चैत्र प्रतिपदा सनातन नव वर्ष आरम्भ, आज का पंचाग आपका राशिफल, चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ : आज से करें ये पूजा विधान, मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र – डोनाल्ड ट्रम्प,

*🙏🏻ॐ सूर्यो देवाय नमः🙏🏻*

*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻
🌤️ *दिनांक – 30 मार्च 2025*
🌤️ *दिन – रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2082*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – वसंत ॠतु*
🌤️ *मास – चैत्र*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – प्रतिपदा दोपहर 12:49 तक तत्पश्चात द्वितीया*
🌤️ *नक्षत्र – रेवती शाम 04:35 तक तत्पश्चात अश्वनी*
🌤️ *योग – इन्द्र शाम 05:54 तक तत्पश्चात वैधृति*
🌤️ *राहुकाल – शाम 05:20 से शाम 06:53 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:34*
🌤️ *सूर्यास्त – 06:51*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- राष्ट्रीय चैत्री नूतन वर्ष वि•सं• 2082 प्रारंभ शालिवाहन शक 19:47 प्रारंभ,गुडी पडवा (पूरा दिन शुभ मुहूर्त),ध्वजारोहण,चैत्री वासंती नवरात्र प्रारंभ चेटीचंड,श्री झूलेलाल जयंती,चंद्र-दर्शन (शाम 06:42 से रात्रि 07:45 तक),पंचक (समाप्त शाम 04:35)*
💥 *विशेष- प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएं क्योकि यह धन का नाश करने वाला है (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🌷 *तप की शक्ति का प्रतीक है मां ब्रह्मचारिणी*
🙏🏻 *नवरात्रि की द्वितीया तिथि पर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। देवी ब्रह्मचारिणी ब्रह्म शक्ति यानी तप की शक्ति का प्रतीक हैं। इनकी आराधना से भक्त की तप करने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही, सभी मनोवांछित कार्य पूर्ण होते हैं।*
🙏🏻 *मां ब्रह्मचारिणी हमें यह संदेश देती है कि जीवन में बिना तपस्या अर्थात कठोर परिश्रम के सफलता प्राप्त करना असंभव है। बिना श्रम के सफलता प्राप्त करना ईश्वर के प्रबंधन के विपरीत है। अत: ब्रह्मशक्ति अर्थात समझने व तप करने की शक्ति हेतु इस दिन शक्ति का स्मरण करें। योगशास्त्र में यह शक्ति स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित होती है। अत: समस्त ध्यान स्वाधिष्ठान चक्र में करने से यह शक्ति बलवान होती है एवं सर्वत्र सिद्धि व विजय प्राप्त होती है।*
🙏🏻 *कष्टों से मुक्ति दिलाती हैं मां चंद्रघंटा*
*नवरात्रि की तृतीया तिथि यानी तीसरा दिन माता चंद्रघंटा को समर्पित है। यह शक्ति माता का शिवदूती स्वरूप हैं । इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। असुरों के साथ युद्ध में देवी चंद्रघंटा ने घंटे की टंकार से असुरों का नाश किया था। नवरात्रि के तृतीय दिन इनका पूजन किया जाता है। इनके पूजन से साधक को मणिपुर चक्र के जाग्रत होने वाली सिद्धियां स्वत: प्राप्त हो जाती हैं तथा सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🙏🏻 *नवरात्रि की द्वितीया तिथि यानी दूसरे दिन माता दुर्गा को शक्कर का भोग लगाएं । इससे उम्र लंबी होती है ।*
*तृतीया तिथि यानी की तीसरे दिन को माता दुर्गा को दूध का भोग लगाएं ।इससे दुखों से मुक्ति मिलती है ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *गणगौर तीज* 🌷
