आज का पंचाग आपका राशि फल, आजीवन सुस्वास्थ्य के लिए बचपन से ही सही रखें अपने शरीर की जैविक घड़ी, सनातन धर्म में दशहरे पर शस्त्र पूजा विधान,

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, १३ अक्टूबर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२१
सूर्यास्त: 🌅 ०५:५०
चन्द्रोदय: 🌝 १३:३३
चन्द्रास्त: 🌜२३:५२
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: ❄️ शरद
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 आश्विन
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 अष्टमी (२०:०७ तक)
नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (१०:१९ तक)
योग 👉 सुकर्मा (२७:४४ तक)
प्रथम करण 👉 विष्टि (०८:५४ तक)
द्वितीय करण 👉 बव (२०:०७ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कन्या
चंद्र 🌟 मकर (१६:०५ से)
मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌
अमृत काल 👉 २७:२३ से २८:५६
विजय मुहूर्त 👉 १३:५८ से १४:४४
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३७ से १८:०१
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३८ से २४:२८
राहुकाल 👉 १२:०३ से १३:२९
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:४४ से ०९:१०
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 आकाश
भद्रावास 👉 पाताल (०८:५४ तक)
चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण १६:०६ से)
शिववास 👉 श्मशान में (२०:०७ गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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सरस्वती बलिदान, दुर्गाष्टमी, नवरात्रि के आठवें दिन आदिशक्ति माँ दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा उपासना, विवाहदी मुहूर्त (हिमाचल, पंजाब, कश्मीर, हरियाणा आदि के लिये) कुंम्भ लग्न दोपहर ०३:१२ से सायं ०४:४२, मेष लग्न सायं ०६:०९ से ०७:४५ तक, गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः १०:४६ से ११:५० तक, व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः १०:४६ से १२:१३ तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०६:२९ से ०९:२० तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १०:१९ तक जन्मे शिशुओ का नाम
पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ढा) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम उत्तराषाढ़ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (भे, भो, ज, जी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कन्या – २८:२२ से ०६:४०
तुला – ०६:४० से ०९:०१
वृश्चिक – ०९:०१ से ११:२०
धनु – ११:२० से १३:२४
मकर – १३:२४ से १५:०५
कुम्भ – १५:०५ से १६:३१
मीन – १६:३१ से १७:५४
मेष – १७:५४ से १९:२८
वृषभ – १९:२८ से २१:२३
मिथुन – २१:२३ से २३:३८
कर्क – २३:३८ से २५:५९
सिंह – २५:५९ से २८:१८
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पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक – ०६:१७ से ०६:४०
शुभ मुहूर्त – ०६:४० से ०९:०१
रज पञ्चक – ०९:०१ से १०:१९
शुभ मुहूर्त – १०:१९ से ११:२०
चोर पञ्चक – ११:२० से १३:२४
शुभ मुहूर्त – १३:२४ से १५:०५
रोग पञ्चक – १५:०५ से १६:३१
शुभ मुहूर्त – १६:३१ से १७:५४
शुभ मुहूर्त – १७:५४ से १९:२८
रोग पञ्चक – १९:२८ से २०:०७
शुभ मुहूर्त – २०:०७ से २१:२३
मृत्यु पञ्चक – २१:२३ से २३:३८
अग्नि पञ्चक – २३:३८ से २५:५९
शुभ मुहूर्त – २५:५९ से २८:१८
रज पञ्चक – २८:१८ से ३०:१८
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपकी दिनचार्य अस्त-व्यस्त रहेगी। लेकिन धार्मिक कार्यो में बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे धार्मिक स्थानों की यात्रा दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। महिलाये आज भावनाओ में जल्दी भ जाएंगी किसी की भी बातो का जल्दी से विश्वास कर लेंगी इनसे काम निकालना आज बहुत आसान रहेगा। नौकरी वाले लोग अकस्मात कार्य आने से परेशान होंगे लेकिन इसका लाभ भी मिलने से संतुष्ट रहेंगे। व्यवसायी वर्ग आवश्यक कार्यो में भी लापरवाही दिखाएंगे जिसके परिणाम स्वरूप आज धन की आमद सीमित रहेगी। दूर रहने वाले