पंचाग एवं राशि फल अपने समय को जानने की विधा है, तुलसी प्राप्त करने के नियम, हनुमान जी के दस रहस्य, भारतीय शिक्षा बोर्ड हरिद्वार का परीक्षा परिणाम घोषित, आज के मुख्य समाचार

‌‌   *༺ ॐ ༻​​*

              *|| जय श्री राधे ||*

    *🌺 महर्षि पाराशर पंचांग 🌺*

        *🙏अथ पंचांगम् 🙏*

*दिनांक :~*

*08/04/2023, शनिवार*

द्वितीया, कृष्ण पक्ष,

वैशाख 

▬▬▬▬▬⁂⧱⁂▬▬▬▬▬

तिथि—–द्वितीया 10:10:15 तक

पक्ष————————-कृष्ण

नक्षत्र———–स्वाति 13:57:49

योग—————वज्र 23:57:27

करण————–गर 10:10:15

करण———-वणिज 21:55:41

वार———————–शनिवार

माह————————वैशाख

चन्द्र राशि———————तुला

सूर्य राशि———————-मीन

रितु————————–वसंत

आयन——————-उत्तरायण

संवत्सर——————शोभकृत

संवत्सर (उत्तर)—————–पिंगल

विक्रम संवत—————-2080

गुजराती संवत————–2079

शक संवत—————–1945

 

वृन्दावन

सूर्योदय—————-06:03:49

सूर्यास्त—————-18:38:48

दिन काल————- 12:34:59 

रात्री काल————- 11:23:55

चंद्रास्त—————- 07:13:00 

चंद्रोदय—————- 20:53:24

 

लग्न—- मीन 23°45′ , 353°45′

 

सूर्य नक्षत्र—————— रेवती 

चन्द्र नक्षत्र—————— स्वाति

नक्षत्र पाया—————- रजत

 

*🚩💮शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩*

 

राहू काल 09:13 – 10:47 अशुभ

यम घंटा 13:56 – 15:30 अशुभ

गुली काल 06:04 – 07:38 अशुभ 

अभिजित 11:56 – 12:46 शुभ

दूर मुहूर्त 07:44 – 08:35 अशुभ

वर्ज्यम 19:36 – 21:13 अशुभ

 

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

 

*🚩💮पद, चरण 💮🚩*

 

रो—- स्वाति 07:53:45

 

ता—- स्वाति 13:57:49

 

ती—- विशाखा 20:00:22

 

तू—-विशाखा 26:01:27

 

*🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩*

 

        ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

==========================

सूर्य=मीन 23 : 59 रेवती , 3 च 

चन्द्र= तुला 10:56, स्वाति , 2 रे 

बुध =मेष 11°: 34′ अश्वनी’ 4 ला 

शुक्र=वृषभ 01 °05, कृतिका ‘ 2 ई 

मंगल=मिथुन 12°30 ‘ आर्द्रा ‘ 2 घ 

गुरु=मीन 26°30 ‘ रेवती , 3 च 

शनि=कुम्भ 9°53 ‘ शतभिषा ‘ 1 गो       

राहू=(व) मेष 11°02 अश्विनी , 4 ला 

केतु=(व) तुला 11°02 स्वाति , 2 रे

 

💮चोघडिया, दिन

काल 06:04 – 07:38 अशुभ

शुभ 07:38 – 09:13 शुभ

रोग 09:13 – 10:47 अशुभ

उद्वेग 10:47 – 12:21 अशुभ

चर 12:21 – 13:56 शुभ

लाभ 13:56 – 15:30 शुभ

अमृत 15:30 – 17:04 शुभ

काल 17:04 – 18:39 अशुभ

 

🚩चोघडिया, रात

लाभ 18:39 – 20:04 शुभ

उद्वेग 20:04 – 21:30 अशुभ

शुभ 21:30 – 22:55 शुभ

अमृत 22:55 – 24:21* शुभ

चर 24:21* – 25:46* शुभ

रोग 25:46* – 27:12* अशुभ

काल 27:12* – 28:37* अशुभ

लाभ 28:37* – 30:03* शुभ

 

