मुख्यमंत्री घोषणा संबंधित 7 ईकोटूरिज्म प्रस्तावों हेतू ₹ 79.83 लाख स्वीकृत, मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कोविड सम्भावित तीसरी लहर संदर्भित बैठक ली

*वन विभाग द्वारा मा. मुख्यमंत्री घोषणा संबंधित 7 ईकोटूरिज्म प्रस्तावों हेतू ₹ 79.83 लाख स्वीकृत*

प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) श्री राजीव भरतरी की अध्यक्षता में राजपुर रोड स्थित वन विभाग के मुख्यालय में ईकोटूरिज्म कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मा. मुख्यमंत्री घोषणाओं के 79.83 लाख रूपये के 07 प्रस्ताव पारित कर संबंधित डीएफओ को निर्देश दिये गये कि मुख्यमंत्री घोषणाओं के इन स्वीकृत प्रस्तावों पर शीघ्र कार्य पूर्ण किये जाए।
मुख्यमंत्री घोषणाओं के जिन प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई उनमें 15.83 लाख की लागत से चन्द्रबनी खालसा में कुमांऊनी मंदिर के पास वन विभाग द्वारा पार्क का निर्माण किया जायेगा। 10 लाख रूपये की लागत से क्यारी नागटिब्बा सुरकण्डा तक ट्रेक रूट का निर्माण किया जायेगा। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अन्तर्गत फांटो क्षेत्र में सफारी जोन बनाने के लिए 15 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गई। बार्सू से दयारा बुग्याल एवं रैथल से दयारा बुग्याल वाले ट्रेक रूट का सुदृढ़ीकरण किया जायेगा। 10 लाख रूपये से ऋषिकेश क्षेत्र में संजय झील का सौन्दर्यीकरण कर इसे साहसिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। भराड़सैंण में ईको ट्रेल/ ईको पार्क की स्थापना के लिए 20 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई जबकि नागटिब्बा, एन्दी, बुराष्टी में कैम्पिंग साइट विकास, व्यू प्वाइन्ट निर्माण, नागटिब्बा ताल की सफाई एवं सौन्दर्यीकरण के लिए 19 लाख रूपये की स्वीकृति शामिल है।
ईकोटूरिज्म कोर कमेटी के सदस्य सचिव डॉ पराग मधुकर धकाते, मुख्य वन संरक्षक ईकोटूरिज्म एवं प्रचार प्रसार ने अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु राज्य सेक्टर ईकोटूरिज्म योजना के अंतर्गत यह धनराशि प्रभागीय वनाधिकारीओं को जारी की जा रही है ।
बैठक में अपर प्रमुख वन संरक्षक परियोजना डॉ समीर सिन्हा, अपर प्रमुख वन संरक्षक नियोजन एवं वित्तीय प्रबंधन श्री जी एस पांडे, मुख्य वन संरक्षक कुमाऊँ डॉ तेजस्विनी पाटील, मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक उपस्थित थे ।

मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में बाजपुर के किसानों के प्रतिनिधिमण्डल ने अपनी समास्याओं से अवगत कराया। उन्होंने विभिन्न श्रेणियों की भूमि के नियमितीकरण में हो रही परेशानियों से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए उचित हल निकाला जायेगा। उन्होंने कहा कि पूरे मामले का परीक्षण कराकर समाधान के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री यशपाल आर्य, मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश, सचिव श्री रंजीत सिन्हा, श्री चन्द्रेश यादव आदि उपस्थित थे।

मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने गुरुवार को सचिवालय में कोविड की सम्भावित तीसरी लहर हेतु तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने कहा कि कोविड की अगली लहर हेतु सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण कर ली जाएं। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में कोविड केसों में कमी आने के बावजूद टेस्टिंग को किसी भी हाल में कम न किया जाए। उन्होंने 40 हजार टेस्ट प्रतिदिन का टारगेट पूरा किये जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कोविड की अगली लहर के लिए पूर्ण तैयारियां करते हुए क्लीनिकल प्रोटोकोल के अनुसार बाल चिकित्सकों एवं नर्सों का कोविड केयर के सम्बन्ध में प्रशिक्षण करा लिए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने सम्भावनाओं के अनुरूप अगली लहर के लिए चिकित्सालयों में बच्चों के ऑक्सीजन मास्क एवं मेडिसिन आदि की समस्त व्यवस्थाओं की तैयारी हेतु 30 जून तक प्लान तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता में काफी सुधार हुआ है, आने वाले समय में और अधिक ऑक्सीजन प्लान्ट्स राज्य में स्थापित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में मार्ग अवरूद्ध होने के कारण ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्टेशन में समस्या आ सकती है, इसलिए प्रत्येक जनपद में ऑक्सीजन की स्टोरेज एवं ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर पर अधिक फोकस किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे पर्वतीय क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों में भी ऑक्सीजन की उपलब्धता बनी रहेगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव श्री अमित नेगी, श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, डाॅ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्रीमती सौजन्या एवं डीजी हेल्थ डाॅ. तृप्ति बहुगुणा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।