960 करोड़ रुपये की लागत से बन कर तैयार देश पहला साउंड प्रूफ हाईवे, अब प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों के साथ भरें फर्राटा

 ✍️हरीश मैखुरी 
मोदी सरकार की एक और चमकदार और चमत्कारिक उपलब्धि सामने आयी है। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के प्रयासों से देश में पहली बार साउंड प्रूफ हाइवे बनकर तैयार हो चुका है। मध्य प्रदेश के सिवनी से होते हुए नागपुर की तरफ जाने वाली 29 किमी लंबी सड़क को साउंड प्रूफ बनाया गया है। एमपी के सिवनी जिले में देश का भव्य साउंड प्रूफ हाइवे बनकर तैयार हो चुका है। बता दें कि देश में इससे पहले कहीं साउंड प्रूफ हाइवे नहीं बना है। हाईवे पर दौड़ती गाड़ी, आसपास खूबसूरत नज़ारे, पेड़ – पौधे और वादियों का कॉम्बिनेशन परफेक्ट रोड ट्रिप के लिए इससे ज्यादा और क्या चाहिए। 960 करोड़ रुपये की लागत से बने इस हाईवे पर चलने वाले लोग रुककर छवि चित्र खींचाते हैं। वाहन हवा से बात करते हैं। लेकिन शोर हाइवे के नीचे नहीं सुनाई देता है।  ये हाइवे तकनीक और इंजीनियरिंग की शानदार मिसाल है। शानदार चमचमाती सड़क गाड़ियों की आवाजाही के लिए है तो वहीं हाइवे के नीचे जंगली जानवरों के गुजरने के लिए बनाए गए ऐनिमल अंडरपास है।शानदार सड़क, रोड के दोनों तरफ जंगल के नजारे के बीच सफर लोगों को सुखद एहसास देता है। इस हाइवे का 29 किमी का हिस्सा पेंच टाइगर रिजर्व (Pench tiger reserve) के बफर जोन से होकर गुजरता है। यहां से जानवरों की आवाजाही है। हाइवे से गुजरने के दौरान जानवरों के साथ-साथ लोगों को भी खतरा रहता है। ऐसे में जानवरों की सुरक्षा और उनकी सुविधा का ख्याल रखते हुए इस साउंड प्रूफ हाइवे Sound proof highway का निर्माण किया गया है। ताकि जंगली जानवरों को कोई परेशानी नहीं हो। हाइवे पर चलने वाली गाड़ियों की आवाज और लाइट वन्यजीवों को  कोई व्यवधान न हो, इसके लिए भी फोरलेन सड़क के दोनों किनारों पर साउंड बैरियर और हेडलाइट रिड्युसर लगाकर 4 मीटर ऊंची स्टील की दीवार खड़ी की गई है। वन और पर्यावरण विभाग ने तब तक हाइवे के निर्माण की मंजूरी नहीं दी, जब तक NHAI के अधिकारियों ने वन्यप्राणियों की सुरक्षा का फूलप्रूफ प्लान नहीं दिया, इसलिए विभाग को हां कहने में बहुत समय लगा। यह हाईवे बहुत ही सपाट और समतल है इस पर आपको कहीं भी झटके नहीं लगेंगे।