ पर, विवाहादि मुहूर्त तुला- -कर्क लग्न (प्रात: ०९:५५ से अतंरात्रि ०५:२६) तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:४१ से ०९:१६ तक आदि ।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०८:३७ तक जन्मे शिशुओ का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (यू) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ये, यो, भ, भी) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – ०५:१४ से ०७:३३
कन्या – ०७:३३ से ०९:५१
तुला – ०९:५१ से १२:१२
वृश्चिक – १२:१२ से १४:३१
धनु – १४:३१ से १६:३५
मकर – १६:३५ से १८:१६
कुम्भ – १८:१६ से १९:४२
मीन – १९:४२ से २१:०५
मेष – २१:०५ से २२:३९
वृषभ – २२:३९ से ००:३४
मिथुन – ००:३४ से ०२:४९
कर्क – ०२:४९ से ०५:१०
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०५:५० से ०७:३३
शुभ मुहूर्त – ०७:३३ से ०८:३७
चोर पञ्चक – ०८:३७ से ०९:५१
शुभ मुहूर्त – ०९:५१ से १२:१२
रोग पञ्चक – १२:१२ से १४:३१
शुभ मुहूर्त – १४:३१ से १६:३५
मृत्यु पञ्चक – १६:३५ से १८:१६
अग्नि पञ्चक – १८:१६ से १९:४२
शुभ मुहूर्त – १९:४२ से २१:०५
मृत्यु पञ्चक – २१:०५ से २२:३९
अग्नि पञ्चक – २२:३९ से ००:०८
शुभ मुहूर्त – ००:०८ से ००:३४
रज पञ्चक – ००:३४ से ०२:४९
शुभ मुहूर्त – ०२:४९ से ०५:१०
चोर पञ्चक – ०५:१० से ०५:५१
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन कुछ प्रतिकूल परिस्थितियां बनेगी लेकिन धार्मिक प्रवृत्ति एवं पूर्व संचित पुण्य इससे बाहर निकालने में सहायता करेंगे। दिन के आरंभ में बौद्विक परिश्रम करना पड़ेगा इसका लाभ सम्मान के रूप में अवश्य मिलेगा। आर्थिक रूप से आज का दिन सामान्य रहेगा अधिकांश कार्यो में केवल आश्वासन से ही काम चलाना पड़ेगा। सेहत का भी आज ध्यान रखें पेट खराब होने से अन्य शारीरिक अंगों में शिथिलता आएगी। पारिवारिक वातावरण तालमेल की कमी के कारण बिखर सकता है। लघु यात्रा से लाभ हो सकता है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आप किसी इच्छा पूर्ति को लेकर जिद पर अडंगे जिससे परिवार का वातावरण कुछ समय के लिए अशांत बनेगा। व्यवहारिकता स्वभाव में कम रहेगी इसका दुष्परिणाम कार्य क्षेत्र पर देखने को मिलेगा संध्या से पहले सभी आवश्यक कार्यो को पूर्ण कर लें इसके बाद सफलता में संशय रहेगा। विपरीत लिंगीय के प्रति अधिक भावुकता आर्थिक हानि कराएगी दिखावे पर फिजूल खर्च हो सकता है। व्यवसायी एवं नौकरी पेशा जातक मनोरंजन की योजना बनाएंगे। धन का निवेश अथवा उधारी आज ना करें। मानसिक खींचतान अधिक रहेगी धैर्य से काम ले।