रिश्तेदारों की चिंता होगी। बुजुर्ग आपके मन की कुछ बाते कहना चाहेंगे परन्तु संकोच वश कह नही सकेंगे इसका ध्यान रखें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपको दैनिक कार्यो के अतिरिक्त अन्य अधूरे कार्यो से भागदौड़ करनी पड़ेगी। सेहत में भी उतार चढ़ाव लगा रहेगा अपनी अथवा परिजनों की सेहत को लेकर चिंतित रहेंगे। मध्यान तक काम करने की सोच में डूबे रहेंगे परन्तु आलस्य में समय व्यर्थ होगा। कार्य व्यवसाय आज संभावनाओं पर टिका रहेगा आर्थिक मामलों में केवल आश्वासन से काम चलाना पड़ेगा। घरेलू खरीददारी पर खर्च होगा। मनोरंजन की कामना आज मन मे ही रह जायेगी। घरेलू वातावरण शांत रहेगा परन्तु बीच मे कोई गलतफहमी होने से पारिवारिक सदस्य आपस मे भीड़ सकते है धैर्य का परिचय दें। संध्या का समय अपेक्षाकृत शांति से बिताएंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन भी आपके अनुकूल रहने वाला है आज कार्य सफलता के साथ ही मनोरंजन के लिए भी समय निकाल लेंगे। कार्य व्यवसाय में आज अचानक वृद्धि होगी धन लाभ के कई अवसर मिलेंगे आलस्य भी आज हद से ज्यादा रहेगा जल्द से किसी कार्य को करने के लिये तैयार नही होंगे परन्तु मध्यान के समय तक अधूरे कार्यो को जल्दी पूर्ण कर लेंगे। तुरंत फल देने वाले कार्यो में निवेश शुभ रहेगा इसके अतिरिक्त कार्यो में धन फंस सकता है। नौकरी वाले लोग आज एकांत में आराम की जिंदगी बिताना पसंद करेंगे लेकिन घरेलू कार्य आने से इच्छा पूर्ण नही हो सकेगी। महिलाये आज मनोकामना पूर्ण होने से उत्साहित रहेंगी। सेहत आलस्य को छोड़ सामान्य ही रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिये समृद्धिकारक रहेगा। घर मे सुख के साधनों की वृद्धि होगी इसपर खर्च भी अधिक करना पड़ेगा। व्यवसाय की स्थिति मध्यान तक धीमी रहेगी इसके बाद उछाल आने से धन की आमद होने लगेगी आज पुरानी उधारी चुकता होने से राहत मिलेगी। थोक के एवं जमीन के कार्य से जुड़े व्यवसायियों को आज अधिक लाभ मिलेगा। महिलाये परिवार के लिये भाग्यशाली रहेंगी गृहस्थी की सभी उलझनों को सुलझाने में बराबर सहयोग करेगी। आज आप खर्च करने से पीछे नही हटेंगे फिर भी भाई बंधु आपसे ईर्ष्या भाव रखेंगे। सेहत बनी रहेगी। आनंद मनोरंजन के प्रसंग बनेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपकी वैचारिक एवं कल्पना शक्ति में वृद्धि होगी किसी भी कार्य मे पूर्वानुमान लगाने की खूबी सभी जगह से सम्मान दिलायेगी। आज आपको किसी विशेष प्रयोजन में निर्णायक के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है दो पक्षो के झगड़े में भी सुलह करानी पड़ सकती है बेहतर रहेगा इस लफडो से बचे अन्यथा व्यर्थ की मानसिक उलझन होगी। काम-धंधा आज सामान्य रहेगा खर्च निकालने लायक धन आसानी से मिल जाएगा। आज घर के सदस्यों की फरमाइशें खत्म नही होंगी इन्हें पूरा करने में धन खर्च होगा फिर भी शांति नही मिलेगी। महिलाये आज धनवानों जैसी जीवनशैली जीने की सोच के कारण मानसिक दुख सहेंगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिये अशांति से भरा रहेगा। दिन के आरंभ में कई दिनों से लटके कार्य पूरे करने की योजना बनाएंगे परन्तु आस-पास का वातावरण में कलह-क्लेश रहने से कोई भी कार्य ठीक से नही कर सकेंगे। घर के सदस्य आपसे किसी ना किसी कारण असंतुष्ट रहेंगे। भाई बंधुओ अथवा आस-पड़ोसी से मामूली बात बड़े झगड़े का रूप ले सकती है। वाणी एवं व्यवहार में नरमी रखे अन्यथा परिस्थिति गंभीर होते देर नही लगेगी। महिलाये भी अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने में असफल रहेंगी। नौकरी करने वाले लोग अधिकारी वर्ग से नाराज रहेंगे। आज पैतृक संबंधित अथवा अन्य सामूहिक घरेलू कार्य से बचकर रहें अवश्य झगड़ा होगा। धन लाभ कम खर्च अधिक रहेगा संताने उद्दंड व्यवहार करेंगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आप ज्यादा परिश्रम करने के मूड में नही रहेंगे कार्य करते समय भी ध्यान मनोरंजन एवं आराम की ओर भटकेगा फिर भी आर्थिक दृष्टिकोण से दिन शुभ रहेगा। कार्य व्यवसाय से आशाजनक धन की आमद होने से मनचाही वस्तु पर खर्च कर सकेंगे व्यवसाइयों की पुरानी योजना पूर्ण होगी नई पर कार्य आरंभ आज ना करें। पारिवारिक उत्तरदायित्व को आज बखूबी निभाएंगे इसके विपरीत महिलाये धन संचय करने पर ज्यादा जोर देंगे लेकिन अपनी बात आने पर इसे अमल नही करेंगी घरेलू आवश्यकता के साथ सुख के साधनों पर खर्च करेंगी। मध्यान बाद विपरीत लिंगीय आकर्षण बढेगा प्रेम प्रसंगों के लिए समय देंगे खर्च भी करेंगे। असंयमित खान-पान से पेट खराब होगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आप निश्चिन्त होकर बिताना पसंद करेंगे दिन के आरंभ से ही यात्रा पर्यटन की योजना बनाएंगे लेकिन घर मे मेहमानों के अकस्मात आने से थोड़ी असुविधा होगी। काम-धंदे को लेकर आज थोड़े लापरवाह रहेंगे मध्यान तक दौड़धूप भी करेंगे इसके बाद अधिकांश कार्य अधीनस्थ सहकर्मियों का भरोसे चलेंगे फिर भी संतोषजनक लाभ हो ही जायेगा। घरेलू कार्य आज अधिक रहने से महिलाये को थकान शारीरिक शिथिलता की शिकायत रहेगी। मित्रो को छोड़ शेष सभी से आज उदासीन व्यवहार करेंगे। धर्म कर्म में आस्था रहने पर भी ज्यादा समय नही देंगे इसकी जगह आज बाहर घूमना मनोरंजन ज्यादा भायेगा। परिवार के बुजुर्ग एवं संतानों के ऊपर अकस्मात खर्च होगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिये सुख शांति वाला रहेगा परन्तु मन की चंचलता अधिक रहने से कारोबारी कार्य मे अनिर्णय की स्थिति किसी भी कार्य को सिरे नही चढ़ने देगी। आपके है-परिहास के व्यवहार के कारण लोग आपकी आवश्यक बातों को भी गंभीर नही लेंगे जिससे कार्यो में रुकावट आ सकती है। लाभ पाने के लिये आज गंभीर होना अतिआवश्यक है। धन लाभ आज आवश्यकता अनुसार लेकिन अकस्मात ही होगा। पारिवारिक वातावरण खुशहाल बना रहेगा परिजनों को आवश्यकता पूर्ति हेतु खर्च एव थोड़ी दौड़ धूप करनी पड़ेगी परन्तु इससे आपको संतोष ही होगा। संध्या का समय आनंद मनोरंजन में व्यतीत होगा। किसी से बहस ना करें।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपको कुछ ना कुछ हानि अवश्य कराएगा। प्रत्येक कार्य को देखभाल कर ही करें। जिस कार्य को करने में असमंजस की स्थिति बने उसमे अहम को त्याग किसी अनुभवी की सलाह ले अन्यथा आज छोड़ ही दे फायदे ने रहेंगे। सेहत भी आज नरम गरम रहने से बनी बनाई योजनाए लटकी रहेंगी। स्वभाव में झुंझलाहट रहने के कारण लोग आपसे मन की बात सांझा करने से संकोच करेंगे। काम-धंधे की गति भी मंद ही रहेगी धन लाभ के लिये आज किसी की खुशामद करनी पड़ेगी फिर भी आशाजनक नही होगा। धन संबंधित कार्यो में ज्यादा सावधानी बरतें धोखा होने की संभावना है। उधार आज किसी को भूल से भी ना दें। सेहत की समय पर जांच कराए।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिये सम्मान जनक परिस्थितियां बनाएगा। दिन की शुरुआत आज धीमी रहेगी दैनिक कार्य विलंब से पूर्ण होंगे शरीर मे प्रमाद छाया रहेगा इसके विपरीत महिलाये दैनिक कार्य जल्दी पूर्ण कर पूजा पाठ में मग्न रहेंगी। कार्य व्यवसाय को लेकर भी आज आप अधिक गंभीर रहेंगे आरंभिक मंदी के बाद बिक्री में बढ़त होगी धन की आमद भी आशाजनक रहेगी। मध्यान के आस-पास किसी से आर्थिक मामलों को लेकर नोकझोंक हो सकती है गुस्से से बचे अन्यथा हानि होगी। संध्या का समय आज पूर्व नियोजित रहेगा मनपसन्द भोजन वस्त्र अलंकार वाहन सुख मिलने से रोमांचित होंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आप मानसिक उलझनों में फंसे रहेंगे। दिन को शांति से बिताने की योजना पर सगे संबंधी पानी फेर सकते है। घरेलू कार्य के साथ ही रिश्तेदारी के व्यवहार निभाने में समय के साथ धन भी खर्च करना पड़ेगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर आज आपको पैतृक प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। आज आपकी जीवन शैली धनवानों जैसी रहेगी। दिखावे के ऊपर अधिक खर्च करेंगे इस कारण बाद में पछतावा भी होगा। कार्य व्यवसाय में पिछले दिन की अपेक्षा आज थोड़ी सुस्ती रहेगी फिर भी निर्वाह योग्य आय के साधन सहज सुलभ होंगे। सहयोगी आज कार्यो में सहयोग करने में आनाकानी करेंगे। संध्या का समय अधिक खर्चीला फिर भी आनंद दायक रहेगा। व्यसन से बचें।
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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏

विजय दशमी पर हर हिंदू को शस्त्र पूजा करनी है… ये शस्त्र सूक्तियां आज नोट कर लें…

-शस्त्र निष्क्रिय होते हुए भी सक्रिय होता है… मतलब अगर वो कहीं किसी आलमारी में पड़ा पड़ा जंग खा रहा हो तो भी अपना काम करता रहता है उसकी मौजूदगी ही शत्रुओं के बुरे और कुत्सित विचारों को नष्ट करने के लिए काफी होती है ।

-दुनिया में अशांति इसलिए है क्योंकि सज्जनों ने शस्त्रों का त्याग कर दिया है और दुर्जन सदैव की तरह शस्त्रों से लैस हैं यही वजह है कि दुर्जन हावी हैं और धरती पर अनाचार फैलता जा रहा है

आज दुनियां को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है एक जिनके पास शस्त्र होता है और दूसरा जिनके पास शस्त्र नहीं होता है… जिनके पास शस्त्र होता है वो सदैव निडर और वीर बने रहते हैं और जिनके पास शस्त्र नहीं होते हैं और वो सदैव भयभीत होते हैं और कायर पुरुष बने रहते हैं

-जिस घर में अस्त्र शस्त्र होते हैं उस घर की स्त्रियों पर कभी किसी की कुदृष्टि डालने की हिम्मत भी नहीं होती है और जिनके घर में अस्त्र शस्त्र नहीं होते हैं उनकी स्त्रियों के साथ राह चलते छेड़खानी होती है लव जिहाद जैसी घटनाएं होती हैं और वो सदैव थाने के चक्कर ही लगाते रह जाते हैं… उन्हें बदनामी के सिवाय कभी कुछ हासिल नहीं होता है

सत्यमेव जयते… यानी सत्य की ही विजय होती है   केवल इस तरह की सूक्तियों के भरोसे बैठने से ही लाभ नहीं हो जाता, इसके लिए पराक्रम भी करना पड़ता है … सत्य तो हिंदुओं के साथ ही है फिर उनका पलायन क्यों हो रहा है ? सत्य तो युद्धिष्ठिर के साथ था लेकिन फिर भी वन वन भटकते रहे… जब युद्धिष्ठिर ने शस्त्र उठाया तभी सत्यमेव जयते हुआ । इसीलिए अब कहावतें बदल गई हैं… ये कलियुग है और कलियुग में सदैव शस्त्र मेव जयते होता है… यानी जिसके पास शस्त्र होगा उसी की विजय होगी । इसलिए शस्त्र की खरीद करो… अपने पास सदैव शस्त्र रखो ।

