✍️हरीश मैखुरी
उत्तराखंड के चमोली में उर्गम घाटी के फयूंला नारायण बुगयाल के निकटवर्ती क्षेत्र में एक ऐसा मंदिर है जिसके कपाट मानव जाती के लिये केवल एक दिन के लिये खुलते है, इस मंदिर का नाम है वंशी नारायण मंदिर।
मान्याता है कि इस मंदिर में देवऋषि नारद 364 दिन भगवान नारायण की पूजा अर्चना करते हैं इसलिए यहां मनुष्यों को पूजा करने का अधिकार मात्र दिन के लिये ही है।
शास्त्रीय परम्परा के अनुसार वंशी नारायण मंदिर के कपाट केवल रक्षाबंधन के दिन ही खुलते हैं। यह मंदिर उत्तराखंड के चमोली ज़िले में उर्गम घाटी में है। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान विष्णु के राजा बलि का द्वारपाल बनने से माता लक्ष्मी को अनेक दिनों तक उनके दर्शन नहीं हुए। भगवान विष्णु के दर्शन न होने से विकल माता लक्ष्मी उनके अनन्य भक्त नारद मुनि से परामर्श लिया। नारद मुनि ने माता लक्ष्मी को पूरा वृतांत बताया तब माता लक्ष्मी ने नारद मुनि से भगवान विष्णु की मुक्ति का उपाय जाना नारद मुनि ने माता लक्ष्मी से कहा कि वह श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन राजा बलि को रक्षासूत्र बांधें, उपहार में राजा बलि से वामन अवतार रूपी विष्णु की मुक्ति मांगें, माता लक्ष्मी रक्षाबंधन के दिन राजा बलि के वहां गयी राजा बलि को रक्षासूत्र बांधकर भगवान विष्णु को पुनः प्राप्त किया वंशी नारायण मंदिर के संबंध में मान्यता है कि पाताल लोक से आने पर भगवान विष्णु सबसे पहले इसी स्थान पर प्रकट हुए।
रक्षाबंधन के दिन श्री वंशीनारायण मंदिर के कपाट खुलने पर कलकोठ गांव के प्रत्येक परिवार से भगवान के लिए भोग स्वरूप मक्खन मंदिर में लाया जाता है और फिर इसी मक्खन से श्री हरि के वंशीनारायण स्वरूप का भोग लगता है। इसके साथ ही दुर्लभ प्रजाति के फूलों से भगवान विष्णु के विग्रह को सजाया जाता है। ये पुष्प मंदिर के प्रांगण में स्थित प्राकृतिक फुलवारी में ही खिलते हैं और इन फूलों को केवल श्रावण पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन पर्व पर ही तोड़ा जाता है। इसके उपरांत श्रद्धालु व स्थानीय लोग भगवान वंशीनारायण को रक्षासूत्र अर्पित करते हैं। इस मंदिर में भगवान विष्णु के वंशी नारायण स्वरूप की पूजा की जाती है.
मान्यता है कि रक्षाबंधन के दिन इस मंदिर में राखी बांधने से भाई-बहन को सुख, संपत्ति, और सफलता मिलती है। इसी दिन मंदिर के कपाट सूर्योदय के साथ खुलते हैं और सूर्यास्त के बाद बंद कर दिए जाते हैं।
मंदिर में भगवान वंशी नारायण और शिव की मूर्तियां हैं। मंदिर की अंदर की ऊंचाई केवल 10 फीट है। मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल मार्ग जाना होता है। मंदिर तक पहुंचने के लिए पहले जोशीमठ या उर्गम पीपलकोटी या अब गोपेश्वर घिंघराण कुंजो मैकोट फ्वलडार रूद्रनाथ होते हुए भी जा सकते हैं, जो देहरादून से लगभग 300 किलोमीटर पड़ता है।मंदिर के पुजारी राजपूत लोग हैं। हेम कुंड लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के पुजारी भी चौहान राजपूत ही होते हैं।
रक्षाबंधन के दिन वंशी नारायण मंदिर में महिलाएं और लड़कियां भाईयों को राखी बांधने से पहले भगवान की पूजा करती हैं और भगवान को भी रक्षा सूत्र अर्पित करती हैं।
जय देवभूमि उत्तराखंड‼️ 🕉🙏🕉
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🌺🙏 *जय श्री गणेशाय नमः*🙏🌺
🌺🙏 *अथ पंचांगम्* 🙏🌺
*दिनांक:- 28/09/2024, शनिवार*
एकादशी, कृष्ण पक्ष,
आश्विन दिल्ली__(समाप्ति काल)
तिथि——– एकादशी 14:49:17 तक
पक्ष———————— कृष्ण
नक्षत्र——– आश्लेषा 27:36:53
योग————– सिद्ध 23:49:33
करण———– बालव 14:49:17
करण———– कौलव 27:45:06
वार———————- शनिवार
माह———————- आश्विन
चन्द्र राशि—— कर्क 27:36:53
चन्द्र राशि—————– सिंह