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। कार्य क्षेत्र पर लाभ के कई अवसर मिलेंगे परन्तु अन्य कामो में उलझने के कारण इनमे से कुछ एक ही हाथ लग पाएंगे। नौकरी पेशा जातक कामो को जल्दी निपटाने के चक्कर मे कोई बड़ी भूल कर सकते है सतर्क रहें। परिजनों अथवा रिश्तेदारों से आपसी संबंधों में व्यवहारिकता मात्र ही रहेगी स्वार्थवश व्यवहार करेंगे। घर के बड़े लोग आज अकारण ही नाराज हो सकते है। संध्या बाद कोई शुभ समाचार मिलने से मानसिक शांति मिलेगी। धन के लेन देन में स्पष्टता रखें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आपके लिए आज का दिन लाभदायी तो रहेगा परन्तु लाभ कमाने के चक्कर मे आज शरीर की अनदेखी करना आगे भारी पड़ सकता है। कुछ दिनों से जिस वस्तु की कामना कर रहे थे आज उसकी प्राप्ति होने से मन प्रफुल्लित रहेगा। आज धन लाभ के साथ साथ खर्च में भी बढ़ोतरी होगी फिर भी आर्थिक संतुलन बना रहेगा। भाई बंधुओ का साथ मिलने से शत्रुओं पर आसानी से विजय पा लेंगे लेकिन आज घर का ही कोई सदस्य आपके भेदों को सार्वजनिक कर सकता है सतर्क रहें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन सामान्य ही रहेगा फिर भी अतिआत्मविश्वास की भावना हानि करा सकती है इसका ध्यान रखे। कार्य क्षेत्र पर थोड़ी तू तू में में होने की सम्भवना है धन को लेकर आज किसी से वैर ना करें भविष्य के लिए हानिकारक रहेगा। आर्थिक उलझने दिन के मध्यान तक परेशान करेंगी इसके बाद आकस्मिक लाभ होने से थोड़ी राहत मिलेगी। परिवार के सदस्यों की फरमाइश पूरी ना होने पर अशांति फैलेगी इसका निराकरण शीघ्र करे। मनोरंजन के अवसर आज मुश्किल से ही मिलेंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन का अधिकांश भाग भी आपके लिए कलहकारी रहेगा। आर्थिक स्थिति भी गड़बड़ाने से क्रोध अधिक आएगा। संबंधों के प्रति लापरवाह रहेंगे जिससे घर मे अशांति के प्रसंग ज्यादा बढ़ेंगे। पारिवारिक सदस्य के आज आपके विचार मेल नही खाएंगे। व्यवसायी वर्ग मध्यान बाद तक व्यापार को लेकर परेशान रहेंगे इसके बाद स्थिति में सुधार आएगा परन्तु आपकी छोटि मानसिकता आज ओरो को परेशान करेगी। सेहत का भी ध्यान रखें असंयमित दिनचर्या हानि पहुचायेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आप बड़ी-बड़ी योजनाए बनाएंगे लेकिन इनको साकार रूप देने में असफल रहेंगे फिर भी आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन आशा के अनुरूप ही रहेगा। धन लाभ रुक-रुक कर परन्तु प्रचुर मात्रा में होगा जिससे अपनी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर सकेंगे। फिजूल के खर्च भी मध्यान के बाद अकस्मात ही बढ़ेंगे इनकी परवाह आज नही करेंगे। परिजन आज आपसे प्रसन्न रहेंगे लेकिन पति-पत्नि ने मामूली नोक-झोंक हो सकती है। संध्या के समय थकान ज्यादा रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन परिस्थिति ने सुधार आपके व्यवहार के ऊपर निर्भर