*᯾ _༂_ ᯾**|| जय श्री राधे ||🌺 महर्षि पाराशर पंचांग 🌺**🙏अथ पंचांगम् 🙏*
*दिनांक :𝀈**21/12/2024, शनिवार*
षष्ठी, कृष्ण पक्ष,पौष(समाप्ति काल)
तिथि——–षष्ठी 12:20:40 तक
पक्ष————————-कृष्ण
नक्षत्र——–पूo फाo 30:13:06
योग————-प्रीति 18:21:22
करण———-वणिज 12:20:40
करण——-विष्टि भद्र 25:21:58
वार———————–शनिवार
माह————————–पौष
चन्द्र राशि——————–सिंह
सूर्य राशि———————-धनु
रितु————————–हेमंत
आयन—————–दक्षिणायण
संवत्सर (उत्तर)————-कालयुक्त
विक्रम संवत—————-2081
गुजराती संवत————–2081
शक संवत——————1946
कलि संवत—————–5125
वृन्दावन
सूर्योदय—————07:06:54
सूर्यास्त—————17:28:07
दिन काल———–10:21:13
रात्री काल———– 13:39:16
चंद्रास्त————– 11:31:09
चंद्रोदय—————- 23:18:51
लग्न—- धनु 5°28′ , 245°28′
सूर्य नक्षत्र—————— मूल
चन्द्र नक्षत्र———– पूर्वा फाल्गुनी
नक्षत्र पाया——————राजत
*💮दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो के लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषुचl*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩💮 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩*
राहू काल 09:42 – 10:59 अशुभ
यम घंटा 13:35 – 14:53 अशुभ
गुली काल 07:07 – 08: 25अशुभ
अभिजित 11:57 – 12:38 शुभ
दूर मुहूर्त 08:30 – 09:11 अशुभ
वर्ज्यम 12:31 – 14:17 अशुभ
प्रदोष 17:28 – 20:15 शुभ
*🚩💮 पद, चरण 💮🚩*
मो—- पूर्वा फाल्गुनी 10:19:32
टा—- पूर्वा फाल्गुनी 16:55:17
टी—- पूर्वा फाल्गुनी 23:33:12
टू—- पूर्वा फाल्गुनी 30:13:06
*🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩*
ग्रह =राशी, अंश, नक्षत्र, पद
=================
सूर्य= वृश्चिक 05°45, मूल 2 यो
चन्द्र=सिंह 15°30 पूo फाo 1 मो
बुध =वृश्चिक 14°52 अनुराधा 4 ने
शुक्र= मकर 21°05, श्रवण’ 4 खो
मंगल=कर्क 14°30 पुष्य 3 हो
गुरु=वृषभ 20°30 रोहिणी, 4 वू
शनि=कुम्भ 19°50 शतभिषा 4 सू
राहू=(व) मीन 07°56 उo भाo, 2 थ
केतु= (व)कन्या 0756 उo फाo 4 पी
💮चोघडिया, दिन
काल 07:07 – 08:25 अशुभ
शुभ 08:25 – 09:42 शुभ
रोग 09:42 – 10:59 अशुभ
उद्वेग 10:59 – 12:18 अशुभ
चर 12:18 – 13:35 शुभ
लाभ 13:35 – 14:53 शुभ
अमृत 14:53 – 16:10 शुभ
काल 16:10 – 17:28 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 17:28 – 19:11 शुभ
उद्वेग 19:11 – 20:53 अशुभ
शुभ 20:53 – 22:35 शुभ
अमृत 22:35 – 24:18 शुभ
चर 24:18* – 26:00* शुभ
रोग 26:00* – 27:43* अशुभ
काल 27:43* – 29:25* अशुभ
लाभ 29:25* – 31:07* शुभ
*नोट :-* दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
*चर* में वाहन,मशीन आदि कार्य करें।
*उद्वेग* में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें।
*शुभ* में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें।
*लाभ* में व्यापार करें।
*रोग* में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
*काल* में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है।
*अमृत* में सभी शुभ कार्य करें।
💮होरा, दिन
शनि 07:07 – 07:59
बृहस्पति 07:59 – 08:50
मंगल 08:50 – 09:42
सूर्य 09:42 – 10:34
शुक्र 10:34 – 11:26
बुध 11:26 – 12:18
चन्द्र 12:18 – 13:09
शनि 13:09 – 14:01
बृहस्पति 14:01 – 14:53
मंगल 14:53 – 15:45
सूर्य 15:45 – 16:36
शुक्र 16:36 – 17:28
🚩होरा, रात
बुध 17:28 – 18:36
चन्द्र 18:36 – 19:45
शनि 19:45 – 20:53
बृहस्पति 20:53 – 22:01
मंगल 22:01 – 23:09
सूर्य 23:09 – 24:18
शुक्र 24:18* – 25:26
बुध 25:26* – 26:34
चन्द्र 26:34* – 27:43
शनि 27:43* – 28:51
बृहस्पति 28:51* – 29:59