🙏🏻 *चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गणगौर तीज का उत्सव मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 31 मार्च, सोमवार को है। गणगौर उत्सव में मुख्य रूप से माता पार्वती व भगवान शिव का पूजन किया जाता है।भगवान शंकर-माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए इस दिन कुछ उपाय भी कर सकते हैं। ये उपाय इस प्रकार है-*
👉🏻 *1. देवी भागवत के अनुसार, माता पार्वती का अभिषेक आम अथवा गन्ने के रस से किया जाए तो लक्ष्मी और सरस्वती ऐसे भक्त का घर छोड़कर कभी नहीं जातीं। वहां संपत्ति और विद्या का वास रहता है।*
👉🏻 *2. शिवपुराण के अनुसार, लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने से भोग व मोक्ष की प्राप्ति होती है।*
👉🏻 *3. माता पार्वती को घी का भोग लगाएं तथा उसका दान करें। इससे रोगी को कष्टों से मुक्ति मिलती है तथा वह निरोगी होता है।*
👉🏻 *4. माता पार्वती को शक्कर का भोग लगाकर उसका दान करने से भक्त को दीर्घायु प्राप्त होती है। दूध चढ़ाकर दान करने से सभी प्रकार के दु:खों से मुक्ति मिलती है। मालपुआ चढ़ाकर दान करने से सभी प्रकार की समस्याएं अपने आप ही समाप्त हो जाती है।*
👉🏻 *5. भगवान शिव को चमेली के फूल चढ़ाने से वाहन सुख मिलता है। अलसी के फूलों से शिव का पूजन करने से मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है।*
👉🏻 *6. भगवान शिव की शमी पत्रों से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है। बेला के फूल से पूजन करने पर शुभ लक्षणों से युक्त पत्नी मिलती है। धतूरे के फूल के पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो परिवार का नाम रोशन करता है। लाल डंठल वाला धतूरा पूजन में शुभ माना गया है।*
👉🏻 *7. भगवान शिव पर ईख (गन्ना) के रस की धारा चढ़ाई जाए तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है। शिव को गंगाजल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।*
👉🏻 *8. देवी भागवत के अनुसार वेद पाठ के साथ यदि कर्पूर, अगरु (सुगंधित वनस्पति), केसर, कस्तूरी व कमल के जल से माता पार्वती का अभिषेक करने से सभी प्रकार के पापों का नाश हो जाता है तथा साधक को थोड़े प्रयासों से ही सफलता मिलती है।*
👉🏻 *9. जूही के फूल से भगवान शिव का पूजन करने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती। दूर्वा से पूजन करने पर आयु बढ़ती है। हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।*
👉🏻 *10. देवी भागवत के अनुसार, माता पार्वती को केले का भोग लगाकर दान करने से परिवार में सुख-शांति रहती है। शहद का भोग लगाकर दान करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं। गुड़ की वस्तुओं का भोग लगाकर दान करने से दरिद्रता का नाश होता है।*
👉🏻 *11. भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति हो सकती है। तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है।*
👉🏻 *12. द्राक्षा (दाख) के रस से यदि माता पार्वती का अभिषेक किया जाए तो भक्तों पर देवी की कृपा बनी रहती है।*
👉🏻 *13. शिवजी को जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है व गेहूं चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है।*
👉🏻 *14. देवी भागवत के अनुसार, माता पार्वती को नारियल का भोग लगाकर उसका दान करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। माता को विभिन्न प्रकार के अनाजों का भोग लगाकर गरीबों को दान करने से लोक-परलोक में आनंद व वैभव मिलता है।*
👉🏻 *15. माता पार्वती का अभिषेक दूध से किया जाए तो व्यक्ति सभी प्रकार की सुख-समृद्धि का स्वामी बनता है।*