करेगा बात बात पर खींज निकालने से पारिवारिक माहौल गर्म रहेगा। दाम्पत्य जीवन मे तालमेल की कमी रहने से कड़वाहट बढ़ेगी। आर्थिक रूप से भी संध्या बाद ही थोड़ी तसल्ली मिल सकेगी। व्यवसायी वर्ग किसी की सहायता की आस लगाए रहेंगे जिसमे संभवतया निराशा मिलेगी। नौकरी पेशा जातक आज आराम के मूड में अधिक रहने से कार्यो को पूर्ण नही कर सकेंगे। आस-पड़ोसियों से आज विवेकी व्यवहार रखें झड़प हो सकती है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपका आज का दिन मिलाजुला रहेगा दिन का आरंभिक भाग शुभ समाचारो की प्राप्ति कराएगा मध्यान के समय व्यावसायिक अथवा अन्य कार्यो में व्यस्त रहेंगे इसका परिणाम सांध्य के आस-पास ही मिल सकेगा लाभ आज आशा के अनुरूप ही रहेगा। आवश्यक कार्य आज ही पूरा कर लें इसके बाद व्यवधान आने लगेंगे। नौकरी पेशा जातक अधिकारियों से नाराज होंगे। संध्या के समय रमणीक स्थानों की यात्रा की योजना बनेगी। घर मे आज झगड़ा हो सकता है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपकी किसी मनोकामना पूर्ति की उम्मीद टूटने से मन दुखी रहेगा। व्यवसायी वर्ग आज पैसो के लेन देन में अत्यंत सावधानी बरतें धन के डूबने अथवा फंसने की सम्भवना है। परिजनों से वैर विरोध की भावना रहने से घर का वातावरण उदासीन रहेगा फिर भी महिलाये शांति बनाने के लिए पहल करेंगी। संध्या बाद का समय थोड़ा राहत प्रदान करेगा धन लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन अहंकार के कारण हाथ से ना निकले इसका ध्यान रखें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप लक्ष्य बनाकर कार्य करें अन्यथा मूल उद्देश्य से भटक सकते है दिन लाभदायी है इसका सदउपयोग करें। बेरोजगार लोग थोड़ा अधिक प्रयास करें तो सफलता अवश्य मिलेगी। सरकारी अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य संध्या से पहले पूर्ण करने का प्रयास करें इसके बाद हानि हो होगी। दूर प्रदेश से आज नए संबंध जुड़ेंगे परन्तु इनसे आर्थिक लाभ की आशा ना रखें। समाज के वरिष्ठ व्यक्ति का व्यवहार कुछ देर के लिए परेशानी में डालेगा। मित्र परिचितों के साथ पिकनिक पार्टी की योजना बनेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपको अधिकांश कार्यो में सफलता दिलाएगा। लेकिन धन संबंधित कार्य देखभाल कर ही करें। कार्य व्यवसाय से आज कम परिश्रम में ही अधिक लाभ अर्जित कर सकेंगे। प्रतिस्पर्धी स्वतः ही अपनी हार मान लेंगे जिससे लाभ के अवसर बढ़ेंगे। सेहत भी अनुकूल रहने से हर प्रकार की परिस्थितियों में काम कर लेंगे। जो लोग अबतक आपके विपरीत चल रहे थे वो भी आपका सहयोग एवं प्रशंशा करेंगे फिर भी आकस्मिक वाद-विवाद के प्रसंग बनेंगे इससे बच कर रहें। घर मे थोड़ी उग्रता रहने पर भी प्रेम बना रहेगा।