-ज्योतिष के हिसाब से भी ध्यान दें… शस्त्र का मतलब है… मंगल ग्रह… अगर आपके पास शस्त्र है तो आपका मंगल मजबूत है और अगर आपका मंगल मजबूत है तो आप शत्रुओं पर सदैव विजय प्राप्त करते रहेंगे… इसलिए अपनी भुजाओं को शस्त्रों से मजबूत करें ।

– एक बार अपने हाथ में शस्त्र लेकर देखो… तब आपको ये महसूस होगा कि देशद्रोही शत्रु चींटियों के समान हैं। शस्त्र का होना ही आत्मविश्वास वर्धक महान मानसिक औषधि है इसका नित्य सेवन करते रहो ।

आश्विन शुक्ल पक्ष दशमी को शस्त्र पूजन का विधान है। 9 दिनों की शक्ति उपासना के बाद 10वें दिन जीवन के हर क्षेत्र में विजय की कामना के साथ चंद्रिका का स्मरण करते हुए शस्त्रों का पूजन करना चाहिए। विजयादशमी के शुभ अवसर पर शक्तिरूपा दुर्गा, काली की आराधना के साथ-साथ शस्त्र पूजा की परंपरा है। 
शस्त्र पूजन की परंपरा का आयोजन रियासतों में आज भी बहुत धूमधाम के साथ होता है। शासकीय शस्त्रागारों के साथ आमजन भी आत्मरक्षार्थ रखे जाने वाले शस्त्रों का पूजन सर्वत्र विजय की कामना के साथ करते हैं। राजा विक्रमादित्य ने दशहरे के दिन देवी हरसिद्धि की आराधना की थी। छत्रपति शिवाजी ने भी इसी दिन मां दुर्गा को प्रसन्न करके भवानी तलवार प्राप्त की थी।
 
दशहरा पर्व के चलते हथियारों के पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन हथियारधारी अपने-अपने हथियारों का पूजन करते हैं। इस पूजा-अर्चना के पूर्व हथियारों की साफ-सफाई सावधानी से करना ही समझदारी है। इस दौरान जरा-सी लापरवाही अनहोनी को न्योता दे सकती है। इसी दिन लोग नया कार्य प्रारंभ करते हैं, शस्त्र-पूजा की जाती है। राष्ट्र के शत्रुओं की संख्या गिनकर चिंता में मत पड़ो…
हर साल भारतीय सेना करती है शस्त्र पूजाकि इस दिन सेना में भी शस्त्र पूजा का विधान है. इस पूजा में मां दुर्गा की दोनों योगनियां जया और विजया की पूजा की जाती है. और फिर शस्त्र पूजनहोता है। इस पूजा से हर युद्ध में जीत और सीमाओं की सुरक्षा का वचन मां से लिया जाता हैकि इस दिन सेना में भी शस्त्र पूजा का विधान है. इस पूजा में मां दुर्गा की दोनों योगनियां जया और विजया की पूजा की जाती है. और फिर शस्त्र पूजनहोता है. इस पूजा से हर युद्ध में जीत और सीमाओं की सुरक्षा का वचन मां से लिया जाता है

कि इस दिन सेना में भी शस्त्र पूजा का विधान है. इस पूजा में मां दुर्गा की दोनों योगनियां जया और विजया की पूजा की जाती है. और फिर शस्त्र पूजनहोता है. इस पूजा से हर युद्ध में जीत और सीमाओं की सुरक्षा का वचन मां से लिया जाता है.चिंता सदैव इस बात की करो कि तुम्हारे पास कितने अस्त्र शस्त्र है… सदैव सुनिश्चित करो कि तुम्हारे अस्त्र शस्त्रों की संख्या तुम्हारे शत्रुओं की संख्या से ज्यादा हो

– जैसा को तैसा जवाब देना सीखो… शिकायत मत करो… शिकायत लेकर किसके पास जा रहे हो… ये… कानून… प्रशासन और व्यवस्था सिर्फ उनके लिए है जो शक्तिशाली हैं । कायर लोगों का साथ तो भगवान भी नहीं देता.. कायर लोग सिर्फ शिकायत करते रह जाते हैं… इतने दिनों में आपको ये अवश्य महसूस हुआ होगा कि प्रशासन भी सदैव अत्याचार करने वाले शक्तिशालियों का साथ ही देता है