सूर्य राशि—————– कन्या
रितु————————–शरद
आयन—————– दक्षिणायण
संवत्सर——————– क्रोधी
संवत्सर (उत्तर)———– कालयुक्त
विक्रम संवत————– 2081
गुजराती संवत———— 2080
शक संवत—————- 1946
कलि संवत—————- 5125
दिल्ली
सूर्योदय————– 06:13:48
सूर्यास्त————— 18:09:01
दिन काल———— 11:55:12
रात्री काल———— 12:05:18
चंद्रास्त————– 16:02:18
चंद्रोदय—————- 26:59:59*
लग्न—-कन्या 11°11′ , 161°11′
सूर्य नक्षत्र—————— हस्त
चन्द्र नक्षत्र————– आश्लेषा
नक्षत्र पाया—————— रजत
*💮🚩 पद, चरण 🚩💮*
डी—- आश्लेषा 07:51:20
डू—- आश्लेषा 14:24:52
डे—- आश्लेषा 21:00:05
डो—- आश्लेषा 27:36:53
*💮🚩 ग्रह गोचर 🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य= कन्या 11°05, हस्त 1 पू
चन्द्र= कर्क 19°30 , अश्लेषा 1 डी
बुध =कन्या 08°53′ उ o फाo 4 पी
शु क्र= तुला 11°05, स्वाति’ 2 रे
मंगल=मिथुन 19°30 ‘ आर्द्रा ‘ 4 छ
गुरु=वृषभ 26°30 मृगशिरा , 2 वो
शनि=कुम्भ 20°50 ‘ पू o भा o ,1 से
राहू=(व) मीन 12°25 उo भा o, 3 झ
केतु= (व)कन्या 12°25 हस्त 1 पू
*💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮*
राहू काल 09:13 – 10:42 अशुभ
यम घंटा 13:41 – 15:10 अशुभ
गुली काल 06:14 – 07: 43
अभिजित 11:48 – 12:35 शुभ
दूर मुहूर्त 07:49 – 08:37 अशुभ
वर्ज्यम 15:17 – 17:03 अशुभ
प्रदोष 18:09 – 20:36 शुभ
🚩गंड मूल अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
काल 06:12 – 07:41 अशुभ
शुभ 07:41 – 09:11 शुभ
रोग 09:11 – 10:40 अशुभ
उद्वेग 10:40 – 12:09 अशुभ
चर 12:09 – 13:39 शुभ
लाभ 13:39 – 15:08 शुभ
अमृत 15:08 – 16:38 शुभ
काल 16:38 – 18:07 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 18:07 – 19:38 शुभ
उद्वेग 19:38 – 21:09 अशुभ
शुभ 21:09 – 22:39 शुभ
अमृत 22:39 – 24:10* शुभ
चर 24:10* – 25:40* शुभ
रोग 25:40* – 27:11* अशुभ
काल 27:11* – 28:42* अशुभ
लाभ 28:42* – 30:12* शुभ
💮होरा, दिन
शनि 06:12 – 07:11
बृहस्पति 07:11 – 08:11
मंगल 08:11 – 09:11
सूर्य 09:11 – 10:10
शुक्र 10:10 – 11:10
बुध 11:10 – 12:09
चन्द्र 12:09 – 13:09
शनि 13:09 – 14:09
बृहस्पति 14:09 – 15:08
मंगल 15:08 – 16:08
सूर्य 16:08 – 17:08
शुक्र 17:08 – 18:07
🚩होरा, रात
बुध 18:07 – 19:08
चन्द्र 19:08 – 20:08
शनि 20:08 – 21:09
बृहस्पति 21:09 – 22:09
मंगल 22:09 – 23:09
सूर्य 23:09 – 24:10
शुक्र 24:10* – 25:10
बुध 25:10* – 26:11
चन्द्र 26:11* – 27:11
शनि 27:11* – 28:11
बृहस्पति 28:11* – 29:12
मंगल 29:12* – 30:12
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
कन्या > 04:28 से 06:42 तक
तुला > 06:42 से 08: 50 तक
वृश्चिक > 08:50 से 11:16 तक
धनु > 11:16 से 13:30 तक
मकर > 13:30 से 16:20 तक
कुम्भ > 16:20 से 16:46 तक
मीन > 16:46 से 18:18 तक
मेष > 18:18 से 19:42 तक
वृषभ > 19:42 से 21:50 तक
मिथुन > 21:50 से 00:02 तक
कर्क > 00:02 से 02:32 तक
सिंह > 02:32 से 04:38 तक
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩🔥अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 11 + 7 + 1 = 34 ÷ 4 = 2 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
केतु ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
26 + 26 + 5 = 57 ÷ 7 = 1 शेष
कैलाश वास = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*इन्दिरा एकादशी व्रत (सर्वेषां)
*एकादशी श्राद्ध
*💮🚩 शुभ विचार 🚩💮*
अन्यथा वेदपाण्डित्यं शास्त्रमाचारमन्यथा ।
अन्यथा वदता शांतंलोकाःक्लिश्यन्ति चाऽन्यथा ।।
।। चा o नी o।।
वासना के समान दुष्कर कोई रोग नहीं. मोह के समान कोई शत्रु नहीं. क्रोध के समान अग्नि नहीं. स्वरुप ज्ञान के समान कोई बोध नहीं.
*💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮*
