आज का पंचाग आपका राशि फल, एक लाख अट्ठासी हजार सिद्ध मंत्रों में से प्रत्येक मंत्र चमत्कारिक परिणाम देता है, रोगों के कारण और निवारण

गर्व का विषय है गर्व करियेगा
नेपाल के काली गण्डकी नदी से प्राप्त 6 करोड़ वर्ष पुराने 2 शालीग्राम पत्थर को #उत्तरप्रदेश_अयोध्या में निर्माण हो रहें श्री राम मंदिर में वहाँ पर भगवान श्री राम के बाल्य स्वरूप की मूर्ति और माता सीता की मूर्ति बनाने के लिए तय किया गया है।

शालिग्राम मिलने वाली एक मात्र नदी काली गण्डकी है ,यह नदी दामोदर कुण्ड से निकलकर गंगा नदी में मिलती है। कालीगण्ड नदी के किनारे से लिया गया यह शिला खंड एक 26 टन का और दूसरा 14 टन का है।

निकालने से पहले काली गंड़की नदी में क्षमा पूजा की गई और विशेष पूजा के साथ ले जाया गया।

शिला को 26-01-2023 गुरुवार के दिन गलेश्वर महादेव मन्दिर में रूद्राभिषेक किया गया

सोमवार 30 -01-2023 के दिन अयोध्या के लिए प्रस्थान होगा…

इस भले कार्य के लिए नेपाल और भारत दोनों देशों के सरकार क़ो बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐💐💐

जय श्री सीता राम 💐जय माता जानकी 💐

​ ​ 𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝

                  *श्री हरिहरो* 

                *विजयतेतराम*

      

        *🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

        🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓

 

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*_शनिवार, २८ जनवरी २०२३_*

 

सूर्योदय: 🌄 ०७:११

सूर्यास्त: 🌅 ०५:५३

चन्द्रोदय: 🌝 ११:२४

चन्द्रास्त: 🌜२४:५४

अयन🌖उत्तरायणे(दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🎄 शिशिर

शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)

मास 👉 माघ

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि 👉 सप्तमी (०८:४३

से अष्टमी)

नक्षत्र 👉 अश्विनी (१९:०६

से भरणी)

योग👉साध्य(११:५५से शुभ

प्रथम करण👉वणिज(०८:४३तक

द्वितीय करण👉विष्टि(२०:४८तक

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मकर

चंद्र 🌟 मेष

मंगल🌟वृष(उदित,पश्चिम,मार्गी)

बुध🌟धनु(उदित,पूर्व,मार्गी)

गुरु🌟मीन(उदित,पूर्व,मार्गी)

शुक्र🌟कुम्भ(उदित,पश्चिम)

शनि🌟कुम्भ(उदित,पूर्व,मार्गी)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳

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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०९ से १२:५१

अमृत काल 👉 ११:४५ से १३:२३

विजय मुहूर्त 👉 १४:१७ से १४:५९

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४७ से १८:१४

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:५० से १९:१०

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०३ से २४:५६

राहुकाल 👉 ०९:५० से ११:१०

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १३:५० से १५:१०

दुर्मुहूर्त 👉 ०७:१० से ०७:५२

होमाहुति 👉 शुक्र

दिशा शूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 पृथ्वी 

भद्रावास 👉 स्वर्ग (०८:४३ से २०:४८ तक)

चन्द्रवास 👉 पूर्व

शिववास 👉 भोजन में (०८:४३ से श्मशान में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (वायविंडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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अचला-रथ-आरोग्य सप्तमी, माँ नर्मदा जयन्ती, भीष्माष्टमी, विवाह मुहूर्त मकर-कुम्भ ल. प्रातः ०७:१२ से ०८:४३ तक, गृहप्रवेश मुहूर्त+उद्योग मशीनरी+व्यवसाय आरम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०८:३७ से ०९:५८ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर १२:४० से सायं ०४:४३ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १९:०६ तक जन्मे शिशुओ का नाम अश्विनी नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (चे, चो, ला) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार (ली, लू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मकर – ३०:२४ से ०८:०५

