सियासी दलों में जूता वार के बाद अब त्यौहार पर तकरार, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने कहा हमने त्यौहार की छुट्टी की लेकिन उन्होंने शुक्रवार की

हरीश मैखुरी 

ज्यों-ज्यों विधानसभा चुनाव सन्निकट आ रहे हैं कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में चुनावी संग्राम भी तेज हो रहा है। मोदी की केदारनाथ यात्रा के दौरान जूतों को लेकर विवाद के बाद अब इगास बग्वाल की छुट्टी पर तकरार शुरू हो गया है। 

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की परिक्रमा करते समय गर्म ऊनी मोजे और उसी काले रंग के गर्म उनी छपेलों को जहां प्रतिपक्ष ने जूता समझ कर प्रधानमंत्री मोदी की केदार यात्रा पर छींटाकसी करते हुए सवाल खड़े किए। 
  वहीं भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री मोदी जी का ड्रेस सेंस वर्ल्ड क्लास का है उन्हें पता है कि किस अवसर पर क्या पहनना चाहिए। इसलिए ये अफवाह मीडिया में आते ही कांग्रेस को जवाब देना भारी पड़ गया, लेकिन लोग नहीं भूले कि कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की न केवल भगवान श्री गणेश से तुलना की बल्कि गोदियाल तो जूतों में मंदिर गये। 
  ज्ञातव्य है कि नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो का लोकार्पण एवं शिलांयास किया लेकिन कोई भी राजनीतिक घोषणा नहीं की न राजनीतिक बयान दिया। इससे मोदी ने विपक्ष को का राजनीतिक मुद्दा नहीं दिया। समझा जाता है कि उसी के जवाब में कांग्रेस के हरीश रावत भी केदारनाथ और बद्रीविशाल भी गये साथ ही इगास की छुट्टी का मुद्दा  उछाल गये। छोटी दीपावली पर कांग्रेस ने इगास की छुट्टी को लेकर भी सरकार को घेरा कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ईगास की दीपावली रविवार को है और भारतीय जनता पार्टी छुट्टी सोमवार की कर रही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी भी हमलावर दिख रही है, भारतीय जनता पार्टी के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सीधे वार करते हुए कहा कि हमने त्यौहार की छुट्टी की और कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार की छुट्टी की।
 बता दें कि मैदानी वोट साधने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी ने चेटिचंद की छुट्टी की। जबकि इस बार के कार्यकाल में कुमांयू साधने के लिए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरेला पर्व पर छुट्टी की जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने उत्तराखंड के जाने माने लोक त्यौहार एकादशी बग्वाल (इगास) की छुट्टी की है। इगास की छुट्टी की लम्बे समय से मांग भी थी, जिस पर राज्य बनने के इक्कीस वर्ष बाद मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने अवकाश घोषित किया है।