इस वर्ष सिद्धार्थी नवसंवत्सर का राजा भी सूर्य और मंत्री भी सूर्य : पड़ेगी बहुत भीषण गर्मी, नव वर्ष पर प्रधानमंत्री मोदी पंहुचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय नागपुर, उसी दिन झारखंड में दिया सात हजार करोड़ की केन्द्रीय योजनाओं की सौगात, धामी बोले मीडिया को आधारहीन समाचारों से बचना चाहिए हमारी सरकार स्थिर है, आज का पंचाग आपका राशिफल,

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻सोमवार, ३१ मार्च २०२५🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२३

सूर्यास्त: 🌅 ०६:४०

चन्द्रोदय: 🌝 ०७:०५

चन्द्रास्त: 🌜२१:००

अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🌳 वसंत

शक सम्वत: 👉 १९४७ (विश्वावसु)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८२ (कालयुक्त)

मास 👉 चैत्र 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 द्वितीया (०९:११ से तृतीया, २९:४२ से चतुर्थी)

नक्षत्र 👉 अश्विनी (१३:४५ से भरणी)

योग 👉 वैधृति (१३:४६ से विष्कुम्भ)

प्रथम करण 👉 कौलव (०९:११ तक)

द्वितीय करण 👉 तैतिल (१९:२४ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 मीन, चंद्र 🌟 मेष

मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पूर्व, मार्गी)

बुध 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम , वक्री)

गुरु 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, वक्री)

शनि 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

राहु 🌟 मीन, केतु 🌟 कन्या   

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:४६

अमृत काल 👉 ०७:२४ से ०८:४८

रवियोग 👉 १३:४५ से १४:०८

विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१६

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३४ से १८:५७

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३५ से १९:४४

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से २४:४४

राहुकाल 👉 ०७:४१ से ०९:१४

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:४८ से १२:२१

दुर्मुहूर्त 👉 १२:४६ से १३:३६

होमाहुति 👉 सूर्य (१३:४५ तक)

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉 पूर्व

शिववास 👉 गौरी के साथ (०९:११ से सभा में, २९:४२ से क्रीड़ा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗🛫

उत्तर-पूर्व (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष〰️〰️〰️〰️

गणगौर पूजा, श्रीमत्स्य जयन्ती, गौरी-मनोरथ तृतीया, अरुन्धती व्रत, आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १३:४५ तक जन्मे शिशुओ का नाम                     

अश्विनी नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (चो, ला) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (ली, लू, ले) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मीन – २९:२६ से ०६:४९

