गरबा नृत्य में विधर्मियों की घुसपैठ एक प्रायोजित षड्यंत्र, आज का पंचाग आपका राशि फल एवं अष्ट सिद्धि पूजन विधि

सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।
नवरात्रि में नवम दिन अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, इशित्व, वशित्व जैसी सिद्धियों को प्रदान करने वाली #माँ_सिद्धिदात्री माता रानी की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहें, यही माता रानी से कामना है।
✍️ *हरीश, मैखुरी *

धूल चेहरे पर है तो दर्पण साफ करने से क्या लाभ।
ऐसी तस्वीरों के पीछे वास्तविक समस्या क्या है ये जानना है तो तीन तथ्य जानने महत्वपूर्ण हैं। पहला गरबा के ये कार्यक्रम #कहाँ आयोजित है, दूसरा इनके #ऑर्गेनाइजर कौन होते हैं और तीसरा गरबा कार्यक्रम का #उद्देश्य क्या होता है।

थोड़ी सी रिसर्च में सहज से पता चल जाएगा कि ये कार्यक्रम किसी मंदिर या धार्मिक स्थान पर नही होते अपितु ये कार्यक्रम आयोजित होते हैं होटल्स, बार, गेस्ट हाउस या क्लब हाउसेस में। जी हाँ, बार में भी आयोजित होते हैं ।

दूसरा पॉइंट इनके ऑर्गेनाइजर कौन होते हैं । इन कार्यक्रमो के आयोजक कोई धार्मिक व्यक्तित्व, समाजसेवी या हिन्दू संगठन नहीं होता अपितु इसके आयोजक विशुध्द रूप से कोई व्यापारी, होटल,बार ,गेस्ट हाउस आनर या कोई कूल डूड लौंडों का ग्रुप जो स्टूडेंट्स या ख़लीहर गैंग भी हो सकता है।

तीसरी बात ये विशुद्ध रूप से प्रॉफिट कमाने के लिए किया जाने ऑर्गेनाइज किया जाने वाला कार्यक्रम है जो धर्म की आड़ में किया जाता है। चूंकि इसका मुख्य उद्देश्य ही पैंसे कमाने का होता है तो टिकट वितरण का कोई नियम नहीं होता, बस किसी तरह से टिकट बिकने चाहिए।

यहीं से खेल शुरू होता है #लव_जिहाद का। गरबा इवेंट को फाइनेंस करता है कोई मुस्लिम व्यापारी इसलिए डीजे, लाइट या स्टेज परफॉर्मेंस में से कुछ न कुछ मुसलमानों के हिस्से आ जाता है। कई कार्यक्रमो में लड़कियों का पास फ्री होता है, अब जाहिर सी बात है जाती हिन्दू लड़कियां ही है तो फ्री के चक्कर मे चली जाती हैं।

वहां उनका जोड़ा भरने के लिए मुस्लिम लड़के टिकट खरीद कर इंट्री कर के इंतजार कर रहे होते हैं। अब निष्कर्ष ये है कि ये कार्यक्रम धार्मिक दृष्टिकोण से आयोजित नहीं किये जाते इसलिए कपड़े पहनने का कोई नियम नहीं होता, मुस्लिम नहीं आ सकते ऐसा कोई नियम नहीं होता। कुल मिलाकर यह अश्लीलता और लव जिहाद का अड्डा होता है।

अब कानूनी दृष्टि से ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन पर कोई रोक नही लगाई जा सकती लेकिन चूंकि गरबा हिन्दू धर्म से जुड़ा है तो बजरंग दल, वीएचपी के लोग ये सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रमों में चेकिंग करते हैं कि किसी गैर हिन्दू की एंट्री न होने पाए। हिन्दू संगठन बस इतना ही कर सकते है, हिन्दू लड़की को कैसे कपड़े पहनने है, ये तय करना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है।

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*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*