💮होरा, दिन

शनि 06:04 – 07:07

बृहस्पति 07:07 – 08:10

मंगल 08:10 – 09:13

सूर्य 09:13 – 10:15

शुक्र 10:15 – 11:18

बुध 11:18 – 12:21

चन्द्र 12:21 – 13:24

शनि 13:24 – 14:27

बृहस्पति 14:27 – 15:30

मंगल 15:30 – 16:33

सूर्य 16:33 – 17:36

शुक्र 17:36 – 18:39

 

🚩होरा, रात

बुध 18:39 – 19:36

चन्द्र 19:36 – 20:33

शनि 20:33 – 21:30

बृहस्पति 21:30 – 22:27

मंगल 22:27 – 23:24

सूर्य 23:24 – 24:21

शुक्र 24:21* – 25:18

बुध 25:18* – 26:15

चन्द्र 26:15* – 27:12

शनि 27:12* – 28:09

बृहस्पति 28:09* – 29:06

मंगल 29:06* – 30:03

 

*🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल💮🚩* 

 

मीन > 04:06 से 05:38 तक

मेष > 05:38 से 07:24 तक

वृषभ > 07:24 से 014 तक 

मिथुन > 09:14 से 11:34 तक 

कर्क > 11:34 से 13:46 तक

सिंह > 13:46 से 15:58 तक

कन्या > 15:58 से 18:08 तक

तुला > 18:08 से 20:24 तक

वृश्चिक > 20:24 से 22:24 तक

धनु > 22:24 से 00:40 तक

मकर > 00:40 से 02:24 तक

कुम्भ > 02:24 से 04:00 तक

 

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

 

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

 

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें।

 

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

 

   15 + 2 + 7 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष

 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

 

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

 

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

 

 मंगल ग्रह मुखहुति

 

*💮शिव वास एवं फल -:*

 

 17 + 17 + 5 = 39 ÷ 7 = 4 शेष

 

सभायां = संताप कारक

 

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

 

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

 

रात्रि 21:55 से प्रारम्भ 

 

पाताल लोक = धनलाभ कारक

 

*💮🚩विशेष जानकारी 🚩💮*

 

*सर्वार्थ सिद्धि योग 13:58 तक 

 

*मंगल पंड्येय शहीद दिवस

 

*द्वितीय शनिवार

 

*🚩💮 शुभ विचार💮🚩*

 

पादाभ्यां न स्पृशेदग्नि गुरुं ब्राह्मणमेव च ।

नैव गां च कुमारीन न वृध्दं न शिशुं तथा ।।

।। चा o नी o।।

 

 इन दोनों के मध्य से कभी ना जाए..

१. दो ब्राह्मण.

२. ब्राह्मण और उसके यज्ञ में जलने वाली अग्नि.

३. पति पत्नी.

४. स्वामी और उसका चाकर.

५. हल और बैल.

 

*🚩💮सुभाषितानि 💮🚩*

 

गीता -: ज्ञानविज्ञान योग अo-08

 

बलं बलवतां चाहं कामरागविवर्जितम्‌ ।,

धर्माविरुद्धो भूतेषु कामोऽस्मि भरतर्षभ ॥,

 

हे भरतश्रेष्ठ! मैं बलवानों का आसक्ति और कामनाओं से रहित बल अर्थात सामर्थ्य हूँ और सब भूतों में धर्म के अनुकूल अर्थात शास्त्र के अनुकूल काम हूँ॥,11॥,

 

*💮🚩दैनिक राशिफल🚩💮*

 

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

 

🐏मेष

चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। भाइयों से कहासुनी हो सकती है। आय बनी रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में सहकर्मी विरोध कर सकते हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें, धैर्य रखें।

 

🐂वृष

कोर्ट व कचहरी में लाभ की स्थिति बनेगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। पिछले लंबे समय से रुके कार्य बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। दूसरों से अपेक्षा न करें। घर-परिवार की चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। व्यापार लाभदायक रहेगा। प्रयास करें।

 

👫मिथुन

भूमि व भवन संबंधित कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार अच्‍छा चलेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। मातहतों का सहयोग मिलेगा। कर्ज की रकम चुका पाएंगे। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। आलस्य न करें। निवेश शुभ रहेगा।

 