मेष – ०६:४९ से ०८:२३

वृषभ – ०८:२३ से १०:१८

मिथुन – १०:१८ से १२:३३

कर्क – १२:३३ से १४:५४

सिंह – १४:५४ से १७:१३

कन्या – १७:१३ से १९:३१

तुला – १९:३१ से २१:५२

वृश्चिक – २१:५२ से २४:११+

धनु – २४:११+ से २६:१५+

मकर – २६:१५+ से २७:५६+

कुम्भ – २७:५६+ से २९:२२+

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रोग पञ्चक – ०६:०७ से ०६:४९

चोर पञ्चक – ०६:४९ से ०८:२३

शुभ मुहूर्त – ०८:२३ से ०९:११

रोग पञ्चक – ०९:११ से १०:१८

शुभ मुहूर्त – १०:१८ से १२:३३

मृत्यु पञ्चक – १२:३३ से १३:४५

अग्नि पञ्चक – १३:४५ से १४:५४

शुभ मुहूर्त – १४:५४ से १७:१३

रज पञ्चक – १७:१३ से १९:३१

शुभ मुहूर्त – १९:३१ से २१:५२

चोर पञ्चक – २१:५२ से २४:११+

शुभ मुहूर्त – २४:११+ से २६:१५+

रोग पञ्चक – २६:१५+ से २७:५६+

शुभ मुहूर्त – २७:५६+ से २९:२२+

शुभ मुहूर्त – २९:२२+ से २९:४२+

मृत्यु पञ्चक – २९:४२+ से ३०:०६+

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आज का राशिफल🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आपका दिन आनंद से बीतेगा दिन के पूर्वार्ध में कार्य व्यवसाय बेहतर चलेगा इसमें व्यस्तता भी अधिक रहेगी मध्यान से पहले का समय घरेलू आवश्यकताओ की पूर्ति करने में बीतेगा। आज विपरीत लिंगीय आकर्षण से बच कर रहे अन्यथा धन एवं मान हानि भी होगी। सन्तानो के ऊपर आज गर्व होगा। लेकिन आपके किसी गलत आचरण के कारण सम्मान को ठेस पहुच सकती है। धन लाभ प्रचुर मात्रा में होगा परन्तु घरेलु खर्च अधिक रहने से बचत मुश्किल से ही कर पाएंगे। पुराने मित्रों एवं संबंधियों से मिलने पर खुशी होगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज आप किसी के बहकावे अथवा प्रलोभन में ना आये संवेदनशीलता अधिक रहने से आँख बंद करके किसी भी कार्य के लिए सहमति ना दें अन्यथा भारी हानि हो सकती है। पैतृक सम्पति सम्बंधित मामले उलझने से पारिवारिक वातावरण बिगड़ेगा। सरकारी कार्य भेंट पूजा के बिना करना संभव नहीं रहेगा। पुराने मित्रों से आकस्मिक भेंट आनंदित करेगी। कार्य क्षेत्र अधिक सतर्क रहें चोरी अथवा अन्य कारणों से नुक्सान हो सकता है। पारिवारिक समस्याओं की लापरवाही करने से स्थिति विकट हो सकती है। धार्मिक अनुष्ठानों पर खर्च करेंगे।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप लाभ-हानि की परवाह नही करेंगे। सामाजिक एवं पारिवारिक क्षेत्र पर आज आप भाग्यशाली माने जाएंगे। आपके अधिकांश कार्य सरलता से बनते चले जाएंगे। जायदाद सम्बंधित कार्यो को आज करना शुभ रहेगा। सरकार की तरफ से लाभदायक समाचार मिल सकता है। विदेश सम्बंधित कार्यो में भी सफलता सुनिश्चित रहेगी। धार्मिक क्षेत्र पर योगदान के लिए सम्मानित किए जाएंगे। परिवार में भी आज आपको विशेष स्नेह एव सुविधा मिलेगी। स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। धन लाभ के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपको सरकारी कार्यो से आकस्मिक लाभ होगा। पिता से संबंध बेहतर होने का लाभ मिलेगा। घर में मांगलिक कार्य के कारण अथवा अन्य घरेलु कार्यो में अधिक व्यस्त रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी आशा के अनुरूप व्यवसाय होने से धन लाभ होगा। सुख के ऊपर फिजूल खर्च भी अधिक रहेंगे। घर में मेहमानों के आने से चहल-पहल रहेगी। आज किसी के ऊपर अतिविश्वास ना करें। अतिक्रोध बने बनाये कार्य को चौपट कर सकता है ध्यान रहे। आय के नविन साधनों की प्राप्ति होगी। घर में आनंद का वातावरण रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज आप पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा बेहतर स्वास्थ्य अनुभव करेंगे। बड़े लोगो से व्यवहारिक ज्ञान मिलेगा। आज कुछ अलग करने का प्रयास करेंगे इसमें कुछ हद तक सफल भी रहेंगे परन्तु धन अथवा अन्य कारण से बाधा आएगी। सामाजिक कार्यो के प्रति रूचि लेने से प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। बड़बोलेपन के कारण मान हानि हो सकती है संयमित व्यवहार करें। किसी परिजन अथवा सहकर्मी का विपरीत व्यवहार रंग में भंग का कार्य करेगा क्रोध में आकर कोई गलत हरकत ना करें। संध्या के समय धन लाभ होने से आयवश्यक कार्य पूर्ण कर पाएंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आपका आज का दिन शारीरिक रूप से अशुभ रहेगा। प्रातः काल से ही आँख में