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज दिन का पहला भाग सभी प्रकार से निराशाजनक रहेगा। जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसी में विलंब होगा। इस अवधि में किसी से सहयोग की भी अपेक्षा ना रखें स्वय ही परिश्रम करना पड़ेगा इसका फल दोपहर बाद स्थिति अनुकूल बनने पर अवश्य मिलेगा। संध्या तक संतोषजनक धन की प्राप्ति हो जाएगी। आर्थिक एवं पारिवारिक स्थिति बेहतर बनेगी। घर मे महिलाओं का अपेक्षित सुख मिलेगा। बाहर घूमने का आनंद लेंगे। खर्च अकस्मात होंगे पर आवश्यक कार्यो पर ही। सभी जगह निर्भय होकर व्यवहार करेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन व्यावसायिक क्षेत्र में वृद्धि कराएगा। धन लाभ में थोड़ा विलम्ब होगा लेकिन संतोष जनक रहेगा। सहकर्मी आपके सनकी मिजाज से चिढ़ सकते है। संबंधो को लेकर आज चंचलता अधिक रहेगी। परिजनों की बात सुनकर अनदेखी करना राग द्वेष को जन्म देगा। मित्र मंडली में अधिक प्रसन्न रहेंगे। महिलाये आर्थिक उलझन सुलझाने में सहयोग करेंगी। नौकरी पेशा जातक आर्थिक मामलों में विलंब से कुछ समय के लिए परेशान होंगे परन्तु किसी की सहायता मिलने से संतोष होगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन शुभ फलदायी है। व्यावसायिक एवं सरकारी कार्यो में थोड़े परिश्रम से सफलता पा लेंगे। सरकारी सहायता मिलने की भी उम्मद है। नौकरी वाले जातक थोड़ी दुविधा में रहेंगे कार्य क्षेत्र पर आलस्य फैलाने के कारण किसी से विवाद हो सकता है। आज कार्यो में सफलता निश्चित रहेगी परन्तु आलस्य का त्याग कर मन को एक जगह केंद्रित रखना आवश्यक है। प्रेम प्रसंगों में आसक्ति रहेगी। महिलाये शारीरिक रूप से बेहतर अनुभव करेंगी आकस्मिक क्रोध आने की समस्या भी रहेगी। धर्म-कर्म में समय देंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन सुख चैन से व्यतीत करेंगे। कार्यो की अपेक्षा आराम को अधिक महत्त्व देंगे। लापरवाही के कारण संभावित लाभ से वंचित रह सकते है। पारिवारिक माहौल कुछ समय के लिए उथल-पुथल हो सकता है लेकिन महिला एवं बुजुर्गो की कुशलता से स्थिति नियंत्रण में रहेगी। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा फिर भी कार्यो को धीमी गति से करेंगे। मन पर्यटन प्रवास की ओर आकर्षित रहेगा। संध्या का समय अधिक शान्त रहेगा। आज व्यय बने रहेंगे पर आय खर्च से अधिक रहेगी। महिलाये अधिक कार्यभर से कुछ समय के लिए धैर्य खो सकती है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आप किसी गुप्त आशंका से भयभीत रह सकते है दैनिक कार्य भी इस वजह से प्रभावित रहेंगे। परोपकार करने पर भी आलोचना ही मिलेगी। गृहस्थ के कार्यो में अरुचि दिखाएंगे। लेकिन धर्म कर्म में आज दृढ़ विश्वास रहेगा। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा एवं पूजा पाठ का आयोजन करेंगे। गृहस्थ का वातावरण महिला एवं बच्चों के कारण अकस्मात उग्र बनेगा। आसपडोसियो से आज संयमित व्यवहार रखें। कार्य व्यवसाय में मध्यान के आस-पास अचानक उछाल आने से धन के मार्ग प्रशस्त होंगे। सामाजिक क्षेत्र पर ज्यादा सतर्कता बरतें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन कार्यो में विजय दिलाएगा फिर भी कुछ कार्य अधूरे रहने का मलाल भी रहेगा। आज ध्यान रखें जिस भी कार्य को अधूरा छोड़ेंगे उसे पुनः आरम्भ नही कर सकेंगे। काल्पनिक विचार कुछ हद तक साकार करने का दिन है इसका लाभ उठाएं। शारीरिक समस्याएं बीच मे थोड़ा परेशान कर सकती है। आलस्य के कारण काम से भागेंगे। परिवार में आज इच्छापूर्ति ना करने पर मतभेद बनेगा। संताने नाराज रहेंगी परन्तु महिलाये आपसे भावनात्मक