🦀कर्क

रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। शत्रु परास्त होंगे। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर संयम रखें। अनहोनी की आशंका रहेगी। पारिवारिक जीवन सुख-शांति से बीतेगा। प्रसन्नता रहेगी।

 

🐅सिंह

बेवजह दौड़धूप रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कोई शोक समाचार मिल सकता है। अपेक्षित कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। पार्टनरों से मतभेद संभव है। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। दूसरों को कार्य में हस्तक्षेप न करें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं।

 

🙍‍♀️कन्या

सामाजिक कार्य करने का मन बनेगा। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नए काम करने की इच्छा बनेगी। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। मनोरंजन का वक्त मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।

⚖️तुला

पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। शत्रुओं का पराभव होगा। प्रमाद न करें।

🦂वृश्चिक

जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। रोजगार प्राप्ति होगी। किसी बड़ी समस्या का हल निकलेगा। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य अनुकूल है। लाभ लें। प्रमाद न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🏹धनु

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। यात्रा में कोई चीज भूलें नहीं। फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। लापरवाही न करें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें। लाभ होगा। लाभ में कमी रह सकती है। नौकरी में कार्यभार रहेगा। आलस्य न करें।

🐊मकर

डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। यात्रा लाभदायक रहेगी। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यवसाय में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। किसी अपने का व्यवहार दु:ख पहुंचाएगा। कानूनी समस्या हो सकती है।

🍯कुंभ

सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। योजना फलीभूत होगी। किसी बड़ी समस्या का हल एकाएक हो सकता है। प्रसन्नता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। आय में वृद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। प्रमाद न करें।

🐟मीन

कानूनी सहयोग मिलेगा। लाभ में वृद्धि होगी। रुके कार्यों में गति आएगी। तंत्र-मंत्र में रुचि बढ़ेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ रहेगा। थकान महसूस हो सकती है। आलस्य बना रहेगा।

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺*श्री तुलसी जी को तोडने के नियम*

1. तुलसी जी को नाखूनों से कभी नहीं तोडना चाहिए,नाखूनों के तोडने से पाप लगता है।

2.सांयकाल के बाद तुलसी जी को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए ।

3. रविवार को तुलसी पत्र नहीं तोड़ने चाहिए ।

4. जो स्त्री तुलसी जी की पूजा करती है। उनका सौभाग्य अखण्ड रहता है । उनके घर

सत्पुत्र का जन्म होता है ।

5. द्वादशी के दिन तुलसी को नहीं तोडना चाहिए ।

6. सांयकाल के बाद तुलसी जी लीला करने जाती है।

7. तुलसी जी वृक्ष नहीं है! साक्षात् राधा जी का अवतार है ।

8. तुलसी के पत्तो को चबाना नहीं चाहिए।

“तुलसी वृक्ष ना जानिये।

गाय ना जानिये ढोर।।

गुरू मनुज ना जानिये।

ये तीनों नन्दकिशोर।।

अर्थात-

तुलसी को कभी पेड़ ना समझें

गाय को पशु समझने की गलती ना करें और गुरू को कोई साधारण मनुष्य समझने की भूल ना करें, क्योंकि ये तीनों ही साक्षात भगवान रूप हैं।

*श्री हनुमानजी के 10 रहस्य* ……

🔸🔸🔹🔸🔸🔹🔸🔸

हिन्दुओं के प्रमुख देवता हनुमानजी के बारे में कई रहस्य जो अभी तक छिपे हुए हैं। शास्त्रों अनुसार हनुमानजी इस धरती पर एक कल्प तक सशरीर रहेंगे।

 

1. हनुमानजी का जन्म स्थान

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कर्नाटक के कोपल जिले में स्थित हम्पी के निकट बसे हुए ग्राम अनेगुंदी को रामायणकालीन किष्किंधा मानते हैं। तुंगभद्रा नदी को पार करने पर अनेगुंदी जाते समय मार्ग में पंपा सरोवर आता है। यहां स्थित एक पर्वत में शबरी गुफा है जिसके निकट शबरी के गुरु मतंग ऋषि के नाम पर प्रसिद्ध ‘मतंगवन’ था।

 