*⛅दिनांक – 11 अक्टूबर 2024*

*⛅दिन – शुक्रवार*

*⛅विक्रम संवत् – 2081*

*⛅अयन – दक्षिणायन*

*⛅ऋतु – शरद*

*⛅मास – आश्विन*

*⛅पक्ष – शुक्ल*

*⛅तिथि – अष्टमी दोपहर 12:06 तक तत्पश्चात नवमी*

*⛅नक्षत्र – उत्तराषाढा प्रातः 05:25 अक्टूबर 12 तक तत्पश्चात श्रवण*

*⛅योग – सुकर्मा रात्रि 02:47 अक्टूबर 12 तक, तत्पश्चात धृति*

*⛅राहु काल – प्रातः 10:58 से दोपहर 12:26 तक*

*⛅सूर्योदय – 06:38**⛅सूर्यास्त – 06:14*

 *उदय लग्न तालिका -*

*कन्या* 04:40:10 06:50:37

*तुला* 06:50:37 09:05:27

*वृश्चिक*09:05:27 11:21:37

*धनु* 11:21:37 13:27:14

*मकर* 13:27:14 15:14:20*

*कुम्भ* 15:14:20 16:47:53

*मीन* 16:47:53 18:19:05

*मेष* 18:19:05 19:59:50

*वृषभ* 19:59:50 21:58:29

*मिथुन* 21:58:29 24:12:11

*कर्क* 24:12:11 26:28:21

*सिंह* 26:28:21 28:40:10

✡ *चौघडिया :-*

प्रात: 07.51 से 09.18 तक लाभ

प्रात: 09.18 से 10.45 तक अमृत

दोप. 12.12 से 01.39 तक शुभ

सायं 04.33 से 06.00 तक चंचल

रात्रि 09.06 से 10.39 तक लाभ । 

*⛅दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*

*⛅ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:57 से 05:46 तक*

*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:03 से दोपहर 12:50 तक*

*⛅निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:02 अक्टूबर 12 से रात्रि 12:51 अक्टूबर 12 तक*

*⛅ व्रत पर्व विवरण – दुर्गा अष्टमी, सन्धि पूजा, महा नवमी, सरस्वती बलिदान, मासिक दुर्गाष्टमी*

*⛅विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है | इस दिन स्त्री-सहवास और तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । नवमी को लौकी खाना गौमाँस के सामान त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*🔹 नवरात्रि – महानवमी – 11 अक्टूबर 🔹*

*🔸 शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन माँ दुर्गा के नौवें अवतार सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है । माँ सिद्धिदात्री भक्तों को हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं । सिद्धिदात्री के आशीर्वाद के बाद श्रद्धालु के लिए कोई कार्य असंभव नहीं रह जाता और उसे सभी सुख-समृद्धि प्राप्त होती है ।*

*🔸 नवरात्रि की नवमी तिथि यानी अंतिम दिन माता दुर्गा को हलवा, चना-पूरी, खीर आदि का भोग लगाएं । इससे वैभव व यश मिलता है ।*

*🔹नवरात्रि में कन्या पूजन का महत्त्व🔹*

*🔸नवरात्रि के नवमी को 10 साल की कन्या का पूजन भोजन कराने से सर्व मंगल होगा, संकल्प सिद्ध होंगे, सामर्थ्यवान बनेंगे, इसलोक के साथ परलोक को भी प्राप्त कर लेंगे, पाप दूर होते हैं, बुद्धि में औदार्य आता है, नारकीय जीवन छुट जाता है, हर काम में, हर दिशा में सफलता मिलती है ।*

*🔹 हेमंत ऋतु में स्वास्थ्य रक्षा 🔹*

*🔸यह ऋतु विसर्गकाल अर्थात् दक्षिणायन का अन्तकाल कहलाती है । इस काल में चन्द्रमा की शक्ति सूर्य की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली होती है इसलिये इस ऋतु में औषधियाँ, वृक्ष, पृथ्वी व जीव-जन्तुओं की पौष्टिकता में भरपूर वृद्धि होती है । शीत ऋतु में शरीर में कफ का संचार होता है तथा पित्तदोष का नाश होता है ।*

*🔸शीत ऋतु में जठराग्नि अत्यधिक प्रबल रहती है अतः इस समय लिया गया पौष्टिक और बलवर्धक आहार वर्ष भर शरीर को तेज, बल और पुष्टता प्रदान करता है । इस ऋतु में एक स्वस्थ व्यक्ति को अपनी सेहत की तन्दुरुस्ती के लिये किस प्रकार का आहार लेना चाहिए ? शरीररक्षण कैसे हो ? आइये, हम उसे जानें :*

*🔸शीत ऋतु के इस काल में खट्टा, खारा तथा मधुर रसप्रधान आहार लेना चाहिए ।*

*🔸पचने में भारी, पौष्टिकता से भरपूर, गरिष्ठ एवं घी से बने पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए ।*

*🔸इस ऋतु में सेवन किये हुए खाद्य पदार्थों से ही वर्ष भर शरीर की स्वस्थता की रक्षा का भंडार एकत्रित होता है । अतः उड़दपाक, सोंठपाक जैसे बाजीकारक पदार्थों अथवा च्यवनप्राश आदि का उपयोग करना चाहिए ।*

*🔸जो पदार्थ पचने में भारी होने के साथ-साथ गरम व स्निग्ध प्रकृति के होते हैं, ऐसे पदार्थ लेने चाहिए ।*

*🔸दूध, घी, मक्खन, गुड़, खजूर, तिल, खोपरा, सूखा मेवा तथा चरबी बढ़ानेवाले अन्य पौष्टिक पदार्थ इस ऋतु में सेवन करने योग्य माने जाते हैं ।*