सबन्ध रखेंगी। धार्मिक कार्यो में भी आलस्य दिखाएंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आकस्मिक खर्च आने से आर्थिक उलझने बढ़ेंगी। अधिकांश खर्च भी दिखावे पर रहेंगे। समाज मे स्वयं को अग्र दिखाने का प्रयास करेंगे। धार्मिक क्षेत्र पर भी आडंबर अधिक रहेगा भावनात्मक स्थल पर धार्मिक स्थानों की अपेक्षा अधिक रुचि लेंगे। महिलाये आस्थावान रहेंगी व्यस्त दिनचर्या के कारण शारीरिक शिथिलता बनेगी। मित्रो के साथ हास्य के पल गलतफहमी के कारण अचानक बिगड़ने की सम्भवना है। बाहर के व्यवहार यथा सम्भव सीमित ही रखे। घर के सदस्यों के साथ अधिक समय बिताये। लाभ की अपेक्षा खर्च अधिक रहेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप व्यर्थ की चिन्ताओ का बोझ लेकर घूमेंगे। व्यवसायी वर्ग कार्यो के परिणाम जानते हुए भी मानसिक द्वंद में फंसे रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों का उद्दण्ड व्यवहार गतिरोध लाएगा। नौकरी पेशा जातक आज आराम में अधिक समय बितायेंगे आलस्य के कारण घरेलू कार्य लटके रहेंगे। महिलाओं से प्रेमपूर्ण व्यवहार रहेगा। प्रेम प्रसंगों में अनिश्चितता रहेगी। घर के बुजुर्ग से किसी महत्त्वपूर्ण विषय मे मार्गदर्शन भविष्य में लाभ कराएगा। धन लाभ आज ठीक ठाक रहेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन प्रतिकूल रहने वाला है। क्रोध ओर अहम की भावना प्रेम सम्बन्धो में खटास लाएगी। वैसे तो आज आप मौन ही रहेंगे परन्तु परिस्थिति वश धैर्य खो देंगे जिससे स्वयजनो से मनमुटाव होगा। कार्य क्षेत्र पर भी आज आशाएं निराशा में बदलेंगी। सोची हुई योजनाएं बीच मे छोड़ने के कारण दुख होगा। सामाजिक क्षेत्र पर भी आपकी किरकिरी हो सकती है। घरेलू आवश्यकताओ में भी कंजूसी के कारण परिजनों से विरोध रहेगा। धन लाभ अल्प परन्तु आकस्मिक रहेगा। धर्म कर्म में आज रुचि कम ही रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आनंद दायक रहेगा। घर एव बाहर का वातावरण उत्साह में वृद्धि करने वाला रहेगा। महिलाये गृहस्थ को लेकर आज ज्यादा गंभीर रहेंगी। मांगलिक कार्यक्रमो में उपस्थिति आध्यत्म में निष्ठा बढ़ायेगी। धर्म पुण्य पर खर्च भी करंगे। परन्तु आज अहंकार की भावना मन मे रह सकती है जिससे बंधुजनों से वैचारिक मतभेद रहेंगे। यात्रा टालने पर भी अम्समात करनी पड़ेगी। व्यवसायी वर्ग मेहनत का अधिक फल पाएंगे। विद्यार्थी वर्ग आज उत्पाती रहेंगे। बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा। धन लाभ मध्यम होगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप अपनी कार्यशैली को लेकर आलोचना के शिकार होंगे। कार्यो की गति मंद रहने से विलंब से पूर्ण होंगे। आर्थिक रूप से दिन परेशानी वाला रहेगा उधार के कारण मानसिक चिंता बढ़ेगी। मन में कई योजनाएं रहेंगी लेकिन आर्थिक हालात बाधा डालेंगे। पारिवारिक वातावरण में भी कलह क्लेश रहेगा। महिला वर्ग स्वयं को श्रेष्ठ दिखाने की कोशिश करेंगी। आज किसी भी कार्य को सहजता से होने दे जबरदस्ती करने की कोशिश बिगाड़ सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज अपनी ही गलतियों पर स्वयं हसने के प्रसंग बनेंगे। दिन का अधिकांश समय आलस्य में बीतेगा परन्तु महिलाये इसके विपरीत अधिक व्यस्त रहेंगी। घर मे अव्यवस्था बढ़ने से गुस्सा आएगा। महिलाओं के अधिक बोलने की वृत्ति अशांति फैलाएगी। कार्य व्यवसाय में धन लाभ निश्चित रहेगा केवल आलसी वृति के कारण थोड़ा आगे-पीछे रह सकता है। व्यवसायी कार्य क्षेत्र पर जल्दी ही व्यस्त हो जाएंगे। सामाजिक आयोजनों में जाना पड़ेगा धन खर्च आज बजट से ऊपर होगा। खान-पान में सावधानी रखें। 