हम्पी में ऋष्यमूक के राम मंदिर के पास स्थित पहाड़ी आज भी मतंग पर्वत के नाम से जानी जाती है। कहते हैं कि मतंग ऋषि के आश्रम में ही हनुमानजी का जन्म हआ था। श्रीराम के जन्म के पूर्व हनुमानजी का जन्म हुआ था। प्रभु श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व अयोध्या में हुआ था। हनुमान का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पूर्णिमा के दिन हुआ था।

 

2.कल्प के अंत तक सशरीर रहेंगे हनुमानजी

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इंद्र से उन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान मिला। श्रीराम के वरदान अनुसार कल्प का अंत होने पर उन्हें उनके सायुज्य की प्राप्ति होगी। सीता माता के वरदान अनुसार वे चिरजीवी रहेंगे। इसी वरदान के चलते द्वापर युग में हनुमानजी भीम और अर्जुन की परीक्षा लेते हैं। कलियुग में वे तुलसीदासजी को दर्शन देते हैं।

 

ये वचन हनुमानजी ने ही तुलसीदासजी से कहे थे-

‘चित्रकूट के घाट पै, भई संतन के भीर।

तुलसीदास चंदन घिसै, तिलक देत रघुबीर।।’

श्रीमद् भागवत अनुसार हनुमानजी

कलियुग में गंधमादन पर्वत पर निवास करते हैं।

 

3.कपि नामक वानर

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हनुमानजी का जन्म कपि नामक वानर जाति में हुआ था। रामायणादि ग्रंथों में हनुमानजी और उनके सजातीय बांधव सुग्रीव अंगदादि के नाम के साथ ‘वानर, कपि, शाखामृग, प्लवंगम’ आदि विशेषण प्रयुक्त किए गए। उनकी पुच्छ, लांगूल, बाल्धी और लाम से लंकादहन इसका प्रमाण है कि वे वानर थे।

रामायण में वाल्मीकिजी ने जहां उन्हें विशिष्ट पंडित, राजनीति में धुरंधर और वीर-शिरोमणि प्रकट किया है, वहीं उनको लोमश ओर पुच्छधारी भी शतश: प्रमाणों में व्यक्त किया है। अत: सिद्ध होता है कि वे जाति से वानर थे।

 

4. हनुमान परिवार

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हनुमानजी की माता का अंजनी पूर्वजन्म में पुंजिकस्थला नामक अप्सरा थीं। उनके पिता का नाम कपिराज केसरी था। ब्रह्मांडपुराण अनुसार हनुमानजी सबसे बड़े भाई हैं। उनके बाद मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान, धृतिमान थे।

 

कहते हैं कि जब वर्षों तक केसरी से अंजना को कोई पुत्र नहीं हुआ तो पवनदेव के आशिर्वाद से उन्हें पुत्र प्राप्त हुआ। इसीलिए हनुमानजी को पवनपुत्र भी कहते हैं। कुंति पुत्र भीम भी पवनपुत्र हैं। हनुमानजी रुद्रावतार हैं।

 

पराशर संहिता अनुसार सूर्यदेव की शिक्षा देने की शर्त अनुसार हनुमानजी को सुवर्चला नामक स्त्री से विवाह करना पड़ा था।

 

5. इन बाधाओं से बचाते हैं हनुमानजी

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रोग और शोक, भूत-पिशाच, शनि, राहु-केतु और अन्य ग्रह बाधा, कोर्ट-कचहरी-जेल बंधन, मारण-सम्मोहन-उच्चाटन, घटना-दुर्घटना से बचना, मंगल दोष, पितृदोष, कर्ज, संताप, बेरोजगारी, तनाव या चिंता, शत्रु बाधा, मायावी जाल आदि से हनुमानजी अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।

 

6. हनुमानजी के पराक्रम

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हनुमान सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ और सर्वत्र हैं। बचपन में उन्होंने सूर्य को निकल लिया था। एक ही छलांक में वे समुद्र लांघ गए थे। उन्होंने समुद्र में राक्षसी माया का वध किया। लंका में घुसते ही उन्होंने लंकिनी और अन्य राक्षसों के वध कर दिया।

अशोक वाटिका को उजाड़कर अक्षय कुमार का वध कर दिया। जब उनकी पूछ में आग लगाई गई तो उन्हों लंका जला दी। उन्होंने सीता को अंगुठी दी, विभिषण को राम से मिलाया। हिमालय से एक पहाड़ उठाकर ले आए और लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा की।

