बिगब्रेकिंग : काशीविद्वतपरिषद ने ज्योतिष्पीठ पर अन्नंत विभूषित स्वामी अविमुक्तेस्वरानन्द जी की पद-प्रतिष्ठा को न्यायोचित एवं शास्त्र सम्मत बताया

✍️हरीश मैखुरी

काशी विद्वत परिषद ने ज्योतिष्पीठ के जगद्गुरु शङ्कराचार्य अनंत विभूषित स्वामी अविमुक्तेस्वरानन्द जी महाराज को मान्यता देते हुए उन्हैं ज्योतिष्पीठ हेतु मठानम्नाय अनुशासन के अनुरूप सर्वथा योग्य और विद्वान शंकरचार्य कहा है। 

काशीविद्वतपरिषद ने दिनांक 11 नवम्बर 2022 को जारी आधिकारिक पत्र के माध्यम से ज्योतिष्पीठ पर अन्नंत विभूषित स्वामी अविमुक्तेस्वरानन्द जी की पद-प्रतिष्ठा को न्यायोचित एवं शास्त्र सम्मत बताते हुए उनकी पुष्टि की है। इसके बाद ज्योतिष्पीठ पर स्वामी अविमुक्तेस्वरानन्द की प्रतिष्ठा पर चंद लोगों द्वारा उठाए जा रहे प्रश्नों का भी पटाक्षेप हो गया है। 

बता दें कि शंकराचार्य अविमुक्तेस्वरानन्द का ज्योतिष्पीठ में पहले ही स्थानीयों ने भव्य समारोह में स्वागत कर उनका अभिवादन कर उनकी प्रतिष्ठा कर दी थी।

इधर शंकरचार्य विभूषित होने के उपरांत स्वामी अविमुक्तेस्वरानन्द फुल फार्म में हैं। वे ज्योतिषपीठ जैसे दूरस्थ क्षेत्र में एक हजार बैड का आधुनिक चिकित्सालय और देश भर में दस दस हजार छात्र संख्या वाले एक सौ आठ गुरूकुल खोलने का संकल्प ले चुके हैं। जिस असंभव कार्य को सरकारें नहीं कर पा रही हैं ऐसा महान कार्य एक भगवा वस्त्र धारण करने वाला महान संत कर रहा है। 

शंकरचार्य बनने के बाद स्वामी अविमुक्तेस्वरानन्द देशाटन पर हैं अपने अल्प प्रवास पर गीतांजलि ग्रीन सिटी काकागंज सागर में पधारे उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठ के पूज्यपाद जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती जी महाराज ने आज प्रातः भक्तों को उपदेश दिया।

उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में धर्म का सबसे प्रमुख स्थान होना चाहिए। जैसे सभी नदियाँ समुद्र की ओर सहज ही जाती हैं उसी प्रकार समस्त समाज का जनमानस सन्तों की ओर आकर्षित होता है और उनके आशीर्वाद से कल्याण प्राप्त करता है । आगे कहा कि 3 तरह के शासन होते हैं – यमराज, राजा और गुरु का। इन तीनों में आज भी सर्वाधिक आत्मवान लोग हैं जो गुरुओं के शासन को स्वीकार करते हैं।

इसके साथ ही पूज्य शंकराचार्य जी महाराज के आशीर्वाद और दर्शन का अनेक लोगों ने लाभ लिया। क्षेत्र के विधायक शैलेन्द्र जैन ने पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज की चरण पादुकाओं का पूजन करके क्षेत्र के कल्याण के लिए आशीर्वाद की कामना की। इस समस्त कार्यक्रम में सर्वश्री मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, राजेश मिश्र, अर्चना मिश्रा उपस्थित रहें।