*🌹 नवरात्रि का व्रत धन धान्य प्रदान करनेवाला, आयु और आरोग्य वर्धक हैं । शत्रुओं का दमन और बल की वृद्धि करनेवाला हैं । नवरात्री में सारस्वत्य मंत्र या इष्ट मंत्र का अनुष्ठान करने से और रात्रि 12:00 बजे तक का जागरण और जप,कीर्तन, ध्यान से अद्भुत  लाभ होता हैं ।*

*इस दिन घर में नीम और अशोक वृक्ष के पत्तों का तोरण बाँधें, जिससे वहाँ से लोग गुजरें तो वर्षभर प्रसन्न रहें, निरोग रहें । स्वास्थ्य-रक्षा के लिए नीम की पत्तियाँ, मिश्री, काली मिर्च व अजवायन प्रसादरूप में लें। 

*🔸प्रतिपदा तिथि (नवरात्र के पहले दिन) पर माता को घी का भोग लगाएं । इससे रोगी को कष्टों से मुक्ति मिलती है तथा शरीर निरोगी होता है ।*

*🔹 नवरात्रि का महत्व 🔹*

 *देवी भागवत के तीसरे स्कन्द में नवरात्रि का महत्त्व वर्णन किया है । मनोवांछित सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए देवी की महिमा सुनायी है, नवरात्रि के 9 दिन उपवास करने के शारीरिक लाभ बताये हैं ।*

*🔸  शरीर में आरोग्य के कण बढ़ते हैं ।*

*🔸 जो उपवास नहीं करता तो रोगों का शिकार हो जाता है, जो नवरात्रि के उपवास करता है, तो भगवान की आराधना होती है, पुण्य तो बढ़ता ही है, लेकिन शरीर का स्वास्थ्य भी वर्ष भर अच्छा रहता है*

*🔸 प्रसन्नता बढ़ती है । द्रव्य की वृद्धि होती है । लंघन और विश्रांति से रोगी के शरीर से रोग के कण खत्म होते हैं ।*

*🔸 नौ दिन नहीं तो कम से कम 7 दिन / 6 दिन /5 दिन , या आख़िरी के 3 दिन तो जरुर उपवास रख लेना चाहिए ।*

*🔸 नवरात्री में भगवती रुप में कन्या का पूजन हो (पूजन करने के लिए कन्या कैसी हो इसका वर्णन बापूजी ने किया) और प्रेरणा देनेवाली ऐसी कन्या को भगवती समझ कर पूजन करने से दुःख मिटता है, दरिद्रता मिटती है ।*

*🔸 नवरात्रि के पहले दिन स्थापना, देव वृत्ति की कुंवारी कन्या का पूजन हो ।*

*🔸 नवरात्रि के दूसरे दिन 3 वर्ष की कन्या का पूजन हो, जिससे धन आएगा ,कामना की पूर्ति के लिए ।*

*🔸 नवरात्रि के तीसरे दिन 4 वर्ष की कन्या का पूजन करें, भोजन करायें तो कल्याण होगा, विद्यामिलेगी, विजय प्राप्त होगा, राज्य मिलता है ।*

*🔸 नवरात्रि के चौथे दिन 5 वर्ष की कन्या का पूजन करें और भोजन करायें । रोग नाश होते हैं ।*

*या देवी सर्व भूतेषु आरोग्य रुपेण संस्थिता ।*

*नमस्तस्यै नमस्तस्यैनमस्तस्यैनमो नमः ।।*

 *जप करें; पूरा साल आरोग्य रहेगा ।*

*🔸 नवरात्रि के पांचवे दिन 6 वर्ष की कन्या काली का रुप मानकर पूजन करके भोजन करायें तो शत्रुओं का दमन होता है ।*

*🔸 नवरात्रि के छठे दिन 7 वर्ष की कन्या का चंडी का रुप मानकर पूजन करके भोजन करायें तो ऐश्वर्य और धन सम्पत्ति की प्राप्ति होती है।*

*🔸 नवरात्रि के सातवे दिन 8 वर्ष की कन्या का शाम्भवी रुप में पूजन कर के भोजन करायें तो किसी महत्त्व पूर्ण कार्य करने के लिए, शत्रु पे धावा बोलने के लिए सफलता मिलेगी ।*

*🔸 नवरात्रि की अष्टमी को दुर्गा पूजा करनी चाहिए । सभी संकल्प सिद्ध होते हैं । शत्रुओं का संहार होता है ।*

*🔸 नवरात्रि के नवमी को 3 से 9 साल की कन्या का पूजन भोजन कराने से सर्व मंगल होगा, संकल्प सिद्ध होंगे, सामर्थ्यवान बनेंगे, इसलोक के साथ परलोक को भी प्राप्त कर लेंगे, पाप दूर होते हैं, बुद्धि में औदार्य आता है, नारकीय जीवन छुट जाता है, हर काम में, हर दिशा में सफलता मिलती है । नवरात्रि में पति पत्नी का व्यवहार नहीं, संयम से रहें ।*