इस बीच उन्होंने कालनेमि राक्षस का वध कर दिया। पाताल लोक में जाकर राम-लक्ष्मण को छुड़ाया और अहिरावण का वध किया। उन्होंने सत्यभामा, गरूढ़, सुदर्शन, भीम और अर्जुन का घमंड चूर चूर कर दिया था।

हनुमानजी के ऐसे सैंकड़ों पराक्रम हैं।

 

7.हनुमाजी पर लिखे गए ग्रंथ

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तुलसीदासजी ने हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमान बहुक, हनुमान साठिका, संकटमोचन हनुमानाष्टक, आदि अनेक स्तोत्र लिखे। तुलसीदासजी के पहले भी कई संतों और साधुओं ने हनुमानजी की श्रद्धा में स्तुति लिखी है।

इंद्रा‍दि देवताओं के बाद हनुमानजी पर विभीषण ने हनुमान वडवानल स्तोत्र की रचना की। समर्थ रामदास द्वारा मारुती स्तोत्र रचा गया। आनं‍द रामायण में हनुमान स्तुति एवं उनके द्वादश नाम मिलते हैं। इसके अलावा कालांतर में उन पर हजारों वंदना, प्रार्थना, स्त्रोत, स्तुति, मंत्र, भजन लिखे गए हैं। गुरु गोरखनाथ ने उन पर साबर मं‍त्रों की रचना की है।

 

8. माता जगदम्बा के सेवक हनुमानजी

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रामभक्त हनुमानजी माता जगदम्बा के सेवक भी हैं। हनुमानजी माता के आगे-आगे चलते हैं और भैरवजी पीछे-पीछे। माता के देशभर में जितने भी मंदिर है वहां उनके आसपास हनुमानजी और भैरव के मंदिर जरूर होते हैं। हनुमानजी की खड़ी मुद्रा में और भैरवजी की मुंड मुद्रा में प्रतिमा होती है। कुछ लोग उनकी यह कहानी माता वैष्णोदेवी से जोड़कर देखते हैं।

 

9. सर्वशक्तिमान हनुमानजी

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हनुमानजी के पास कई वरदानी शक्तियां थीं लेकिन फिर भी वे बगैर वरदानी शक्तियों के भी शक्तिशाली थे। ब्रह्मदेव ने हनुमानजी को तीन वरदान दिए थे, जिनमें उन पर ब्रह्मास्त्र बेअसर होना भी शामिल था, जो अशोकवाटिका में काम आया।

 

सभी देवताओं के पास अपनी अपनी शक्तियां हैं। जैसे विष्णु के पास लक्ष्मी, महेश के पास पार्वती और ब्रह्मा के पास सरस्वती। हनुमानजी के पास खुद की शक्ति है। इस ब्रह्मांड में ईश्वर के बाद यदि कोई एक शक्ति है तो वह है हनुमानजी। महावीर विक्रम बजरंगबली के समक्ष किसी भी प्रकार की मायावी शक्ति ठहर नहीं सकती।

 

10. इन्होंने देखा हनुमानजी को

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13वीं शताब्दी में माध्वाचार्य, 16वीं शताब्दी में तुलसीदास, 17वीं शताब्दी में रामदास, राघवेन्द्र स्वामी और 20वीं शताब्दी में स्वामी रामदास हनुमान को देखने का दावा करते हैं। हनुमानजी त्रेता में श्रीराम, द्वापर में श्रीकृष्ण और अर्जुन और कलिकाल में रामभक्तों की सहायता करते हैं।

*साधक स्वामी राघवानंद*

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राधे राधे 🙏🌹🌲🕉️

100साल पहले। 1000साल पहले
नल का अविष्कार बृहदेश्वर मंदिर
अंग्रेजों ने किया। तंजावुर भारतवर्ष🚩