जलन अथवा अंगों में दर्द रहने से निष्क्रियता रहेगी। कार्यो में उत्साह हीनता रहने के कारण पूर्व निर्धारित योजनाएं टालनी पड़ सकती है। व्यवसायिक स्थल पर प्रतिस्पर्धा के कारण टकराव की स्थिति बनेगी। आज के दिन शालीनता के साथ व्यवहार करना फायदेमंद रहेगा। अधिक क्रोध एवं ईर्ष्या की प्रवृति धन के साथ-साथ प्रियजनों से आपसी व्यवहार बिगाड़ेगी। भाग्योन्नति में बाधाएं आएँगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आपका आज का दिन सामान्य से अधिक शुभ फल देने वाला रहेगा। सामाजिक एवं व्यावसायिक क्षेत्र पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुअवसर मिलेगा फिर भी इससे आर्थिक लाभ की आशा ना रखे सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे। धन लाभ के लिए आज थोड़ा अधिक बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम करना पड़ेगा। धार्मिक कार्यो में भी सहभागिता देंगे। मध्यान के समय कार्य व्यवसाय में गति रहने से व्यस्तता रहेगी। शारीरिक रूप से थका हुआ अनुभव होगा। परिजनो की इच्छा पूर्ती पर खर्च करेंगे। गृहस्थ सुख सामान्य रहेगा। ऊपरी आय की भी संभावना है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन सेहत में थोड़ी गिरावट रह सकती है। परंतु बाकि सब कार्य एवं व्यवहार यथावत चलते रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर थोड़े समय में ही अधिक लाभ मिल जाएगा। समय निकाल कर पर्यटन की योजना बनाएंगे। पौरिणीक धार्मिक स्थलों की यात्रा हो सकती है। परिवार में भी आज भावनात्मकता अधिक रहने से एक दूसरे के विचारों की कद्र करेंगे। उगाही करने पर उधारी की वापसी हो सकेगी। संध्या के बाद स्थिति में परिवर्तन आने से क्रोध एवं नकारात्मक भावनाएं बढ़ेंगी। 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपको आज का दिन मिश्रित फल देगा। दिन के पूर्वार्ध में पूर्व में बनाई योजनाये सही दिशा में आगे बढ़ेगी परन्तु कुछ समय बाद किसी के विरोध अथवा अन्य कारणों से इनमे बदलाव करना पड़ेगा। आयवश्यक कार्यो में विलम्ब होने से निराशा होगी। यात्रा की में भी विघ्न आने से स्थगित करनी पड़ सकती है। पारिवारिक वातावरण स्वार्थ पर आधारित रहेगा। स्त्री एवं संतान के मध्य तालमेल बनाना मुश्किल खड़ी करेगा। धन लाभ के लिए आज अधिक बौद्धिक परिश्रम करना पड़ेगा। खर्च आय से अधिक रहेंगे। सन्तानो से कष्ट होगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपका आज का दिन भी थोड़ा उतार चढ़ाव वाला रहेगा। संबंधो में चाह कर भी मधुरता नहीं रख पाएंगे। परिजनों से बात-बात पर मतभेद बनेंगे। गलतफहमियां भी आज अधिक परेशान करेंगी। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से अधिक ध्यान देना पड़ेगा। आज आपके हिस्से का लाभ कोई अन्य व्यक्ति ले सकता है। संभावित अनुबंध निरस्त होने से मन भारी रहेगा। धन लाभ के लिए किसी की मान गुहार करनी पड़ेगी फिर भी काम चलाऊ प्राप्ति हो जाएगी। लंबी यात्रा की योजना स्थगित करनी पड़ सकती है। पारिवारिक खर्च अधिक बढ़ने से परेशानी होगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन खर्च विशेष रहेंगे लेकिन धन लाभ के अवसर भी मिलने से तालमेल बना रहेगा। कार्य क्षेत्र के साथ साथ घरेलु कार्य अधिक रहने से व्यस्तता बढ़ेगी। मध्यान के समय धन लाभ के अवसर भी मिलेंगे परन्तु आशा के अनुसार सफलता नहीं मिल पाएगी। घर में सजावट एवं बदलाव लाने के लिए समय एवं धन खर्च होगा। सन्तानो की जिद के चलते थोड़े असहज रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने का लाभ नही उठा पाएंगे। प्रतिष्ठा को लेकर आज आप अधिक संवेदनशील रहेंगे। नौकरी पेशा जातको को थोड़ी परेशानी रहेगी। संध्या का समय एकांत वास में बिताना पसंद करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आपके कार्यो में लचरता रहेगी। किसी भी निर्णय पर ज्यादा देर नही टिकेंगे। आप अपने ही गैरजिम्मेदार व्यवहार के कारण कष्ट उठाएंगे। कार्यो में लापरवाही भी अधिक रहेगी। हर कार्य में शक करने के कारण परिवार अथवा कार्य क्षेत्र पर तनातनी हो सकती है। व्यवसाय विपरीत रहने से धन लाभ आज मुश्किल से ही हो पायेगा। किसी दूर रहने वाले रिश्तेदार से सुखद समाचार मिलेगा। परिवार में किसी की बीमारी पर खर्च होगा। सरकारी कार्यो के पीछे व्यर्थ की भाग दौड़ करनी पड़ेगी। सेहत का विशेष ध्यान रखें।

〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

नवसंवत्सर प्रारंभ राजा भी सूर्य और मंत्री भी सूर्य 

सिद्धार्थी नाम के इस वर्ष पड़ेगी बहुत भीषण गर्मी

194 करोड़ पुरानी हुई हमारी धरती

रविवार से वासंती नवरात्र प्रारंभ रविवार को होगा समापन

विक्रमी संवत 2082 रविवार से प्रारंभ हो रहा है । सिद्धार्थी नामा इस संवत के राजा भी सूर्य होंगे तथा मंत्री पद का दायित्व भी सूर्य के पास रहेगा । एक दिन पूर्व शनिश्चरी अमावस्या पर शनिदेव ग्रहों के गुरु बृहस्पति की मीन राशि में प्रविष्ठ हो गए । इस दिन सृष्टि संवत के अनुसार हमारी धरती 194 करोड़ वर्ष पुरानी हो जाएगी । 

 आज नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के कलश घर घर स्थापित होंगे और प्रतिदिन पाठ चलेगा । नौ दिनों की बजाय अबकी बार 8 नवरात्र होंगे चूंकि एक नवरात्र घट गया है । भगवान राम का जन्मोत्सव रामनवमी के रूप में 6 अप्रैल को मनाया जाएगा । जगह जगह राम कथाएं और नवान्ह पारायण का प्रारंभ संवत से हो जाएगा ।

उज्जयिनी के राजा विक्रमादित्य के नाम पर प्रचलित वर्तमान विक्रमी संवत के कुल 60 नाम हैं जो एक एक कर प्रतिवर्ष आते हैं । लेकिन और भी अनेक महापुरुषों के नाम से संवत्सर चल रहे हैं । पौराणिक ग्रंथों के अनुसार सबसे पुराना संवत है सृष्टि संवत । इसका प्रतिपादन आदि ऋषियों ने किया । शास्त्रीय अवधारणाओं के अनुसार सृष्टि संवत प्रारंभ हुए 194 करोड़ वर्ष हो गए हैं । इसका निर्धारण चारों युगों की चतुर्युगी , मन्वंतर और कल्प गणना से होता है । 

ज्योतिषीय कालगणना युगों पर आधारित है । चारों युग बयालीस लाख वर्ष में बीतते हैं । मत्स्य पुराण , स्कंद पुराण और गरुड़ पुराण में ही नहीं कालखंड का विवरण ऋग्वेद में भी उपलब्ध है । भारत में महापुरुषों के नाम से भी कईं संवत आज भी प्रचलित हैं । कलयुग के आगामी अवतार कल्कि के नाम से चला कल्कि संवत 5123 वर्ष पुराना है । 