*🔹चैत्री नूतन वर्ष ( गुडी पड़वा ): 30 मार्च 2025 – वि. सं 2082 प्रारम्भ*

*🔸चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा या गुडी पड़वा वर्ष का आरम्भ दिवस माना जाता है ।*

*🔸इस दिन मर्यादापुरुषोत्तम श्रीरामचन्द्रजी ने बालि के अत्याचार से लोगों को मुक्त किया था । उसकी खुशी में लोगों ने घर-घर गुड़ी (ध्वजा) खड़ी कर उत्सव मनाया इसलिए यह दिन ‘गुड़ी पड़वा’ नाम से प्रचलित हुआ ।*

*🔸इसी दिन राजा विक्रमादित्य ने शकों पर विजय पायी और विक्रम संवत्सर प्रारम्भ हुआ ।*

 

*🔸आध्यात्मिक ढंग से देखें तो यह सतयुग का प्रारम्भिक दिवस है । ब्रह्माजी ने जब सृष्टि का आरम्भ किया उस समय इस तिथि को ‘प्रवरा’ (सर्वोत्तम) तिथि सूचित किया था ।*

 

*🔸वर्ष के साढ़े तीन शुभ मुहूर्तों में से एक है गुडी पड़वा का दिन ! यह बिना मुहूर्त के मुहूर्त है अर्थात् इस पूरे दिन शुभ मुहूर्त रहता है, पंचांग में शुभ मुहूर्त नहीं देखना पड़ता । इस दिन जितना भी भजन, ध्यान, जप, मौन, सेवा की जाए, उसका अनेक गुना फल मिलता है ।*

 

*🔸नये साल के प्रथम दिन से ही चैत्री नवरात्र का उपवास चालू हो जाता है । 9 दिन का उपवास करके माँ शक्ति की उपासना की जाती है, जिससे आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ मानसिक प्रसन्नता व शारीरिक स्वास्थ्य-लाभ भी सहज में ही मिल जाता है ।*

 

*🔸चैत्र शुक्ल प्रतिपदा वर्ष का पहला दिन होने से इसका विशेष महत्व है । वर्षारम्भ की यह मंगलदायिनी तिथि समूचे वर्ष के सुख-दुःख का प्रतीक मानी जाती है ।*

 

*🔹भारतीय चैत्री नूतन वर्ष 9 अप्रैल को कैसे मनायें ?🔹*

 

*🔸 सुबह सूर्योदय पहले स्नान करें । तिलक करें ।*

 

*🔸 सूर्योदय के समय शंखध्वनि करें । सूर्यनारायण को अर्घ दें । भगवा ध्वज फहरायें ।*

 

*🔸 अशोक – आम- नीम- पीपल के पत्ते का तोरण बांधे । नीम – काली मिर्च – मिश्रीयुक्त चटनी खायें ।*

 

*🔸भजन-संकीर्तन करें । एक दूसरे को हार्दिक बधाई दें ।*

*🌞🚩 *” ll जय श्री राम ll “*

🚩🚩🌞*हमारे नारद मुनि मन की गति से

सूक्ष्म शरीर में चलते हैं। इसलिए वे कुछ ही पल में देवलोक से भू लोक या इंद्रलोक या पाताल लोक पंहुच जाते हैं।

साधना के माध्यम से कोई भी साधक सूक्ष्म शरीर धारण कर सकता है। यह विधि पर भोगवादी दर्शन और चिंतन से परे है इसलिए इसे परा विज्ञान कहा गया है।

‘भोगवादी’ एक शब्द में पूरा ओसो दर्शन और

‘संतोषम् परम् सुखंम’ इस एक वाक्य में बौद्ध दर्शन समा जाता है।

जहाँ तक बात है सनातन धर्म संस्कृति की ऐसे ऐसे एक अरब वाक्यों और मंत्रों से परिपूरित है जिसकी साधारणतया कल्पना भी नहीं कर सकते।

बस यूं समझो कि हमारे ‘यत् पिंडे तत् ब्रह्मांडे’ वाक्य में ही समूचा ब्रहमांड समा जाता है।

इसलिए सनातन धर्म संस्कृति अगाध है अन्नंत हैं अखंड है।

अरबी कबीलों यानी कसाई और यूरोपीय कबीलों यानी ईसाई का तो केवल पेट और पेट से नीचे भूख का दर्शन है

जिसे सनातन धर्म में म्लेच्छ या छुद्रपंथी कहा गया है।

पीएम मोदी बहुत स्मार्ट व्यक्ति और मेरे अच्छे दोस्त’ राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर की दिल खोलकर तारीफ, लेकिन टैरिफ पर क्या बोले?