कुम्भ – ०८:०५ से ०९:३१

मीन – ०९:३१ से १०:५५

मेष – १०:५५ से १२:२८

वृषभ – १२:२८ से १४:२३

मिथुन – १४:२३ से १६:३८

कर्क – १६:३८ से १९:००

सिंह – १९:०० से २१:१९

कन्या – २१:१९ से २३:३७

तुला – २३:३७ से २५:५७

वृश्चिक – २५:५७ से २८:१७

धनु – २८:१७ से ३०:२०

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:१० से ०८:०५

रोग पञ्चक – ०८:०५ से ०८:४३

शुभ मुहूर्त – ०८:४३ से ०९:३१

मृत्यु पञ्चक – ०९:३१ से १०:५५

रोग पञ्चक – १०:५५ से १२:२८

शुभ मुहूर्त – १२:२८ से १४:२३

मृत्यु पञ्चक – १४:२३ से १६:३८

अग्नि पञ्चक – १६:३८ से १९:००

शुभ मुहूर्त – १९:०० से १९:०६

रज पञ्चक – १९:०६ से २१:१९

शुभ मुहूर्त – २१:१९ से २३:३७

चोर पञ्चक – २३:३७ से २५:५७

शुभ मुहूर्त – २५:५७ से २८:१७

रोग पञ्चक – २८:१७ से ३०:२०

शुभ मुहूर्त – ३०:२० से ३१:०९

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज आप दिनभर हास्य एवं मनोरंजन के मूड में रहेंगे मौज शौक पूरा करने के लिये आवश्यक कार्यो को भी नजरअंदाज कर सकते है। लेखक एवं कला क्षेत्र से जुड़े जातको को प्रतिभा प्रदर्शन के सुअवसर मिलेंगे। व्यापार व्यवसाय भी आज सामान्य से अधिक उन्नत चलेगा लेकिन आर्थिक मामले में जल्दी से किसी पर विश्वास ना करें अन्यथा हानि होने की संभावना भी है। नौकरी पेशा जातको की वेतन वृद्धि हो सकती है। परिजनों के साथ खरीददारी पर खर्च होगा। आज अपनी ही किसी गलती से सेहत में विकार आने की सम्भवना है।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके प्रतिकूल रहेगा। आज कार्यो में असफलता मिलने से मन हताशा से भरा रहेगा जिसके कारण क्रोध की मात्रा भी आप में आज अधिक रहेगी। जल्दबाजी में बिना विचारे कोई भी कार्य ना करे। मध्यान बाद कुछ समय के लिये आलस और व्याकुलता बढ़ेगी स्वास्थ्य कुछ नरम-गरम भी रहेगा। परिजनों के साथ बैठकर समस्याओं का समाधान निकालना हितकर रहेगा। लंबे समय से उलझे आर्थिक अथवा सरकारी कार्यो में आज ढील देना ही उचित रहेगा अन्यथा उलझने ज्यादा बढ़ सकती है। आज का दिन मौन होकर बिताने का प्रयास करें।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके अनुकूल रहने से शारीरिक और मानसिक रूप से खुशी का अनुभव करेंगे। आज आपको सामाजिक क्षेत्र पर दिए योगदान के लिये प्रशंशा मिलेगी। नौकरी अथवा व्यापार में किसी अपरिचित से पहचान भविष्य के लिए लाभदायी रहेगी। आर्थिक मामले आरम्भ में अटकते नजर आएंगे लेकिन थोड़ा प्रयास करने पर सफलता मिल सकती है। संध्या के बाद का समय मनोरंजन में बिताएंगे। परिजनों के साथ बाहर घूमने का अवसर मिलेगा। धन खर्च अधिक रहेगा। सेहत में छोटे मोटे विकार रहने पर भी दिनचर्या को प्रभावित नही करेंगे।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में आशानुकूल सफलता मिलने से संतोष होगा लेकिन आज बैठे बिठाए लाभ पाने की आशा ना रखें अन्यथा लाभ किसए अन्य को मिल सकता है। नए कार्य का विस्तार आज मध्यान के बाद करना शुभ रहेगा इसके लिये आवश्यक सहयोग थोड़े से प्रयास के बाद मिल जायेगा। पूर्व में किसी की सहायता करने के लिये आज समाज एवं कुटुंब में मान-सम्मान बढेगा। हड्डी अथवा जोड़ो की तकलीफ हो सकती है सतर्क रहें। शेयर सट्टे से भी आकस्मिक लाभ की सम्भवना है। परिवार का वातावरण शांत रहेगा।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपको मिला-जुला फल प्रदान करेगा। दिन के आरम्भ में धार्मिक प्रवृत्ति के कारण दिनचर्या में विलंब होगा लेकिन इसके बाद स्वभाव में फुर्ती आएगी रुके हुए कार्य सरलता से पूर्ण होने से आत्मविश्वाश में वृद्वि होगी। कार्य स्थल पर आज अधिकारी वर्ग का सहयोगात्मक वातावरण रहेगा। व्यवसायी वर्ग को आज जहां से उम्मीद नही रहेगी वहां से भी आकस्मिक लाभ होगा। परंतु संध्या से स्थिति इसके उलट हो जायेगी। बनते कामो में विघ्न आएंगे। आकस्मिक खर्च बढ़ने से मन हताश होगा। सेहत में भी कोई विकार आ सकता है। परिवार में भी उदासीनता का वातावरण बनेगा।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

