मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में श्री नंदादेवी राजजात समिति के अध्यक्ष डॉ राकेश कुंवर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की, मुख्यमंत्री श्री धामी एवं प्रतिनिधिमंडल के मध्य वर्ष 2026 में आयोजित होने वाली मां नंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों एवं कुशल प्रबंधन से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्ष 2026 में आयोजित होने वाली मां नंदा देवी राजजात यात्रा के सकुशल व सफल संचालन तथा इसे भव्य बनाने को लेकर शासन स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियो को प्रभावी समेकित कार्ययोजना तैयार कर वर्ष 2025 के अंत तक सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं |
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यात्रा उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का प्रतीक है। इसके गरिमामय आयोजन हेतु सभी विभागों को परस्पर समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। यात्रा से अधिकाधिक स्थानीय लोक कलाकारों, ग्राम पंचायतों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा इस बैठक में डॉक्टर राकेश कुंवर, अध्यक्ष नन्दादेवी राज जात यात्रा आयोजन समिति एडवोकेट और राजगुरू भुवन नौटियाल, शिव पैन्यूली, सदस्य शिष्ट मंडल हरीश नौटियाल, डाक्टर डा0 डीआर पुरोहित डाॅ0 नन्द किशोर हटवाल, विशनसिंह कुंवर महेन्द्र कुंवर, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, विवेक नौटियाल हरीश सती भी उपस्थित रहे।
तत्पश्चात धीरज सिंह गर्ब्याल, आईएएस, सचिव, पर्यटन और सीईओ, उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की अध्यक्षता में नींबूवाला सभागार में पुनः एक महत्वपूर्ण आयोजित हुई इसमें नंदा देवी राजजात के विभिन्न पड़ावों पर आधारभूत सुविधाओं उपलब्ध कराने के लिए गंभीर चर्चा की गई जिसमें स्वास्थ्य सुविधाएं यात्रियों के लिए अस्थाई ठहरने की व्यवस्था और जलपान आदि के लिए भी प्रायोजकों को प्रोत्साहित करने पर चर्चा की गई।
हिमालय के महाकुंभ इस नंदा देवी राजजात का आयोजन आने वाले वर्ष में होना है उसकी तैयारी अभी से आरंभ कर दी गई है धीरज सिंह गर्ब्याल, आईएएस, सचिव, पर्यटन ने अवगत कराया कि शासन स्तर पर अनेक बैठकें इस संदर्भ में की जा चुकी हैं जिसमें ढांचागत सुविधाओं के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार की गई है उसके लिए धनावंटन की व्यवस्था की जा रही है और अनेक कार्य रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र में वन विभाग के माध्यम से ही संपन्न कराए जाएंगे जबकि ग्रामीणों के सहयोग से विभिन्न विभागों द्वारा विभिन्न संबंधित कार्य कराया जाएगा बेदनी बुग्याल और वहां से आगे वृत्ति धारक और विभिन्न गांव की छंतोलियां न्यौजा निशाण जमांण डोलियां व पश्वा आदि संबंधित गांवों इस धार्मिक यात्रा को संपन्न करें इस बार प्रशासन का सुझाव है कि यह पर्यटन यात्रा नहीं है बल्कि शुद्ध धार्मिक और पौराणिक मह्त्व की यात्रा है इसलिए इसको इसी रूप में देखा जाए। बैठक में भुवन नौटियाल ने कहा कि श्रद्धालुओं और राजजात यात्रियों के लिए जो ग्रामीण क्षेत्र के मार्ग व पड़ाव हैं, वहां पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है शिव पैन्यूली ने सुझाव दिया कि सोशल मीडिया आज प्रबल माध्यम है लेकिन इस यात्रा का धार्मिक स्वरूप बना रहे इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, लोक कलाओं के पारखी डॉक्टर नंदकिशोर हटवाल ने कहा कि इस यात्रा में कुरुड़ लाता अल्मोड़ा बागेश्वर पिथौरागढ़ आदि जगहों के 100 से अधिक गांव की छांतोलियां न्यौजा निशाण जमांण डोलियां व पश्वा सम्मिलित होते हैं लेकिन उन सभी गांवो में आजे जाने के मार्ग खराब स्थिति में हैं साथ ही उनके प्रकाश में लाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष कार्याधिकारी व प्रतिनिधि विशन सिंह दानू ने कहा कि सरकार इस यात्रा का महत्व समझती है और यात्रा को संपन्न कराने के लिए वित्तीय प्रबंधन और प्रशासन स्तर पर सहयोग की कार्य योजना पर काम कर रही है। डा0 हरीश मैखुरी ने कहा कि यह यात्रा अति उच्चतम हिमालयी क्षेत्र में संपन्न होती है इसलिए वहां पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था और डाक्टरों की टीम होनी चाहिए। तथा जिलाधिकारी आदि अधिकारीयों की टीम यात्रा काल में बदलाव ना करें तो उनके पूर्व अनुभवों का लाभ जात्रियों को मिलेगा। इस बैठक में नन्दादेवी राज जत पपर भारत सरकार द्वारा 1969 में बनी डाक्यूमेंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।
बैठक में मुख्य रूप से श्री भुवन नौटियाल (महामंत्री नन्दा देवी राजजात ), श्री कांति प्रसाद नौटियाल, श्री विशन सिंह कुंवर, श्री मुकेश नौटियाल, डॉ हरीश पैन्यूली श्री शिव प्रसाद पैन्यूली, डॉ0 नन्द किशोर हटवाल, डाॅ0 हरीश मैखुरी एवं विवेक नौटियाल आदि उपस्थित रहे।