नईदिल्ली 29 मार्च । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के हाई टैरिफ पॉलिसी पर अपने रुख को दोहराते हुए पीएम मोदी को ‘महान मित्र’ और ‘बेहद स्मार्ट व्यक्ति’बताया है.

व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने विश्वास जताया कि दोनों देशों के बीच चल रही व्यापार वार्ता सकारात्मक परिणाम देगी, भले ही उनका प्रशासन भारतीय वस्तुओं पर पारस्परिक टैरिफ लगाने पर जोर दे रहा हो.

मोदी मेरे बहुत अच्छे दोस्त- ट्रंप

ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में यहां आए थे और हम हमेशा से बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है. वे बहुत होशियार हैं. वह बहुत होशियार व्यक्ति हैं और मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं. हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही. मुझे लगता है कि भारत और हमारे देश के बीच सब कुछ बहुत बढ़िया रहेगा और मैं कहना चाहता हूं कि आपके पास एक बेहतरीन प्रधानमंत्री है. उनकी यह टिप्पणी बढ़ते व्यापार तनाव के बीच आई है, जिसमें अमेरिका भारत सहित अन्य देशों पर पारस्परिक टैरिफ लगाने की तैयारी कर रहा है, जिसे ट्रंप ने अनुचित व्यापार व्यवहार बताया है.

भारत के साथ संबंध अच्छे

ट्रंप ने बार-बार भारत की व्यापार नीतियों की आलोचना की है , इससे पहले उन्होंने भारत को ‘टैरिफ किंग’ और इसके आयात शुल्क को ‘बहुत अनुचित और मजबूत’ कहा था. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन भारत के साथ मेरी एकमात्र समस्या यह है कि वे दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक हैं. मेरा मानना ​​है कि वे संभवतः उन टैरिफ को काफी हद तक कम कर देंगे, लेकिन 2 अप्रैल को हम उनसे वही टैरिफ वसूलेंगे जो वे हमसे वसूलते हैं। 

ट्रंप ने भारत पर प्रतिबंधात्मक व्यापार प्रथाओं का आरोप लगाते हुए कहा कि आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते, यह लगभग प्रतिबंधात्मक है. वैसे, वे इस बात पर सहमत हो गए हैं कि वे अब अपने टैरिफ में कटौती करना चाहते हैं, क्योंकि आखिरकार कोई तो उन्हें उनके किए की पोल खोल रहा है.

ट्रंप का पक्ष जीतने के लिए भारत के प्रयास

भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए फरवरी से महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसका उद्देश्य टैरिफ पर तनाव को कम करना है. भारत ने अमेरिका से ऊर्जा खरीद को पिछले साल के 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर करने का वादा किया है. रक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि भारत जल्द ही एफ-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान डील कर सकता है और बातचीत के जरिए वाशिंगटन को तेल, गैस और सैन्य उपकरणों में प्राथमिकता दी जाएगी.

 

बजट में कस्टम ड्यूटी घटाई

 

ट्रंप द्वारा टअनुचित’ टैरिफ की आलोचना के जवाब में, भारत ने प्रमुख आयातों पर शुल्क कम कर दिया है, बोरबॉन व्हिस्की टैरिफ को 150 प्रतिशत से घटाकर 100 प्रतिशत कर दिया है. सरकार ने फरवरी के बजट में सौर सेल,लग्जरी कारों और मशीनरी पर बुनियादी कस्टम ड्यूटी को भी कम कर दिया गया है, जिससे अधिकतम इंपोर्ट ड्यूटी 70 प्रतिशत और एवरेज ड्यूटी 11 प्रतिशत से कम हो गया है.

 

इस बीच एलन मस्क की स्टारलिंक रिलायंस और एयरटेल के साथ साझेदारी के बाद भारत में अंतिम विनियामक अनुमोदन हासिल करने के करीब है, इस कदम से उभरते बाजारों में इसके विस्तार में तेजी आने की आशा है।