सेहत के दृष्टिकोण से आपका आज का दिन प्रतिकूल रहेगा। शरीर में थकान बैचैनी शारीरिक अंगों में अकड़न महसूस होने से कार्य के प्रति उत्साह की कमी रहेगी। आज नए कार्य का आरम्भ अथवा पूँजी निवेश भूल कर भी ना करें। सहकर्मियों का कार्य में विलम्ब से किसी से किया वादा पूर्ण नही कर पाएंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन निराश करने वाला रहेगा ले देकर कही से धन की आमद होगी वह भी तुरंत ही हाथ से निकल जायेगा। मध्यान पश्चात परिजनों के सहयोग से स्थिति में परिवर्तन संभव है। आज किसी भी प्रकार का जोखिम वाला कार्य विशेष कर गहरे पानी अथवा अग्नि से बचें।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन आपके लिये शुभ फल प्रदान करने वाला रहेगा। आज आप अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़संकल्पित रहेंगे। कोई भी कार्य आरंभ करने के बाद उसे पूरा करके ही छोड़ेंगे उत्साह भी बना रहने से निर्धारित समय पर पूर्ण कर पाएंगे। जिससे हर क्षेत्र में प्रशंशा के पात्र बनेंगे। मध्यान पश्चात आकस्मिक यात्रा के योग बन सकते है इसमे खर्च तो होगा लेकिन कुछ ना कुछ लाभ भी होगा। आर्थिक रूप से दिन संतोषजनक रहेगा। परिवार में मांगलिक कार्यक्रम के आयोजन की रूप रेखा बनेगी। संध्या के समय पेट सम्बंधित परेशानी हो सकती है। खान-पान संयमित रखें। बाहर के खान पान से बचें।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन आपके लिए लाभ के अवसर लाएगा लेकिन मध्यान तक किसी विशेष कार्य को लेकर इंतजार भी करना पड़ेगा इसके बाद ही कार्य विस्तार की सफल योजना बनापायेंगे। शेयर-सट्टे से आकस्मिक लाभ की संभावना है निसंकोच होकर निवेश करें पूँजी निवेश के अनुकूल परिणाम मिलेंगे। दोपहर के बाद का सैम आनद दायक रहेगा पुराने परिचितो से भेंट होंगी। आज उधारी की वसूली के लिए भी उपयुक्त समय है। परिवार में किसी अविवाहित के रिश्ते आएंगे। आध्यत्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। परिवार में किसी की सेहत पर खर्च होगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपका आज का दिन विषम परिस्थिति वाला रहेगा। आपके अंदर अतिआत्मविश्वास की भावना बढ़ेगी असंभव कार्य को भी संभव बनाने का प्रयास परिजनों अथवा किसी नजदीकी जानकार के साथ बहस कराएगा। जिससे कुछ समय के लिये मन मे नकारात्मक विचारों की अधिकता आएगी। मध्यान के बाद शारीरिक स्फूर्ति एवं उत्साह का अभाव रहेगा। स्वयं अथवा किसी परिजन की बीमारी पर खर्च हो सकता है। कमर एवं कंधों सम्बंधित पीड़ा की संभावना है। संतान के उद्दंड स्वाभाव से हताशा होगी। आज इनपर नजर रहने की भी आवश्यकता है। भविष्य के खर्चो को लेकर चिंतित होंगे।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपमें क्रोध की अधिकता रहने से परिवारजनों के साथ किसी बात पर विवाद होने की संभावना है। मध्यान तक आप सुनेंगे सबकी लेकिन करेंगे वही जो किसी को भी पसंद नही होगा जिससे समस्या अधिक गहरा सकती है। दोपहर के आस-पास अचानक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। आँख एवं पेट से ऊपरी भाग सम्बंधित रोग होने की सम्भावना है। नए कार्य का आरंभ एवं यात्रा संभव हो तो आज टाले। धन की आमद तो होगी लेकिन खर्च अधिक रहने से आर्थिक स्थिति कमजोर होगी। आज का दिन धैर्य से बिताये कल से परिस्थितियां अनुकूल बनने लगेंगी।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का पूरा दिन आपके अनुकूल रहेगा। प्रातः काल से ही शरीर स्फूर्तिवान रहेगा। आज व्यापार व्यवसाय में आर्थिक लाभ के प्रबल योग बन रहे है किसी पुराने सौदे अथवा व्यवहार से असमय धन की आमद हो सकती है जिससे भविष्य की चिंताओं से छुटकारा मिलेगा लेकिन आज पारिवारिक खर्चो में वृद्धि भी होगी। महिलावर्ग अथवा संताने किसी कामना पूर्ति के लिये जिद करेंगे पूर्ति होने पर घर का वातावरण आंनदमय रहेगा। वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी की योजना बन सकती है। संध्या बाद का समय थोड़ा थकान वाला रहेगा लेकिन किसी शुभ समाचार की प्राप्ति होने से जोश आ जायेगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आप असमंजस की स्थिति में रहेंगे। आज मन अनिर्णायक स्थिति में रहने से लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है लेकिन आज आपका संतोषी स्वभाव रहने से मन दुखी नही होगा। स्वभाव में भावुकता अधिक रहने से किसी से धोखा या हानि होने की संभावना है बिना जांच पड़ताल के किसी की बातों पर शीघ्र भरोसा ना करें। माता या किसी अन्य वरिष्ठ व्यक्ति से सलाह ले कर कोई महत्त्वपूर्ण कार्य करें। नकारात्मक सोच त्याग सकारात्मकता अपनाए। कल से परिस्थिति अनुकूल बनने लगेगी। सेहत थोड़े बहुत मानसिक तनाव को छोड़ ठीक ही रहेगी।