मंगल 29:59* – 31:07
*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
धनु > 05:44 से 07:46 तक
मकर > 07:46 से 09:32 तक
कुम्भ > 09:32 से 11:04 तक
मीन > 11:04 से 12:34 तक
मेष > 12:34 से 14:14 तक
वृषभ > 14:14 से 16:12 तक
मिथुन > 16:12 से 18:24 तक
कर्क > 18:24 से 20:42 तक
सिंह > 20:42 से 22:52 तक
कन्या > 22:52 से 01:18 तक
तुला > 01:18 से 03:20 तक
वृश्चिक > 03:14 से 05:34 तक
*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 6 + 7+ 1 = 29 ÷ 4 = 1 शेष
कैलाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
गुरु ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
दोपहर 12:21 से रात्रि 25:26 तक
स्वर्ग लोक = शुभ कारक
*🚩💮 विशेष जानकारी 💮🚩*
*रवि उत्तरायण शिशिर ऋतु प्रारम्भ
*🚩💮 शुभ विचार 💮🚩*
कष्टञ्च खलु मूर्खत्वं कष्टं च खलु यौवनम् ।
कष्टात् कष्टतरं चैव परगेहे निवासनम् ।।
।। चा o नी o।।
मुर्खता दुखदायी है, जवानी भी दुखदायी है,लेकिन इन सबसे कहीं ज्यादा दुखदायी किसी दुसरे के घर जाकर उसका अहसान लेना है।
*🚩💮 सुभाषितानि 💮🚩*
गीता -: भक्तियोग अo-12
तेषामहं समुद्धर्ता मृत्युसंसारसागरात् ।,
भवामि नचिरात्पार्थ मय्यावेशितचेतसाम् ॥,
हे अर्जुन! उन मुझमें चित्त लगाने वाले प्रेमी भक्तों का मैं शीघ्र ही मृत्यु रूप संसार-समुद्र से उद्धार करने वाला होता हूँ॥,7॥,
*🚩💮 दैनिक राशिफल 💮🚩*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।
🐂वृष
वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
👫मिथुन
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।
🦀कर्क
बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।
🐅सिंह
जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा।
🙍♀️कन्या
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।
⚖️तुला
किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।
🦂वृश्चिक
आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।
🏹धनु
कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा।
🐊मकर
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी। आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है।
🍯कुंभ
आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।
🐟मीन
रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में शुक्रवार को जैसलमेर में राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के साथ प्री-बजट कन्सलटेशन बैठक में उत्तराखण्ड सरकार की ओर से मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में 11 मुख्य बिन्दुओं को रखा गया। बैठक में राज्य की ओर से वित्त मंत्री श्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की ओर से इकोलॉजी और इकोनॉमी को फोकस में रखते हुए नॉलेज इकॉनमी, भूजल संरक्षण, रोपवे, पूर्ण रेलवे सर्किट, जल-विद्युत उत्पादन आदि महत्वपूर्ण पक्षों को रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूजल संरक्षण के लिए राज्य में लगभग 2500 करोड़ रूपये की सौंग बांध परियोजना पर कार्य प्रारम्भ किया है। केन्द्र सरकार द्वारा ’’स्कीम फॉर स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट’’ के अन्तर्गत 100 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी राज्य को प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि इस बार मेमोरेंडम में राज्य सरकार द्वारा भूजल संरक्षण के लिए एक नई केन्द्र पोषित योजना को प्रारम्भ करने का आग्रह किया है, ताकि सौंग बांध और भूजल संरक्षण के लिए हमारे प्रयासों को और