– अपनी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी खुद लो… कोई सेना… कोई सरकार तुमको बचाने नहीं आएगी… जब तुम पर संकट आएगा तो उस वक्त तुम और सिर्फ तुमको ही उसका सामना करना होगा…कश्मीरी पंडित इसके उदाहरण हैं। तुम्हारे सिवाय कोई तुम्हारी प्राण रक्षा नहीं कर सकेगा ।

– इसीलिए नियमानुसार शस्त्रों का संचय करो… सदैव पराक्रमी बनो… सज्जन बनो लेकिन कायर नहीं… शस्त्र धारण करके सज्जन बनो तभी तुम्हारी सज्जनता सुशोभित होगी ।

– इस सूक्ति का नित्य पठन करते रहें “कोई सिंह को, वन के राजा के रूप में अभिषेक या संस्कार नहीं करता है अपने पराक्रम के बल पर सिंह स्वयं जंगल का राजा बन जाता है”

*रात्रि 11 से 3 के दौरान आपके रक्त संचरण का अधिक भाग लीवर की ओर केन्द्रित होता है | जब लीवर अधिक खून प्राप्त करता है तब उसका आकार बढ़ जाता है | यह महत्त्वपूर्ण समय होता है जब आपका शरीर विष हरण की प्रक्रिया से गुजरता है | आपका लीवर, शरीर द्वारा दिन भर में एकत्रित विषाक्त पदार्थों को निष्क्रिय करता है और खत्म भी करता है |*

*💁‍♀ यदि आप 11बजे सो जाते हैं तो आपके पास अपने शरीर को विषमुक्त करने के लिए पूरे चार घण्टे होते हैं |*
*यदि 12 बजे सोते हैं तो 3 घण्टे |*

*💁‍♀ यदि 1बजे सोते हैं तो 2 घण्टे |*

*💁‍♀ यदि 2 बजे सोते हैं तो केवल एक ही घण्टा विषाक्त पदार्थों की सफाई के लिए मिलता है |*

*💁‍♀ अगर आप 3 बजे के बाद सोते हैं ? दुर्भाग्य से आपके पास शरीर को विषमुक्त करने के लिए कोई समय नहीं बचा | यदि आप इसी तरह से सोना जारी रखते हैं, समय के साथ ये विषाक्त पदार्थ आपके शरीर में जमा होने लगते हैं |*

*💁‍♀ क्या आप कभी देर तक जागे हैं? क्या आपने महसूस किया है कि अगले दिन आपको बहुत थकान होती है, चाहे आप कितने भी घण्टे सो लें ?*

*💁‍♀ शरीर को विषमुक्त करने का पूरा समय न देकर आप शरीर की कई महत्त्वपूर्ण क्रियाओं से भी चूक जाते हैं |*

*💁‍♀ प्रात: 3 से 5 के बीच रक्त संचरण का केन्द्र आपके लंग्स होते हैं |*
*👉 इस समय आपको ताज़ी हवा में साँस लेना चाहिए और व्यायाम करना चाहिए | अपने शरीर में अच्छी ऊर्जा भर लेनी चाहिए, किसी उद्यान में बेहतर होगा | इस समय हवा एकदम ताज़ी और लाभप्रद अयनों से भरपूर होती है |*

*💁‍♀ प्रात: 5 से 7 के बीच रक्त संचरण का केन्द्र आपकी बड़ी आँत की ओर होता है | आपको इस समय शौच करना चाहिए | अपनी बड़ी आँत से सारा अनचाहा मल बाहर कर देना चाहिए | अपने शरीर को दिन भर ग्रहण किए जाने वाले पोषक तत्वों के लिए तैयार करें |*

*💁‍♀ सुबह 7 से 9 के बीच रक्त संचरण का केन्द्र आपका पेट या अमाशय होता है | इस समय आपको नाश्ता करना चाहिए | यह दिन का सबसे जरूरी आहार है | ध्यान रखें कि इसमें सारे आवश्यक पोषक तत्त्व हों | सुबह नाश्ता न करना भविष्य में कई स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का कारण बनता है |*

*👉 तो आपके पास अपने दिन की शुरुआत करने का आदर्श तरीका आ गया है l अपने शरीर की प्राकृतिक जैविक घड़ी का अनुसरण करते ~ अपनी प्राकृतिक दिनचर्या का पालन करें |*
*🙏स्वस्थ रहें, व्यस्त रहें, मस्त रहें।🙏*
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