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गं गणपतये नम: सनातन धर्म संस्कृति के ऋषियों और मुनियों ने एक लाख अट्ठासी हजार सिद्ध मंत्रों का अनुसंधान कर लोक कल्याण लोक कल्याण के लिए दिए हैं। यह भारतीय सनातन संस्कृति की अमूल्य निधि है इनमें से प्रत्येक मंत्र अत्यधिक चमत्कारी है लेकिन उस मंत्र को सिद्ध करने की विधि विज्ञान ही और विधान भी शास्त्रों में बताया गया है। कोई भी व्यक्ति इनमें से एक मंत्र या कुछ मंत्र सिद्ध करके अपने अभीष्ट की अपने संकल्प की अपने उद्देश्य की प्राप्ति कर सकता है। उद्देश्य आपका अपना होता है लोक कल्याण आत्म कल्याण या ईष्ट या अभिष्ट या मोक्ष प्राप्ति। यह सनातन धर्म संस्कृति में अति सामान्य बात है। बाकी यहां तो छोटे से मंत्र सिद्धि से प्रिडिक्शन करने वाले गणतू बागेश्वर धाम के भक्त #धीरेन्द्र_शास्त्री जी या #पंडोखर सरकार की भांति गांव गांव में करते हुए मिल जायेंगे। यही नहीं यदि कोई समस्या है तो इन घंटों के पास उसका समाधान भी है वह समाधान भी बताते बताते हैं इससे बड़ा चमत्कार और क्या हो सकता है।

हमारे भीष्म पितामह1100 विस्फोटक  बाण लगने के उपरांत भी सूर्य उत्तरायण होने तक लेटे रहे और मनवांछित तिथि पर मृत्यु को वरण किया, तब भी हम भीष्म पितामह को भगवान नहीं मानते। उधर 4 किल ठुकने से ही जो व्यक्ति टें बोल गया संसार को कुछ भी उदाहरणीय देन नहीं तब भी वे प्रभु हो गए और जिन दुर्दांत कबीले वाले का खामियाजा आज समूचा संसार आतंक के रूप में भुगत रहा है वो खुदा हो गए। फिर भी उनके अंध विश्वास को चमत्कार कहा सकता है तो करोड़ों वर्ष पूर्व ऋषियों द्वारा अनुसंधान किए गये सचमुच के चमत्कारिक अविष्कारिक महामंत्र अंधविश्वास कैसे हो सकते हैं!! 

कुछ महामंत्र इस प्रकार हैं –

ऊँ त्रयंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव वंदनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।

ओम भूर्भुव स्वाहा तत्सवितुर्वरेंयं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न प्रचोदयात्।।

ऊँ हं हनुमंते नम:

उग्रम वीरम् महा विष्णूम् सर्वतो मुखंम् नारसिंह भीषणम् भद्रम् मृत्युर् मृत्युर् नमाम्यंहम्

🥗🥗🥗रोग क्यों होते है..?

🥗कि हम बीमार क्यों होते और पशु क्यों नहीं होते/ या बहुत कम होते हैं, ऐसा क्या विशेष है हमारे साथ या उनके साथ……..

🥗जहां तक हम समझ पाये हैं पशुओं के बीमार न होने के 2 कारण हैं…….