*🔸इन दिनों में ठंडा भोजन नहीं करना चाहिए बल्कि थोड़ा गर्म एवं घी-तेल की प्रधानतावाला भोजन करना चाहिए ।*

🌞📿 *आज का मंत्रः*

॥ ॐ गोविन्दाय नमः॥

📢 *सुभाषितानि :-*

*श्रीमद्भगवतगीता (नवमोऽध्यायः – राजविद्याराजगुह्ययोग:) -*

क्षिप्रं भवति धर्मात्मा शश्वच्छान्तिं निगच्छति ।

कौन्तेय प्रति जानीहि न मे भक्तः प्रणश्यति ॥९- ३१॥

अर्थात :

वह शीघ्र ही धर्मात्मा हो जाता है और सदा रहने वाली परम शान्ति को प्राप्त होता है। हे अर्जुन! तू निश्चयपूर्वक सत्य जान कि मेरा भक्त नष्ट नहीं होता॥31॥ 

🍃 *आरोग्यं :-*

मुंह के छाले के घरेलू नुस्खे :-

1. ५० ग्राम देसी घी गर्म करें और उसमे ६ ग्राम कपूर डालकर, उस घी को मुँह में लगाने से छाले बहुत जल्दी ठीक हो जाते है।

2. मुंह में छाले हो तो खाने में सादा भोजन खाना चाहिए।

3. छालो की समस्या में रात को सोते समय मुंह के अंदर असली घी लगाकर सोना चाहिए, मुह के छाले ठीक हो जाते हैं! यह भी एक लाभदायक देसी नुस्खा है।

4. १० ग्राम हल्दी को एक लीटर पानी में उबालकर ठंडा होने पर दिन में दो बार गरारे करें।

5. मुंह में छाले हो तो पानी में खाने का सोडा डाल कर पेस्ट बना ले, फिर उस पेस्ट को मुँह के छालों पर लगाये।

⚜ *आज का राशिफल :-* 

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*

*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*

आज पिता के स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में विशेषकर स्त्रियां सावधानी रखें। कार्यों की गति धीमी रहेगी। बु‍द्धि का प्रयोग करें। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। निराशा हावी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। लाभ होगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*

*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*

आज कार्य की गति धीमी रह सकती है। आशंका-कुशंका के चलते मन अशांत रहेगा। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्‍य की चिंता रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लाभ होगा।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*

*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*

जीवनसाथी से कहासुनी हो सकती है। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर होगी। करियर बनाने के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। पारिवारिक सहयोग से कार्य में आसानी होगी। दूसरों के कार्य में दखल न दें। प्रमाद से बचें।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*

*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*

बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ के असवर हाथ आएंगे। यात्रा में सावधानी रखें। किसी पारिवारिक आनंदोत्सव में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद न करें। बेचैनी रहेगी।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*

*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*

आज कोई बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। पारिवारिक चिंताएं रहेंगी। मेहनत अधिक तथा लाभ कम होगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। मातहतों का सहयोग नहीं मिलेगा। कुसंगति से बचें, हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। प्रमाद न करें।

👧 *राशि फलादेश कन्या :-*

*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*

मित्रों की सहायता कर पाएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता रहेगी। नया उपक्रम प्रारंभ करने की योजना बनेगी। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। समय अनुकूल है। प्रसन्नता रहेगी।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*

*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*

दूर से अच्‍छी खबर प्राप्त हो सकती है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। कोई बड़ा काम करने की योजना बनेगी। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर में अतिथियों पर व्यय होगा। किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*

*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*

प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट से कार्य में रुकावट होगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। निवेश में जल्दबाजी न करें। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। जरूरी वस्तु गुम हो सकती है।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*

*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*

अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। यात्रा में जल्दबाजी न करें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। स्वास्थ्‍य पर बड़ा खर्च हो सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। आय में कमी रहेगी। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*

*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*

विवेक का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। कोई बड़ी बाधा से सामना हो सकता है। राजभय रहेगा। जल्दबाजी व विवाद करने से बचें। रुका हुआ धन मिल सकता है। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। किसी अपने के व्यवहार से दु:ख होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी का ध्यान खुद की तरफ खींच पाएंगे।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*

*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*

समाजसेवा में रुझान रहेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। पुरानी व्याधि से परेशानी हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। भाइयों का सहयोग मिलेगा। समय अनुकूल है। लाभ लें। प्रमाद न करें।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*

*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*

आज लाभ के अवसर हाथ आएंगे। धर्म-कर्म में मन लगेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। राजकीय अवरोध दूर होंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। निवेश शुभ रहेगा। प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