गीता -: विभूतियोग अo-10
कथं विद्यामहं योगिंस्त्वां सदा परिचिन्तयन् ।,
केषु केषु च भावेषु चिन्त्योऽसि भगवन्मया ॥,
हे योगेश्वर! मैं किस प्रकार निरंतर चिंतन करता हुआ आपको जानूँ और हे भगवन्! आप किन-किन भावों में मेरे द्वारा चिंतन करने योग्य हैं?॥,17॥,
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति संभव है। यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबारी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। आशंका-कुशंका रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
🐂वृष
फालतू खर्च पर नियंत्रण रखें। बजट बिगड़ेगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी। लेन-देन में सावधानी रखें। अपरिचित व्यक्तियों पर अंधविश्वास न करें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय होगी। संतुष्टि नहीं होगी।
👫मिथुन
उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। बड़ा काम करने का मन बनेगा। झंझटों से दूर रहें। कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ सकता है। फालतू खर्च होगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। जोखिम बिलकुल न लें।
🦀कर्क
यात्रा लाभदायक रहेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है, प्रयास करें। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। शेयर मार्केट से बड़ा लाभ हो सकता है। संचित कोष में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कारोबारी सौदे बड़े हो सकते हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित होगा, सावधानी रखें।
🐅सिंह
दूर से बुरी खबर मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। बेवजह तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। फालतू बातों पर ध्यान न दें। मेहनत अधिक व लाभ कम होगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। शत्रुओं की पराजय होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। आय में निश्चितता रहेगी।
🙍♀️कन्या
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति निर्मित होगी। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद में न पड़ें। अपेक्षाकृत कार्य समय पर होंगे। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यस्तता रहेगी। प्रमाद न करें।
⚖️तुला
घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। शत्रुभय रहेगा।
🦂वृश्चिक
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। स्थायी संपत्ति से बड़ा लाभ हो सकता है। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न तथा संतुष्ट रहेंगे। निवेश शुभ फल देगा। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी, ध्यान रखें।
🏹धनु
पुराना रोग उभर सकता है। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोधी सक्रिय रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। घर-परिवार में सुख-शांति रहेगी। जल्दबाजी न करें।
🐊मकर
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। समय की अनुकूलता का लाभ मिलेगा। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। अपने काम पर ध्यान दें। लाभ होगा।
🍯कुंभ
व्यवसाय में ध्यान देना पड़ेगा। व्यर्थ समय न गंवाएं। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। जल्दबाजी से हानि संभव है। थकान रहेगी। कुसंगति से बचें। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
🐟मीन
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चिंता बनी रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। निवेश लाभदायक रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यस्तता रहेगी।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