 

🥗1)पशु आपक्व आहार सेवन करते हैं

🥗2- पशु पक्षी अपना भोजन केवल गुणधर्म के अनुसार ही करते है अर्थात जैसा प्राकृतिक रूप से वे बने हैं उसी अनुरूप भोजन करते हैं जबकि मनुष्य गुण धर्म के विपरीत अभक्ष्य भी खा लेते हैं यही अधिकतर रोगों का कारण है। 

🥗संसार का कोई भी पशु भोजन पकाकर नही खाता है, जिस रूप में मिला वह उसी रूप में ग्रहण करता है

 

🥗और सभी पशु पक्षियों का भोजन सुनिश्चित है शेर मांस ही खायेगा हमारे घर दूध पीने नही आएगा, गाय घास ही खाएगी वह हमारे मुर्गा मछली खाने नहीं आएगा…..

 

🥗तो सभी पशु पक्षी प्रकृति के इस नियम को सदियों से पालन कर रहे है, और हम….???

 

🥗पशु पक्षी अतिरिक्त केमिकल भी उपयोग नहीं करते हैं, और हम सब, क्रीम, साबुन, पेस्ट, पाउडर, डियो, शेम्पू न जाने कौन कौनसे केमिकल को दिनभर शरीर मे चुपडते रहते हैं …….

 

🥗90% रोग हम स्वयम ठीक कर सकते है, और ये रोग अधिकतर होते है 10% रोग हम स्वयम ठीक नही कर सकते या मुश्किल से कर सकते है किंतु यह रोग बहुत कम होते है

 

🥗रोग होने के कुछ विशेष कारण………..

 

🥗जीवाणुओं के कारण

विभिन्न प्रकार के जीवाणु वायरस का प्रभाव कम रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण शरीर पर होता है जिससे हम बीमार हो जाते है

 

🥗वात पित्त कंफ बिगड़ने से

ऋतु, दिन, उम्र के अनुसार वात पित्त कंफ बिगड़ता है जिसे ध्यान न रखा जाए तो हम बीमार होते है

 

🥗जीन्स के कारण

कुछ हद तक रोग कमजोर जीन्स से भी मिलते ही है,यदि मेरे माता पिता ने शराब सिगरेट आदि जैसे पदार्थ सेवन किया है तो जन्म के बाद सीधी बात है मेरी क्षमता कमजोर होगी ही

 

🥗खनिज तत्वों के कारण

शरीर को 18 प्रकार के पोषक तत्व एव अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे विटामिन ABCDEK आयरन कैल्शियम फॉस्फोरस आदि चाहिए ही, जब इनमें कमी आती है शरीर मे रोग उतप्पन होते है

 

🥗मानसिक विसाद के कारण

चिंता, तनाव आदि में वो सभी रोग उतप्पन होंगे जिसकी आप कल्पना तक नही कर सकते

 

🥗किसी भी औषधि के अति प्रभाव के कारण

एलोपेथी आयुर्वेद या कोई भी चिकत्सा अत्यंत और अकारण सेवन से रोग आते ही है

 

🥗विधुत तरंगों के कारण

टीवी, मोबाइल आदि की रेडिएशन में शरीर की क्षमता कमजोर होती है और रोगों का घर बनता ही है

 

🥗आत्मा की आवाज के विरुद्ध कार्य करने के कारण

मुझे भूख नही है, फिर भी स्वादिष्ट भोजन के चक्कर मे अधिक खा रहा हूँ, तो रोगों का आना स्वाभाबिक है

 

🥗पूर्वजन्मो के पाप ( कर्मज व्याधियां) के कारण

कभी कभी कोई भी चिकत्सा कार्य नही करती या शीघ्र नही करती उसका कारण है पूर्वजन्म में किये पाप….

जब तक उनको हम भोग नहीं लेंगे , कभी कभी कोई औषधि कार्य नही करती, कुछ लोगो के साथ यह अवश्य ही होता है

 

🥗भूतों के शरीर मे प्रवेश से भुताभि यंग रोग के कारण

अक्सर कम होता है किंतु होता है, आधुनिक विज्ञान इस बात को मानता नही और कभी मानेगा भी नही क्योंकि आधुनिक विज्ञान की सीमाएं निश्चित है किंतु आदि शक्तियो की सीमाएं नही होती वे असीमित हैं अपरिमित हैं

कभी कभी कोई बाहरी हवा, जादू, टोना , तंत्र मंत्र आदि के प्रभाव में भी शरीर के रोग दूर नही होते, जैसे किसी के घर बार बार संतान का मर जाना या जन्म न लेना। 

🥗स्वस्थ शरीर मे ही, सुख का वास है….