भारतीय शिक्षा बोर्ड, हरिद्वार की दसवीं कक्षा की पहली सार्वजनिक बोर्ड की परीक्षा दिनांक 10 मार्च, 2023 से 22 मार्च, 2023 के बीच आयोजित की गई थी। बोर्ड द्वारा दिनांक 06.04.2023 को दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। जिसमें छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 100 प्रतिशत रहा। 7 छात्रों ने एक विषय में 100 में से 100 अंक प्राप्त किये। 25 छात्रों ने 90 प्रतिशत एवं उससे ऊपर अंक प्राप्त किये। जबकि परीक्षा में उपस्थित कुल छात्रों में से किसी भी छात्र ने परीक्षा में 64.6 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त नहीं किये।

#Acharyakulam

🌍 *वैदिक आनलाइन गुरूकुल*☝

*शनिवार, 08 अप्रैल 2023 के मुख्य सामाचार*

 

🔸झारखंड: सरना झंडा के अपमान के खिलाफ मशाल जुलूस, 8 अप्रैल को रांची बंद

 

🔸देश का लोकतंत्र नहीं.. खतरे में है वंशवाद, कौशांबी में गरजे अमित शाह, …

 

🔸बिहार में विवादों में घिरी जाति जनगणना, ट्रांसजेंडर का कोड निर्धारित होने पर मचा बवाल

 

🔸महंगाई से राहत! सीएनजी 8 रुपये हुई सस्ती, पीएनजी के दाम भी गिरे

 

🔸रूस को हराने वाला अमेरिका और नाटो का टॉप सीक्रेट प्लान लीक, पेंटागन में मचा हड़कंप, जांच के आदेश

 

🔸विपक्षी एकता में एक और दरार? हिंडनबर्ग पर शरद पवार के बयान ने कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाई

 

🔸”NCP का अपना विचार…”, अदाणी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर शरद पवार की टिप्पणी पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया

 

🔸नाथूराम गोडसे भारत का पहला आतंकवादी, उसकी फोटो लिए घूम रहे लोग, पुलिस है चुपः असदुद्दीन ओवैसी

 

🔸अमृतपाल सिंह मामले में बढ़ी सख्ती, पंजाब पुलिस की छुट्टियाँ हुई 14 अप्रैल तक रद्द

 

🔸मिशनरियों की सेवा से कई गुना अधिक दक्षिण राज्यों में हिंदू आध्यात्मकि गुरु करते हैं समाजिक सेवा लेकिन बुद्धिजीवी वर्ग नहीं करता चर्चा: मोहन भागवत

 

🔸मशहूर लेखिका सुधा मूर्ति को पद्मभूषण: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित तो इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक बोले-यह गर्व का दिन है…

 

🔸दुनियाभर में फैलेगा कोरोना का XBB.1.16 वैरिएंट:भारत में बढ़ते कोरोना मामलों के पीछे भी यही वैरिएंट; कोरोना के डेली केस 6 हजार पार

 

🔸फरीदाबाद में बिजनेसमैन पर CGST टीम की रेड:दीवारों में छुपाकर रखा 3 करोड़ बरामद, अंदर आलमारी बना प्लास्टर कर ऊपर की थी चित्रकारी

 

🔸जयशंकर और द.कोरियाई विदेश मंत्री पार्क ने विशेष रणनीतिक भागीदारी पर चर्चा की

 

🔸विकसित देशों में काम करने वाले डॉक्टरों में सबसे बड़ी संख्या भारतीय डॉक्टरों की है.

 

🔸कांग्रेस को दक्षिण में झटका, आंध्र के पूर्व CM रेड्डी BJP में शामिल

 

🔸Indigo Flight: नशे की धुत्त में यात्री ने की इंडिगो का इमरजेंसी डोर खोलने की कोशिश, बेंगलुरु में CISF ने दबोचा

 

🔸बिहार में का बा… नेहा सिंह राठौड़ ने अब नीतीश-तेजस्वी सरकार से पूछे कई तीखे सवाल, गाना वायरल

 

🔸मुंबई में 1000 करोड़ के अवैध फिल्म स्टूडियोज पर चला बुलडोजर, रामसेतु और आदिपुरुष जैसी फिल्मों की हुई थी शूटिंग

 

🔹LSG vs SRH: क्रुणाल पांड्या का ऑलराउंड प्रदर्शन, लखनऊ ने हैदराबाद को 5 विकेट से हराया

 

               *आप का दिन शुभ और मंगलमय हो सुप्रभात….!*

                           जय हो 🙏