हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र को लेकर जर्मनी की नीति की घोषणा के बाद जर्मनी का जंगी जहाज ‘बायर्न’ मुंबई पहुंचने वाला है, चीन में खलबली

षड़यंत्र से सफलता प्राप्त की जा सकती है, लेकिन श्रेष्ठता नहीं.. हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र को लेकर जर्मनी की नीति की घोषणा के बाद जर्मनी का जंगी जहाज ‘बायर्न’ मुंबई पहुंचने वाला है. इसे इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के खिलाफ एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। समझा जाता है आगामी २१ जनवरी को यह जाहज मुम्बई के निकट होगा। पिछले वर्ष जब यह जाहज इसी तरह हिंद महासागर पंहुचा तो चीन में खलबली मच गयी। चीन का कहना था कि भारत इसलिए जानबूझकर प्रशांत महासागर में जर्मनी के इस जहाज की उपस्थिति करवा रहा है करवा रहा है ताकि दुनिया को बताया जा सके कि इस क्षेत्र पर चीन का कोई अधिकार नही।(ऐजेन्सी)

षड़यंत्र से सफलता प्राप्त की जा सकती
है, लेकिन श्रेष्ठता नहीं..

श्रेष्ठता गुणों से प्राप्त होती है, और गुण
ईश्वरीय होते हैं!
*दान जैसी संपत्ति नहीं, लालच जैसा रोग नहीं। स्वभाव जैसा आभूषण नहीं, संतोष जैसा सुख नहीं।।*

🚩🙏जय श्री राम🙏🚩