इसरो के वैज्ञानिक और अध्यक्ष श्री सोमनाथ द्वारा वेदों में साइंस होने की बात कहने मात्र से बुद्धिजीवियों में खलबली मची है। इसकी परिधि और मोह में वे लोग भी आ गए हैं जिन्हे भावना, तर्क, समझ और लोकाचार में संतुलन स्थापित करने वाला माना जाता था।

प्राय: तथाकथित वैज्ञानिक टेम्पर वाले प्रगतिशील लोग यह कहते फिरते हैं कि यदि प्राचीन भारत ज्ञान और तकनीक के संदर्भ में विश्वगुरु था तो पिछले एक हजार वर्षों या आधुनिक युग में भारत के नाम पर कोई आविष्कार क्यों नही है। ऐसा कहकर वे वही नरेटिव सेट करने की कोशिश करते हैं कि भारत संपेरों जादूगरों का देश था। इस कार्य के लिए बाहर बैठे उनके आका उन्हें अच्छा पारिश्रमिक भी देते हैं।

बता दें हमारे गुरुकुलों में सोलह कलाओं की शिक्षा दी जाती थी। जिसमें मुख्य रूप से वेद विज्ञान शास्त्र व्याकरण ज्योतिष अंतरिक्ष विज्ञान भू गर्भ विज्ञान, वैदिक गणित, पुराण भूगोल खगोल, आहार विहार आचार विचार विज्ञान इतिहास के साथ ही टैक्सटाइल, धातुकर्म, पर्यावरण, खानपान, सौंदर्य बोध, कामकला, साहित्य, भाषा, लोकतंत्र, आयुर्वेद,वास्तुकला से लेकर गणित और अंतरिक्ष की गणनाओं से लेकर दर्शन की विधियों तक और इन सब से बढ़कर प्राणिमात्र के प्रति करुणा भाव का प्रवर्तन इसी पुण्य धरा पर हुआ।

गुलामी आपकी सफलता का क्रेडिट ले लेती है।

बहरहाल वर्तमान में विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में पश्चिमी देश सर्वेसर्वा बने हुए हैं इसका बड़ा कारण गुलामी रही है। आज जब वर्तमान सरकार ने पश्चिम की गुलामी से निकल रही है और भारत फिर से अपने पैरों पर खड़ा हो रहा है तो उसका परिणाम यह हुआ कि हमने असाध्य और विकराल माने जाने वाले रोग कोरोना का टीका न केवल बना ही लिया बल्कि पूरे विश्व को उपलब्ध कराया रहे हैं। चंद्रमा पर पहुंच गए, पानी खोज लिया, यूपीआई बना लिया पर विडंबना यह कि अभी भी वेस्ट बिना प्रमाणित लिए हम इन उपलब्धियों को भारत से जोड़कर देखने को तैयार नही हैं। भारत के वैज्ञानिकों और दार्शनिकों को इतना दबा सता के रखा गया कि उन्हें हर बात पर पश्चिम की अनुमति लेनी पड़ती थी। आज उसके हम कुछ उदाहरण देखते हैं।

1899 में महान वैज्ञानिक जगदीश चन्द्र बोस ने एक पेपर रॉयल सोसायटी में पब्लिश करवाया जो वायरलेस आविष्कार ‘मर्क्युरी कोहेनन विद टेलीफोन डिटेक्टर’ की तकनीक पर आधारित था लेकिन उसी पेपर के आधार पर मार्कोनी ने रेडियो का पेटेंट करा लिया और बोस को उपनिवेश का सदस्य होने के नाते इसका क्रेडिट नही दिया गया । जब बोस ने इस बात पर आपत्ति की तो उनकी डायरी, पेपर्स दस्तावेज सब गुम करवा दिए गए। रॉयल सोसाइटी के पास भी बोस के आविष्कार की जानकारी थी किन्तु आंतरिक राजनीति के चलते कोई भी एक भारतीय वैज्ञानिक के पक्ष में खड़ा नहीं हुआ।

सत्येंद्र नाथ बोस ने क्वांटम थ्योरी पर एक पेपर लिखा जिसे भारत में कोई प्रकाशित ही नही करना चाहता था। यहां के लोगों में ईर्ष्या और जलन इतनी थी कि राजनीतिक दबाव डलवा कर बोस को विज्ञान से इतर काम करने को कहा जाने लगा। बोस ने अंत मे वह पेपर आइंस्टाइन को भेज दिया। आइंस्टाइन ने उस पेपर में लिखे सिद्धांतों की तारीफ तो की और बोस- आइंस्टाइन थ्योरी भी गढा पर सपेक्षिता के सिद्धांत में उसका प्रयोग बोस को क्रेडिट से वंचित कर दिया।

शिवकर बापूजी तलपड़े जिन्होंने भारद्वाज वैमानिकी शास्त्र के सहारे मरुत्सखा नामक विमान 1895 में बनाया और उड़ाया भी किन्तु उनकी चर्चा का एक अक्षर हमें किताबों में नही पढ़ाया गया क्योंकि वह असफल थे या उन्हें असफल कर दिया गया था क्योंकि बापूजी एक गुलाम देश के नागरिक थे।