इसी प्रकार श्रीकृष्ण संवत 5256 वर्ष , सप्तऋषि संवत 5098 , बुद्ध संवत 2645 , महावीर संवत 2548 , शक संवत 1945 , हिजरी संवत 1444 , फसली संवत 1430 , नानकशाही संवत 555 तथा खालसा संवत 324 वर्ष पुराने हैं । ये समस्त संवत आज भी प्रचलित हैं । विक्रमी संवत 2082 अंग्रेजी ईस्वी सन 2025 से पहले शुरू हुआ , यह प्रामाणिक है ।

रविवार से विक्रमी संवत 2082 प्रारंभ हो गया है । यह संवत ही सर्वत्र प्रचलित है । इस वर्ष का राजा सूर्य है तथा मंत्री भी सूर्य । परिणामस्वरूप भीषण गर्मी पड़ेगी । नवरात्र रविवार पर लगेंगे और रविवार को ही संपन्न हो जाएंगे । आइए अपना नववर्ष मनाएं , पंचांग पूजन करें , नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की आराधना करें । साथ ही भगवान राम के अवतरण दिवस की प्रतीक्षा करते हुए मानस पाठ प्रारंभ करें। 

नववर्ष और नवरात्र सर्वत्र मंगलमय हों , यही कामना भगवती से करते हैं । 

साभार 🖋️….कौशल सिखौला

देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय नागपुर जाना और संघ संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार और द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी के स्मृति स्थल पर पुष्पांजलि करना और यह कहना कि वह इसी विचार प्रेरणा से प्रेरित होकर चले हैं यह सामान्य घटना नहीं हैं। वास्तव में यह संघ के 100 वर्ष की साधना का परिणाम है जिससे प्रेरित स्वयंसेवको ने अपने आचरण और कार्यो से संघ विचार को सर्व स्वीकार बनाया हैं। आज समाज का कोई क्षेत्र संघ के दायरे से अछूता नहीं है, संघ स्वयंसेवको ने भारत के शाश्वत विचारों का वास्तव में पुनर्जागरण किया हैं।

आज भारत अपनी खोई प्रतिष्ठा को केवल भारत में ही नहीं अपितु विश्व पटल पर पुन: प्राप्त कर रहा है, इसके आधार में संघ के लाखों-लाख स्वयंसेवकों के प्रसिद्ध परांडमुख रह कर कार्य करने का ही यह सुफल हैं। 

संघ स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और संघ के कार्य का विस्तार गांव से लेकर शहर की बस्ती मोहल्ले तक हो गया हैं। संघ ने समाज को साथ लेकर भारत को परं वैभव पर ले जाने का जो स्वप्न देखा था, लगता है उसका समय निकट आ गया हैं।

पूर्व राष्ट्रपति स्व प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और समय समय पर देश के शीर्ष नेतृत्व द्वारा संघ विचार को स्वीकार करना ही संघ के सौ वर्ष की संघ साधना का सुपरिणाम हैं।

https://www.facebook.com/share/r/1BTN1eeFab/उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछले एक महीने से मीडिया में बिना सिर पर के समाचार उड़ रहे हैं की धामी सरकार अब गई तब गई धामी ने मीडिया को सीख देते हुए कहा कि मीडिया को आधारहीन समाचारों से बचना चाहिए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार स्थिर है और पूरे 5 वर्ष अपना कार्यकाल पूरा करेगी मंत्रिमंडल विस्तार पर उन्होंने कहा कि यह सरकार का निर्णय होता है यथा समय इस पर निर्णय लिया जाएगा उन्होंने कहा कि हम तेजी से विकास के कार्यों में लगे हुए हैं हमारी प्राथमिकता विकास है