गैरसैंण बजट सत्र से बढ़ी उम्मीदें, कांग्रेस ने सत्रावधि बढ़ाने की रखी मांग

 


हरीश मैखुरी

बजट सत्र के पहले दिन उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य नहीं  ने उत्तराखंड की  उत्तराखंड सरकार की उपलब्धियों और आने वाली योजनाओं पर सरकार की रीति नीति का पूरा खाका अभिभाषण में प्रस्तुत किया।

इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने  राज्यपाल बेबी रानी मौर्य सहित  सभी मुख्य अतिथियों और आगंतुकों का स्वागत और धन्यवाद किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्यपाल अभिभाषण के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार का नीति दस्तावेज होता है। उन्होंने कहा कि सुशासन, निवेश, जल संरक्षण, पर्यटन, कनेक्टीविटी, कृषि सामाज कल्याण, और महिला सशक्तिकरण में सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किया है। निवेश के लिए बहुत सी नीतियां हैं। सरकारी स्कूलों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया है। अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना में 34 लाख लोगों को गोल्डन कार्ड दिये गये हैं। स्वास्थ्य उप केन्द्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में अपग्रेड कर रहे हैं। पर्वतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए ग्रोथ सेंटर बना रहे हैं। 83 ग्रोथ सेंटर के लिए धनराशि जारी की जा चुकी है। भराङीसैण में मिनी सचिवालय के लिए भूमि चिन्हित की जा चुकी है। हमें विभिन्न योजनाओं में केन्द्र सरकार से बङी सहायता मिल रही है। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता विकास और सुशासन है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस बार के बजट में कई प्राविधान किये गये हैं। कई नई मदें जोड़ी गई हैं, इस दृष्टि से भी यह बजट महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कर्मचारियों से अपील की कि अनावश्यक हड़ताल न करें। किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से ही होगा। हम कर्मचारियों से वार्ता करने को तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता के प्रति जितनी जिम्मेदारी सरकार की है, उतनी ही कर्मचारियों की भी है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हताश-निराश एवं असंगठित विपक्ष के पास झूठे आरोप लागाने के अलावा कुछ मुद्दे नहीं हैं उन्होंने कहा कि हम खुद भी हर सकारात्मक सुझाव का समर्थन करते हैं। 

नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सरकार के सुस्त रवैये खासकर रोजगार वर्ष में  बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिलने पर  अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। वही विधान सभा सत्र भराड़ीसैण की समय सीमा कम से कम 15 दिन तक किए जाने हेतु उत्तराखंड काँग्रेस द्वारा धरना भी दिया गया ताकि सब विषयों पर बात हो सके 1 – राजधानी स्थाई गैरसैण 2 – रोजगार 3 – पलायन 4 – जल जमीन पहाड़, 5 – प्राधिकरण 6 – महंगाई 7 – स्वास्थ्य एवं शिक्षाा, विषयों पर विस्तार से चर्चा हो।  उत्तराखंड क्रांति दल सहित कई संगठनों ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने की मांग को लेकर दिवाली खाल में जबरदस्त प्रदर्शन किया जहां से  सुरक्षा बलों ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया और ऐतिहातन हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।