✍️हरीश मैखुरी
मोदी जी 74 वर्ष के हो गए…वर्तमान में वो विश्व के सबसे लोकप्रिय राजनेता हैं…हम सब भारतीय उन्हें अलग अलग रोल में पूरी विश्वसनीयता के साथ अपने दायित्व निर्वहन के लिए जानते हैं..
फिर वो चाहे एक स्वंयसेवक के तौर पर निभाया गया दायित्व हो, या पार्टी के कार्यकर्त्ता के रूप में जिम्मेदारी निभाना हो या एक मुख्यमंत्री के तौर पर गुजरात मॉडल को एक गवर्नेंस मॉडल के रूप में स्थापित कर देना हो या फिर एक प्रधानमंत्री के रूप में भारत की छवि को पूरे विश्व में प्रतिस्थापित करना हो..
अपने जीवन के हर रोल में मोदी जी ने अपना शत प्रतिशत दिया है शायद यही “मन समर्पित, तन समर्पित, और यह जीवन समर्पित चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और भी दूं” शब्दों को असल में जीने जैसा है।
मोदी के मोदी बनने के पीछे अगर विश्लेषण करने जाएंगे तो बहुत से कारण आप पाएंगे पर एक गुण जिसने मोदी को हर भारतीय की जिंदगी का हिस्सा बना दिया है वो है उनकी सादगी।
बीते वर्षों में न जाने कितनी बार हमने देखा कि विदेशी दौरों की टाइमिंग नवरात्र के साथ पड़ी खाली नीम्बू पानी के सहारे 5 5 दिन एक साथ अलग अलग देशों में मीटिंग्स निबटाना..जन संवाद करना.. फ्लाइट के टाइम को ब्रीफिंग्स के लिए उपयोग करना ये सब एक ही दिन में जीवन का हिस्सा नहीं बन जाता ये एक डिसिप्लिन है जो उम्र भर की तपस्या के बाद अचीव होता है और यही बात हम सब भारतीय बहुत अच्छे से समझते है।
गुजरात के CM के दिनों का मोदी जी का एक किस्सा है कि एक बार वहाँ CM हाउस पर सिक्योरिटी रिव्यू मीटिंग थी ..सिक्योरिटी रिव्यू करने वाली टीम को शाम 6 बजे CM हाउस पहुंचना था और वो टीम एक दम टाइम से वहाँ पहुँच भी गयी.. मोदी जी उस टीम को रिसीव करने वहां व्यक्तिगत तौर पर गेट पर पहुंचे और उन सबको हॉल में बिठा कर उनसे 2 मिनट का समय मांग कर घर के अंदर चले गए..
वो टीम वहाँ 10 मिनट बैठी रही उन्हें लगा कि हो सकता है CM किसी अन्य कॉल पर चले गए हों ..10 मिनट बाद वो क्या देखते हैं कि मोदी जी एक ट्रे में सबके लिए चाय के कप स्वंय ला रहे हैं.. ये उस दौर में बाकी लोगों के लिए अचम्भे जैसा था कि एक राज्य का मुख्यमंत्री खुद उनके लिए सर्विंग कर रहा है… चाय के कप रखते हुए मोदी जी ने देरी के लिए उनसे माफ़ी मांगते हुए उन्हें बताया कि आज उनके रसोई में काम करने वाले स्टाफ के बच्चे का जन्मदिन है तो उसको हाफ डे की छुट्टी दे दी है इसलिए खुद से चाय बनाने में उन्हें 10 मिनट का समय लग गया और फिर उसके बाद सिक्योरिटी रिव्यू शुरू हुआ
जिस दौर में देश लाखों करोड़ों के घोटाले देख रहा था नेताओं की अर्रोगंस टीवी पर देख रहा था उस दौर में जो मशीनरी पास से मोदी का उदय देख रही थी उस मशीनरी का अपने नेता पर विश्वास भी वो कारण बना जिसके कारण वो सब कुछ संभव हो पाया जिसकी झलक अब हम टीम मोदी के ग्लोबल स्तर पर कॉन्फिडेंस के रूप में वैश्विक मंचों पर देखते है।
