शताब्दी एक्सप्रेस में बड़ा हादसा होते होते टला

दिल्ली से देहरादून आ रही शताब्दी एक्सप्रेस में अचानक करंट दौड़ने से हड़कंप मच गया। गनीमत थी कि इससे कोई हादसा नहीं हुआ और समय पर बिजली सप्लाई काट दी गई। ट्रेन में सैकड़ों लोग सवार थे। घटना के बाद ट्रेन ट्रैक पर दो घंटे खड़ी रही और खामी दूर होने के बाद ट्रेन स्टेशन पर पहुंची।

देहरादून के स्टेशन मास्टर शशांक शर्मा के मुताबिक जैसे ही ट्रेन स्टेशन से कुछ दूरी पर अजबपुर के पास पहुंची तो इंजन में अर्थिंग होने लगी और ट्रेन में करंट दौड़ गया। हालांकि, करंट सेंकडभर तक ही ट्रेन में दौड़ा और फिर बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई।

इंजन में इंसुलेटर की व्यवस्था होने के चलते अर्थिंग जैसी घटनाओं में बिजली की आपूर्ति तत्काल बाधित हो जाती है। बिजली सप्लाई की हाई वोल्टेज के चलते बड़ा हादसा होने की आशंका रहती है, लेकिन गनीमत यह भी रही कि जितनी देर करंट पास हुआ, उससे किसी भी यात्री को झटका नहीं लगा। यदि ऐसा होता तो हाई वोल्टेज का एक झटका भी बड़े हादसे का कारण बन सकता था।

स्टेशन मास्टर ने बताया कि बिजली आपूर्ति बाधित होने से ट्रेन भी रुक गई और इसकी सूचना मिलते ही तकनीकी कर्मचारियों को खामी दूर करने में लगाया गया। अर्थिंग की खामी को दूर किया जा सका और ट्रेन को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान किसी अन्य ट्रेन का समय भी नहीं था, सभी ट्रेनों का आवागमन समय पर हुआ।

अर्थिंग के कारण ट्रेन का इंजन बंद होने से यात्रियों को भी इंतजार करना पड़ा गया। पहले लगा कि ट्रेन का संचालन जल्द शुरू कर लिया जाएगा, लेकिन धीरे-धीरे समय बढ़ता चला गया। कई यात्री ट्रेन से बाहर आकर ट्रैक के इर्द-गिर्द खड़े हो गए, जबकि बड़ी संख्या में यात्री ट्रेन के भीतर ही इंतजार करने को विवश रहे। जिन यात्रियों के पास सामान नहीं था, उन्होंने पैदल ही स्टेशन की तरफ रुख कर दिया।