देवाल — झलिया गाँव में भूस्खलन , घरों में घुसा मलबा ,ग्रामीण दहसत में

संदीप 

देवाल ब्लाक के दुरस्त गाँव झलिया  में भूस्खलन से 2 मकान  मलबे में दब गए I इसके अलावा अन्य कई मकानों में भी मलवा घुस गया I ग्रामीणों को रात जंगल में खुले आसमान के नीचे बितानी पड़ी I शनिवार देर रात झलिया गांव में भूस्खलन होने के कारण गाँव  में अफरा तफरी मच गई I लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे I बताया जा रहा है कि 2  मकान मलबे में दब गए हैं और करीब 10 मकानों में मलवा घुस आया है,  इसके बाद वह भी ग्रामीणों ने पूरी रात जंगलों में खुले आसमान के नीचे बिताई I झलिया के प्रधान भागचंद सिंह दानू तथा ग्राम पहरी लाल सिंह ने बताया कि शनिवार रात करीब 8:00 से अचानक गांव के ऊपरी हिस्से की पहाड़ी में पत्थर गिरने लगे , जिससे धूल के गुब्बारे उठने लगे I लोग दहशत में आ गए और इधर उधर भागने लगेI  इसी बीच ग्रामीणों ने अपने बच्चों और पालतू मवेशियों को घरों तथा गोशालों  से बाहर निकालकर जंगल में शरण ली  I कुछ  मवेशी भी से चपेट में आए हैंI  भुश्खलन से ग्रामीणों की फसल बर्बाद हो गई है I चट्टान के मलबे से झलिया गाँव से साथ कुंवारी गांव को भी भारी नुकसान पहुंचा है I  ग्रामीणों के द्वारा बताया कि तहसील प्रशासन को इसकी सूचना दी गई हैI  पिछले लंबे समय से यहां गांव के ऊपर की चट्टानों में दरारें पड़ी हुई है I इसे समय-समय पर मलबा गिरता रहता है I अभी तक गाँव से सटे दुसरे  हिस्से की तरफ यह घटना  हो रही थी , किंतु अब इस भुश्ख्लन  ने गांव के ऊपर ही रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है  I गांव के हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं I उन्होंने प्रशासन से तत्काल राहत और पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है I उन्होंने बताया कि देवाल से 25 किलोमीटर सड़क मार्ग से सफर करने के बाद खेता से 10 किलोमीटर पैदल चलकर दूरस्थ जिला गांव पहुंचना पड़ता है I इस क्षेत्र  के लोग बदहाली का जीवन जीने को विवश हैं I उन्होंने सरकार से इस मामले में तत्काल उचित कदम उठाने की अपील करते हुए आपदा से बचाव की कार्य योजना बनाने पर भी जोर दिया हैI