ये तीन उदाहरण यह बताने को पर्याप्त हैं कि भारतीय मेधा को किस तरह अवरुद्ध किया गया। उपनिवेशवादी शक्तियाँ आज भी यही करने का प्रयास कर रही हैं किंतु वर्तमान सरकार की इच्छाशक्ति प्रशंसा के योग्य है जिसने वैज्ञानिकों के मान और सुरक्षा को प्राथमिकता दी वरना नम्बी नारायण का उदाहरण हमारे सामने है।

सोचिये एक हजार सालों की गुलामी और पिछले साठ वर्षों की उपेक्षा ने हमसे क्या क्या छीना? हमसे वह सोच छीनी कि हम गर्व से अपने ग्रंथ, शोध, ज्ञान और साहित्य पर गर्व कर सकें।✍️हरीश मैखुरी चंद्रयान की सफल लैंडिंग की प्रसन्नता के साथ-साथ हम 20 वर्ष पीछे इसलिए रह गए कि अंतरिक्ष के जनक विक्रम साराभाई की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी जिसकी आज तक कोई भी जानकारी या कार्रवाही नहीं हुई। विक्रम साराभाई के बैठकों में सम्मलित होने के दौरान उनके स्वास्थ्य में कोई असंतुलन नहीं था और वह अपने स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखते थे लेकिन 30 दिसंबर 1971 की रात उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गयी अगले दिन कोवलम के एक होटल में उनका शव मिला कहा गया कि हृदय गति रूकने से मौत हो गई 🤔

देश के कौन से गद्दार देशद्रोही या भ्रष्टाचारी थे जो भारत की जानकारी विदेशों को दिया करते थे चंद्रयान की सफल लैंडिंग आज से 40 वर्ष पहले ही हो जाती जिस प्रकार डॉक्टर जहांगीर होमी भाभा को परमाणु बम बनाने के लिए मात्र वर्ष चाहिए था उनकी भी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। इसरो के एक महान वैज्ञानिक लोकनाथ महालिंगम तथा एस पद्मनाभन की भी घर में घुसकर किसी ने गोली मार दी थी इसी प्रकार हमारे दो युवा वैज्ञानिक के के जोशी और आशीष अश्विन की संदिग्ध परिस्थितियों में रेल पटरी पर मौत हो गई थी जिसका आज तक कोई रहस्य उजागर नहीं हुआ देश में गद्दारों की संख्या और भ्रष्टाचारियों और देशद्रोही इस कदर बढ़ रहे हैं इन पर अंकुश लगाना अति आवश्यक है जिससे हमारी परमाणु और अंतरिक्ष के सभी कार्य निर्बाध और निष्पक्ष रूप से चलते रहें वैज्ञानिकों की सुरक्षा भी बहुत अति आवश्यक है।

इसके लिए 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO की स्थापना करने वाले विक्रम साराभाई की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु का अनावरण चाहता है देश।

 

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जहाँ एक नेता के कपड़े धुलने लंदन जाते थे
हवाई जहाज में कुत्ते के साथ जन्मदिन मनाते थे वहीं भारत की पहली फुटबॉल टीम नंगे पैर खेलकर सिल्वर मैडल जीती परंतु कभी fifa में नही खेल पाई।

70 साल में एक सरकार
कश्मीर के लाल चौक में तिरंगा
ना फहरा सकी
और
9 साल में ही एक सरकार ने
लाल चौक के साथ साथ
चांद पर भी तिरंगा लहरा दिया … 🙏🇮🇳🪷आर्मी भी वही पुरानी है, देश के युवा भी वही है, देश के वेज्ञानिक भी वही पुराने है, फिर ऐसा क्या हुआ की भारत देश हर फील्ड मे इतिहास रच रहा है, बस कमी थी तो एक ऐसे नेता की जो भारत की सोई हुई प्रतिभा को जगा सकता हैं, और उस नेता का नाम है!

“”🌹 नरेंद्र दामोदर दास मोदी””🌹🇮🇳🚩🚩🚩