गति मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में फ्लोटिंग पोपुलेशन के दृष्टिगत अतिरिक्त अवस्थापना विकास एवं अनुरक्षण आदि के लिए डेडीकेटेड केन्द्र पोषित योजनाध्वित्तीय सहायता का अनुरोध किया गया है। आगामी केन्द्रीय बजट के माध्यम से उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना किये जाने हेतु प्रावधान करने का अनुरोध भी किया गया है। आयुर्वेद शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में राष्ट्रीय महत्व के संस्थान की उत्तराखण्ड में स्थापना होने से प्रदेश सरकार के प्रयासों को और गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि आयुष नीति 2023 में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने, निवेश को प्रोत्साहित करने सहित अनेक प्रावधान किये गए हैं। राज्य सरकार देश की प्रथम योग नीति लागू करने की दिशा में कार्य कर रही है। राज्य में आर्टिफिसियल इंटैलीजेंस व साइबर सुरक्षा से सम्बन्धित उत्कृष्टता केन्द्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) स्थापित करने हेतु केन्द्र सरकार से सहयोग मांगा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय व सीमान्त राज्य होने के कारण उत्तरराखण्ड में कनेक्टिविटी के विस्तार के लिए बागेश्वर से कर्णप्रयाग तथा रामनगर से कर्णप्रयाग के मध्य रेलवे लाईन का सर्वेक्षण और रेलवे नेटवर्क एक सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए अनुरोध किया गया है। राज्य के दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों में जल विद्युत परियोजनाओं को प्रोत्साहित किये जाने हेतु रू. 2 करोड़ प्रति मेगावाट की दर से रू. 8 हजार करोड़ की वायेविलिटी गैप फण्डिंग प्रदान करने हेतु आवश्यक प्रावधान आगामी बजट में किये जाने का अनुरोध किया गया है। रोपवे परियोजनाओं के लिए उत्तराखण्ड सहित समस्त पर्वतीय राज्यों के लिए वायेविलिटी गैप फण्डिंग में केन्द्रांश 20 प्रतिशत से बढाकर 40 प्रतिशत करने पर विचार किये जाने का अनुरोध किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत अवशेष कार्यों को पूर्ण करने की समय-सीमा को बढ़ाने का अनुरोध किया गया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अनुरूप जल जीवन मिशन योजना के अनुरक्षण संचालन को भी केन्द्र पोषित योजना से आच्छादित किये जाने का अनुरोध किया गया है। राज्य आपदा मोचन निधि के मानकों मे संशोधन और प्रदेश में 60 वर्ष से 79 आयु वर्ग के लिए वृद्धावस्था पेंशन में केन्द्रांश को बढ़ाने पर आगामी बजट में विचार करने हेतु अनुरोध किया गया है। मनरेगा के अंतर्गत उत्तराखण्ड सहित समस्त पर्वतीय राज्यों हेतु श्रम व सामग्री का अनुपात 60ः40 के बजाय 50ः50 करने, पर्वतीय क्षेत्रों में ढुलान हेतु अतिरिक्त प्रावधान करने तथा मनरेगा कार्यों के लिए सेमी-स्किल्ड लेबर की पारिश्रमिक दर अनस्किल्ड लेबर से अधिक करने तथा स्किल्ड लेबर की विद्यमान पारिश्रमिक दर को बढाने का भी अनुरोध किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बजट निर्माण प्रकिया प्रारंभ कर दी गई है। हितधारकों के साथ बजट पूर्व संवाद की प्रक्रिया को हमने प्रभावी बनाया गया है। जनता से सुझाव आमंत्रित कर संबंधित अधिकारियों द्वारा उनका परीक्षण करते हुए बजट में समावेश करने के निर्देश दिए गए हैं। शीघ्र ही प्रदेश के लिए प्री-बजट कंसल्टेशन प्रारंभ किया जायेगा।