पीएम नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो गए हैं। दो कार्यकालों में पूर्ण बहुमत के साथ काम करने वाले नरेंद्र मोदी इस बार गठबंधन सरकार चला रहे हैं, लेकिन उन्होंने एजेंडे में कोई खास बदलाव नहीं किया है।
समान नागरिक संहिता, वक्फ बोर्ड विधेयक की चर्चा और एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर वह आगे बढ़ रहे हैं। यही नहीं वक्फ बोर्ड को लेकर तो समाज में तीखी बहस चल रही है, लेकिन इसके बाद भी मुस्लिम वोट बैंक को लेकर संवेदनशील दिखने वाली नीतीश कुमार की जेडीयू इस पर साथ है। इसके अलावा विकास के भी कई पैरामीटर्स पर मोदी सरकार आगे बढ़ी है। मुख्य तौर पर 100 दिनों में 13 मोर्चों पर काम किया है।मोदी सरकार 3.0 ने 100 दिनों में 3 लाख करोड़ रुपये की इन्फ्रा परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इसमें खासतौर पर रोड, रेलवे, पोर्ट्स और एयरवेज पर फोकस किया गया है। महाराष्ट्र में ही 76,200 करोड़ रुपये की लागत से माधवन मेगा पोर्ट को मंजूरी दी गई है। यह दुनिया के 10 सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक होगा। इसके अलावा पीएम ग्राम सड़क योजना के चौथे चरण की शुरुआत दी गई है, जिस पर 62 हजार करोड़ की लागत आएगी। इसके अतिरिक्त 8 नेशनल हाईस्पीड कॉरिडोर प्रोजेक्ट्स को भी मंजूरी मिली है, जो 936 किलोमीटर लंबे होंगे।नरेंद्र मोदी सरकार के शुरुआती 100 दिनों में पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की गई। इसके तहत 20 हजार करोड़ रुपये की रकम वितरित की गई। इसके अलावा खरीफ फसलों के एमएसपी में भी इजाफा किया गया। इससे करीब 12 करोड़ किसानों को सीधे तौर पर लाभ हुआ है। प्याज और बासमती चावल के निर्यात पर शुल्क घटाया गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में भी 3,300 करोड़ रुपये की लागत से कई कृषि योजनाओं की शुरुआत की गई है।
नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 ने अपने पहले ही बजट में टैक्स में मिडिल क्लास के लिए भी ऐलान किया। इसके तहत 7 लाख रुपये तक टैक्स नहीं लगेगा। सैलरीड क्लास वाले लोग टैक्स में 17,500 रुपये तक की बचत कर सकेंगे। स्टैंडर्ड डिडक्शन 75 हजार रुपये तक रहेगा। फैमिली पेंशन पर भी छूट 25 हजार तक बढ़ा दी गई है। पेंशन को लेकर भी नई यूनिफाइड स्कीम लाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पीएम आवास योजना के भी नए चरण का ऐलान हुआ है। इसके तहत 1 करोड़ घर शहरी क्षेत्र में बनेंगे और 2 करोड़ घर ग्रामीण इलाकों में बनेंगे।
मोदी सरकार 3.0 में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को एक उपलब्धि माना जा रहा है। बजट में 31 पर्सेंट एंजेल टैक्स को हटा दिया गया। इसे स्टार्टअप्स के लिए अच्छा कदम माना जा रहा है। इसके अलावा कॉरपोरेट टैक्स में भी राहत दी गई है। नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डिवेलपमेंट प्रोग्राम के तहत 12 औद्योगिक शहर बसाए जाएंगे। मुद्रा लोन की लिमिट भी 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दी गई है।