वित्त मंत्री श्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने प्री-बजट कन्सलटेशन बैठक में राज्य के मेंमोरेंडम के 11 बिन्दुओं पर विस्तार से पक्ष रखा। राज्य सरकार के पक्ष को इंगित करते हुए उन्होंने कहा कि ’’अमृत काल खण्ड में भारतवर्ष को विकसित देश बनाने की बयार है, इस महायज्ञ को सफल बनाने हेतु देवभूमि उत्तराखण्ड तैयार है।
’’*दिल्ली में* आम्बेडकर फ़ाउंडेशन पाँच कमरे के मकान में वर्षों चलता रहा *क्योंकि पास ही उसी रोड पर नेहरू परिवार की निजी प्रॉपर्टी जवाहर भवन है* वहीं से राजीव गांधी फ़ाउंडेशन चलता है *…*…
*अब कांग्रेस सरकारें आम्बेडकर जी की बिल्डिंग को* नेहरू की बिल्डिंग से बड़ा कैसे बनातीं❓
*फिर इतिहास चक्र घूमा* 2014 में नरेंद्र मोदी दिल्ली आए*…
*उन्होंने भीमराव अंबेडकर की उस बिल्डिंग को* आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के रूप में इतना बड़ा बना दिया कि *उसमें चार जवाहर भवन समा जाएँ 👍💖*
*इस सेंटर के उद्घाटन का सौभाग्य भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्राप्त हुआ।
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इस बार विपक्ष की मांग पर संसद में संविधान पर चर्चा हो रही है। भीमराव अंबेडकर के अपमान और संविधान को धीरे धीरे सरिया बनाने इतिहास का स्याह सच बाहर निकलने लगा तो राहुल गांधी पचा नहीं पाये और आरोप है कि वे संसद परिसर में ही धक्का मुकी पर उतर आये जिसमें भाजपा के दो सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। इस कारण राहुल पर भाजपा की ओर से प्राथमिकी पंजीकृत कराई गयी।
बता दें कि *संविधान निर्माण में तीन सौ से अधिक लोगों की भूमिका रही है।
उसे अपने हाथों से प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखा। भारतीय संविधान सभा में कुल 299 सदस्य थे।
12 भारतीय प्रांतों से चुने गए 229 सदस्य
29 रियासतों से मनोनीत 70 सदस्य
संविधान सभा के बारे में कुछ और जानकारीः
संविधान सभा का गठन नवंबर 1946 में कैबिनेट मिशन योजना के अंतर्गत किया गया था।
संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे।
संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को अपना काम पूरा कर लिया था।
26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हुआ था।
इसी दिन की याद में हर साल गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
संविधान सभा में मूल रूप से 389 सदस्य होने थे, लेकिन माउंटबेटन योजना की स्वीकृति के बाद देश के विभाजन के लिए मुस्लिम लीग के सदस्य भारत के लिए संविधान सभा से हट गए थे। भारत के संविधान को हाथ से लिखने वाले सुलेखक प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा थे।
प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा ने संविधान को लिखने के लिए छह महीने का समय लिया था।
उन्होंने संविधान को लिखने के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं लिया था।
उन्होंने हर पन्ने पर अपना नाम लिखा था और हर पन्ने पर सनातन धर्म संस्कृति के देवी-देवताओं और भारत के विख्यात धार्मिक चिन्ह अंकित थे।
उन्होंने अंतिम पन्ने पर अपने गुरु और दादा मास्टर राम प्रसाद सक्सेना का नाम लिखा था।
उन्होंने हिन्दी सुलेख के लिए बर्मिंघम से अंग्रेज़ी सुलेख और हिन्दू डिप-पेन निब के लिए नंबर 303 पेन का इस्तेमाल किया था।
प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा का जन्म 17 दिसंबर, 1901 को हुआ था और उनका निधन 1966 में हुआ था।
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने प्रेम बिहारी से संविधान लिखने का अनुरोध किया था।
सभी भारतीयों को इतना अवश्य समझना चाहिए कि संविधान भारत और भारतीयों की सुरक्षा के लिए है। एक संविधान एक निशान सबके लिए एक समान विधान।